आईसीडीएस पोषण अभियान

  1. सरकार की योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ लाभुकों तक पहुंचाने के दिए निर्देश
  2. स्मृति जुबिन ईरानी ने लॉन्च किया "पोषण भी, पढ़ाई भी
  3. ICDS works reviewed
  4. स्मृति जुबिन ईरानी ने लॉन्च किया "पोषण भी, पढ़ाई भी
  5. ICDS works reviewed
  6. सरकार की योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ लाभुकों तक पहुंचाने के दिए निर्देश


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सरकार की योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ लाभुकों तक पहुंचाने के दिए निर्देश

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा पदत्त सभी सुविधा लाभुकों तक शत प्रतिशत पहुचाएं। प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र में स्कूल पूर्व शिक्षा में सभी पंजीकृत बच्चों की उपस्थिति एवं केंद्र के साफ-सफाई को सुनिश्चित कराने का भी निर्देश दिया। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना अंतर्गत लक्ष्य के विरुद्ध आवेदन प्राप्त नहीं करने पर डीएम ने नाराजगी जताई।उन्होंने अगली बैठक से पूर्व शत प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण करने का निर्देश दिया। सेविकाओं को सभी योग्य लाभुकों का डाटा इंट्री आधार के साथ सत्यापन कर पोषण ट्रैकर एप्लिकेशन पर अपलोड करने का निर्देश दिया। डीएम ने सेविका को प्रत्येक सप्ताह, महिला सुपरवाइजर को 15 दिनों में एवं सीडीपीओ को दो महीने में एक बार अतिकुपोषित बच्चों के घर जाकर देखरेख करने का निर्देश दिया। भूमिहीन एवं किराये पर संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों को नजदीकी विद्यालय परिसर में जमीन की उपलब्धता का चयन करने एवं विद्यालय में खाली कमरे में शिफ्ट कराने का निर्देश दिया गया। सभी सीडीपीओ को आंगनवाड़ी केन्द्रों पर पोषण वाटिका लगाने का निर्देश दिया गया।

स्मृति जुबिन ईरानी ने लॉन्च किया "पोषण भी, पढ़ाई भी

Tags: केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री, स्मृति जुबिन ईरानी ने 12 मई को मिशन सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 के तहत प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा कार्यक्रम " पोषण भी, पढाई भी" लॉन्च किया। खबर का अवलोकन • इस अभियान के तहत 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को पोषण के साथ-साथ बेहतर शिक्षा देने के लिए देश भर की आंगनबाड़ियों में काम किया जाएगा। • देशभर में करीब 13 लाख 90 हजार आंगनबाड़ी हैं, जिनमें छात्रों को बेहतर पोषण के साथ-साथ बेहतर शिक्षा देने का काम किया जा रहा है। • राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत 3 से 6 वर्ष की आयु के बच्चों के मानसिक विकास के संबंध में निप्सिड द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। • मंत्रालय द्वारा ग्राम पंचायतों में 51 लाख से अधिक गतिविधियां संचालित की जा चुकी हैं, साथ ही भारत में बने खिलौनों के माध्यम से आंगनबाड़ियों में आने वाले बच्चों के लिए प्रारंभिक शिक्षा पर जोर दिया जा रहा है। सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 के बारे में • इस योजना को 15वें वित्त आयोग की अवधि 2021-22 से 2025-26 के दौरान कार्यान्वयन के लिए भारत सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया था। • यह एक एकीकृत पोषण सहायता कार्यक्रम है। • इसे बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के बीच कुपोषण की चुनौतियों का समाधान करने के लिए लागू किया गया है। • पुनर्गठित योजना में आईसीडीएस, पोषण अभियान, किशोरियों के लिए योजना (एसएजी) और राष्ट्रीय क्रेच योजना शामिल हैं। पोषण 2.0 के उद्देश्य • कुपोषण की चुनौतियों का समाधान • देश की मानव पूंजी के विकास में योगदान • बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण जागरूकता और खाने की अच्छी आदतों को बढ़ावा • प्रमुख रणनीतियों के माध्यम से पोषण संबंधी क...

ICDS works reviewed

किशनगंज, एक प्रतिनिधि । प्रभारी जिलाधिकारी, स्पर्श गुप्ता की अध्यक्षता में आईसीडीएस के कार्यों की समीक्षात्मक बैठक रचना भवन में आहुत की गई। बैठक में आईसीडीएस अंतर्गत क्रियान्वित सभी योजनाओं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, राष्ट्रीय पोषण अभियान के साथ- साथ आंगनबाड़ी केंद्र स्तर पर संचालित सभी कार्यों की गहन समीक्षा की गई। प्रभारी डीएम के द्वारा द्वारा सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र में स्कूल पूर्व शिक्षा में सभी पंजीकृत बच्चों की उपस्थिति एवं केंद्र के साफ-सफाई को सुनिश्चित करेंगे। केंद्र निरीक्षण में अनियमितता पर कार्रवाई,भवन निर्माण की स्थिति पर समीक्षा की गई। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना अंतर्गत समीक्षा के क्रम में प्रभारी जिलाधिकारी द्वारा लक्ष्य के विरूद्ध आवेदन प्राप्त नहीं करने पर खेद व्यक्त किया गया एवं निर्देश दिया गया कि अगली बैठक तक इसे पूर्ण कर लिया जाए। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना अंतर्गत सभी परियोजनाओं में पिछले माह की तुलना में प्रगति संतोषप्रद पाया गया। सभी महिला पर्यवेक्षिका को उक्त योजना अंतर्गत सभी योग्य कन्या लाभार्थी का चयन कर लाभ देने का निर्देश दिया गया। पोषण अभियान अंतर्गत पोषण ट्रैकर डैशबोर्ड में लाभार्थियों के इंट्री की गहन समीक्षा की गई। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि पोषण ट्रैकर एप्लिकेशन में सेविकाओं द्वारा सभी योग्य लाभार्थियों का इंट्री आधार सत्यापन के साथ कराने का निर्देश दिया गया। के घर भ्रमण कर बच्चों के अभिभावक को उचित सलाह एवं अनुश्रवण हेतु निर्देशित किया गया।

स्मृति जुबिन ईरानी ने लॉन्च किया "पोषण भी, पढ़ाई भी

Tags: केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री, स्मृति जुबिन ईरानी ने 12 मई को मिशन सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 के तहत प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा कार्यक्रम " पोषण भी, पढाई भी" लॉन्च किया। खबर का अवलोकन • इस अभियान के तहत 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को पोषण के साथ-साथ बेहतर शिक्षा देने के लिए देश भर की आंगनबाड़ियों में काम किया जाएगा। • देशभर में करीब 13 लाख 90 हजार आंगनबाड़ी हैं, जिनमें छात्रों को बेहतर पोषण के साथ-साथ बेहतर शिक्षा देने का काम किया जा रहा है। • राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत 3 से 6 वर्ष की आयु के बच्चों के मानसिक विकास के संबंध में निप्सिड द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। • मंत्रालय द्वारा ग्राम पंचायतों में 51 लाख से अधिक गतिविधियां संचालित की जा चुकी हैं, साथ ही भारत में बने खिलौनों के माध्यम से आंगनबाड़ियों में आने वाले बच्चों के लिए प्रारंभिक शिक्षा पर जोर दिया जा रहा है। सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 के बारे में • इस योजना को 15वें वित्त आयोग की अवधि 2021-22 से 2025-26 के दौरान कार्यान्वयन के लिए भारत सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया था। • यह एक एकीकृत पोषण सहायता कार्यक्रम है। • इसे बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के बीच कुपोषण की चुनौतियों का समाधान करने के लिए लागू किया गया है। • पुनर्गठित योजना में आईसीडीएस, पोषण अभियान, किशोरियों के लिए योजना (एसएजी) और राष्ट्रीय क्रेच योजना शामिल हैं। पोषण 2.0 के उद्देश्य • कुपोषण की चुनौतियों का समाधान • देश की मानव पूंजी के विकास में योगदान • बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण जागरूकता और खाने की अच्छी आदतों को बढ़ावा • प्रमुख रणनीतियों के माध्यम से पोषण संबंधी क...

ICDS works reviewed

किशनगंज, एक प्रतिनिधि । प्रभारी जिलाधिकारी, स्पर्श गुप्ता की अध्यक्षता में आईसीडीएस के कार्यों की समीक्षात्मक बैठक रचना भवन में आहुत की गई। बैठक में आईसीडीएस अंतर्गत क्रियान्वित सभी योजनाओं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, राष्ट्रीय पोषण अभियान के साथ- साथ आंगनबाड़ी केंद्र स्तर पर संचालित सभी कार्यों की गहन समीक्षा की गई। प्रभारी डीएम के द्वारा द्वारा सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र में स्कूल पूर्व शिक्षा में सभी पंजीकृत बच्चों की उपस्थिति एवं केंद्र के साफ-सफाई को सुनिश्चित करेंगे। केंद्र निरीक्षण में अनियमितता पर कार्रवाई,भवन निर्माण की स्थिति पर समीक्षा की गई। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना अंतर्गत समीक्षा के क्रम में प्रभारी जिलाधिकारी द्वारा लक्ष्य के विरूद्ध आवेदन प्राप्त नहीं करने पर खेद व्यक्त किया गया एवं निर्देश दिया गया कि अगली बैठक तक इसे पूर्ण कर लिया जाए। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना अंतर्गत सभी परियोजनाओं में पिछले माह की तुलना में प्रगति संतोषप्रद पाया गया। सभी महिला पर्यवेक्षिका को उक्त योजना अंतर्गत सभी योग्य कन्या लाभार्थी का चयन कर लाभ देने का निर्देश दिया गया। पोषण अभियान अंतर्गत पोषण ट्रैकर डैशबोर्ड में लाभार्थियों के इंट्री की गहन समीक्षा की गई। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि पोषण ट्रैकर एप्लिकेशन में सेविकाओं द्वारा सभी योग्य लाभार्थियों का इंट्री आधार सत्यापन के साथ कराने का निर्देश दिया गया। के घर भ्रमण कर बच्चों के अभिभावक को उचित सलाह एवं अनुश्रवण हेतु निर्देशित किया गया।

सरकार की योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ लाभुकों तक पहुंचाने के दिए निर्देश

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा पदत्त सभी सुविधा लाभुकों तक शत प्रतिशत पहुचाएं। प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र में स्कूल पूर्व शिक्षा में सभी पंजीकृत बच्चों की उपस्थिति एवं केंद्र के साफ-सफाई को सुनिश्चित कराने का भी निर्देश दिया। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना अंतर्गत लक्ष्य के विरुद्ध आवेदन प्राप्त नहीं करने पर डीएम ने नाराजगी जताई।उन्होंने अगली बैठक से पूर्व शत प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण करने का निर्देश दिया। सेविकाओं को सभी योग्य लाभुकों का डाटा इंट्री आधार के साथ सत्यापन कर पोषण ट्रैकर एप्लिकेशन पर अपलोड करने का निर्देश दिया। डीएम ने सेविका को प्रत्येक सप्ताह, महिला सुपरवाइजर को 15 दिनों में एवं सीडीपीओ को दो महीने में एक बार अतिकुपोषित बच्चों के घर जाकर देखरेख करने का निर्देश दिया। भूमिहीन एवं किराये पर संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों को नजदीकी विद्यालय परिसर में जमीन की उपलब्धता का चयन करने एवं विद्यालय में खाली कमरे में शिफ्ट कराने का निर्देश दिया गया। सभी सीडीपीओ को आंगनवाड़ी केन्द्रों पर पोषण वाटिका लगाने का निर्देश दिया गया।