2030 की होली कब है

  1. होली कब और क्यों मनाई जाती है, निबंध, इतिहास
  2. Holi 2023 Date: इस साल कब है होली? क्या है होलिका दहन का शुभ मुहूर्त, जान लें भद्रा काल
  3. Holi 2023 Kab Hai Holika Dahan Date Puja Muhurat Significance Colors Festival In Next Year
  4. Holi 2023: जानें होली कब है? तिथि और समय।
  5. 2023 में होली कब है औऱ कितनी तारीख़ को है
  6. Holi 2024: जानें कब है होली व होलिका दहन मुहूर्त 2024


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होली कब और क्यों मनाई जाती है, निबंध, इतिहास

4/5 - (3 votes) होली कब और क्यों मनाई जाती है, निबंध, इतिहास, महत्व, होली कब है, होली दहन कब है, होली कितनी तारीख की है (Holi Essay in Hindi, Holi kab hai, Holi Story, Holi Date, Happy Holi 2023, Holika Dahan history) Happy Holi 2023– हमारे देश भारत में जब कोई त्यौहार आने लगता है तो उससे कुछ दिनों पहले से ही देशवासियों के मन में उत्सुकता बनी रहती है. भारत में प्राचीन काल से ही त्यौहारो को मानाने का चलन आ रहा है. और वो ही चलन आज भी बरक़रार है. और इन सभी त्यौहारो में से एक है होली का त्यौहार. इसे रंगों का पर्व भी कहते है. होली का त्यौहार भारत में ही नही सम्पूर्ण विश्व में बड़ी धूमधाम से मनाये जाना वाले एक प्रसिद्ध त्यौहार है. हिन्दू धर्म में इस पर्व को अधिक मनाया जाता है. भारत में जितने भी पर्व मनाये जाते है उनके पीछे पौराणिक कथाएं होती है. वैसे आज कल तो सभी धर्म के लोग इसे मनाने लग गए है. होली का ये पर्व भारत के साथ साथ अमेरिका, न्‍यूजीलैंड, स्पेन, चीन, जापान के साथ साथ कई देशों में मनाया जाता है. 2 दिनों तक चलने वाले इस त्यौहार में पहले वाले दिन होली दहन किया जाता है जिसे हम छोटी होली के नाम से भी जानते है. और दुसरे दिन बड़ी होली होती है. होली रंगों का उत्सव है इस दिन बच्चो से लेकर बुजुर्ग लोग धूमधाम से इस पर्व का आनंद लेते है. एक साथ मिलकर खुशियां मानते है भाई चारा बढ़ाते है. तो आज के इस लेख में हम आपको होली क्यों मनाई जाती है और इसके पीछे की सभी कहानियाँ, प्रथा, इतिहास, के बारे में जानेगे. Table of Contents • • • • • • • • • • • • होली क्या है (Holi Kya Hai) होली के त्यौहार की खुशबु बसंत पंचमी के बाद से ही आने लग जाती है. यह त्यौहार हर साल फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णि...

Holi 2023 Date: इस साल कब है होली? क्या है होलिका दहन का शुभ मुहूर्त, जान लें भद्रा काल

फाल्गुन पूर्णिमा को प्रदोष काल में होलिका दहन होता है. अगले दिन यानि चैत्र कृष्ण प्रतिपदा को होली खेली जाती है. Holi 2023 Date: हिंदू धर्म में दिवाली के बाद होली का त्योहार सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है. पंचांग के अनुसार, फाल्गुन पूर्णिमा को प्रदोष काल में होलिका दहन होता है और उसके अगले दिन यानि चैत्र कृष्ण प्रतिपदा को होली खेली जाती है. रंगों के त्योहार होली में लोग एक दूसरे को रंग, अबीर, गुलाल लगाते हैं और बधाई एवं शुभकामनाएं देते हैं. इस साल होलिका दहन की ति​थि पर सुबह में भद्रा रहेगी. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं कि होली कब है? होलिका दहन कब है और होलिका दहन का समय क्या है? होलिका दहन 2023 हिंदू कैलेंडर के अनुसार, फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि 06 मार्च दिन मंगलवार को शाम 04 बजकर 17 मिनट पर प्रारंभ होगी और इस तिथि का समापन 07 मार्च दिन बुधवार को शाम 06 बजकर 09 मिनट पर होगा. फाल्गुन पूर्णिमा तिथि में प्रदोष काल में होलिका दहन होती है. ऐसे में इस साल होलिका दहन 07 मार्च दिन मंगलवार को है. यह भी पढ़ें: कब है अक्षय तृतीया? 6 योगों से बनेगा ‘महायोग’, नोट करें सोना खरीदने का शुभ समय होलिका दहन 2023 मुहूर्त 07 मार्च को होलिका दहन का मुहूर्त शाम को 06 बजकर 24 मिनट से रात 08 बजकर 51 मिनट तक है. इस दिन होलिका दहन का कुल समय 02 घंटे 27 मिनट तक है. इस समय में होलिका पूजा होगी और फिर होलिका में आग लगाई जाएगी. होलिका दहन के दिन 07 मार्च को भद्रा सुबह 05 बजकर 15 मिनट तक है. ऐसे में प्रदोष काल में होलिका दहन के समय भद्रा का साया नहीं रहेगा. यह भी पढ़ें: कब है महाशिवरात्रि? जानें पूजा मुहूर्त, इन दिन है पुत्र प्राप्ति का दुर्लभ संयोग होली 2023 होलिका दहन के अगले दिन...

Holi 2023 Kab Hai Holika Dahan Date Puja Muhurat Significance Colors Festival In Next Year

Holi 2023 Date and Time: रंगों का त्योहार होली हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. पूर्णिमा तिथि पर होलिका दहन और उसके अगले दिन रंगोत्सव पूरे देश में उत्साह और उमंग के साथ मनाते हैं. मान्यता है कि होलिका की आग बुराई को जलाने का प्रतीक है. इसे छोटी होली के नाम से भी जाना जाता है. इसके अगले दिन बुराई पर अच्छाई की जीत के उपलक्ष्य में रंगवाली होली मनाई जाती है. इसे धुलण्डी भी कहा जाता है. आइए जानते हैं साल 2023 में होली की डेट, होलिका दहन का मुहूर्त और महत्व. होली 2022 डेट (Holi 2023 Date) अगले साल यानी की 2023 में होलिक दहन 7 मार्च 2023 को किया जाएगा. वहीं अगले दिन 8 मार्च 2023 को रंगों की होलिक दहन 2023 मुहूर्त (Holika Dahan 2023 Muhurat) होलिका दहन का मुहूर्त अन्य त्यौहार के मुहूर्त की तुलना में ज्यादा महवपूर्ण माना गया है. शास्त्रों के अनुसार किसी अन्य त्यौहार की पूजा उपयुक्त समय पर न की जाये तो पूजा के लाभ से वंचित होना पड़ता है लेकिन मान्यता है कि होलिका दहन की पूजा अगर मुहूर्त में न की जाए तोयह दुर्भाग्य और पीड़ा देती है. होलिका दहन मुहूर्त - शाम 06:31- रात 08:58 (7 मार्च 2023) अवधि - 02 घंटे 27 मिनट होलिका दहन महत्व (Holika Dahan Significance) होलिका दहन की लपटें बहुत लाभकारी होती है, माना जाता है कि होलिका की पूजा करने से साधक की हर चिंता दूर हो जाती है. होलिक दहन की अग्नि नकारात्मकता का नाश करती है वहीं वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो इसकी लपटों से वातावरण में मौजूद बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं. होलिका पूजा और दहन में परिक्रमा बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है. कहते हैं परिक्रमा करते हुए अपनी मनोकामनाए कहने से वो जल्द पूरी हो जाती है. Disclaimer: यहां मुहैया स...

Holi 2023: जानें होली कब है? तिथि और समय।

Holi 2023 : हिंदू कैलेंडर के अनुसार, फाल्गुन मास में पूर्णिमा के दिन होली मनाई जाती है। यह सर्दियों के अंत और बसंत की शुरुआत का प्रतीक है। होली का एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और धार्मिक अर्थ भी है। होली एक ऐसा त्योहार है जिसे भारत में बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इसे "रंगों के त्योहार" के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि इस त्योहार में लोग अलग-अलग तरह के रंग लगाकर शुभकामनाएं देते हैं। होली एक ऐसा समय होता है जब लोग अपने सभी मतभेदों को भूल जाते हैं और बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाने के लिए एक साथ आते हैं। इस लेख में हम होली 2023 (Holi 2023) के महत्व और पूजन से जुड़ी जरूरी जानकारी के बारे में जानेंगे। होलिका दहन का शुभ मुहूर्त कब है ? (Holika Dahan 2023 Shubh Muhurat) इस साल फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि, 06 मार्च 2023 मंगलवार को शाम 04 बजकर 17 मिनट पर प्रारंभ होगी और इस तिथि का समापन 07 मार्च 2023, बुधवार को शाम 06 बजकर 09 मिनट पर होगा। फाल्गुन पूर्णिमा तिथि में प्रदोष काल में होलिका दहन किया जाता है। ऐसे में इस साल होलिका दहन 07 मार्च को मंगलवार के दिन किया जाएगा।सनातन धर्म के अनुसार, होली 8 मार्च 2023, दिन बुधवार को है। होलिका दहन तिथि- 07 मार्च 2023, मंगलवार होलिका दहन मुहूर्त-06:29 शाम से08:54 रातअवधि -02घण्टे25मिनट्स भद्रा पूँछ -12:43 रात से02:01रात भद्रा मुख -02:01रातसे04:11रात **होलिका दहन प्रदोष के दौरान उदय व्यापिनी पूर्णिमा के बिना पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ- 06 मार्च, 2023 सोमवार को शाम 04 बजकर 17 मिनट से पूर्णिमा तिथि समाप्त- 07 मार्च, 2023 मंगलवार को शाम 06 बजकर 09 मिनट तक Rang Panchami 2023: रंग पंचमी होली पर रंगों में रमे होते हैं देवता होलिका की ...

2023 में होली कब है औऱ कितनी तारीख़ को है

इसलिए हम सबको होली का बेसब्री से इंतजार होता हैं और हमारे मन मे होली से जुड़े कोई सवाल भी आते है जैसे Holi कब है, क्यो मनाई जाती है, कैसे मनाते है, होली का महत्व क्या है और होली का इतिहास इत्यादि इसलिए आज हम आपको Holi की सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले हैं जिसमें आपको होली से जुड़े सभी प्रकार के सवालों का जवाब दिया गया हैं इसलिए आपको इस आर्टिकल को एक बार पूरा पढ़ना चाहिए। 6 होली का महत्व क्या है होली की जानकारी Holi-होली भारतीय और नेपाली लोगों द्वारा मनाया जाने वाला रंगों का त्योहार है यह त्योहार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। होली भारत में मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक प्रमुख एवं प्रसिद्ध त्योहार है ना सिर्फ भारत में बल्कि पूरे विश्व भर में यह त्यौहार मनाया जाता है। यह रंगों का त्योहार मुख्य रूप से 2 दिन मनाया जाता है जिसमें पहले दिन होलिका जलाई जाती है जिसे होलिका दहन भी कहते हैं और दूसरे दिन सभी लोग एक दूसरे को रंग-गुलाल आदि लगाते हैं नाच गाना करते हैं औऱ घर-घर जाकर एक दूसरे को होली की बधाई देते हैं। इस त्योहार पर मीठे में मुख्य रूप से गुजिया बनाई जाती है गुजिया के साथ इस त्योहार पर विभिन्न प्रकार की नमकीन, ठंडाई बनाने का भी रिवाज देखा जाता है। होली के दिन लोग पुरानी कटुता को भूल कर गले लग जाते हैं और नए रिश्ते की शुरुआत करते हैं। दूसरे दिन का कार्यक्रम जैसे- नाच गाना करना, रंग लगाना आदि दोपहर तक चलता है और फिर नहा कर लोग नए कपड़े पहनते हैं फाल्गुन मास में आने के कारण बहुत से लोग इसे फाल्गुनी भी कहते हैं इस त्योहार को मनाने के लिए मानो, जैसे- पेड़ पौधे ,पशु पक्षी और मनुष्य सब बहुत उत्साहित होते हैं। होली क्यों मनाई जाती है प्राचीन काल में हिरण्यकश्यप नाम ...

Holi 2024: जानें कब है होली व होलिका दहन मुहूर्त 2024

होली को रंगों और खुशियों का त्यौहार कहा जाता है जो लोगों में प्रेम व सद्भावना का संचार करता है। आने वाले नए साल में कब मनाया जाएगा होली का पर्व? जानने के लिए पढ़ें। होली रंग, उमंग और खुशियों का त्यौहार है जो हिन्दू धर्म का प्रमुख एवं प्रसिद्ध त्यौहार है। इस पर्व को पूरे देश में प्रतिवर्ष बसंत ऋतु में अत्यंत उत्साह और धूमधाम के साथ मनाया जाता है। होली (Holi) को प्रेम का प्रतीक माना जाता है और इस दिन लोग अपने गिले-शिकवे भूलाकर एक हो जाते है। इस पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत के पर्व के रूप में मनाते है। कब है होली? होलिका दहन तिथिएवं मुहूर्त पंचांग के अनुसार, होली का त्यौहार प्रतिवर्ष चैत्र महीने के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है। अगर प्रतिपदा तिथि दो दिन पड़ रही हो तो प्रथम दिन पर ही धुलण्डी (वसन्तोत्सव या होली) को मनाया जाता है। होली के पर्व को बसंत ऋतु का स्वागत करने के लिए मनाते हैं। बसंत ऋतु में वातावरण में व्याप्त रंगों-बिरंगी छटा को ही रंगों से खेलकर वसंत उत्सव होली के रूप में दर्शाया जाता है। हरियाणा में होली को मुख्यतः धुलंडी के नाम से भी जाना जाता है। होली का धार्मिक एवं आध्यात्मिक महत्व रंग और उमंग का पर्व होली हिन्दुओं का एक प्रमुख त्यौहार है और इसका अपना धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व है। सनातन धर्म में हर मास की पूर्णिमा की अत्यंत महत्ता है और यह किसी न किसी उत्सव के रूप में मनाई जाती है। पूर्णिमा पर मनाने वाले त्यौहारों के इसी क्रम में होली को वसंतोत्सव के रूप में फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन मनाते है। हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन पूर्णिमा को वर्ष की अंतिम पूर्णिमा माना जाता है। इस पूर्णिमा से आठ दिन पूर्व होलाष्टक की शुरुआत हो जाती हैं। शास्त्र...