आईपीएस अभिषेक पल्लव

  1. CG News: चार IPS केंद्र सरकार में आइजी इंपैनल आइएएस जेपी पाठक को आबकारी आयुक्त की जिम्मेदारी
  2. आईपीएस अभिषेक पल्लव की जीवनी IPS DR ABHISHEK PALLAV BIOGRAPHY IN HINDI
  3. IPS Officer Viral Video: एक IPS ऑफिसर ने सड़क किनारे गुब्बारे बेचने वाले एक बच्चे से मैथ सवाल पूछा। बच्चे के जवाब से आसपास के लोगों को आश्चर्य हुआ।
  4. ये डॉ साहब लेते है आरोपियों की जमकर क्लास, जानिए कौन हैIPS Abhishek Pallava
  5. B. Sc फेल ठग...कमाई 7 लाख हर घंटे, 17 राज्यों की पुलिस को थी तलाश!
  6. Latest News in Hindi, Breaking Hindi News, Videos
  7. डॉक्टर से एसपी बने अभिषेक पल्लव की आंखें क्यों छलक पड़ीं?


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CG News: चार IPS केंद्र सरकार में आइजी इंपैनल आइएएस जेपी पाठक को आबकारी आयुक्त की जिम्मेदारी

रायपुर। Chhattisgarh News छत्तीसगढ़ कैडर के चार आइपीएस अधिकारियों को केंद्र सरकार ने आइजी के समकक्ष पद पर इंपैनल किया है। 2004 बैच के आइपीएस अजय यादव, संजीव शुक्ला, नेहा चंपावत और अभिषेक पाठक को इंपैनल किया गया है। अजय यादव आइजी इंटेलिजेंस, संजीव शुक्ला पुलिस मुख्यालय में चिटफंड एजेंसियों के भ्रष्टाचार की जांच के नोडल अधिकारी हैं। नेहा चंपावत गृह विभाग में विशेष सचिव और अभिषेक पाठक केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। पाठक बने आबकारी आयुक्त राज्य सरकार ने आइएएस जेपी पाठक को आबकारी आयुक्त की जिम्मेदारी सौंपी है। चार दिन पहले हुए तबादले में आबकारी आयुक्त के पद पर नियुक्ति नहीं हो पाई थी। वहीं, राज्य सरकार ने 2019 बैच के आइएएस ललितादित्य नीलम को तमिलनाडु कैडर के लिए रिलीव कर दिया है। आईपीएस ट्रांसफर का दौर जारी छत्तीसगढ़ शासन द्वारा भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारियों के नवीन पदस्थापना आदेश जारी किए गए थे। बता दें बीते दिन छत्तीसगढ़ के 15 आईपीएस अफसरों के तबादले किए गए थे। छ्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी। बता दें लाल उमेद सिंह का वर्तमान पदस्थापना पुलिस अधीक्षक जिला कबीरधाम से नवीन पदस्थापना जिला बलरामपुर किया गया है। वहीं आई एलेसेला कल्याण पुलिस अधीक्षक जिला बेमेतरा का नवीन पदस्थापना पुलिस अधीक्षक जिला सूरजपुर किया गया है। इसके अलावा पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव का ट्रांसफर दुर्ग से जिला कबीरधाम कर दिया गया है।

आईपीएस अभिषेक पल्लव की जीवनी IPS DR ABHISHEK PALLAV BIOGRAPHY IN HINDI

अभिषेक पल्लव किसी भी अपराधी को चोर को पकड़ने के बाद उससे जो भी पूछताछ करते हैं उसका वीडियो अपने सोशल मीडिया अकाउंट से सीधे जनता के साथ साझा करते हैं। वहां आईपीएस होने के साथ-साथ समाज में जागरूकता फैलाने का भी काम करते हैं वह अक्सर लोगों को जागरूक करते हैं कि किसी भी गलत काम को करने से पहले उसके परिणाम के बारे में जरूर सोचे। •वर्ष 2016 में आईपीएस अभिषेक पल्लव अपने पत्नी के साथ सुदूर नक्सली हिंसा प्रभावित गांव में स्थानीय लोगों के लिए मेडिकल कैंप लगाने का कार्य किया था। अब तक वसई करो मेडिकल कैंप लगा चुके हैं। मेडिकल कैंप इन लोगों की स्वास्थ्य समस्याओं की जांच की जाती है जरूरत पड़ने पर उन्हें पुलिस की एंबुलेंस जिला अस्पताल में भी रेफर किया जाता है।

IPS Officer Viral Video: एक IPS ऑफिसर ने सड़क किनारे गुब्बारे बेचने वाले एक बच्चे से मैथ सवाल पूछा। बच्चे के जवाब से आसपास के लोगों को आश्चर्य हुआ।

IPS Officer Viral Video: क्या आपने कभी सड़क किनारे गुब्बारे बेचने वाले बच्चों को देखा है? अगर हां तो क्या आपने उसके जीवन के बारे में जानने की कोशिश की कि वह ऐसा क्यों कर रहा है? दरअसल, लोग अपने जीवन में इतने व्यस्त और परेशान होते हैं कि दूसरे की मुसीबत में पड़ना ही नहीं चाहते, लेकिन कुछ लोगों में दयालुता का भाव होता है और वे मदद के लिए सामने आते हैं। छत्तीसगढ़ में दुर्ग के एसपी आईपीएस अधिकारी अभिषेक पल्लव (IPS Officer Abhishek Pallav) ने एक ऐसा काम किया है जिससे उन्होंने दिल जीता है। IPS Officer Viral Video हाल ही में इंटरनेट पर एक नया वीडियो वायरल हुआ है जिसमें आईपीएस अभिषेक पल्लव दुर्ग की सड़कों पर गुब्बारे बेचने वाले एक छोटे लड़के का सारा सामान खरीदकर उसकी मदद की. वीडियो में आईपीएस अधिकारी के दयालु भाव ने दर्शकों को मुस्कुराने पर मजबूर किया और हमें यकीन है कि आप भी वीडियो देखने के बाद कुछ ऐसा ही करेंगे. इस वीडियो को फेसबुक पर लखीसराय लाइव नाम के यूजर ने शेयर किया है और इसे 1.5 लाख बार देखा जा चुका है. छोटी लेकिन दिल को छू लेने वाली क्लिप में, एक छोटे लड़के को दुर्ग की सड़कों पर गुब्बारे बेचते हुए देखा जा सकता है. आईपीएस अभिषेक पल्लव द्वारा एक छोटे लड़के की मदद: सामान खरीदने से लेकर मैथ सवाल तक दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव अपनी टीम के साथ इलाके की निगरानी के दौरान एक छोटे लड़के के पास रुके और उससे सारे गुब्बारे खरीद लिए. IPS अधिकारी ने उससे एक मैथ का सवाल भी पूछा. उसने पूछा कि तुम्हारे गुब्बारे कितने के हैं? छोटा लड़का बोला- एक गुब्बारे का दाम 20 रुपये होता है। इसके बाद, आईपीएस अधिकारी ने कहा कि अगर मैं 20 गुब्बारे तुमसे खरीदता हूं तो कितने का होगा? छोटा लड़का बताया- 400 रुपय...

ये डॉ साहब लेते है आरोपियों की जमकर क्लास, जानिए कौन हैIPS Abhishek Pallava

IPS Abhishek Pallava UPSC Success Story : रायपुर, तोपचंद : छत्तीसगढ़ में इन दिनों एक नाम जोरों से छाया हुआ है। नाम है आईपीएस अभिषेक पल्लव। आपने यूट्यूब और सोशल मीडिया में इनके कई वीडियो देखे होंगे। कभी सड़क पर गाड़ियों को रोक कर ट्रैफिक नियमों की समझाइश देते हुए तो कभी अपराधियों की क्लास लेते हुए. ऐसे एसपी पल्लव इंटरनेट पर खूब तारीफे बटोर रहे है. मगर क्या आप जानते है. छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के एसपी पद पर तैनात अभिषेक पल्लव डॉक्टर से आईपीएस अधिकारी बने हैं. आईपीएस अभिषेक पल्लव मूल रूप से बिहार के बेगुसराय जिले के रहने वाले हैं. उनका जन्म 2 सितंबर 1982 को हुआ था. उन्होंने 2009 में एम्स से एमडी की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद साल 2012 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (UPSC CSE) क्रैक करके आईपीएस बने. अभिषेक के पिता ऋषि कुमार सेना में थे. इसलिए अभिषेक की स्कूलिंग सेना के स्कूल में हुई है. वह शुरू से ही आईपीएस बनना चाहते थे. लेकिन वह डॉक्टरी की पढ़ाई करने एम्स गए.

B. Sc फेल ठग...कमाई 7 लाख हर घंटे, 17 राज्यों की पुलिस को थी तलाश!

highlights • 100 लोगों से धोखाधड़ी कर चुके हैं ठग बाप-बेटे • 17 राज्यों में दर्ज हैं एफआईआर • नामा कंपनियों की फ्रंचाइजी दिलाने के नाम पर करते थे ठगी • 5 करोड़ से ज्यादा की कर चुके थे अबतक ठगी Patna: आईपीएस अभिषेक पल्लव जो कि छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के एसपी हैं, अक्सर सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं. खासकर आरोपियों से पूछताछ का उनका वीडियो सोशल मीडिया पर तैरता हुआ आपको आसानी से मिल जाएगा. एक ऐसा ही वीडियो आईपीएस अभिषेक पल्लव का वायरल हो रहा है जिसमें वह ठगों से ठगी के तरीके को ऑन कैमरा पूछ रहे हैं. दरअसल, दुर्ग जिले की पुलिस को एक शिकायत मिली थी कि 9 लाख रुपए किसी शख्स से नामी कंपनी की फ्रंचाइजी दिलाने के नाम पर ठग लिए गए थे. दुर्ग पुलिस ने विवेचना शुरू की. विवेचना के क्रम में ये निकलकर सामने आया कि बिहार के नवादा जिले में बैठकर एक पूरा परिवार ठगी का काम कर रहा था. ठगी के काम में आरोपी के साथ साथ उसकी पत्नी, भाई, पिता भी साथ देते थे. 15 दिन नवादा में रुकी दुर्ग पुलिस दुर्ग जिले की पुलिस ठगों को गिरफ्तार करने के लिए नवादा तो पहुंच गई लेकिन ठगों को गिरफ्तार करना आसान का नहीं था. पुलिस आने की भनक मिलते हुए आरोपी घर से फरार हो गया. उसे अच्छी तरह पता था कि पुलिस 1-2 दिन में वापस दुर्ग लौट जाएगी लेकिन दुर्ग पुलिस ने नवादा रुकना ठीक समझा. नवादा में रुककर पुलिस ने आरोपियों की लोकेशन, आईपी एड्रेस व अन्य टेक्निकल चीजों को ट्रेस करना शुरू किया. दो सप्ताह तक दुर्ग पुलिसकर्मी ठगों को ट्रेस करते रहे और मौका मिलते ही ठगों को धर दबोचा. हालांकि, कई आरोपी भागने में फरार हो गए. पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की और अपने साथ दुर्ग लेकर आई. 17 राज्यों में दर्ज हैं ठगी के मुकद...

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डॉक्टर से एसपी बने अभिषेक पल्लव की आंखें क्यों छलक पड़ीं?

मंगलवार को दंतेवाड़ा में नक्सली हमले में दो पुलिसकर्मी और एक पत्रकार की मौत हो गई थी. इस घटना के बारे में बताते हुए एसपी अभिषेक पल्लव भावुक हो गए. नई दिल्ली: आम तौर पर ऐसा होता है कि पुलिस एनकाउंटर में मारे गए लोगों के परिजन रोते हैं और पुलिस अधिकारी कैमरे पर बयान देने और अपना बखान करने में व्यस्त होते हैं. लेकिन छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में पहली बार ऐसा देखने को मिला कि एनकाउंटर के बाद पुलिस अधीक्षक एसपी अभिषेक पल्लव कैमरे के सामने रो पड़े. मंगलवार को दंतेवाड़ा में एक नक्सली हमले में दो पुलिसकर्मी और दूरदर्शन के एक कैमरामैन की मौत हो गई थी. यहां पर पुलिस और कई मीडियाकर्मियों की टीम निलवाया गांव में आई थी, जहां पर गांव के लोग 20 साल बाद 12 नवंबर को वोट डालने जा रहे हैं. नक्सल हमले की इस घटना के बारे में बताते हुए एसपी अभिषेक पल्लव भावुक हो गए. अभिषेक ने दिप्रिंट को बताया, ‘पत्रकारों और पुलिसकर्मियों पर 100 से लेकर 150 नक्सलियों ने हमला बोला था.’ बौखलाए नक्सलियों ने किया मीडिया पर हमला प्रेस कांफ्रेंस में भावुक होते हुए उन्होंने कहा, ‘उनको बचाना संभव नहीं था तो हमने एंबुलेंस का इंतज़ार किया, एंबुलेंस से उनको यहां से भेजा. हमने पूरे इलाके को घेरा, जो दो हथियार उन्होंने लूट लिए थे हम उसे वापस पाने में असफल रहे. दो नक्सलियों को भी गोली लगी है. वे कहीं आसपास होंगे.’ अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें. अभी सब्सक्राइब करें उन्होंने मीडिया को दिए बयान में बताया, ‘दो तीन पहले ...

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एम्स की डॉक्टरी छोड़ IPS बने अभिषेक पल्लव ने सेवा से जीता आदिवासियों का दिल रायपुर, 21 मार्च 2023। एक पुलिस अधिकारी का नाम लेते ही आमतौर पर एक दबंग छवि बन जाती है। लेकिन हम एक ऐसे आईपीएस ऑफिसर की कहानी बताएंगे जिनकी बातचीत का लहजा बेहद नरम है। बस्तर और दंतेवाड़ा जैसे जंगली नक्सली इलाकों में इस आईपीएस ने लोगों का दिल जीत लिया। इस आईपीएस अधिकारी का नाम अभिषेक पल्लव (Abhishek Pallav) है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एसपी के पद पर तैनात अभिषेक पल्लव डॉक्टर से आईपीएस अधिकारी बने हैं। आईपीएस अभिषेक पल्लव बिहार के बेगूसराय जिले के रहने वाले हैं। 2 सितंबर 1982 को उनका जन्म हुआ । 2009 में एम्स से एमडी की पढ़ाई पूरा किया। फिर 2012 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (यूपीएससी सीएसई) क्रैक कर आईपीएस बन गए। अभिषेक के पिता ऋषि कुमार आर्मी में थे। इसलिए अभिषेक की पढ़ाई एक मिलिट्री स्कूल में हुई। वह शुरू से ही आईपीएस बनना चाहते थे। लेकिन वह एम्स में मेडिकल की पढ़ाई करने गए। उन्होंने मनोरोग का अध्ययन किया। आईपीएस अभिषेक पल्लव का पहला मिशन छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन था। वह यहां तीन साल तक रहे। इसके बाद वे कोंडागांव के एसपी बने। वह यहां भी करीब एक साल तक रहे । इसके बाद उन्हें फिर से एसपी दंतेवाड़ा बना दिया गया। आईपीएस अभिषेक पल्लव एक प्रशिक्षित मनोचिकित्सक हैं और उनकी पत्नी डॉ. यशा पल्लव त्वचा विशेषज्ञ हैं। 2016 से, यह दंपति नक्सली हिंसा से प्रभावित दूरदराज के गांवों में स्थानीय लोगों के लिए चिकित्सा शिविर आयोजित कर रहे हैं। वह अब तक सैकड़ों मेडिकल कैंप लगा चुके हैं। चिकित्सा शिविर में लोगों की स्वास्थ्य समस्याओं की जांच की जाती है। जरूरत पड़ी तो पुलिस एंबुले...