26 जनवरी को झंडा कहां फहराया जाता है

  1. Republic Day 2023: ध्वजारोहण और झंडा फहराने में क्या है अंतर? 26 जनवरी को राष्ट्रपति फहराते हैं फ्लैग..
  2. Republic Day 2022: 15 अगस्त से अलग होता है 26 जनवरी को झंडा फहराने का तरीका, पढ़ें इसकी कहानी
  3. 26 जनवरी को लाल किले पर झंडा कौन फहराता है?
  4. Independence Day way of hoisting the flag on August 15 different from January 26 Know 3 Differences here mpny
  5. Independence Day 2022: 15 अगस्त और 26 जनवरी को झंडा फहराने के नियम:Independence Day 2022: Rules for hoisting the flag on 15 August and 26 January


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Republic Day 2023: ध्वजारोहण और झंडा फहराने में क्या है अंतर? 26 जनवरी को राष्ट्रपति फहराते हैं फ्लैग..

Republic Day: इस साल 26 जनवरी को देश आजादी के 75 वर्ष पूरे करने जा रहा है। ये दिन एक ऐसा मौका होता है, जिस दिन हर देशवासी का सीना गर्व से ऊंचा हो जाता है। हर भारतवासी को इस दिन का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार रहता है। दिल्ली के राजपथ पर देश के कोने-कोने की संस्कृति की झलक जिस तरह दिखाई जाती है, वो देखने के बाद देशवासी प्रफुल्लित हो उठता है। राष्ट्रपति इस दिन झंडा फहराते हैं। ऐसे में कई लोगों के मन में ये सवाल उठता है कि आखिर झंडा राष्ट्रपति क्यों फहराते हैं? साथ ही ध्वजारोहण और झंडा फहराने को लेकर भी लोगों के मन में कई सवाल उठते हैं। ऐसे में आइये जानते हैं 26 जनवरी से जुड़े इन तमाम सवालों के जवाब... गणतंत्र दिवस का महत्व 26 जनवरी का दिन पूरे देशवासियों के लिए बहुत मायने रखता है। इस दिन का इंतजार सभी को बेसब्री से रहता है। 26 जनवरी के अहम दिन देश की राजधानी दिल्ली के राजपथ पर देश की सांस्कृतिक विविधता में एकता, अखंडता और सेना की ताकत की झलक दिखाई देती है। 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ था। ऐसे में हर साल इस दिन को मनाने के लिए पहले से ही खास तैयारियां की जाती हैं। ध्वजारोहण और झंडा फहराने में क्या है फर्क? हर साल 15 अगस्त और 26 जनवरी के मौके पर झंडा फहराया जाता है। आपने ध्वजारोहण और झंडा फहराने के बारे में सुना होगा। ऐसे में कई बार लोग दोनों को एक ही समझने की गलती कर बैठते हैं। लेकिन ध्वजारोहण और झंडा फहराने में बहुत फर्क है। दरअसल, जब तिरंगे को नीचे से रस्सी के जरिये खींचकर फहराया जाता है, तो ध्वजारोहण कहते हैं। लेकिन 26 जनवरी को तिरंगा ऊपर ही बंधा होता है, जिसे खोलकर फहराया जाता है। इसे झंडा फहराना कहते हैं। राष्ट्रपति ही क्यों फहराते हैं तिरंगा? 26 जनवरी के दिन देश के मा...

Republic Day 2022: 15 अगस्त से अलग होता है 26 जनवरी को झंडा फहराने का तरीका, पढ़ें इसकी कहानी

डीएनए हिंदी: हर भारतीय नागरिक के लिए दो दिन सबसे महत्वपूर्ण होते हैं- 15 अगस्त को मनाया जाने वाला स्वतंत्रता दिवस और 26 जनवरी को मनाया जाने वाला गणतंत्र दिवस. 15 अगस्त, 1947 को ब्रिटिश शासन से देश को स्वतंत्रता मिली थी. वहीं गणतंत्र दिवस पर भारत का संविधान लागू किया गया था. आज भारत अपना 73वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस इन दोनों खास दिनों पर तिरंगा फहराया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं दोनों राष्ट्रीय दिवस पर तिरंगा फहराने का तरीका अलग-अलग होता है? बता दें कि 15 अगस्त के दिन ध्वजारोहण किया जाता है तो वहीं 26 जनवरी को झंडा फहराया जाता है. दूसरी ओर 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस (Republic Day) वाले दिन राष्ट्रीय ध्वज पहले से ही ऊपर बंधा रहता है. उसे केवल फहराया जाता है. यही वजह है की उसे ध्वजारोहण नहीं बल्कि झंडा फहराना (Flag Unfurling) कहते हैं. प्रधानमंत्री करते हैं ध्वजारोहण, राष्ट्रपति फहराते हैं झंडा इसके अलावा 15 अगस्त के मौके पर मुख्य कार्यक्रम लाल किले पर आयोजित किया जाता है और इस अवसर पर

26 जनवरी को लाल किले पर झंडा कौन फहराता है?

Explanation : 26 जनवरी को लाल किले पर झंडा कोई नहीं फहराता है। दरअसल 15 अगस्त को प्रधानमंत्री झंडा फहराते करते हैं। इसके विपरीत 26 जनवरी को राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं। स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले से और गणतंत्र दिवस के दिन राजपथ पर झंडा फहराया जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि प्रधानमंत्री देश के राजनीतिक प्रमुख होते हैं, जबकि राष्ट्रपति संवैधानिक प्रमुख होते हैं। 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ था, इसलिए गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं। स्वतंत्रता दिवस के दिन झंडा फहराए जाने को ध्वजारोहण (Flag Hoisting) कहते हैं जबकि गणतंत्र दिवस के दिन झंडा फहराए जाने को झंडा फहराना (Flag Unfurling) कहा जाता है। अब जानते है कि, 26 जनवरी और 15 अगस्त में झंडा फहराने में क्या अंतर होता है। दरअसल 15 अगस्त के दिन झंडा नीचे रहता है। फिर उसे नीचे बंधी रस्सी से खींचकर ऊपर ले जाया जाता है और फिर खोलकर फहराया जाता है जबिक गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी पर झंडा पहले ही ऊपर रहता है बस उसे खोलकर फहराया जाता है। 26 जनवरी के दिन परेड होती है जिसमें देश अपनी सैन्य ताकत और सांस्कृति की झलक दिखाता है, हालांकि 15 अगस्त पर ऐसा कुछ नहीं होता। गणतंत्र दिवस के दिन विदेशों से मुख्य अतिथि भी आते हैं जबकि स्वतंत्रता दिवस के दिन ऐसा नहीं होता। Tags :

Independence Day way of hoisting the flag on August 15 different from January 26 Know 3 Differences here mpny

नई दिल्ली. स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) को देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लालकिले की प्राचीर से झंडा फहराते हैं. 15 अगस्‍त 1947 वह दिन था, जब भारत को ब्रिटिश उपनिवेशवाद से स्‍वतंत्र घोषित किया गया और नियंत्रण की बागडोर देश के नेताओं को सौंप दी गई. इस दिन देश की आजादी में अपनी जान गंवाने वाले शहीदों को नमन भी किया जाता है. वहीं, 26 जनवरी हमें अपने संविधान और लोकतंत्र की अहमियत को एहसास कराती है. साल में इन दोनों अवसरों पर देशभर में झंडोतोलन कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, लेकिन दोनों में कुछ मूल अंतर हैं, तो आइए ऐसे ही तीन बड़े अंतर को हम बताते हैं.... दूसरा अंतर: 15 अगस्त और 26 जनवरी को मुख्य कार्यक्रम नई दिल्ली में आयोजित किया जाता है, लेकिन 15 अगस्त को झंडा लाल किले पर फहराया जाता है. जबकि 26 जनवरी को झंडोतोलन राजपथ/इंडिया गेट पर किया जाता है. OBC Reservation: 27% आरक्षण सब जगह लागू था लेकिन नीट में अभी तक क्यों नहीं दिया गया था, जानें यहां तीसरा अंतर: 15 अगस्त को तिरंगे को थोड़ा ऊपर की ओर खींचकर फहराया जाता है. इसे ध्वजारोहण करते हैं. जबकि 26 जनवरी को झंडा ऊपर ही बधां होता है. इसे वहीं खोलकर फहराया जाता है. जिसे सिर्फ झंडा फरहाना कहते हैं. WATCH LIVE TV

Independence Day 2022: 15 अगस्त और 26 जनवरी को झंडा फहराने के नियम:Independence Day 2022: Rules for hoisting the flag on 15 August and 26 January

highlights • 15 अगस्त को प्रधानमंत्री लाल किले पर तिरंगा को फहराते हैं • तिरंगे को नीचे से रस्सी द्वारा खींचकर ऊपर ले जाया जाता है • और फिर खोलकर फहराया जाता है, जिसे ध्वजारोहण कहते है नई दिल्ली: भारत की आजादी के दो महत्वपूर्ण तिथियां-15 अगस्त और 26 जनवरी है. दोनों राष्ट्रीय पर्व पर तिरंगा फहराया जाता है. स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस को लेकर कई लोगों में काफी भ्रम रहता है. जबकि दोनों पर्व दो अलग-अलग कारणों से मनाया जाता है, और दोनों में झंडा फहराने के नियम भी अलग-अलग हैं. और दोनों के लिए अलग-अलग शब्दों का इस्तेमाल होता है. 15 अगस्त यानि स्वतंत्रता दिवस को लाल किले पर झंडा फहराया जाता है. और प्रधानमंत्री तिरंगा को फहराते हैं. इस अवसर पर तिरंगे को नीचे से रस्सी द्वारा खींचकर ऊपर ले जाया जाता है, और फिर खोलकर फहराया जाता है, जिसे ध्वजारोहण कहते है. लालकिले पर ध्वजारोहण 15 अगस्त, 1947 की ऐतिहासिक घटना यानि स्वतंत्रता प्राप्ति को सम्मान देने के लिए किया जाता है. संविधान में इसे अंग्रेजी में ( flag Hoisting) कहा गया है. 15 अगस्त को प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करते हैं. और शाम को राष्ट्रपति राष्ट्र के नाम संदेश देते हैं. 26 जनवरी यानि गणतंत्र दिवस पर देश का संवैधानिक प्रमुख यानि राष्ट्रपति राजपथ पर झंडा फहराता है. क्योंकि 26 जनवरी 1950 को हमारे देश का संविधान लागू हुआ था. 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर हमारा राष्ट्रीय ध्वज ऊपर ही लगा होता है, जिसे खोलकर फहराया जाता है, संविधान में इसे ( Flag Unfurling)कहा जाता है. गणतंत्र दिवस पर देश की सैन्य ताकत व सांस्कृतिक समृद्धि की झलक देशवासियों के सामने झांकियों के माध्यम से प्रस्तुत की जाती है. गणतंत्र दिवस पर दिनभर विदेशी मेहमानों की...