आज चंद्रग्रहण है क्या 2023

  1. Chandra Grahan 2023: 5 May will be the first lunar eclipse know timing where it will be visible and how to watch live
  2. चंद्रग्रहण मंत्र जाप 2023: आज चंद्रग्रहण में मंत्र जाप क्यों करें ?
  3. Chandra Grahan 2023: आज दिखाई देगा साल का पहला चन्द्र ग्रहण, जानें भारत में दिखाई देगा या नहीं
  4. Chandra Grahan 2023: बस कुछ ही घंटों में लगने वाला है चंद्रग्रहण, अभी से हो जाएं सतर्क, जानें क्या करें और क्या न करें
  5. Chandra Grahan 2023: जल्द ही लगने जा रहा है साल का पहला चंद्र ग्रहण, क्या भारत में भी देखा जा सकेगा?


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Chandra Grahan 2023: 5 May will be the first lunar eclipse know timing where it will be visible and how to watch live

First Lunar Eclipse, Chandra Grahan Of 2023 On May 5: साल का पहला चंद्र ग्रहण, जो एक पेनुमब्रल यानी उपच्छाया चंद्रग्रहण होग। उपच्छाया चंद्रग्रहण 5 मई को रात लगभग 8:44 बजे से शुरू होगा। ग्रहण अपने चरम पर या अधिकतम चरण पर लगभग रात 10:52 बजे पर पहुंच जाएगा। पेनुमब्रल ग्रहण 6 मई को लगभग 1:01 बजे समाप्त होगा। Timeandate.com के मुताबिक, यह सितंबर 2042 तक का सबसे गहरा पेनुमब्रल ग्रहण होगा। चंद्र ग्रहण की कुल अवधि चार घंटे 15 मिनट की होगी। 5 मई को लगेगा साल का पहला चंद्रग्रहण, इन 4 राशि के जातक हो जाएं सतर्क उपच्छाया या चंद्रग्रहण क्या होता है? उपच्छाया चंद्रग्रहण वह होता है जिसमें चंद्रमा पृथ्वी की उपछाया या ग्रह की छाया के मंद बाहरी भाग से होकर गुजरता है। पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण के दौरान चंद्रमा आमतौर पर मंद होता है। इसके अलावा, चंद्रमा केवल पृथ्वी के गर्भ को याद करता है जो कि ग्रह की छाया का गहरा, आंतरिक भाग है। इस प्रकार का ग्रहण तब होता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा अपूर्ण रूप से एक रेखा में होते हैं और सूर्य के कुछ प्रकाश को पृथ्वी द्वारा सीधे चंद्रमा की सतह तक पहुंचने से रुकता है। उपच्छाया चंद्रग्रहण कहां-कहां आएगा नजर- 5 मई को लगने वाला उपछाया चंद्र ग्रहण एशिया, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका, यूरोप और अटलांटिक, भारतीय और प्रशांत महासागरों के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। 5 मई कोलगने वाले उपछाया चंद्रग्रहण के बारे में वो सब कुछ जो आप जानना चाहते हैं किस तरह का नजर आएगा उपछाया चंद्रग्रहण- चंद्र ग्रहण का अधिकतम चरण वह बिंदु होता है जब लगभग पूरा चंद्रमा पृथ्वी के गर्भ के अंदर होता है। इसलिए अधिकतम चरण के दौरान, चंद्रमा एक गोल कुकी की तरह दिखाई नहीं देगा जिसमें से एक टुकड़ा नि...

चंद्रग्रहण मंत्र जाप 2023: आज चंद्रग्रहण में मंत्र जाप क्यों करें ?

आज वैशाख महीने की पूर्णिमा तिथि है। यह दिन बुद्ध पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। आज यानि 5 मई को साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है।यह उपच्छाया चंद्र ग्रहण है जो भारत में नजर नहीं आएगा। इस वजह से इसमें सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। ग्रहण एक खगोलीय घटना है लेकिन इसे शास्त्रों से जोड़कर देखा जाता है। वीडियो में देखें चंद्रग्रहण मंत्र जाप 2023 | आज चंद्रग्रहण में मंत्र जाप क्यों करें ?

Chandra Grahan 2023: आज दिखाई देगा साल का पहला चन्द्र ग्रहण, जानें भारत में दिखाई देगा या नहीं

वर्ष 2023 का पहला चन्द्र ग्रहण 5 मई को लगने वाला है. अभी हाल ही में साल का पहला सूर्यग्रहण 20 अप्रैल को लगा था. इस वर्ष की शुरुआत में 15 दिनों में दो ग्रहण देखने को मिल रहा है. बुद्ध पूर्णिमा के दिन साल का पहला चन्द्र ग्रहण लगने जा रहा है. यह चंद्रग्रहण एक उपच्छाया (Penumbra) ग्रहण है, उपच्छाया चंद्रग्रहण तब दिखाई देता है, जब चंद्रमा केवल पृथ्वी की उपछाया में ही गुजरता है. साल का दूसरा चन्द्र ग्रहण 28 अक्टूबर को लगेगा. चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच से गुजरती है. सूर्य ग्रहण और चन्द्र ग्रहण ये सब एक खगोलीय घटनायें है जो समय-समय पर घटित होती रहती है. साल का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल को लगा था, जो एक हाइब्रिड सूर्यग्रहण था. 2023 का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर को लगेगा. साल का पहला चन्द्र ग्रहण: इस वर्ष का पहला चंद्र ग्रहण 5-6 मई को दिखाई देगा. यह खगोलीय घटना रात में 8 बजकर 46 मिनट से शुरू होकर मध्यरात्रि के बाद (06 मई) 1 बजकर 02 मिनट पर समाप्त होगी. इस चंद्र ग्रहण की अवधि लगभग 4 घंटे 15 मिनट की होगी. पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण 2023 : इस पेनुमब्रल ग्रहण के दौरान, चंद्रमा पृथ्वी की छाया के बाहरी भाग (जिसे पेनम्ब्रा के रूप में जाना जाता है) में गहराई या लगभग पूर्ण रूप से गुजरता है. इस ग्रहण का उम्ब्रल मैग्नीट्यूड (Umbral magnitude) -0.046 है, इसका अर्थ यह है कि चंद्रमा पृथ्वी की छाया के गहरे, आंतरिक भाग को मिस करता है. यह सितंबर 2042 तक का सबसे डीप पेनुमब्रल ग्रहण है. कब और कहां देख सकते है पहला चन्द्र ग्रहण? साल का पहला चन्द्र ग्रहण, यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, अंटार्कटिका, प्रशांत अटलांटिक और हिंद महासागर में दिखाई देगा. साथ ही यह अन्य ...

Chandra Grahan 2023: बस कुछ ही घंटों में लगने वाला है चंद्रग्रहण, अभी से हो जाएं सतर्क, जानें क्या करें और क्या न करें

Lunar Eclipse 2023: आज वैशाख पूर्णिमा पर साल 2023 का पहला चंद्रग्रहण लगने जा रहा है. रात 8 बजकर 44 मिनट से चंद्रग्रहण की शुरुआत हो जाएगी, जो कि अगले दिन 6 मई को 1 बजकर 02 मिनट तक रहेगी यानी आज मध्य रात्रि तक रहेगी. कुल मिलाकर इस चंद्रग्रहण का काल लगभग 4 घंटे 15 मिनट का होगा. ज्योतिष के जानकारों के अनुसार यह चंद्रग्रहण तुला राशि में स्वाति नक्षत्र में आरंभ होगा, जबकि ग्रहण का मध्य और इसका अंत विशाखा नक्षत्र में होगा. वहीं इस दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए. उन्हें ग्रहण काल में चाकू, सुई और कैंची जैसी नुकीली वस्तुओं का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. वहीं इस दौरान भोजन से भी परहेज करना चाहिए. भारत में दिखेगा चंद्रग्रहण इस चंद्रग्रहण को भारत में भी देखा जा सकेगा. इसके अलावा इसे ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, पेसिफिक, दक्षिण पूर्वी यूरोप, एशिया के अधिकांश हिस्से, न्यूजीलैंड, अटलांटिक, अंटार्कटिका और हिंद महासागर में देखा जा सकेगा. आज लगने वाला चंद्रग्रहण उपछाया चंद्रग्रहण है. ऐसे चंद्र को मालिन्य (Penumbra) कहा जाता है. क्योंकि इस दौरान चंद्रमा कुछ धुंधला सा दिखाई देता है, जैसे कि वह कुछ उदास है. चंद्रमा धरती की उपछाया में प्रवेश कर वहीं से बाहर निकल जाता है. धार्मिक रूप से इस चंद्रग्रहण का कोई महत्व नहीं है, इसलिए सूतक काल भी लागू नहीं होता है. चंद्रग्रहण को लेकर बरतें सतर्कता चंद्रग्रहण के दौरान अपने व्यवहार को लेकर सजग रहें. इस दिन क्रोध करने से आने वाले 15 दिन आपके लिए नुकसानदायक हो सकते हैं. वहीं ग्रहण काल के दौरान भोजन और पूजा पाठ करने से भी बचें. चंद्रग्रहण के दौरान तो वैसे कोशिश करें की बाहर न निकलना पड़े लेकिन अगर निकलते हैं तो किसी भी सुनसान जगह या श्मशान भूमि क...

Chandra Grahan 2023: जल्द ही लगने जा रहा है साल का पहला चंद्र ग्रहण, क्या भारत में भी देखा जा सकेगा?

Chandra Grahan 2023 kab hai: हिंदू धर्म में इस खगोलीय घटना का बहुत अधिक धार्मिक महत्व होता है. ज्योतिष के अनुसार चंद्र ग्रहण अशुभ क्रिया मानी जाती है. मान्यता यह भी है कि इसका व्यक्ति के ऊपर दुष्प्रभाव पड़ता है साथ ही जीवन में आने वाली परेशानियों का कारक भी बनता है. वैज्ञानिक नजरिए से यह महज ग्रहों में होने वाला एक बदलाव है, जिसमें पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है. ज्योतिष के अनुसार चंद्र ग्रहण के कारण राशियों में भी कुछ बदलाव होते हैं. हालांकि, किसी के लिए यह बदलाव सुखद तो किसी के लिए परेशानी का कारण बन जाता है. जब ग्रहण लगता है तो उसी वक्त सूतक काल भी लग जाता है. धार्मिक नजरिए से इस दौरान कोई भी कार्य नहीं करना चाहिए, खास करके कोई शुभ कार्य. तो आइए जानते हैं कब लगेगा साल का पहला चंद्र ग्रहण. कब लगेगा चंद्र ग्रहण साल का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई 2023 दिन शुक्रवार को लगने जा रहा है. इस बार का चंद्रग्रहण उपछाया ग्रहण रहने वाला है. ग्रहण 5 मई की रात्रि 08:45 से शुरू होगा जो 06 मई को रात 01:00 बजे समाप्त होगा. हालांकि, यह ग्रहण भारत में नहीं देखा जा सकेगा. माना जाता है कि चंद्र ग्रहण के 9 घंटे पहले से ही सूतक काल लग जाता है, लेकिन यह चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा इसलिए इसका सूतक काम भी नहीं माना जाएगा. क्या होता है उपच्छाया चंद्र ग्रहण ऐसा माना जाता है कि जब चांद पर पृथ्वी की परछाई न पड़कर उसकी उपछाया पड़ती है, तो उसे उपच्छाया चंद्र ग्रहण कहा जाता है. ग्रहण लगने से पहले चंद्रमा पृथ्वी की उपछाया में प्रवेश करता है. इस प्रक्रिया को मालिन्य कहा जाता है. जिसके बाद चंद्रमा पृथ्वी की असल छाया में प्रवेश करता है और तभी ग्रहण लगता है. इसी के कारण चांद की परछाई सिर्फ धुंधली दिख...