2022 में होली कब है

  1. Holi 2022 Date Calendar When Is Holi 2022 Holika Dahan Date Time In India
  2. 2022 में होली कब है New Delhi, India में
  3. होली कितने तारीख को है 2022, 2023, 2024, 2025
  4. होली कब है? जानिए Holi 2022) शुभ संयोग और खास बातें
  5. Holi 2022: कब मनाएं होली 18 या 19 मार्च को? यहां जानें सही तारीख और होलिका दहन मुहूर्त
  6. holi 2022 when is holi on 18th or 19th march know correctdate and auspicious time of holika dahan tvi
  7. Holi 2022 : कब है होली, जानिए होलिका दहन का शुभ मुहूर्त , महत्व और पौराणिक कथा
  8. होली 2022: जानिए होली कब है, होलिका दहन शुभ मुहूर्त तथा पूजा के बारे में


Download: 2022 में होली कब है
Size: 61.40 MB

Holi 2022 Date Calendar When Is Holi 2022 Holika Dahan Date Time In India

Holi 2022 Date: हिंदू पंचाग के अनुसार होली का त्योहार फाल्गुन मास की पूर्णिमा (Fagun Month Purnima 2022) तिथि को मनाया जाता है. नए साल की शुरुआत होते ही लोग सालभर में आने वाले त्योहारों के बारे में जानना चाहते हैं. साल का सबसे बड़ा पहला त्योहार होली पड़ता है. बता दें कि साल 2022 में होली (Holi 2022) का त्योहार 18 मार्च के दिन पड़ रही है. वहीं, होलिका दहन 17 मार्च (Holika Dahan 17th March) को किया जाएगा, जिसे लोग छोटी होली के नाम से भी जानते हैं. 2022 में कब मनाई जाएगी होली? (When Is Holi In 2022) मान्यता है कि होलिका की आग में अपने अहंकार और बुराई को भी भस्म किया जाता है. इस बार होलिका दहन (Holika Dahan 2022) 17 मार्च को किया जाएगा और रंगों की होली एक दिन बाद 18 मार्च को खेली जाएगी. होली की पौराणिक कथा के अनुसार भद्रा काल में होलिका दहन को अशुभ माना जाता है. वहीं, ये भी मान्यता है कि होलिका दहन फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि में ही होना चाहिए. होलिका दहन का मुहूर्त इस बार रात 9 बजकर 03 मिनट से रात 10 बजे 13 मिनट तक रहेगा. पूर्णिमा तिथि 17 मार्च को दिन में 1 बजकर 29 बजे शुरू होगी और पूर्णिमा तिथि का समापन 18 मार्च दिन में 12 बजकर 46 मिनट पर होगा. ये भी पढ़ेंः होली की पौराणिक कथा (Holi Story) पौराणिक कथा के अनुसार प्राचीन काल में हिरण्यकश्यप नाम का एक असुर राजा था. उसने घमंड में चूर होकर खुद के ईश्वर होने का दावा किया था. इतना ही नहीं, हिरण्यकश्यप ने राज्य में ईश्वर के नाम लेने पर ही पाबंदी लगा दी थी. लेकिन हिरण्यकश्यप का पुत्र प्रह्लाद ईश्वर भक्त था. वहीं, हिरण्यकश्यप की बहन होलिका को आग में भस्म न होने का वरदान मिला हुआ था. एक बार हिरण्यकश्यप ने होलिका को आदेश दिया कि प्रह्ल...

2022 में होली कब है New Delhi, India में

आइए जानते हैं कि 2022 में होली कब है व होली 2022 की तारीख व मुहूर्त। हिन्दू पंचांग के अनुसार होली का पर्व चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को मनाया जाता है। यदि प्रतिपदा दो दिन पड़ रही हो तो पहले दिन को ही धुलण्डी (वसन्तोत्सव या होली) के तौर पर मनाया जाता है। इस त्योहार को बसंत ऋतु के आगमन का स्वागत करने के लिए मनाते हैं। बसंत ऋतु में प्रकृति में फैली रंगों की छटा को ही रंगों से खेलकर वसंत उत्सव होली के रूप में दर्शाया जाता है। विशेषतः हरियाणा में इस पर्व को धुलंडी भी कहा जाता है। होली का इतिहास होली का वर्णन बहुत पहले से हमें देखने को मिलता है। प्राचीन विजयनगर साम्राज्य की राजधानी हम्पी में १६वीं शताब्दी का चित्र मिला है जिसमें होली के पर्व को उकेरा गया है। ऐसे ही विंध्य पर्वतों के निकट स्थित रामगढ़ में मिले एक ईसा से ३०० वर्ष पुराने अभिलेख में भी इसका उल्लेख मिलता है। होली से जुड़ी पौराणिक कथाएँ होली से जुड़ी अनेक कथाएँ इतिहास-पुराण में पायी जाती हैं; जैसे हिरण्यकश्यप-प्रह्लाद की जनश्रुति, राधा-कृष्ण की लीलाएँ और राक्षसी धुण्डी की कथा आदि। रंगवाली होली से एक दिन पहले रंगवाली होली को राधा-कृष्ण के पावन प्रेम की याद में भी मनाया जाता है। कथानक के अनुसार एक बार बाल-गोपाल ने माता यशोदा से पूछा कि वे स्वयं राधा की तरह गोरे क्यों नहीं हैं। यशोदा ने मज़ाक़ में उनसे कहा कि राधा के चेहरे पर रंग मलने से राधाजी का रंग भी कन्हैया की ही तरह हो जाएगा। इसके बाद कान्हा ने राधा और गोपियों के साथ रंगों से होली खेली और तब से यह पर्व रंगों के त्योहार के रूप में मनाया जा रहा है। यह भी कहा जाता है कि भगवान शिव के श्राप के कारण धुण्डी नामक राक्षसी को पृथु के लोगों ने इस दिन भगा दिया था, जिसकी या...

होली कितने तारीख को है 2022, 2023, 2024, 2025

2022 में होली 18 मार्च दिन शुक्रवार को है। इससे एक दिन पूर्व 17 मार्च को होलिका दहन होगा। रंगों का त्यौहार होली (Holi) फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। फाल्गुन माह में मनाए जाने के कारण इसे फाल्गुनी भी कहते हैं। पहले दिन को होलिका जलायी जाती है, जिसे होलिका दहन भी कहते हैं। दूसरे दिन धुलेंडी या धूलिवंदन में लोग एक दूसरे पर रंग, अबीर-गुलाल इत्यादि फेंकते हैं, ढोल बजा कर होली के गीत गाये जाते हैं और घर-घर जा कर लोगों को रंग लगाया जाता है। वही, फाल्गुन कृष्ण अष्टमी से होलाष्टक की शुरुआत हो जाएगी। होलाष्टक आठ दिनों को होता है। होलिका दहन भद्रा के बाद ही करना शुभ है। ऐसा माना जाता है कि भद्रा में होलिका दहन नहीं किया जाता है। होलिका दहन कब है? होलिका दहन मार्च 17, 2022, बृहस्पतिवार होलिका दहन मार्च 7, 2023, मंगलवार होलिका दहन मार्च 24, 2024, रविवार होलिका दहन मार्च 13, 2025, बृहस्पतिवार होलिका दहन मार्च 3, 2026, मंगलवार होलिका दहन मार्च 21, 2027, रविवार होलिका दहन मार्च 10, 2028, शुक्रवार होलिका दहन फरवरी 28, 2029, बुधवार होलिका दहन मार्च 19, 2030, मंगलवार होलिका दहन मार्च 8, 2031, शनिवार होलिका दहन मार्च 26, 2032, शुक्रवार होली कब है? होली मार्च 18, 2022, शुक्रवार होली मार्च 8, 2023, बुधवार होली मार्च 25, 2024, सोमवार होली मार्च 14, 2025, शुक्रवार होली मार्च 4, 2026, बुधवार होली मार्च 22, 2027, सोमवार होली मार्च 11, 2028, शनिवार होली मार्च 1, 2029, बृहस्पतिवार होली मार्च 20, 2030, बुधवार होली मार्च 9, 2031, रविवार होली मार्च 27, 2032, शनिवार Tags : विश्वकर्मा जयंती 2023 में 17 सितंबर दिन रविवार को है। हर साल माघ महीने में भारत (Vishwakarma Jayanti in India) के उत्तर त...

होली कब है? जानिए Holi 2022) शुभ संयोग और खास बातें

रंगों का त्योहार होली (Holi 2022) हिन्दुओं का प्रमुख पर्व हैं। यह फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। होलिका दहन प्रदोष मुहूर्त में होता है। होली यानी धुलेंड़ी पर रंग खेलने से एक दिन पूर्व रात्रि में होलिका दहन (Holika Dahan) किया जाता है और अगले दिन रंग-बिरंगी रंगों से होली खेली जाती हैं। इस बार होली का पर्व खास शुभ संयोग में मनाया जाएगा। हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार भद्रा वाले मुहूर्त में होलिका दहन करना अनिष्टकारी माना जाता है, लेकिन भद्रा पूंछ में होलिका दहन किया जा सकता है। वैसे तो होली पर्व को लेकर कई कहानियां हैं। भक्त प्रहलाद सतयुग में हुए थे। लेकिन सबसे अधिक प्रसिद्ध है श्र‍ी नारायण भक्त प्रह्‍लाद की कहानी, जिसमें प्रहलाद के पिता हिरण्यकश्यप ने अपनी बहन होलिका की गोद में उसे बैठाकर अग्नि में जलाकर मारने का प्रयास किया था। होलिका को ब्रह्मा द्वारा वरदान था कि वह अग्नि से भी नहीं जलेगी परंतु वह जल गई और श्रीहरि विष्णु की कृपा से प्रहलाद बच गया। इसी घटना की याद में हर साल फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा के दिन होलिका दहन किया जाता है। Success in politics astrology : ऐसे भी कई लोग हैं जो सेना या पुलिस में नौकरी करना चाहते हैं। कई लोग हैं जो शासन-प्रशासन में काम करना चाहते हैं। हालांकि बहुत से लोग राजनीति में अपना भविष्य चमकाना चाहते हैं परंतु वे सफल नहीं हो पाते हैं। यदि आप भी राजनीति में सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहे हैं तो आपने मन में सवाल होगा कि ऐसा क्या करूं कि इस क्षेत्र में सफलता मिले तो जानिए कि कौन से वार को व्रत रखने से यह मनोकामना होगी पूर्ण। Mithun sankranti 2023 : 15 जून 2023 की शाम को 06:07 बजे सूर्यदेव मिथुन राशि में गोचर...

Holi 2022: कब मनाएं होली 18 या 19 मार्च को? यहां जानें सही तारीख और होलिका दहन मुहूर्त

Holi 2022: रंगों का त्योहार होली हर साल होलिका दहन के अगले दिन मनाई जाती है. पंचांग के आधार पर होलिका दहन फाल्गुन पूर्णिमा की रात करते हैं और चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को रंगवाली होली खेलते हैं. इस साल फाल्गुन पूर्णिमा की तिथि दोपहर से शुरु ​हो रही है, जिस वजह से होली की तारीखों को लेकर ​दुविधा की स्थिति बन गई है. होली 18 मार्च को है या 19 मार्च को? यह सवाल सबके मन में है. आइए जानते हैं कि इस साल होली किस दिन (Holi 2022 Date) है और होलिका दहन का मुहूर्त (Holika Dahan Muhurat) क्या है? यह भी पढ़ें: होलिका दहन मुहूर्त 2022 फाल्गुन पूर्णिमा तिथि: 17 मार्च, दोपहर 01:29 बजे से लेकर 18 मार्च, दोपहर 12:47 बजे तक होलिका दहन 17 मार्च दिन गुरुवार, मुहूर्त: देर रात 01:12 बजे से भद्रा पूंछ में होलिका दहन का समय: रात 09:06 बजे से 10:16 बजे के मध्य यह भी पढ़ें: होली 18 मार्च या 19 मार्च को होलिका दहन 17 मार्च को है. ऐसे में रंगवाली होली 18 मार्च को है. हालांकि 18 मार्च को चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि का प्रारंभ दोपहर 12 बजकर 47 मिनट से हो रहा है. अब प्रतिपदा तिथि 18 मार्च से लग रही है. ऐसे में आप 18 मार्च को होली मनाएं. हालांकि हिन्दू कैलेंडर में उदयाति​थि के आधार पर तिथि की गणना होती है, ऐसे में चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि 19 मार्च को मानी जाएगी और इसका समापन उसी दिन सुबह 11 बजकर 37 मिनट पर हो रहा है. इस आधार पर कई स्थानों पर 19 मार्च को होली मनाई जाएगी. दरअसल कई स्थानों पर चैत्र कृष्ण प्रतिपदा तिथि के शुरु होने की तारीख को आधार मानकर 18 मार्च को होली मनाई जाएगी और कई स्थानों पर उदयातिथि के आधार पर चैत्र कृष्ण प्रतिपदा तिथि के अनुसार 19 मार्च को होली ...

holi 2022 when is holi on 18th or 19th march know correctdate and auspicious time of holika dahan tvi

Holi 2022: 18 या 19 मार्च को कब है होली ? सही डेट और होलिका दहन का शुभ मुहूर्त जान लें इस बार होली की तारीख को लेकर लोग कंफ्यूज हो रहे हैं. वहीं पूर्णिमा वाले दिन भद्राकाल होने से होलिका दहन के शुभ समय को लेकर भी उलझन है. ऐसे में होलिका दहन के सही मुहूर्त के साथ यह जानना चाहते हैं कि होली कब है तो आगे पढ़ें. Holi 2022: होलिका दहन फाल्गुन मास (Phalguna Month) की पूर्णिमा तिथि (Purnima Tithi) को किया जाता है. होलिका दहन के दिन को कई जगहों पर छोटी होली के नाम से भी जाना जाता है. होलिका दहन केे अगले दिन होली का त्योहार मनाया जाता है, जिसमें रंग-अबीर की होली खेली जाती है. इस बार भद्राकाल के कारण होलिका दहन के शुभ समय को लेकर लोग संशय में हैं वहीं प्रतिपदा तिथि को लेकर होली की डेट में भी उलझन में हैं. आप भी इसी उलझन में हैं तो जान लें कि कब मनाई जाएगी होली और क्या है होलिका दहन का शुभ समय. इस बार पूर्णिमा तिथि दो दिन पड़ रही है, साथ ही पूर्णिमा तिथि पर भद्राकाल होने के कारण लोगों में होली और होलिका दहन को लेकर संशय की स्थिति है. हिंदू धर्म ग्रन्थों के अनुसार, होलिका दहन (Holika Dahan) पूर्णिमा तिथि में सूर्यास्त के बाद करना चाहिए. लेकिन यदि इस बीच भद्राकाल (Bhadra Kaal) हो, तो भद्राकाल में होलिका दहन नहीं करना चाहिए. इसके लिए भद्राकाल के समाप्त होने का इंतजार करना चाहिए. होलिका दहन के लिए भद्रामुक्त पूर्णिमा तिथि का होना बहुत जरूरी है. हिंदू शास्त्रों में भद्राकाल को अशुभ माना गया है. ऐसी मान्यता है कि भद्राकाल में किया गया कोई भी काम सफल नहीं होता और उसके अशुभ परिणाम मिलते हैं. • ज्योतिष के अनुसार पूर्णिमा तिथि 17 मार्च 2022 को दोपहर 01:29 बजे से शुरू होकर 18 मार्च दोपहर 12:52 म...

Holi 2022 : कब है होली, जानिए होलिका दहन का शुभ मुहूर्त , महत्व और पौराणिक कथा

होलिका दहन 2022 शुभ मुहूर्त और तिथि ( Holi 2022 Date And Holika Dahan Shubh Muhurat) होलिका दहन तिथि – 17 मार्च 2022 होलिका दहन शुभ मुहूर्त- 17 मार्च को रात 9 बजकर 20 मिनट से रात 10 बजकर 31 मिनट तक होलिका दहन की अवधि- करीब एक घंटा और 10 मिनट होली – 18 मार्च 2022 होलिका दहन विधि (Holika Dahan Vidhi) होलिका दहन का तैयारी कई दिनों पहले से होने लगती हैं। होलिका दहन वाले स्थान पर लकड़ियां, उपले और अन्य जलाने वाली चीजों को एकत्रित किया जाता है। इसके बाद होलिका दहन के शुभ मुहूर्त पर विधिवत रूप से पूजन करते हुए होलिका में आग लगाई जाती है। फिर होलिका की परिक्रमा करते हुए पूजा सामग्री को होलिका में डाला जाता है। होलिका दहन कितने बजे हैं 2022 में। 2022 में होलिका दहन 17 मार्च दिन गुरुवार को है होलिका दहन 2022 का शुभ मुहूर्त रात 9:20 55 सेकंड से शुरू होकर 10:31 9 सेकंड तक होलिका दहन किस समय रहेगी। होलिका दहन फागुन महीना की पूर्णिमा को मनाया जाता है। होलिका दहन कौन सी दिशा में है? होलिका दहन लो पर कई मनाता है। होलिका दहन करते समय लो पूर्व दिशा की ओर उठे तो रोजगार और स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है और होलिका दहन पश्चिम दिशा में उठे तो आर्थिक स्थिति में सुधार आ सकता है और अच्छा रहता है उत्तर की ओर जाए तो सुख शांति बनी रहती है और कोई चीज का टेंशन उतना नहीं रहता है वहीं दक्षिण की ओर जाए तो अच्छा नहीं माना जाता है हानि ही करता है। होली पर निबंध। होली एक ऐसा रंग रंग बिरंग पर्व है जिस हर धर्म के लोग पूरे उत्साह और मौज मस्ती के साथ मनाए जाते हैं प्यार भरे रंगों से सजा यह पर्व हर तरफ समुदाय जाति के बंधन खोलकर भाईचारे का संदेश देता है और इस दिन सारे लोग अपने पुराने गिले-शिकवे भूलकर गले लगते ...

होली 2022: जानिए होली कब है, होलिका दहन शुभ मुहूर्त तथा पूजा के बारे में

होली का पर्व हिन्दू धर्म में हर साल बड़ी धूमधाम और हर्षोल्लाष से मनाया जाता है। होली प्यार भाईचारे प्रेम का प्रतीक है। पौराणिक किवदंतियों और कथाओं के अनुसार होली का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए सेलिब्रेट किया जाता है। मगर जब भी होली की बात होती है हमारा ध्यान केवल रंग, गुलाल मिठाइयों पर रहता है। ऐसे में हम त्योहारों का पौराणिक महत्व नहीं समझ पाते। होली से एक दिन पहले छोटी होली यानी होलिका दहन (holika dahan story) मनाया जाता जाता है। इस दिन का अपना विशेष महत्व होत है। ऐसा माना जाता है इस दिन पूरे विधि विधान से पूजा करने से आस पास की बुराइयों का नाश होता है। होली के पर्व को दोगुना मज़ेदार बनाने के लिए अपने दोस्तों रिश्तेदारों और जानने वालों के साथ होली की हार्दिक शुभकामनाएं ( होली कब है – Holi kab Hai साल 2022 में होली 17 व 18 मार्च को है। 17 तारीख दिन गुरूवार को होलिका दहन यानि छोटी होली सेलिब्रेट की जाएगी और 18 मार्च को बड़ी होली। होली एक ऐसा त्यौहार है जिसका इंतज़ार बच्चे,बड़े और बूढ़े सभी बेसब्री से करते है। ऐसे में हर किसी के मन में सबसे पहला सवाल यही होता है (Holi kab Hai)। होली का महत्व – Holika Dahan ka Mahatva होली के पर्व होलिका दहन की कहानी – Holika Dahan Story in Hindi होलिका दहन की कहानी (holika dahan ka mahatva) में सबसे प्रचलित भगवान प्रह्लाद की कहानी है जो भगवान विष्णु के सच्चे भक्त थे। भगवान प्रह्लाद के पिता क्रूर और निर्दय थे वह कभी नहीं चाहते थे की उनका पुत्र भगवान विष्णु की भक्ति करें। बार बार मना करने पर भी जब प्रह्लाद नहीं माने तो हिरण्यकशिपु नेप्रह्लाद की जीवन लीला समाप्त करने के बारे में सोचा, मगर वह सफल न हो सकें। थक हार कर उन्होनें अपनी बहन...