2023 में करवा चौथ कब है

  1. करवा चौथ 2023 में कब है?
  2. Karwa Chauth 2023 Date करवा चौथ कब है? » Sonatuku
  3. Guru Nanak Jayanti 2023: जानें गुरु नानक जयंती 2023 की तिथि, समय और महत्व
  4. Ahoi Ashtami 2023 Date Time shubh muhurat importance and stars timing। Ahoi Ashtami 2023 Date: कब है अहोई अष्टमी व्रत? जानें तिथि, मुहूर्त और महत्व
  5. करवाचौथ 2023 में कब है, करवाचौथ का महत्व और करवाचौथ शुभ मुहूर्त
  6. Ahoi Ashtami 2023 Date: कब है अहोई अष्टमी व्रत? जानें तिथि, मुहूर्त और महत्व


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करवा चौथ 2023 में कब है?

करवा चौथ 2023 का त्योहार भारत में 1 नवंबर 2023, बुधवार को मनाया जाएगा। करवा चौथ पूजा विधि करवा चौथ पर्व को नारी उत्सव के रूप में जाना जाता है और यह उत्तर भारत में विशेष रूप से मनाया जाता है। यह दिन विवाहित महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी उम्र और सुख समृद्धि के लिए उपवास रखने के रूप में मनाया जाता है। करवा चौथ की पूजा करने से पति के लंबे जीवन और वंश का विस्तार होता है और स्त्री की भाग्यशाली विवाह जीवन के लिए ईश्वर से आशीर्वाद मिलता है। सामग्री: • करवा चौथ व्रत कथा की किताब • एक पानी भरा कलश • एक थाली • दिये • रोली • अक्षत • चांदी या सोने का कलश • व्रत समाप्ति के लिए बादाम या पूरी पूजा विधि: • शुद्धि करने के लिए स्नान करें। • समाग्री को थाली में रखें और उसके साथ पूजा स्थल पर बैठ जाएं। • अपने पति की उम्र और समृद्धि के लिए दुआ करें। • करवा चौथ व्रत कथा की किताब का पाठ करें। • पानी से भरा कलश रखें और उसे रोली, अक्षत और दियों से सजाएं। • कलश को चंद्रमा की ओर मुख करके नमस्कार करें। • इसके बाद छलनी से पति को देखें और पति के हाथों जल ग्रहण कर उपवास खत्म करें। करवा चौथ 2023 शुभ मुहूर्त • करवा चौथ व्रत समय – प्रातः 06:35 – रात्रि 08:25 • करवा चौथ पूजा मुहूर्त – संध्या 05.44 – रात्रि 07.02, • कुल अवधि – 01 घण्टा 17 मिनट • चांद निकलने का समय – रात्रि 08:26 (1 नवंबर 2023) • यह शुभ मुहूर्त विभिन्न स्थानों पर थोड़ा अलग हो सकता है, इसलिए आप अपने स्थान के लिए स्थानीय पंचांग से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। क्या आप जानते हैं:

Karwa Chauth 2023 Date करवा चौथ कब है? » Sonatuku

Karwa Chauth 2023 Date, Katha, Importance, Karwa Chauth Vrat. करवा चौथ 2023 तारीख, महत्व, करवा चौठ व्रत से संबंधित बेस्ट जानकारी इस पोस्ट में दी गयी है. करवा चौथ एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार है. विवाहित महिलाओं द्वारा इस व्रत को अपनी पति की लम्बी आयु और कुशलता के लिए किया जाता है. करवा चौथ व्रत को करक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है. करवा चौथ के व्रत को कठिन व्रत में गिना जाता है. इस व्रत में निर्जला उपवास रखना पड़ता है और किसी भी प्रकार का भोजन करने की मनाही होती है. यहाँ तक की करवा चौथ के व्रत में पानी भी पीना मना होता है. आप सबको पता ही होगा की करवा चौथ के व्रत में महिलाओं द्वारा भगवान शिव, माता पार्वती, कार्तिकेय और गणेश की पूजा की जाती है. माता पार्वती से महिलायें अपने पति की दीर्घायु और कुशलता की कामना करती है. चलिए अब हम इस साल यानी की 2023 में करवा चौथ ( Karwa Chauth 2023) के बारे में जानकारी प्राप्त कर लेतें हैं. करवा चौथ व्रत का समय (Karwa Chauth 2023 Vrat Time) करवा चौथ का व्रत 01 नवम्बर 2023, दिन बुधवार को रखा जाएगा, यह बात आप सबको हमने ऊपर बता दिया है. अब हम इस दिन व्रत कितने बजे तक रखना है इसके बारे में बात कर लेतें हैं. करवा चौथ का व्रत प्रातः काल से लेकर सायंकाल तक रखा जाता है. सायं काल में करवा चतुर्थी की पूजा अर्चना करने के पश्चात चाँद को अर्घ देने के बाद ही यह व्रत खोला जाता है. इस व्रत के संबंद्ध में मान्यता है की पति के हाथों जल पिने के पश्चात ही व्रत खोलना चाहिए. चलिए अब हम इस व्रत के समय के बारे में जानकारी प्राप्त कर लेतें हैं. करवा चौथ 2023 व्रत प्रारम्भ 01 नवम्बर 2023, बुधवार प्रातः 6:33 am करवा चौथ 2023 व्रत समाप्त 01 नवम्बर 2023, बुधवार सायं 8...

Guru Nanak Jayanti 2023: जानें गुरु नानक जयंती 2023 की तिथि, समय और महत्व

सिख धर्म में गुरु नानक जयंती बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन सिख धर्म के संस्थापक और दस सिख गुरुओं में से पहले गुरु नानक देव जी के जन्मदिन का जश्न मनाया जाता है। इसके अलावा, गुरु नानक जयंती अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी है, क्योंकि यह कार्तिक महीने में पूर्णिमा के दिन पड़ती है। लोगों का मानना है कि इस समय ग्रहों की ऊर्जा अधिक होती है, जो जातक के आध्यात्मिक विकास और ज्ञान को बढ़ाती है। चलिए जानते है कि गुरु नानक जयंती 2023 में कब मनाई जाएगी। यह भी पढ़ें: गुरु नानक जयंती 2023: तिथि और समय बता दें कि गुरु नानक जयंती 27 नवंबर 2023, सोमवार को धूम-धाम से मनाई जाएगी। पूर्णिमा तिथि 26 नवंबर को दोपहर 03:53 से शुरू होगी और 27 नवंबर को दोपहर 02:45 पर समाप्त होगी। इस दिन लोग गुरु नानक देव जी के जन्म का जश्न मनाते हैं, जो सिख धर्म के संस्थापक थे। इसके अतिरिक्त, गुरु नानक जयंती आध्यात्मिक ज्ञान और धार्मिकता की विजय का प्रतिनिधित्व करती है। यह अनुयायियों के लिए गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं को जानने और आगे बढ़ाने के लिए शुभ समय होता है। यह भी पढ़ें: गुरु नानक जयंती का महत्व सिख धर्म में गुरु नानक जयंती महत्वपूर्ण त्यौहारों में से एक है। यह सिख धर्म के संस्थापक और पहले गुरु, गुरु नानक देव जी की जयंती के रूप में मनाया जाता है। इसके अलावा, गुरु नानक देव जी का जन्म 1469 में पाकिस्तान में हुआ था और उनकी शिक्षाओं ने सिख धर्म की नींव रखी, उन्होंने जाति, धर्म या लिंग की परवाह किए बिना सभी लोगों के बीच समानता, करुणा और एकता के संदेश का प्रचार किया। उनकी शिक्षाओं ने ईमानदारी से जीवन जीना, निस्वार्थ सेवा और ईश्वर के स्मरण के महत्व पर जोर दिया। गुरु नानक जयंती पर, सिख धर्म के लोग विभिन्न गतिविधियों के...

Ahoi Ashtami 2023 Date Time shubh muhurat importance and stars timing। Ahoi Ashtami 2023 Date: कब है अहोई अष्टमी व्रत? जानें तिथि, मुहूर्त और महत्व

Ahoi Ashtami 2023 Date And Time: हिंदू धर्म में अहोई अष्टमी का विशेष महत्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक मास की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी का व्रत रखा जाता है। इस दिन माताएं अपनी संतान की लंबी आयु, अच्छे स्वास्थ्य और उज्जवल भविष्य के लिए अहोई माता की पूजा अर्चना करती है। इस व्रत को साल के सबसे कठोर व्रतों में से एक माना जाता है, क्योंकि इस दिन महिलाएं करवा चौथ की तरह की निर्जला व्रत रखती हैं। इस दिन माता अहोई की पूजा करने के साथ भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करने का विधान है। जानिए इस साल कब है अहोई अष्टमी व्रत? साथ ही जानिए शुभ मुहूर्त और महत्व। अहोई अष्टमी 2023 मुहूर्त (Ahoi Ashtami 2022 Muhurat) पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 5 नवंबर 2023 को सुबह 12 बजकर 59 मिनट से आरंभ हो रही है, जो 6 नवंबर को सुबह 3 बजकर 18 मिनट पर समाप्त हो रही है। उदया तिथि और तारा देखने के कारण अहोई अष्टमी का व्रत 5 नवंबर को रखा जाएग।

करवाचौथ 2023 में कब है, करवाचौथ का महत्व और करवाचौथ शुभ मुहूर्त

लेख सारणी • • • • • जानिए संक्षेप में करवाचौथ के बारे में, यह कब होती है और इसे क्यों मनाया जाता है, वर्ष 2023 की करवाचौथ की तिथि व मुहूर्त और करवा चौथ का क्या महत्व है? करवाचौथ 2023 – करवाचौथ 2023 – भारत में स्त्रियों द्वारा मनाए जाने वाला करवा चौथ का त्योहार हिंदुओं का बहुत प्रसिद्ध त्योहार है। इसे पूरे भारत में मनाया जाता है। लेकिन कुछ स्थानों पर इस त्योहार को ज्यादा विशेष मानकर मनाया जाता है, उदाहरण के लिए राजस्थान, गुजरात, पंजाब और उत्तरप्रदेश में इस त्योहार को अन्य राज्यों की अपेक्षा ज्यादा महत्ता प्राप्त है। अधिकतर क्षेत्रों में भिन्न भिन्न रीति रिवाजों का अनुसरण करके करवा चौथ का उत्सव मनाया जाता है। लेकिन इसके व्रत को सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए ही रखती हैं। करवा चौथ का व्रत निर्जल व्रत होता है अर्थात इसमें पानी पीना भी वर्जित माना जाता है। करवाचौथ 2023 – इस दिन रात के समय वैवाहिताएं खाने की थाली को अपने पड़ोसियों या पास के रिश्तेदारों के साथ बदलती हैं। बदली हुई थाली को भी चंद्रमा के दर्शन के बाद ग्रहण किए गए भोजन के साथ रखा जाता है और प्रसाद के रूप में उसे भी खाया जाता है। सुहागिन स्त्रियां पति के कल्याण हेतु भी इस व्रत को रखती हैं। करवा चौथ के व्रत से मात्र पति को दीर्घ आयु ही नहीं मिलती बल्कि कल्याण की प्राप्ति के साथ साथ सभी कष्टों का निवारण भी हो जाता है। करवाचौथ 2023 – इस दिन सुहागिनों को चांद का इंतज़ार बहुत बेसब्री से रहता है और पति द्वारा भोजन का निवाला और पानी पिलाए जाने पर ही वह व्रत को खोलती हैं। भोजन व पानी ग्रहण करने पहले वैवाहिता अपने पति को भगवान का रूप मानकर उनके पांव छूकर आर्शीवाद लेती हैं। करवाचौथ 2023 – इस दिन भाचन्द्र नाम से विख्य...

Ahoi Ashtami 2023 Date: कब है अहोई अष्टमी व्रत? जानें तिथि, मुहूर्त और महत्व

मैनपुरी में 8 साल का बच्चा नानी को बता रहा पत्नी, पूर्वजन्म का किया जा रहा दावा © Jansatta द्वारा प्रदत्त Ahoi Ashtami 2023 Date: अहोई अष्टमी के दिन मां अपनी संतान के लिए निर्जला व्रत रखकर अच्छे स्वास्थ्य और उत्तम भविष्य की कामना करती हैं। Ahoi Ashtami 2023 Date And Time: हिंदू धर्म में अहोई अष्टमी का विशेष महत्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक मास की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी का व्रत रखा जाता है। इस दिन माताएं अपनी संतान की लंबी आयु, अच्छे स्वास्थ्य और उज्जवल भविष्य के लिए अहोई माता की पूजा अर्चना करती है। इस व्रत को साल के सबसे कठोर व्रतों में से एक माना जाता है, क्योंकि इस दिन महिलाएं करवा चौथ की तरह की निर्जला व्रत रखती हैं। इस दिन माता अहोई की पूजा करने के साथ भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करने का विधान है। जानिए इस साल कब है अहोई अष्टमी व्रत? साथ ही जानिए शुभ मुहूर्त और महत्व। अहोई अष्टमी 2023 मुहूर्त (Ahoi Ashtami 2022 Muhurat) पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 5 नवंबर 2023 को सुबह 12 बजकर 59 मिनट से आरंभ हो रही है, जो 6 नवंबर को सुबह 3 बजकर 18 मिनट पर समाप्त हो रही है। उदया तिथि और तारा देखने के कारण अहोई अष्टमी का व्रत 5 नवंबर को रखा जाएग। अहोई अष्टमी 2023 तिथि- 5 नवंबर 2023, रविवार अहोई अष्टमी पूजा मुहूर्त- शाम 5 बजकर 33 मिनट से 6 बजकर 52 मिनट तक अहोई अष्टमी 2023 पर तारा देखने का समय तारा को देखने का शाम के समय- शाम 5 बजकर 58 मिनट पर अहोई अष्टमी 2023 चंद्रोदय का समय अहोई अष्टमी के दिन चंद्रोदय का समय- 6 नवंबर को रात 12 बजकर 2 मिनट पर अहोई अष्टमी 2023 का महत्व (Ahoi Ashtami 2022 Significance) अहोई अष्टमी का व्रत कार्तिक मास ...