303 गेहूं का बीज price

  1. गेहूं का मंडी भाव आज का (17 जून 2023)
  2. [ गेहूं 306 यानि शरबती गेहूं 2023 ] जानिए शरबती गेहूं की खेती, शरबती गेहूं का भाव
  3. राष्ट्रीय कृषि विकास योजना : गेहूं का बीज खरीदने पर मिलेगी 50 प्रतिशत सब्सिडी
  4. Wheat Cultivation : इस तरह करें गेहूं की बुवाई, होगी तगड़ी कमाई, जान लें सबसे ज्‍यादा उत्‍पादन देने वाली किस्‍में
  5. वर्ष 2022


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गेहूं का मंडी भाव आज का (17 जून 2023)

प्राप्त करे 16/06/2023 दारा Rs 2140.00 / क्विंटल Rs 2200.00 / क्विंटल 16/06/2023 दारा Rs 2300.00 / क्विंटल Rs 2380.00 / क्विंटल 16/06/2023 अन्य Rs 2011.00 / क्विंटल Rs 2455.00 / क्विंटल 16/06/2023 दारा Rs 2220.00 / क्विंटल Rs 2300.00 / क्विंटल 16/06/2023 सोना Rs 2200.00 / क्विंटल Rs 2700.00 / क्विंटल 16/06/2023 147 एवरेज Rs 2125.00 / क्विंटल Rs 2200.00 / क्विंटल 16/06/2023 दारा Rs 2280.00 / क्विंटल Rs 2320.00 / क्विंटल 16/06/2023 दारा Rs 2230.00 / क्विंटल Rs 2290.00 / क्विंटल 16/06/2023 अन्य Rs 2800.00 / क्विंटल Rs 6000.00 / क्विंटल 16/06/2023 दारा Rs 2200.00 / क्विंटल Rs 2275.00 / क्विंटल 16/06/2023 अन्य Rs 2000.00 / क्विंटल Rs 2000.00 / क्विंटल 16/06/2023 दारा Rs 2150.00 / क्विंटल Rs 2250.00 / क्विंटल 16/06/2023 दारा Rs 2310.00 / क्विंटल Rs 2330.00 / क्विंटल 16/06/2023 दारा Rs 2280.00 / क्विंटल Rs 2320.00 / क्विंटल 16/06/2023 मिल गुणवत्ता Rs 1990.00 / क्विंटल Rs 2210.00 / क्विंटल 16/06/2023 देशी Rs 2470.00 / क्विंटल Rs 3050.00 / क्विंटल 16/06/2023 दारा Rs 2170.00 / क्विंटल Rs 2250.00 / क्विंटल 16/06/2023 मिल गुणवत्ता Rs 2125.00 / क्विंटल Rs 2125.00 / क्विंटल 16/06/2023 अन्य Rs 2155.00 / क्विंटल Rs 2200.00 / क्विंटल 16/06/2023 अन्य Rs 1900.00 / क्विंटल Rs 2471.00 / क्विंटल

[ गेहूं 306 यानि शरबती गेहूं 2023 ] जानिए शरबती गेहूं की खेती, शरबती गेहूं का भाव

4.2 शरबती गेहूं का 1 बीघा में कितना उत्पादन होता है? शरबती गेहूं की पहचान और विशेषताए? • शरबती गेहूं एक प्रकार से प्राकृतिक गेहूं है तथा इसकी खेती प्राकृतिक रूप से की जाती है, इसमें किसी भी प्रकार का पेस्टिसाइड केमिकल यूरिया डीएपी का प्रयोग नहीं किया जाता है| • शरबती गेहूं में जैविक खाद का प्रयोग किया जाता है जिसमें जीवामृत और घन जीवामृत जैसे खाद शामिल है| • सामान्य गेहूं की तुलना में यह गेहूं स्वाद में मीठा और स्वादिष्ट होता है| • C-306 / शरबती गेहूं में ग्लूकोज सर्करा, सुक्रोज की मात्रा अधिक पाई जाती है इसलिए इसकी बनी रोटियां मुलायम और ताजा रहती है| • यह रोटियां लंबे समय तक ताजा बनी रहती है, जबकि अन्य प्रकार के गेहूं की भोजन/रोटियां कुछ समय बाद ठंडी होने के बाद स्वादिष्ट नहीं लगती है| • शरबती गेहूं गोल और पूर्ण चमकदार होते है यह चमक रासायनिक पोटास गुण के कारण के कारण होती है| • इस गेहूं को देश और विदेश की कंपनियां गोल्डन ग्रेन गेहूं के नाम से बेचती है| • इसके थोड़े से दाने ही हथेली में रखने पर वजन महसूस होता है, सी-306 गेहूं का दाना ठोस और वजनदार होते हैं जो पोटाश की मात्रा अधिक होने के कारण होता है| • बड़े-बड़े होटल, पार्टिया, बड़े घराने अधिकतर शरबती गेहूं का ही प्रयोग में किया जाता है| • बाजार में मिलने वाला महंगा चक्की का आटा अधिकतर शरबती गेहूं की किस्म का ही बना हुआ होता है| • शरबती गेहूं की पहचान इसकी बढ़वार 5 फीट से भी ज्यादा तक की चली जाती है| • दाना दिखने में पूर्ण रूप से गोल एव सुनहरी सफेद रंग का होता है| • शरबती गेहूं का दाना 99 प्रतिशत शुष्क होता है क्योंकि यह गेहूं अधिकतर असिंचित क्षेत्रों में पैदा किया जाता है| रबी फसलों का MSP रेट लिस्ट 2023-24 शरबती गेहूं क...

राष्ट्रीय कृषि विकास योजना : गेहूं का बीज खरीदने पर मिलेगी 50 प्रतिशत सब्सिडी

जानें, कहां से मिलेगा बीज, कितनी हैबीज का रेट और कितनी मिलेगी छूट किसानों को गेहूं की खेती के लिए अब उसके बीज खरीदने की चिंता करने की जरूरत नहीं है। इसके लिए सरकार की ओर से गेहूं का प्रमाणिक बीज सब्सिडी पर उपलब्ध कराया जाएगा। अक्सर किसानों को गेहूं की खेती करने से पहले उसके बीज को लेकर चिंता बढ़ जाती है कि कैसे और कहां से गेहूं का बीज खरीदें ताकि कम कीमत पर उन्हें अच्छा बीज मिल जाए। इसी बात को ध्यान में रखते हुए राजस्थान सरकार ने किसानों के लिए नई पहल की है। इसके तहत किसानों को बीज खरीदने पर 50 प्रतिशत सब्सिडी का लाभ दिया जाएगा। इससे राज्य के किसानों को काफी फायदा होगा। बता दें कि अन्य प्रदेशों में बीज पर सब्सिडी प्रदान की जा रही है। फिलहाल हम बात कर रहे हैं राजस्थान की तो राजस्थान में किसानों को सब्सिडी पर गेहूं का अच्छी क्वालिटी का बीज अनुदान पर उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके लिए सरकार की ओर से इसकी कीमत और सब्सिडी की राशि भी तय कर दी है। किसान इस कीमत पर अनुदान पर गेहूं का बीज खरीद सकते हैं। सबसे पहले सरकार की सभी योजनाओ की जानकारी के लिए डाउनलोड करे, ट्रैक्टर जंक्शन मोबाइल ऍप - http://bit.ly/TJN50K1 राष्ट्रीय कृषि विकास योजना 2021 : कितनी कीमत पर मिलेगा बीज (Rashtriya Krishi Vikas Yojana ) राजस्थान कृषि विभाग की ओर से राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत किसानों को 50 प्रतिशत सब्सिडी पर गेहूं का बीज उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके तहत किसान को सस्ती दर पर प्रमाणिक बीज प्रदान किया जाएगा। किसानों को गेहूं का बीज 17 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से 680 रुपए में 40 किलो का बैग उपलब्ध कराया जाएगा जबकि यही बीज किसान यदि बाजार में राजस्थान स्टेट सीड्स कॉर्पोरेशन और राष्ट्रीय बीज निगम द्...

Wheat Cultivation : इस तरह करें गेहूं की बुवाई, होगी तगड़ी कमाई, जान लें सबसे ज्‍यादा उत्‍पादन देने वाली किस्‍में

Wheat Cultivation: भारत की सबसे प्रमुख फसल गेहूं की बुवाई शुरु हो चुकी है, लेकिन जिन किसानों ने अभी गेहूं की बुवाई शुरु नहीं की है और वे गेहूं की उन्‍नत किस्‍म के साथ अच्‍छी उपज लेना चाहते है तो हम आपको गेहूं की बुवाई और सबसे ज्‍यादा उत्‍पादन देने वाली कुछ किस्‍मों की जानकारी दे रहे है। ये किस्‍म ऐसी है, जिससे आपके खेत गेहूं की फसल से लहलहा उठेंगे। सबसे ज्‍यादा उत्‍पादन देने वाली उन्‍नत किस्‍में | Highest yielding advanced varieties सीमित सिंचाई व समय से बुवाई के लिए डब्ल्यूएच 1142 किस्म को अपनाया जा सकता है। गेहूं की खेती में किस्मों का चुनाव एक महत्वपूर्ण निर्णय है जो यह निर्धारित करता है कि उपज कितनी होगी। हमेशा नई, रोगरोधी व उच्च उत्पादन क्षमता वाली किस्मों का चुनाव करना चाहिए। सिंचित व समय से बीजाई के लिए डीबीडब्ल्यू 303, डब्ल्यूएच 1270, पीबीडब्ल्यू 723 और सिंचित व देर से बुवाई के लिए डीबीडब्ल्यू 173, डीबीडब्ल्यू 71, पीबीडब्ल्यू 771, डब्ल्यूएच 1124, डीबीडब्ल्यू 90 व एचडी 3059 की बुवाई कर सकते हैं। जबकि अधिक देरी से बुवाई के लिए एचडी 3298 किस्म की पहचान की गई है। बुवाई का समय, बीज दर व उर्वरक की सही मात्रा उत्तरी गंगा-सिंधु के मैदानी क्षेत्र के लिए गेहूं की बुवाई का समय, बीज दर और रासायनिक उर्वरकों की सिफारिश तालिका में दी गई है। गेहूं की बुवाई करने से 15-20 दिन पहले पहले खेत तैयार करते समय 4-6 टन/एकड़ की दर से गोबर की खाद का प्रयोग करने से मृदा की उर्वरा शक्ति बढ़ जाती है। • Also Read: जीरो टिलेज व टर्बो हैप्पी सीडर से बुवाई फसल अवशेषों को सतह पर रखने से पौधों के जड़ क्षेत्र में नमी अधिक समय तक संरक्षित रहती है। धान-गेहूं फसल पद्धति में जीरो टिलेज तकनीक से गेहूं की बुवाई...

वर्ष 2022

रबी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP 2022-23 केंद्र सरकार ने रबी फसल की बुवाई से पहले MSP में कितने रुपयों की वृद्धि की गई पिछले वर्ष के एमएसपी में मसूर की दाल और कैनोला (रेपसीड) तथा सरसों में उच्चतम संपूर्ण बढ़ोतरी (प्रत्येक के लिए 400 रुपये प्रति क्विंटल) करने की सिफारिश की गई है। इसके बाद चने (130 रुपये प्रति क्विंटल) को रखा गया है। पिछले वर्ष की तुलना में कुसुम के फूल का मूल्य 114 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा दिया गया है। कीमतों में यह अंतर इसलिए रखा गया है, ताकि भिन्न-भिन्न फसलें बोने के लिये प्रोत्साहन मिले। यह भी पढ़ें 60 प्रतिशत तक की सब्सिडी पर खेतों में तारबंदी कराने के लिए आवेदन करें फसलों की उत्पादन लागत किस आधार पर जोड़ी गई है ? सरकार का कहना है कि सभी फसलों पर लागत का 50 प्रतिशत से अधिक मुनाफ किसानों को दिया जा रहा है | कुछ फसलों पर तो 100 प्रतिशत के मुनाफे की बात भी कही गई है | फसलों की लागत मूल्य जोड़ने का विवरण जारी किया है जो इस प्रकार है | कुल लागत का उल्लेख का मतलब, जिसमें चुकाई जाने वाली कीमत शामिल है, यानी मजदूरों की मजदूरी, बैल या मशीन द्वारा जुताई और अन्य काम, पट्टे पर ली जाने वाली जमीन का किराया, बीज, उर्वरक, खाद, सिंचाई शुल्क, उपकरों और खेत निर्माण में लगने वाला खर्च, गतिशील पूंजी पर ब्याज, पम्प सेटों इत्यादि चलाने पर डीजल/बिजली का खर्च इसमें शामिल है | इसके अलावा अन्य खर्च तथा परिवार द्वारा किये जाने वाले श्रम के मूल्य को भी इसमें रखा गया है | क्या है रबी फसलों के उत्पादन में आने वाला खर्च केन्द्रीय कृषि मंत्री ने फसलों के MSP जारी करते हुए फसलों का लागत मूल्य जारी किया है | केंद्र सरकार के अनुसार गेहूं का लागत मूल्य 1008 रुपये प्रति क्विंटल, जौ का लाग...