30 जनवरी का मौसम

  1. IMD update snowfall rainfall 30 January uttarakhand weather forecast
  2. 30 जनवरी का वो दिन, बापू पर गोल‍ियां चलाने से पहले क्‍या बोला था गोडसे?


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IMD update snowfall rainfall 30 January uttarakhand weather forecast

उत्तराखंड में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते रविवार से मौसम बदल गया। कई जिलों में बारिश होने से ठंड बढ़ गई। धनोल्टी में हल्की बर्फबारी हुई। सोमवार 30 जनवरी को भी चार जिलों में भारी बारिश और बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है जबकि छह जिलों में बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी दी गई है। एक फरवरी से मौसम साफ होने की उम्मीद है। केदारनाथ, बदरीनाथ में जमकर बर्फबारी हुई है। मौसम विभाग के मौसम वैज्ञानिक रोहित थपलियाल ने बताया कि उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर में 30 जनवरी को भारी वर्षा और बर्फबारी की संभावना है। देहरादून, टिहरी, नैनीताल, चंपावत, ऊधमसिंहनगर, हरिद्वार जिलों में कहीं कहीं गर्जना के साथ ओलावृष्टि और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। प्रदेश में रविवार से मौसम बिगड़ेगा। मौसम विभाग ने कई जिलों में बारिश और बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर में कोहरा छाया रह सकता है।उधर, पर्यटन नगरी मसूरी में रविवार को सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे। शाम करीब 6 बजे के बाद बारिश हुई। इस दौरान माल रोड पर बहुत कम पर्यटक नजर आए। उधर, धनोल्टी में हल्की बर्फबारी हुई। स्थानीय दुकानदार देवेंद्र बेलवाल ने बताया कि रविवार को शाम करीब पांच बजे के बाद हल्की बर्फबारी हुई।

30 जनवरी का वो दिन, बापू पर गोल‍ियां चलाने से पहले क्‍या बोला था गोडसे?

आज मोहनदास करमचंद गांधी यानी महात्‍मा गांधी की पुण्यतिथि है. 30 जनवरी 1948 को नई दिल्ली स्थित बिड़ला भवन में गांधीजी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. नाथूराम गोडसे ने गांधीजी को एक के बाद एक तीन गोलियां मारी थीं, और उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया था. हर पीढ़ी के लोग गांधीजी के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं. आखिर 30 जनवरी 1948 की शाम को ऐसा क्या हुआ कि नाथूराम गोडसे ने गांधीजी पर गोलियां चला दीं. हम आपको उस दिन के घटनाक्रम के बारे में विस्तार से बताते हैं...जानिए- नाथूराम गोडसे कैसे बिड़ला भवन तक पहुंचा और कोई उसे क्यों नहीं रोक पाया? 30 जनवरी 1948 की शाम 4 बजे का वक्‍त था. उस दिन गांधीजी ने सरदार पटेल को बातचीत के लिए शाम 4 बजे बुलाया था. पटेल अपनी बेटी मणिबेन के साथ तय समय पर गांधीजी से मिलने के लिए पहुंच गए. गांधीजी प्रार्थना सभा के बाद भी पटेल के साथ बातचीत करना चाहते थे, इसलिए उन्हें वहीं रुकने के लिए कहा था. लेकिन नियति को यह मंजूर नहीं था. पटेल के साथ बैठक के बाद प्रार्थना के लिए जाते समय गोडसे ने गांधीजी पर गोलियां चला दीं. 30 जनवरी को भी रोज की तरह बिड़ला भवन में शाम 5 बजे प्रार्थना सभा का आयोजन किया जाना था. इस सभा में गांधीजी जब भी दिल्ली में होते तो शामिल होना नहीं भूलते थे. 30 जनवरी 1948 को भी शाम के 5 बज चुके थे. गांधीजी सरदार पटेल के साथ बैठक में व्यस्त थे. तभी अचानक सवा 5 बजे गांधीजी की नजर घड़ी पर गई और उन्हें याद आया कि प्रार्थना के लिए वक्त निकलता जा रहा है. पहले नमस्‍ते कहा, और फिर... बैठक पूरी करके बापूजी आभा और मनु के कंधों पर हाथ रखकर प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए मंच की तरफ आगे बढ़ रहे थे, तभी अचानक उनके सामने नाथूराम गोडसे आ गया. गोडसे...