अंतरिक्ष का शहर किसे कहा जाता है

  1. भारत के मुख्य शहरों के उपनाम Bharat ke Shaharon ke Bhaugolik Upnaam in Hindi
  2. अंतरिक्ष के अनसुलझे रहस्य
  3. अंतरिक्ष विज्ञान
  4. भारत के मुख्य शहरों के उपनाम Bharat ke Shaharon ke Bhaugolik Upnaam in Hindi
  5. अंतरिक्ष के अनसुलझे रहस्य
  6. अंतरिक्ष विज्ञान


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भारत के मुख्य शहरों के उपनाम Bharat ke Shaharon ke Bhaugolik Upnaam in Hindi

नमस्कार मित्रो, आज आपको हमारे द्वारा ” Bharat ke shaharon ke Bhaugolik Upnaam “ के बारे में जानकारी देंगे। अगर आप भी किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे है और आपको भारत के शहरों के भौगोलिक उपनाम जानने है तो पोस्ट को ध्यान से पढ़ें– Bharat ke Shaharon ke Bhaugolik Upnaam जैसा की आपको पता ही होगा की आजकल प्रतियोगी परीक्षाओं में ऐसे बहुत से प्रश्न होते है जो की शहरों के भौगोलिक नामों से संबंधित होते है और इनके उत्तर मिलना कठिन भी हो जाता है ,इसी बात को ध्यान में रखते हुए हमारे द्वारा सभी महत्वपूर्ण प्रश्नों को एकत्रित करके यहां बताया जा रहा है । Bharat ke Shaharon ke Bhaugolik Upnaam in Hindi भारत के मुख्य शहरों के भौगोलिक उपनाम • दक्षिण भारत की गंगा किसे कहा गया है – कावेरी • ब्लू माउंटेन किसे कहा गया है –यूकेलिप्टस हिल्स • राजस्थान का दिल किसे कहा गया है –अजमेर • खुशबू का शहर किसे कहा गया है – कन्नौज • लीची नगर किसका उपनाम है –देहरादून • सुपर प्रसार नगर किसे कहा गया है –चेन्नई • त्योहारों का शहर किसे कहा गया है –मदुर • स्वर्ण मंदिर का शहर किसे कहा गया है – • कर्नाटक का रत्न किसे कहा गया है – मैसूर • सूरमा नगरी किसे कहा गया है – बरेली • ए शिया की अंडे की टोकरी किसका उपनाम है – आंध्र प्रदेश • काली नदी किसका उपनाम है – शारदा • सबसे प्रदूषित नदी कौनसी है – साबरमती • सोया प्रदेश किसे कहा गया है –मध्य प्रदेश • पूर्व का पेरिस किसे कहा गया है – जयपुर • झीलों का शहर कौनसा है –श्रीनगर • कोल सिटी किस शहर का उपनाम है –धनबाद • सूर्यनगरी किस जिले को कहा गया है –जोधपुर • भारत का टॉलीवुड किसे कहा गया है –कोलकाता • राष्ट्रीय राजमार्गों का चौराहा किसे कहा गया है – कानपुर • ट्विन सिटी-हैद...

अंतरिक्ष के अनसुलझे रहस्य

अंतरिक्ष के रहस्य | antariksh ke ansulajhe rahasy अंतरिक्ष पृथ्वी से आकाश की ओर देखने पर यह जितना मनमोहक दिखाई पड़ता है, उतना ज्यादा ही अपने अंदर असीमित रहस्यों को समेटे हुए है जिन रहस्यों को सुलझा पाना लगभगनामुमकिन है ।इस विशाल अंतरिक्ष में हमारी पृथ्वी मात्र एक सूक्ष्म कण के समान है ।सब कुछ अंतरिक्ष से ही उत्पन्न होता है और अंतरिक्ष में ही नष्ट हो जाता है ।जितना हम इस अंतरिक्ष के रहस्यों को जानने की कोशिश करेंगे उतना ही हम इसके रहस्यों में उलझते जाएंगे ।तो चलिए दोस्तों आज उन रहस्यों के बारे में जानते है जिनके बारे में हम सालों से सुनते आरहे है । 1. उल्का पिण्ड उल्का पिण्डो के उत्पत्ति का विषय हमारे वैज्ञानिकों के लिए अभी भी रहस्य का विषय है। लेकिन वैज्ञानिकों द्वारा कहा जाता है की इनकी उतपत्ति ऐसे लावारिस ग्रह या तारा से हुई होगी जो सौरमंडल के ग्रह या लावारिस ग्रह से टकरा गया होगा, जिसके टकराव से दोनों या दो में से एक ग्रह नष्ट हो गया होगा और उसके छोटे बड़े भाग अरबों खरबों की संख्यामें सौरमंडल में विचर रहे है। ये विचरते हुए उल्का पिण्ड सौरमंडल में चक्कर लगा रहे ग्रहो से टकरा जाते है। जिससे कभी कभी इनके बड़े आकार के होने से टकराये गए उस ग्रह में भीषण विस्पोट हो जाता है, जो उस ग्रह के पुरे भू भाग को प्रभावित कर देता है। वैज्ञानिको को कहना है की ऐसा ही एक विशाल उल्का पिण्ड डायनासौर के विनाशका कारण बना था। और हाल ही में लगभग 25 से 30मीटर लंबा उल्का पिण्ड धरती और चाँद के बीच से निकल गया था जो एक शहर के बराबर के क्षेत्रफल को पूरी तरह से तबाह कर सकता था। ऐसा ही एक उल्का पिण्ड 2013 में रशियाके एक शहर में गिरा था, लेकिन वह उल्का पिण्ड धरती के सतह से काफी ऊपर ही टूटकर बिखर गया, जिसके...

अंतरिक्ष विज्ञान

अनुक्रम • 1 खगोल विज्ञान • 2 खगोलीय विधि • 2.1 वर्णनात्मक खगोल विज्ञान • 2.2 स्थानीय समूह • 3 ब्रह्माण्ड का भौतिक विज्ञान / खगोल भौतिकी • 4 ब्रह्मांड विज्ञान • 5 तारकीय विज्ञान • 6 गैर-पृथ्वी ग्रह विज्ञान • 7 ग्रह जीवविज्ञान / अन्य ग्रहों पर जीवन • 8 अंतरिक्ष यात्रा के माध्यम से अंतरिक्ष की खोज • 8.1 मानव रहित अंतरिक्ष स्टेशन • 8.2 अंतरिक्ष औपनिवेशीकरण • 9 अंतरिक्ष रक्षा • 10 इन्हें भी देखें • 11 सन्दर्भ • 12 बाहरी कड़ियाँ खगोल विज्ञान [ ] खगोलीय विधि [ ] खगोलीय पद्धतियाँ वे उपकरण तथा तकनीकें हैं, जिनका प्रयोग अंतरिक्ष की वस्तुओं के बारे में आंकड़े एकत्र करने के लिए किया जाता है। गैलीलियो की पहली खगोलीय पद्धति उस समय की सबसे अच्छी दूरबीन ढूंढना व खरीदना तथा उस दूरबीन को आकाश की ओर तानना था। इन पद्धतियों को उनके द्वारा दर्ज की जाने वाली तरंग दैर्ध्य के अनुसार वर्गीकृत किया जा सकता है। रेडियो खगोल विज्ञान में रेडियो दूरबीनें शामिल होतीं हैं, जो कि ऐसे उपकरण हैं जो पृथ्वी के बाहर से रेडियो तरंगों प्राप्त तथा दर्ज करते हैं। वे एक अंतरिक्ष दूरबीन वह दूरबीन है जो पृथ्वी की परिक्रमा या यात्रा करती है, जैसे हबल अंतरिक्ष दूरबीन. आरएक्सटीई (RXTE) एक लाँग एक्सपोज़र समय खगोल विज्ञान है जिसका प्रयोग मिलीसैकैंड पल्सर के अध्ययन करने में तथा पल्सर को विलंबित करने में किया जाता है। खगोल विज्ञान के शिक्षण उपकरणों में अधिक जानकारी लाइब्रेरी ऑफ़ कांग्रेस के सामान्य खगोल विज्ञान के वर्गीकरण क्यूबी1-139 (QB1-139) (डेवी 520), व्यावहारिक और गोलाकार खगोल विज्ञान (डेवी 522 वेधशालाओं) के क्यूबी140-237 (QB140-237) तथा खगोल विज्ञान की गैर ऑप्टिकल पद्धतियों के क्यूबी140-237 (QB468-480) वर्गीकरण में पाई...

भारत के मुख्य शहरों के उपनाम Bharat ke Shaharon ke Bhaugolik Upnaam in Hindi

नमस्कार मित्रो, आज आपको हमारे द्वारा ” Bharat ke shaharon ke Bhaugolik Upnaam “ के बारे में जानकारी देंगे। अगर आप भी किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे है और आपको भारत के शहरों के भौगोलिक उपनाम जानने है तो पोस्ट को ध्यान से पढ़ें– Bharat ke Shaharon ke Bhaugolik Upnaam जैसा की आपको पता ही होगा की आजकल प्रतियोगी परीक्षाओं में ऐसे बहुत से प्रश्न होते है जो की शहरों के भौगोलिक नामों से संबंधित होते है और इनके उत्तर मिलना कठिन भी हो जाता है ,इसी बात को ध्यान में रखते हुए हमारे द्वारा सभी महत्वपूर्ण प्रश्नों को एकत्रित करके यहां बताया जा रहा है । Bharat ke Shaharon ke Bhaugolik Upnaam in Hindi भारत के मुख्य शहरों के भौगोलिक उपनाम • दक्षिण भारत की गंगा किसे कहा गया है – कावेरी • ब्लू माउंटेन किसे कहा गया है –यूकेलिप्टस हिल्स • राजस्थान का दिल किसे कहा गया है –अजमेर • खुशबू का शहर किसे कहा गया है – कन्नौज • लीची नगर किसका उपनाम है –देहरादून • सुपर प्रसार नगर किसे कहा गया है –चेन्नई • त्योहारों का शहर किसे कहा गया है –मदुर • स्वर्ण मंदिर का शहर किसे कहा गया है – • कर्नाटक का रत्न किसे कहा गया है – मैसूर • सूरमा नगरी किसे कहा गया है – बरेली • ए शिया की अंडे की टोकरी किसका उपनाम है – आंध्र प्रदेश • काली नदी किसका उपनाम है – शारदा • सबसे प्रदूषित नदी कौनसी है – साबरमती • सोया प्रदेश किसे कहा गया है –मध्य प्रदेश • पूर्व का पेरिस किसे कहा गया है – जयपुर • झीलों का शहर कौनसा है –श्रीनगर • कोल सिटी किस शहर का उपनाम है –धनबाद • सूर्यनगरी किस जिले को कहा गया है –जोधपुर • भारत का टॉलीवुड किसे कहा गया है –कोलकाता • राष्ट्रीय राजमार्गों का चौराहा किसे कहा गया है – कानपुर • ट्विन सिटी-हैद...

अंतरिक्ष के अनसुलझे रहस्य

अंतरिक्ष के रहस्य | antariksh ke ansulajhe rahasy अंतरिक्ष पृथ्वी से आकाश की ओर देखने पर यह जितना मनमोहक दिखाई पड़ता है, उतना ज्यादा ही अपने अंदर असीमित रहस्यों को समेटे हुए है जिन रहस्यों को सुलझा पाना लगभगनामुमकिन है ।इस विशाल अंतरिक्ष में हमारी पृथ्वी मात्र एक सूक्ष्म कण के समान है ।सब कुछ अंतरिक्ष से ही उत्पन्न होता है और अंतरिक्ष में ही नष्ट हो जाता है ।जितना हम इस अंतरिक्ष के रहस्यों को जानने की कोशिश करेंगे उतना ही हम इसके रहस्यों में उलझते जाएंगे ।तो चलिए दोस्तों आज उन रहस्यों के बारे में जानते है जिनके बारे में हम सालों से सुनते आरहे है । 1. उल्का पिण्ड उल्का पिण्डो के उत्पत्ति का विषय हमारे वैज्ञानिकों के लिए अभी भी रहस्य का विषय है। लेकिन वैज्ञानिकों द्वारा कहा जाता है की इनकी उतपत्ति ऐसे लावारिस ग्रह या तारा से हुई होगी जो सौरमंडल के ग्रह या लावारिस ग्रह से टकरा गया होगा, जिसके टकराव से दोनों या दो में से एक ग्रह नष्ट हो गया होगा और उसके छोटे बड़े भाग अरबों खरबों की संख्यामें सौरमंडल में विचर रहे है। ये विचरते हुए उल्का पिण्ड सौरमंडल में चक्कर लगा रहे ग्रहो से टकरा जाते है। जिससे कभी कभी इनके बड़े आकार के होने से टकराये गए उस ग्रह में भीषण विस्पोट हो जाता है, जो उस ग्रह के पुरे भू भाग को प्रभावित कर देता है। वैज्ञानिको को कहना है की ऐसा ही एक विशाल उल्का पिण्ड डायनासौर के विनाशका कारण बना था। और हाल ही में लगभग 25 से 30मीटर लंबा उल्का पिण्ड धरती और चाँद के बीच से निकल गया था जो एक शहर के बराबर के क्षेत्रफल को पूरी तरह से तबाह कर सकता था। ऐसा ही एक उल्का पिण्ड 2013 में रशियाके एक शहर में गिरा था, लेकिन वह उल्का पिण्ड धरती के सतह से काफी ऊपर ही टूटकर बिखर गया, जिसके...

अंतरिक्ष विज्ञान

अनुक्रम • 1 खगोल विज्ञान • 2 खगोलीय विधि • 2.1 वर्णनात्मक खगोल विज्ञान • 2.2 स्थानीय समूह • 3 ब्रह्माण्ड का भौतिक विज्ञान / खगोल भौतिकी • 4 ब्रह्मांड विज्ञान • 5 तारकीय विज्ञान • 6 गैर-पृथ्वी ग्रह विज्ञान • 7 ग्रह जीवविज्ञान / अन्य ग्रहों पर जीवन • 8 अंतरिक्ष यात्रा के माध्यम से अंतरिक्ष की खोज • 8.1 मानव रहित अंतरिक्ष स्टेशन • 8.2 अंतरिक्ष औपनिवेशीकरण • 9 अंतरिक्ष रक्षा • 10 इन्हें भी देखें • 11 सन्दर्भ • 12 बाहरी कड़ियाँ खगोल विज्ञान [ ] खगोलीय विधि [ ] खगोलीय पद्धतियाँ वे उपकरण तथा तकनीकें हैं, जिनका प्रयोग अंतरिक्ष की वस्तुओं के बारे में आंकड़े एकत्र करने के लिए किया जाता है। गैलीलियो की पहली खगोलीय पद्धति उस समय की सबसे अच्छी दूरबीन ढूंढना व खरीदना तथा उस दूरबीन को आकाश की ओर तानना था। इन पद्धतियों को उनके द्वारा दर्ज की जाने वाली तरंग दैर्ध्य के अनुसार वर्गीकृत किया जा सकता है। रेडियो खगोल विज्ञान में रेडियो दूरबीनें शामिल होतीं हैं, जो कि ऐसे उपकरण हैं जो पृथ्वी के बाहर से रेडियो तरंगों प्राप्त तथा दर्ज करते हैं। वे एक अंतरिक्ष दूरबीन वह दूरबीन है जो पृथ्वी की परिक्रमा या यात्रा करती है, जैसे हबल अंतरिक्ष दूरबीन. आरएक्सटीई (RXTE) एक लाँग एक्सपोज़र समय खगोल विज्ञान है जिसका प्रयोग मिलीसैकैंड पल्सर के अध्ययन करने में तथा पल्सर को विलंबित करने में किया जाता है। खगोल विज्ञान के शिक्षण उपकरणों में अधिक जानकारी लाइब्रेरी ऑफ़ कांग्रेस के सामान्य खगोल विज्ञान के वर्गीकरण क्यूबी1-139 (QB1-139) (डेवी 520), व्यावहारिक और गोलाकार खगोल विज्ञान (डेवी 522 वेधशालाओं) के क्यूबी140-237 (QB140-237) तथा खगोल विज्ञान की गैर ऑप्टिकल पद्धतियों के क्यूबी140-237 (QB468-480) वर्गीकरण में पाई...