2022 में दीपावली कब है

  1. Diwali 2022: 24 या 25 इस बार कब मनाई जाएगी दीपावली ? जानें
  2. Diwali 2022: दिवाली कब है, जानें कब कब पड़ेंगे इससे जुड़े पांच महापर्व
  3. दीपावली कब है , 2022 में दीपावली कब है ।
  4. हम दीपावली क्‍यों मनाते हैं?
  5. दीपावली पर सूर्य ग्रहण का साया, दिवाली कब मनाएं 24 या 25 अक्टूबर 2022 को


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Diwali 2022: 24 या 25 इस बार कब मनाई जाएगी दीपावली ? जानें

Diwali Date 2022 In India: दिवाली (दीपावली) हिंदू धर्म में सबसे बड़ा और खास त्योहार है। इस दिन हर कोई अपने परिवार के सदस्यों के साथ इस त्योहार को मनाने की कोशिश करता है। इसलिए ट्रेनों, बसों आदि के लिए रिजर्वेशन कराने के लिए आप पहले से जानना चाहेंगे कि दिवाली का त्योहार कब है। परंपरा के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को जानिए कब है दिवाली इस बार अमावस्या तिथि 24 अक्टूबर और 25 अक्टूबर को है। लेकिन, 25 तारीख को अमावस्या तिथि प्रदोष काल से पहले समाप्त हो रही है और 24 अक्टूबर को अमावस्या तिथि प्रदोष काल में मौजूद रहेगी। निर्धारित अवधि में भी अमावस्या तिथि उसी दिन रहेगी। इसलिए 24 अक्टूबर को पूरे देश में दीपावली का पर्व विश्वभर में मनाया जाएगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार संजोग ऐसा हो गया है कि नरक चतुर्दशी, जिसे छोटी लक्ष्मी पूजन की विधि (Diwali 2022 Lakshmi Pujan) दीपावली के शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है। शास्त्रों के अनुसार दिए गए मुहूर्त में लक्ष्मी जी की पूजा करना शुभ माना जाता है। इस दिन स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनकर पूरी श्रद्धा से पूजा-अर्चना करें। पूजा के बाद लक्ष्मी जी की आरती और मंत्रों का जाप करना चाहिए। इस दिन दान का विशेष महत्व भी बताया गया है।

Diwali 2022: दिवाली कब है, जानें कब कब पड़ेंगे इससे जुड़े पांच महापर्व

Diwali 2022 kab hai: सुख-समृद्धि और सौभाग्य से जुड़ा दीपों के महापर्व दीपावली का इंतजार न सिर्फ हिंदू बल्कि सिख, बौद्ध और जैन धर्म से जुड़े लोगों को पूरे साल बना रहता है. कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की त्रयोदशी से लेकर कार्तिक मास के शुक्लपक्ष की द्वितीया तक मनाए जाने वाले दीपवाली महापर्व में धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज समेत कुल पांच त्योहार आते हैं. दीपों को उत्सव कहलाने वाले जिस दीपावली महापर्व को अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक माना जाता है, उससे जुड़े 05 पावन पर्व कब-कब मनाए जाएंगे और क्या है उनकी पूजा का धार्मिक महत्व, आइए इसे जाने माने-ज्योतिषविद् एवं कर्मकांड के जानकार पं. राम गणेश मिश्र से विस्तार से जानते हैं. धनतेरस कब है दीपावली महापर्व की शुरुआत धनतेरस से होती है, जो कि इस साल 23 अक्टूबर 2022 को मनाया जाएगा. धनतेरस पर्व धन के देवता कुबेर, माता लक्ष्मी और आरोग्य के देवता माने जाने वाले भगवान धनवंतिर की पूजा का बहुत ज्यादा महत्व है. मान्यता है कि धनतेरस पर विधि-विधान से पूजा करने पर व्यक्ति को धन-धान्य के साथ अच्छी सेहत का भी वरदान मिलता है. इसी दिन भगवान शिव की कृपा बरसाने वालाा प्रदोष व्रत भी पड़ेगा. करवा चौथ पर छलनी से आखिर क्यों देखा जाता है चांद, जानें इससे जुड़ा राज नरक चतुर्दशी कब है दीपावली महापर्व के दूसरे दिन को हनुमान जयंती, रूप चौदस, नरक चौदस और छोटी दिवाली के रूप में मनाया जाता है. नरक चतुर्दशी का यह पर्व इस साल 24 अक्टूबर 2022 को मनाया जाएगा. नरक चतुर्दशी के दिन नरक से जड़े दोष से मुक्ति पाने के लिए शाम के समय घर के बाहर विशेष रूप से दीया जलाया जाता है. मान्यता है कि संकटमोचन हनुमान जी का जन्म भी नरक चतुर्दशी के दिन ही हुआ...

दीपावली कब है , 2022 में दीपावली कब है ।

दीपावली कब है , 2022 में दीपावली कब है। दीपावली 2022 में 24 अक्टूबर दिन सोमवार को है। धनतेरस 2022 में 23 अक्टूबर दिन रविवार को है। नरक चतुर्दशी 2022 में 24 अक्टूबर दिन सोमवार को है। भाई दूज 2022 में 26 अक्टूबर दिन बुधवार को है। दीपावली दीपावलीभारत का एक प्रमुख पर्व है जो की भारत वासी सनातन काल से ही मानते चले आ रहे है क्योंकि इस दिन श्री राम ने 14 वर्ष का वनवास पूरा करके और रावण का वध करके अपने राज्य अयोध्या अपने भाई लश्मण और अपनी पत्नी सीता को ले कर पुनः लौटे थे इसी खुशी में अयोध्या वासियों ने भी उनके स्वागत में घी के दीपक जलाए थे और तभी से हम हर वर्ष दीपावलीकार्तिक मास की अमावस्या को मनाते चले आ रहे है। दीपावलीके दिन लोग अपने घर, दुकान ,खेत जैसे कई सारे जगहों पर दीए जलाते हैं क्योंकि इस दिन सत्य की असत्य पर विजय प्राप्त हुई थीं। इस दिन लोग गणेश और लक्ष्मी जी की पूजा करते है कहा जाता है कि दीपावलीके दिन दीपक जलाने से हमारे आस पास से नकारात्मक ऊर्जाएं समाप्त हो जाती है। दीपावलीके बारे में हर धर्म की अलग अलग मान्यताएं हैं, दीपावली चार धर्म के लोगो द्वारा मनाया जाता है हिंदू, जैन्स, सिख, और कुछ बुद्ध धर्म को मानने वाले लोग द्वारा। दीपावलीभरता में मनाए जाने वाला सबसे लंबे त्योहार में से एक है क्योंकि ये पांच दिनो का त्योहार है जिसमे धनतेरस, छोटी दिवाली, नरक चतुर्दशी, और भाई दूज भी सामिल है। इस पांच दिनो के लंबे त्योहार को मनाने के लिए लोग अपने घरों, दुकानों की साफ सफाई एक हफ्ते पहले से ही शुरू कर देते हैं और सभी लाइट लगा कर अपने घरों दुकानों को सजा देते है। दीपावलीमनाने और घर के कामों में हाथ बटाने के लिए लोग अपने काम से छट्टी मिल जाने के बाद अपने घर एक हफ्ते पहले ही आने की क...

हम दीपावली क्‍यों मनाते हैं?

हमने बचपन से सुना है की दिवाली एक दीपों का त्यौहार है। दिवाली वाले दिन हम अपने पूरे घर में दीप जलाते हैं और अपने फैमिली या फिर फ्रेंड के साथ इस त्यौहार को मिलकर सेलिब्रेट करते हैं। लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि दिपावली क्यों मनाते हैं और दीवाली को सेलिब्रेट करने के भी कुछ बड़े कारण और पौराणिक कहानियां क्या हैं । यदि आप इन बातों से अनजान हैं, तो कोई बात नहीं यह पोस्ट आपके लिए ही लिखा गया है। अगर आप भी दिवाली पर निबंध इन हिंदी के तलाश में है, तो इस लेख को लास्ट तक पढ़े। आज की इस लेख में हम आपको दिवाली क्यों मनाया जाती है जैसे सवालों के बारे में 2022 में दिवाली कब है , Diwali 2022 date,Laxmi Pooja 2022 Muhurt. इस लेख को अंत तक पढ़ने के बाद आप एक बात तो अच्छे से समझ जाएंगे कि भले ही आप किसी भी धर्म के हो लेकिन आपको दिवाली क्यों मनानी चाहिए ये अवश्य समझ जाएंगे। जानकारी में आज • • • • • दिवाली से जुड़ी कुछ पुरानी कथाएं :- • माता लक्ष्मी की जन्म दिवाली वाले दिन ही हुआ था ! जैसा कि हम जानते हैं कि माता लक्ष्मी जो की धन की देवी मानी जाती हैं और शास्त्रों और हिंदू धर्म के मुताबिक यह व्याख्या किया जाता है कि जब समुद्र मंथन हो रहा था उस समय कार्तिक मास की अमावस्या के दिन समुद्र मंथन करते वक्त ही धन की देवी मां लक्ष्मी जी जन्म हुआ था। यही वजह है की हम लोग मां लक्ष्मी जी की पूजा करके उनके जन्मदिवस को सेलिब्रेट करते हैं। • मां लक्ष्मी जी को विष्णु भगवान ने बचाया ! दिवाली से जुड़ी कुछ पुरानी कहानियों में से एक इसको भी माना जाता है। हमारे बड़े बूढ़े हमे बताते है और कई हिंदू कथाओं में भी यह दर्शाया गया है कि विष्णु भगवान ने अपना पांचवा अवतार वामन अवतार लिया था। हिंदू कथाओं की बात करें, तो य...

दीपावली पर सूर्य ग्रहण का साया, दिवाली कब मनाएं 24 या 25 अक्टूबर 2022 को

When is Diwali 2022: हिन्दू पंचांग के अनुसार दीपावली प्रतिवर्ष कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाते हैं। यह अमावस्या तिथि उदयातिथि के अनुसार 25 अक्टूबर 2022 मंगलवार को है। इसी दिन सूर्य ग्रहण भी है। सूर्य ग्रहण के समय किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य और पूजा पाठ नहीं करते हैं। ग्रहण काल के दौरान मंदिर मंदिर रहते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि दीपावली का पर्व कब मनाएं? कब से कब तक मनाई जाएगी दीपावली | Kab se kab tak manaya jayega Diwali Parv: दरअसल 24 अक्टूबर को चतुर्दशी तिथि शाम 05 बजकर 27 मिनट तक रहेगी इसके बाद अमास्या प्रारंभ हो जाएगी, जो अगले दिन 25 अक्टूबर को 04 बजकर 18 मिनट तक रहेगी। ऐसे में 24 अक्टूबर को पूरी रात दीपावली का पर्व मना सकते हैं। दीपावली की पूजा अमावस्या तिथि की रात में ही होती है। 25 अक्टूबर की रात को यह तिथि नहीं रहेगी। यानी 24 अक्टूबर को शाम 05 बजकर 27 मिनट से दीपावली का पर्व सूर्य ग्रहण के पहले तक मनाया जा सकता है। How many shravan somvar in 2023 : आषाढ़ माह से वर्षा ऋ‍तु प्रारंभ हो जाती है। इसके बाद श्रावण माह आता है जिसमें भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। वैसे तो पूरे माह की व्रत रखते हैं परंतु इस माह में सोमवार के दिन व्रत रखने का खास महत्व होता है। आओ जानते हैं कि श्रावण मास कब से हो रहा है प्रारंभ, कितने सोमवार रहेंगे इस माह में? Pandharpur mela 2023 : प्रत्येक वर्ष देवशयनी एकादशी के मौके पर पंढरपुर में लाखों लोग भगवान विट्ठल और रुक्मणि की महापूजा देखने के लिए एकत्रित होते हैं। यहां पर एक भव्य मेला भी लगता है। पंढरपुर नामक जगह महाराष्ट्र में है जहां भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित मंदिर है। यहां श्रीकृष्ण को विठोबा कहते हैं। यह हिन्दू मंदि...