1 एम्पियर की परिभाषा

  1. [Ampere] एम्पियर क्या है, इसकी परिभाषा, मानक परिभाषा एवम् प्रतीक
  2. Volt, watt, ampere, unit, HP क्या है – Electric Jankari
  3. vidyut dhara notes
  4. एम्पीयर का नियम क्या है स्पष्ट कीजिए? – ElegantAnswer.com
  5. एम्पियर की परिभाषा क्या है? » Ampere Ki Paribhasha Kya Hai
  6. विद्युत धारा किसे कहते है
  7. 1 एम्पियर को परिभाषित कीजिये? » 1 Ampere Ko Paribhashit Kijiye
  8. दो समान्तर धारावाही चालक तारों के मध्य चुम्बकीय बल या एम्पियर का नियम


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[Ampere] एम्पियर क्या है, इसकी परिभाषा, मानक परिभाषा एवम् प्रतीक

एम्पियर विद्युत धारा का मात्रक होता है। एम्पियर की परिभाषा "1 एम्पियर उस विद्युत धारा के बराबर होती है जो किसी चालक के परिच्छेद में प्रति सेकेंड 1 कूलॉमआवेश प्रवाहित करने पर उत्पन्न होती है" चूंकि हम जानते हैं कि 1 कूलॉमआवेश में इलेक्ट्रॉनों की संख्या 6.25 × 10¹⁸होती है। अतः इस आधार पर एंपियर की परिभाषा कुछ इस प्रकार होगी - "1 एंपियर धारा उस विद्युत धारा के बराबर होती है जो किसी चालक के परिच्छेद से 6.25 × 10¹⁸इलेक्ट्रॉन प्रति सेकेंड गुजरने पर उत्पन्न होती है" इसके अलावा परीक्षा में एंपियर की मानक परिभाषा भी पूछ ली जाती है जिसको याद रखना और समझना अति आवश्यक है एंपियर की मानक परिभाषा एंपियर की मानक परिभाषा विद्युत चुंबकीय बल के आधार पर निम्नवत दी जाती है- "1 एंपियर वह विद्युत धारा होती है जिसे निर्वात में परस्पर 1 मीटर की दूरी पर स्थित दो समांतर चालकों में प्रवाहित करने पर चालकों की प्रति मीटर लंबाई पर 2 × 10⎻⁷ न्यूटन का प्रतिकर्षण अथवा आकर्षण बल उत्पन्न होता है।" यह एंपियर की मानक परिभाषा है। एम्पियर का प्रतीक एम्पियर को अंग्रेजी वर्णमाला के अक्षर A द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। एम्पियर का सूत्र 1 एम्पियर = कूलॉम / सेकेण्ड 1 A = C / s अपने सवाल पूछने के लिए हमें आप हमें कमेंट कर सकते हैं। ज्योति तीव्रता ज्योति तीव्रता ज्योति तीव्रता की परिभाषा किसी दिशा में किसी प्रकाश स्रोत के एकांक घन कोण में उत्सर्जित (निकलने वाली) होने वाली ज्योति फ्लक्स की मात्रा को उस प्रकाश स्रोत की, उस दिशा में ज्योति तीव्रता कहते हैं। ज्योति तीव्रता को प्रकाश स्रोत की प्रदीपन क्षमता भी कहा जाता है। ज्योति तीव्रता का प्रतीक- ज्योति तीव्रता को प्रतीक I द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। ज्योति तीव्रता क...

Volt, watt, ampere, unit, HP क्या है – Electric Jankari

पोस्ट में ये जानकारी है - • • • • • Volt क्या होता है? EMF यानी विद्युत वाहक बल का मात्रक वोल्ट है। यदि 1 1 एम्पियर धारा प्रवाहित की जाए तो यह एक एक वोल्ट कहलाता है। ओह्म के नियम अनुसार वोल्ट = धारा × प्रतिरोध Ampere क्या होता है? विद्युत धारा का मात्रक एम्पियर A है । ओह्म के नियम अनुसार धारा = वोल्ट/प्रतिरोध

vidyut dhara notes

Bseb Class 10th Science Vidyut Question Answer 2023 4 . विधुत विभव किसे कहते है ? उत्तर – प्रति इकाई आवेश को अनंत से किसी बिंदु तक लाने में किए गए कार्य को उस बिंदु का विधुत विभव कहते है | इसका si मात्रक बोल्ट होता है | जिसे v से सूचित किया जाता है | 5 . विभवान्तर किसे कहते है ? उत्तर – प्रति इकाई आवेश को से किसी एक बिंदु से दुसरे बिंदु तक लाने में किए गए कार्य को विभवान्तर कहते है | 6 . श्रेणी क्रम किसे कहते है ? उत्तर – किसी परिपथ से सभी सेलो को एक सिटे पर जोड़ने की प्रक्रिया को श्रेणी क्रम कहते है | 7 . विधुत परिपथ किसे कहते है ? उत्तर – जिस पथ से होकर विधुत परिपथ धारा का प्रवाह होता है | उसे विधुत परिपथ कहते है | 8 . बैट्री किसे कहते है ? उत्तर – सेलो की समूहित व्यवस्था को बैट्री कहा जाता है | 9 . ऐमीटर किसे कहते है ? उत्तर – जिस यंत्र द्वारा किसी विधुत परिपथ की धारा मापी जाती है | उसे ऐमीटर कहते है | 10 . बोल्ट मीटर किसे कहते है ? उत्तर – जिस यंत्र द्वारा किसी विधुत परिपथ के किन्ही दो बिन्दुओ के बिच के विभवान्तर को मापा जाता है | उसे बोल्ट मीटर कहते है | class 10 science vidyut dhara notes in hindi 11 . प्रतिरोध किसे कहते है ? उत्तर – किसी पदार्थ का वह गुण जो उससे होकर धारा के प्रवाह का विरोध करता है | उस पदार्थ को विधुत प्रतिरोध या केवल प्रतिरोध कहते है | 12 . विधुत शक्ति किसे कहते है ? उत्तर – किसी विधुत परिपथ में विधुत उर्जा के व्यय की दर को उस परिपथ की विधुत शक्ति कहते है | 13 . तापन अवयव किसे कहते है ? उत्तर – किसी यंत्र के जिस भाग में विधुत धारा प्रवाहित करने पर उष्मा उत्पन्न होती है | उसे तापन अवयव कहते है | 14 . चालक किसे कहते है ? उत्तर – बहुत कम प्रतिरोध वाले...

एम्पीयर का नियम क्या है स्पष्ट कीजिए? – ElegantAnswer.com

एम्पीयर का नियम क्या है स्पष्ट कीजिए? इसे सुनेंरोकेंविद्युत धारा, चुंबकीय क्षेत्र पैदा करती है। इस नियम का प्रतिपादन सन् १८२६ में आन्द्रे मैरी एम्पीयर (André-Marie Ampère) ने किया था। इस नियम में किसी बंद लूप पर समाकलित चुम्बकीय क्षेत्र एवं उस लूप से होकर प्रवाहित हो रही कुल धारा के बीच गणितीय संबंध स्थापित किया गया। एम्पीयर परिभाषा क्या है? इसे सुनेंरोकेंपरिभाषा एम्पीयर वह स्थिर धारा है, जिसे यदि दो असीमित लम्बाई के समानांतर चालकों में रखा जाये, जिनका नगण्य अनुप्रस्थ क्षेत्रफ़ल हो और निर्वात में एक मीटर की दूरी पर स्थित हों; तो इन चालकों में 2×10–7 न्यूटन प्रति मीटर का बल उत्पन्न करे। एम्पीयर SI मूल इकाई है, जैसे कि मीटर, कैल्विन, सैकण्ड, मोल, कैण्डेला और किलोग्राम। एंपीयर का परिपथ नियम क्या है एम्पीयर मैक्सवेल का संशोधित नियम बताइए तथा इसकी सहायता से विस्थापन धारा समझाइए? इसे सुनेंरोकेंइस नियम का प्रतिपादन सन् १८२६ में आन्द्रे मैरी एम्पीयर (André-Marie Ampère) ने किया था। इस नियम में किसी बंद लूप पर समाकलित चुम्बकीय क्षेत्र एवं उस लूप से होकर प्रवाहित हो रही कुल धारा के बीच गणितीय सम्बन्ध स्थापित किया गया। जेम्स क्लार्क मैक्सवेल ने सन् १८६१ में इसे विद्युतगतिकीय सिद्धान्त से सिद्ध किया। एक एम्पीयर से क्या तात्पर्य है? इसे सुनेंरोकें1 ऐम्पियर वैद्युत धारा वह धारा है जो कि निर्वात में 1 मीटर की दूरी पर स्थित दो सीधे, लम्बे व समान्तर तारों में प्रवाहित होने पर, प्रत्येक तार की प्रति मीटर लम्बाई पर तारों के बीच 2 ✕ 10-7 न्यूटन का बल उत्पन्न करती है। एम्पियर को अङ्ग्रेज़ी वर्णमाला के बड़े अक्षर “A” से प्रदर्शित करते हैं। एम्पीयर मिलियम्पीयर माइक्रो एम्पीयर किसकी इकाई है? इसे ...

एम्पियर की परिभाषा क्या है? » Ampere Ki Paribhasha Kya Hai

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। 1 एंपियर वह विद्युत धारा होती है जिसे निर्वात में परस्पर 1 मीटर की दूरी पर स्थित दो समांतर चालकों में प्रवाहित करने पर चालकों की प्रति मीटर लंबाई पर दोगुने 10 का पावर माइनस 7 न्यूटन का प्रतिकर्षण अथवा आकर्षण बल उत्पन्न होता है यह एंपियर की मानक परिभाषा है 1 ampere vaah vidyut dhara hoti hai jise nirvat me paraspar 1 meter ki doori par sthit do samantar chalakon me pravahit karne par chalakon ki prati meter lambai par dogune 10 ka power minus 7 newton ka pratikarshan athva aakarshan bal utpann hota hai yah ampere ki maanak paribhasha hai 1 एंपियर वह विद्युत धारा होती है जिसे निर्वात में परस्पर 1 मीटर की दूरी पर स्थित दो समांतर

विद्युत धारा किसे कहते है

Table of Contents • • • • • • • • • विद्युत धारा किसे कहते है – Vidyut Dhara Kise Kahte Hai: किसी भी चालक या सर्किट में आवेश (Charge) के प्रवाह को विद्युत धारा कहते हैं। विद्युत धारा को I से दर्शाते है | अधिकांश धातुओं के परमाणुओं की अन्तिम कक्षा में केवल एक-दोइलेक्ट्रॉन्सही होते हैं और नाभिक से दूर होने के कारण इनमें नाभिक के प्रति आकर्षण बल का मान काफी कम होता है। अतः ऐसे तत्वों के परमाणुओं में से कुछ बल लगाकर जैसे-विद्युत वाहक बललगाकरइलैक्ट्रॉन्सको गतिमान किया जा सकता है। ऐसे इलेक्ट्रॉन्स(मुक्तइलेक्ट्रॉन्स) एक परमाणु से दूसरे परमाणु में होते हुए उस तत्व के टुकड़े के आरपार प्रवाहित किए सकते हैं। इस प्रकार किसी तत्व का पदार्थ में सेइलैक्ट्रॉन्सका प्रवाहविद्युत धाराकहलाता है। विद्युत धारा का सूत्र – Vidyut Dhara Ka Sutra: विद्युत धारा = आवेश/समय या I= Q/T I= lt विद्युत धारा का मात्रक – Vidyut Dhara Ka Matrak: S.I पद्धति मेंविद्युत धाराका मात्रक एम्पियर(Ampere) है। इसकाचिन्ह I है इसको एंपियर मीटर या एमीटर से नापी जाती है। धारा का मात्रक = कुलाम /समय =Cs -1 विद्युत धारा की विमा – Vidyut Dhara Ki Vima: धारा की विमा = चूँकि यह मूल राशि है इसलिए इसकी विमाA 1होती है। विद्युत धारा की दिशा – Vidyut Dhara Ki Disha प्रारम्भिक अवधारणा (conventional Concept) के अनुसार विद्युत धाराकी दिशा धन (+) वस्तु के ऋण (-) वस्तु की ओर होती है परन्तुइलैक्ट्रॉन्सकी खोज एवं परमाणु संरचना ज्ञात हो जाने के बाद यह पता चला कि जिस वस्तु के परमाणु कुछइलैक्ट्रॉन्सत्याग देते हैं, वह वस्तु धनावेशित (positively charged) कहलाती है। इसी प्रकार, जिस वस्तु के परमाणु कुछ इलैक्ट्रॉन्स ग्रहण कर लेते हैं वह वस्तु ऋणाव...

1 एम्पियर को परिभाषित कीजिये? » 1 Ampere Ko Paribhashit Kijiye

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। एंपियर जिसे एमपी भी कहा जाता है विद्युत धारा या विद्युत आवेश के मापने की एक इकाई है इसे एसआई की मूल इकाई एंपियर ही है विद्युत धारा की एवं इसका नाम एंड रीमैरी एंपियर के नाम पर ही एंपियर पड़ा

दो समान्तर धारावाही चालक तारों के मध्य चुम्बकीय बल या एम्पियर का नियम

जब एक धारावाही चालक तार में विद्युत धारा प्रवाहित करते है तो इसके चारों ओर एक चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न होता है। जब दो धारावाही चालकों को एक दूसरे के निकट रखा जाता है तथा इनमे विद्युत धारा प्रवाहित करते है तो ये एक दूसरे पर अपने चारों तरफ उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र के कारण बल आरोपित करते है। यहाँ हम इसकी गणना करेंगे की ये समीपवर्ती रखे दो समान्तर धारावाही चालक तार एक दूसरे पर कितना बल लगाते है तथा इनके मध्य में कितना बल कार्य करता है। माना दो तार A तथा B परस्पर एक दूसरे के समान्तर में d दूरी पर स्थित है , जब दोनों तारों में विद्युत धारा क्रमशः I 1& I 2 प्रवाहित की जाती है तथा दोनों धाराएँ एक ही दिशा में बह रही है तो दोनों तारो के मध्य आकर्षण बल लगता है। जैसा चित्र A में दिखाया गया है। जब दोनों तारों में विद्युत धारा क्रमशः I 1& I 2 प्रवाहित धाराएँ एक दूसरे के विपरीत दिशा में बह रही है तो दोनों के मध्य प्रतिकर्षण बल कार्य करता है। तार A के कारण d दुरी पर स्थित B तार पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र B 1=μ 0I 1/2πd B 1 की दिशा चित्रानुसार कागज के तल के लंबवत अंदर की तरफ होगी। चूँकि तार B में I 2 धारा प्रवाहित हो रही है , तार की लम्बाई l है तथा यह तार A के द्वारा उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र में स्थित है अतः B पर लगने वाला बल ठीक इसी प्रकार तार B में प्रवाहित धारा I 2 है अतः चालक B के कारण d दूरी पर स्थित तार A पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र B 2 =μ 0I 2 /2πd B2 की दिशा चित्रानुसार कागज के तल के लंबवत बाहर की तरफ होगी। ठीक इसी प्रकार धारावाही चालक तार B के कारण चालक A पर उत्पन्न चुम्ब्कीय बल नोट : चूँकि यहाँबायो सावर्ट का नियम तथा लॉरेन्ज बल दोनों का प्रयोग हुआ है अतः एम्पियर ने दोनों को मिला...