15 अगस्त और 26 जनवरी में अंतर

  1. 3 differences things between 26 january and 15 august flag hoisting and unfurling
  2. 15 अगस्त और 26 जनवरी में क्या अंतर है, जानिए पूरी जानकरी
  3. 15 अगस्त और 26 जनवरी में क्या है अंतर जानते हैं झंडा फहराने का तरीका भी है अलग
  4. Independence Day: जानिए 15 अगस्त और 26 जनवरी को झंडा फहराने में क्या है अंतर?
  5. 26 जनवरी को झंडा फहराने और 15 अगस्त को ध्वजारोहण में हैं ये अंतर, जानें..
  6. 15 अगस्त और 26 जनवरी को झंडा फहराने में हैं ये अंतर, जानें


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जानिए

नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। 73वें स्वतंत्रता दिवस समरोह की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से तिरंगा लहराकर उसे नमन करेंगे। इसके साथ ही समारोह की शुरूआत होगी। प्रत्येक साल स्वतंत्रता दिवस इसी तरह से लाल किले पर मनाया जाता है। वहीं गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) के मौके पर राजपथ पर राष्ट्रपति तिरंगा फहराकर उसे नमन करते हैं। क्या आप जानते हैं दोनों राष्ट्रीय समारोह के स्थल अलग-अलग क्यों हैं? दोनों दिवस पर झंडा फहराने में क्या अंतर है? किसी भी देश का राष्ट्रध्वज उसकी पहचान होता है। उसकी शान बरकरार रखने के लिए सैनिक ही नहीं आम जनता भी हर वक्त बलिदान देने को तैयार रहती है। भारत की आजादी और इसकी अखंड को बरकरार रखने के लिए बहुत से लोगों ने बलिदान देकर इसे तिरंगे का सम्मान बरकरार रखा। ऐसे में हमें भी इसके बारे में सारी जानकारी होना आवश्यक है। ध्वजारोहण और ध्वज फहराना 15 अगस्त के दिन देश को आजादी मिली थी। इसी दिन ब्रिटिश झंडे को उतारकर भारतीय ध्वज को ऊपर चढ़ाया गया और फहराया गया था। झंडे को नीचे से ऊपर ले जाकर फहराने की इस प्रक्रिया को ध्वजारोहण (Flag Hoisting) कहते हैं। इसलिए 15 अगस्त को ध्वजारोहण किया जाता है। वहीं 26 जनवरी को हमारा संविधान लागू हुआ था। इसलिए उस दिन पहले से ऊपर बंधे झंडे को केवल फहराया (Flag Unfurling) जाता है। प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति 15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करते हैं। वहीं 26 जनवरी को राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि प्रधानमंत्री देश के राजनीतिक प्रमुख होते हैं, जबकि राष्ट्रपति संवैधानिक प्रमुख होते हैं। 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ था, इसलिए गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति...

3 differences things between 26 january and 15 august flag hoisting and unfurling

हम हर साल 15 अगस्त और 26 जनवरी के दिन झंडा फहराते है, लेकिन 15 अगस्त और 26 जनवरी यानी इन दोनों दिन में झंडा फहराने में कुछ फर्क होता है। आइए जानते हैं ऐसे ही 3 बड़े फर्क... पहला अंतर 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झंडे को नीचे से रस्सी द्वारा खींच कर ऊपर ले जाया जाता है, फिर खोल कर फहराया जाता है, जिसे *ध्वजारोहण कहा जाता है क्योंकि यह 15 अगस्त 1947 की ऐतिहासिक घटना को सम्मान देने हेतु किया जाता है जब प्रधानमंत्री जी ने ऐसा किया था। संविधान में इसे अंग्रेजी में Flag Hoisting (ध्वजारोहण) कहा जाता है। जबकि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंडा ऊपर ही बंधा रहता है, जिसे खोल कर फहराया जाता है, संविधान में इसे Flag Unfurling (झंडा फहराना) कहा जाता है। --–---------------------------------- दूसरा अंतर 15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री जो कि केंद्र सरकार के प्रमुख होते हैं वो ध्वजारोहण करते हैं, क्योंकि स्वतंत्रता के दिन भारत का संविधान लागू नहीं हुआ था और राष्ट्रपति जो कि राष्ट्र के संवैधानिक प्रमुख होते है, उन्होंने पदभार ग्रहण नहीं किया था। इस दिन शाम को राष्ट्रपति अपना सन्देश राष्ट्र के नाम देते हैं। जबकि 26 जनवरी जो कि देश में संविधान लागू होने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, इस दिन संवैधानिक प्रमुख राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं -----------------------–-------------- तीसरा अंतर स्वतंत्रता दिवस के दिन लाल किले से ध्वजारोहण किया जाता है। जबकि गणतंत्र दिवस के दिन राजपथ पर झंडा फहराया जाता है।

15 अगस्त और 26 जनवरी में क्या अंतर है, जानिए पूरी जानकरी

प्रत्येक भारतीय के लिए दो सबसे महत्वपूर्ण दिन गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस हैं, जो क्रमशः 26 जनवरी और 15 अगस्त को मनाया जाता है। भारत इस साल अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। यहां जानें कि स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस में क्या अंतर है। भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ, जिसे देश भर में “आजादी का अमृत महोत्सव” के रूप में मनाया जा रहा है। 1.4. झंडा फहराने के नियम 15 अगस्त और 26 जनवरी में क्या अंतर है? प्रत्येक भारतीय के लिए, गणतंत्र दिवस, जो 26 जनवरी को मनाया जाता है, और स्वतंत्रता दिवस, जो 15 अगस्त को मनाया जाता है, दो सबसे महत्वपूर्ण अवकाश हैं। भारत ने 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता प्राप्त की, लेकिन 1950 तक यह एक गणतंत्र नहीं था, जब देश के संविधान को अंततः अपनाया गया और इसे औपचारिक रूप से एक गणतंत्र घोषित किया गया। यह दोनों के बीच मुख्य अंतर है। उत्सव तिथियां 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। महत्व स्वतंत्रता दिवस उन स्वतंत्रता योद्धाओं की बहादुरी और भावना का सम्मान करता है जिन्होंने ब्रिटिश शासन से देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। इस दिन को पूरे देश में गर्व और सम्मान के साथ मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस पर भारत गणराज्य को सम्मानित किया जाता है। यह दिन गणतंत्र द्वारा की गई राष्ट्र की उपलब्धियों का सम्मान करता है। यह देश के रखरखाव के लिए सरकार द्वारा किए गए योगदान का भी सम्मान करता है। भारत का संविधान दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान है। इसमें एक बार 395 लेख 22 खंडों और 8 अनुसूचियों में विभाजित थे। भारतीय संविधान के अनुसार, “भारत एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य है जो अपने नागरिकों को न्याय, समानता और स्वतंत्रता...

15 अगस्त और 26 जनवरी में क्या है अंतर जानते हैं झंडा फहराने का तरीका भी है अलग

15 अगस्त और 26 जनवरी में क्या है अंतर, जानते हैं झंडा फहराने का तरीका भी है अलग-अलग 15 अगस्त को होनेवाले स्वतंत्रता दिवस और 26 जनवरी को हाेनेवाले गणतंत्र दिवस को लेकर कई लोगों में काफी कंफ्यूजन रहता है। दोनों राष्ट्रीय पर्व में झंडा फहराने के नियम भी अलग-अलग हैं। लेकिन अधिकतर लोगों को इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। जागरण संवाददाता, जमशेदपुर । 15 अगस्त को होनेवाले स्वतंत्रता दिवस और 26 जनवरी को हाेनेवाले गणतंत्र दिवस को लेकर कई लोगों में काफी कंफ्यूजन रहता है। दोनों राष्ट्रीय पर्व में झंडा फहराने के नियम भी अलग-अलग हैं। लेकिन अधिकतर लोगों को इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। ऐसे में हम आपको बताते हैं कि दोनों दिवस में क्या अंतर है और इसमें झंड फहराने का तरीका किस तरह का है। 15 अगस्त और 26 जनवरी को राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है लेकिन दोनों अवसरों पर झंडा फहराने के नियम भी अलग-अलग हैं। स्वतंत्रता दिवस पर झंडे को नीचे से रस्सी खींचकर पहले ऊपर लाया जाता है फिर उसे खोलकर फहराया जाता है। इसे ध्वजारोहण किया जाता है । जबकि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंडा ऊपर ही बंधा रहता है और उसे खोलकर फहराया जाता है। 15 अगस्त व 26 जनवरी के आयोजनों में ये भी है अंतर देशवासियों को मालूम ही होगा कि 15 अगस्त व 26 जनवरी को होनेवाला मुख्य कार्यक्रम हमारे देश की राजधानी दिल्ली में आयोजित होता है जहां मुख्य कार्यक्रम का आयोजन होता है। दोनों कार्यक्रमों में ये है अंतर • स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण लाल किले से किया जाता है जबकि 26 जनवरी को झंडा राजपथ पर फहराया जाता है। • स्वतंत्रता दिवस पर देश के प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करते हैं जबकि 26 जनवरी को राष्ट्रपति ध्वज फहराते हैं। • गणतंत्र दिवस क...

Independence Day: जानिए 15 अगस्त और 26 जनवरी को झंडा फहराने में क्या है अंतर?

नई दिल्ली। इस समय पूरा भारत जश्न-ए-आजादी में जुटा हुआ है,कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक 15 अगस्त के दिन को शानदार बनाने की तैयारियां चल रही है, देश के राष्ट्रीय पर्व पर तिंरगा फहराने का रिवाज है और संविधान के मुताबिक देश में कोई भी व्यक्ति कभी भी, कहीं भी राष्ट्रीय ध्वज बिना किसी दबाव केफहरा सकता है लेकिन 15 अगस्त और 26 जनवरी को झंडा फहराने में कुछ फर्क होता है। Independce Day , Republic Day पर Flag Hoisting के हैं अलग-अलग तरीके | वनइंडिया हिंदी स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर झंडा फहराने में क्या है अंतर 15 अगस्त के दिन राष्ट्रीय ध्वज को नीचे से रस्सी द्वारा खींच कर ऊपर ले जाया जाता है, फिर खोल कर फहराया जाता है, जिसे 'ध्वजारोहण' कहते हैं, जिसके लिए अंग्रेजी में अंग्रेजी में Flag Hoisting शब्द प्रयोग किया जाता है, जबकि 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंडा ऊपर ही बंधा रहता है, जिसे खोल कर फहराया जाता है, जिसे 'झंडा फहराना' कहते हैं, जिसके लिए Flag Unfurling शब्द प्रयोग होता है। यह पढ़ें: देश के इन दो PM को नहीं मिला लालकिले पर तिरंगा फहराने का सौभाग्य... स्वतंत्रता दिवस पर पीएम करते हैं ध्वजारोहण स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) के दिन मुख्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री शामिल होते हैं, वो लालकिले पर ध्वजारोहण करते हैं। जबकि गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) के दिन राष्ट्रपति मुख्य कार्यक्रम में शामिल होते हैं, 26 जनवरी जो कि देश में संविधान लागू होने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, इस दिन संवैधानिक प्रमुख राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं, जबकि प्रधानमंत्री देश के राजनीतिक प्रमुख होते हैं।

26 जनवरी को झंडा फहराने और 15 अगस्त को ध्वजारोहण में हैं ये अंतर, जानें..

आज देश 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। आज ही के दिन 1950 में भारत का संविधान लागू हुआ था। जब देश को सन् 1950 में 26 जनवरी को संविधान मिला, इसके बाद ही भारत एक लोकतांत्रिक और गणतंत्र देश घोषित हुआ। इस दिन भारत के प्रथम राष्‍ट्रपति डॉ. राजेन्‍द्र प्रसाद ने 21 तोपों की सलामी के बाद देश को उसका संविधान सौंपा था। तब से हर साल ये दिन लोगों के लिए बेहद गौरवमयी होता है जिसे देशवासी हर्षोल्लास से मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) को झंडा फहराने और स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) पर ध्वजारोहण में जानिये अंतर: 15 अगस्त के दिन देश को आजादी मिली थी। इसी दिन ब्रिटिश झंडे को उतारकर भारतीय ध्वज को ऊपर चढ़ाया गया और फहराया गया था। झंडे को नीचे से ऊपर ले जाकर फहराने की इस प्रक्रिया को ध्वजारोहण (Flag Hoisting) कहते हैं। इसलिए 15 अगस्त को ध्वजारोहण किया जाता है। यानि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झंडे को नीचे से रस्सी द्वारा खींचकर ऊपर ले जाया जाता है, फिर खोलकर फहराया जाता है। वहीं 26 जनवरी को हमारा संविधान लागू हुआ था। इसलिए उस दिन पहले से ऊपर बंधे झंडे को केवल फहराया (Flag Unfurling) जाता है। यानि गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंडा ऊपर ही बंधा रहता है, जिसे खोलकर फहराया जाता है। प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति 15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री जो कि केंद्र सरकार के प्रमुख होते हैं, वे ध्वजारोहण करते हैं क्योंकि स्वतंत्रता के दिन भारत का संविधान लागू नहीं हुआ था और राष्ट्रपति जो कि राष्ट्र के संवैधानिक प्रमुख होते हैं, उन्होंने पदभार ग्रहण नहीं किया था। इस दिन शाम को राष्ट्रपति अपना संदेश राष्ट्र के नाम देते हैं। जबकि 26 जनवरी जो कि देश में संविधान लागू होने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, इस दिन संवैधानिक प्रम...

15 अगस्त और 26 जनवरी को झंडा फहराने में हैं ये अंतर, जानें

15 अगस्त और 26 जनवरी को झंडा फहराने में हैं ये अंतर, जानें:- भारत में हर साल पूरे जोश और धूम धाम से 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है दिल्ली के राजपथ पर होने वाला परेड (Republic Day parade) गणतंत्र दिवस का मुख्य आकर्षण राज्यों की झांकियां होती हैं इस दिन को देशभर में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है हर वर्ष गणतंत्र दिवस के पर्व पर राजपथ पर राष्ट्रपति तिरंगा फहराते हैं वहीं हर साल स्वतंत्रता दिवस इसी तरह लाल किले पर मनाया जाता है दोनों राष्ट्रीय दिवस पर झंडा फहराने में क्या अंतर है? • राष्ट्रीय ध्वज (तिरंगा ) हमारे देश की शान और गौरव का प्रतीक है • हर 15 अगस्त और 26 जनवरी को झंडा फहराया जाता है • अधिकतर लोग 15 अगस्त और 26 जनवरी को झंडा फहराने में अंतर नहीं समझ पाते हैं तो आईये जानते है झंडा फहराना व ध्वजारोहण में अंतर ( 15 अगस्त और 26 जनवरी को झंडा फहराने में हैं ये अंतर) 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस वाले दिन राष्ट्रीय ध्वज को ऊपर खींचा जाता है और उसके बाद फहराया जाता है. जिस दिन भारत आजाद हुआ था उस दिन ब्रिटिश सर्कार ने अपना झंडा उतारकर भारत के तिरंगे को ऊपर चढ़ाया था, इसलिए हर वर्ष 15 अगस्त को तिरंगा ऊपर खींचा जाता है. फिर उसके बाद फहराया जाता है. इस पूरे तरीके को ध्वजारोहण (Flag Hoisting) कहते हैं. वहीं, गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज ऊपर बंधा रहता है. उसे केवल फहराया जाता है. यही कारण है की उसे ध्वजारोहण नहीं बल्कि झंडा फहराना (Flag Unfurling) कहते हैं. • गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया जाता है, जिसमें देश के राष्ट्रपति तिरंगा फहराकर उसे नमन करते हैं • वहीं, 15 अगस्त को आयोजित होने वाले मुख्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करते है राष्ट्रप...