2030 ki makar sankranti kab hai

  1. makar sankranti kab hai date time surya rashi parivartan gochar 2022
  2. Makar Sankranti 2023 Kab Hai? Date, Time, How it is celebrated? History, significance, story and all you need to know
  3. मकर संक्रांति क्यों मनाया जाता है


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makar sankranti kab hai date time surya rashi parivartan gochar 2022

जगन्नाथ मंदिर के पंडित सौरभ कुमार मिश्रा ने बताया कि मिथिला पंचांग से 14 जनवरी को दिन में 12 बजे के बाद पुण्य काल प्रवेश कर जाएगा। इस कारण 12 बजे के बाद मकर संक्रांति का पर्व मनाया जा सकता है। जबकि बनारस पंचांग के 14 जनवरी को रात 8:34 से भगवान भास्कर मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इसी के साथ सूर्य उत्तरायण हो जाएगा और खरमास का समापन हो जाएगा। रात में संक्रांति लगने के कारण इसका पुण्य काल अगले दिन 15 जनवरी शनिवार को माना जाएगा। उधर संकट मोचन दरबार के पंडित चंद्रशेखर झा ने बताया कि मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान व गरीबों के बीच ऊनी वस्त्र का दान के साथ लोग पूर्वजों के नाम से अन्न दान करें। उन्होंने बताया कि मिथिला पंचांग के अनुसार इस साल मकर संक्रांति की शुरुआत रोहिणी नक्षत्र में हो रही है। यह 14 जनवरी की रात 8:08 मिनट तक रहेगा। रोहिणी नक्षत्र को ज्योतिष शास्त्र में बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस नक्षत्र में दान-धर्म के कार्य और पूजन-पाठ करना शुभ फलदायी होता है। इसके अलावा इस पर्व पर ब्रह्म योग व आनंदादि योग भी बन रहे हैं।

Makar Sankranti 2023 Kab Hai? Date, Time, How it is celebrated? History, significance, story and all you need to know

Makar Sankranti is celebrated across India and what's unique about this festival is that every region celebrates this important harvest festival in their own ways. The cultural and geographic significance of the festival varies according to the region or the state where it is celebrated. Makar Sankranti, which can be translated as the transition of Capricorn ('makar' means Capricorn and 'sankranti' means transition), is generally celebrated on January 14 every year. However, depending on the Hindu calendar, the date of Makar Sankranti might change by a day or two. On this auspicious day, people from different regions of India pay their respect and pray for a good harvest. This festival is known by different names in different states of the county—in states of northern India, it is celebrated as Maghi and Makar Sankranti, as Magh Bihu or Bhogali Bihu in Assam, Thai Pongal in Tamil Nadu and as Paush Sankranti in West Bengal. Makar Sankranti is celebrated with much fervour and festivities and people prepare for this day much in advance. In some regions, melas (Magha Mela) and social functions are organised during Makar Sankranti and people prepare regional delicacies which they enjoy with friends and family later. How Makar Sankranti is celebrated across India In many north Indian states, including Delhi and Haryana, Makar Sankranti or Sakraat is one of the major festivals of the year. People cook kheer and churma to mark the occasion. Some also follow a ritual where gifts 'S...

मकर संक्रांति क्यों मनाया जाता है

मकर संक्रांति क्यों मनाई जाती है? सनातन मान्यताओं के मुताबिक मकर संक्रांति के दिन भगवान सूर्य अपने पुत्र शनि से मिलने स्वयं उनके घर जाते हैं। वहीं एक दूसरी मान्यता के अनुसार, शास्त्रों के अनुसार मकर संक्रान्ति के दिन ही भगवान विष्णु के अंगूठे से निकली देवी गंगाजी भागीरथ के पीछे.पीछे चलकर कपिल मुनि के आश्रम से होकर सागर में जा मिली थीं और भगीरथ के पूर्वज महाराज सगर के पुत्रों को मुक्ति प्रदान हुआ था। ये तो हम सभी जानते ही हैं की भारत एक धर्म प्रधान देश हैं। भारतीय कैलेण्डर त्यौहारों की लिस्ट से भरा हुआ होता हैं क्योंकि भारत में कई त्यौहार हर्ष उल्लाश से मनाए जाते हैं। उन्ही प्रसिद्ध भारतीय त्यौहारों में से एक ‘ Makar Sankranti‘ भी हैं। हम सभी लोग मकर संक्रांति को बड़े ही धूम धाम से मनाते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं की ‘मकर सक्रांति क्यों मनाई जाती हैं’? अगर नहीं, तो आज के इस पोस्ट में हम आपको मकर संक्रांति को मनाने का कारण विस्तृत रूप से बताएंगे। भारत में अलग अलग धर्मों के साथ उनकी विभिन्न मान्यताएं भी मौजूद है। लेकिन सभी धर्मों के लोग सभी त्यौहारो को मिल-जुलकर और बड़े ही हर्षोल्लास से मनाते हैं। यही तो हमारे देश की खूबसूरती हैं, जो की हमें औरों से अलग करता है। कहा भी गया हैं की ‘ अनेकता में एकता, भारत की विशेषता‘। जहाँ एक तरफ मकर संक्रांति के दिन छोटे गाँवो में बच्चे सड़को पर इधर से उधर अपनी पतंग को पकड़ने के लिए दौड़ते हैं तो वही शहरों में आसमान पतंगों की भीड़ से रंग बिरंगा दिखाई देता हैं। मकर संक्रांति की सबसे अधिक मान्यता गुजरात में हैं लेकिन लगभग सभी प्रदेशो में इस त्यौहार को हर्ष के साथ मनाया जाता हैं। तो फिर चलिए इस पावन पर्व मकर संक्रांति क्यों मनाते है के बारे में ...