आज की अमावस्या कितने बजे तक है 2022

  1. Mahalaya Amavasya 2022:आज है सर्व पितृ अमावस्या, जानें इसका धार्मिक महत्व और मुहूर्त
  2. फरवरी 2022 की अमावस्या कितनी तारीख को है? – Expert
  3. हलहारिणी अमावस्या 2022: 28 या 29 जून, जानिए कब है इस साल की आषाढ़ अमावस्या? पितृ शांति के लिए होती है विशेष पूजा
  4. Mauni Amavasya 2022 date time sanan daan puja muhurat today do not these work
  5. aaj ka panchang shanichari amavasya bhadprad amavasya 27 august 2022 saturday panchang
  6. Somvati Amavasya 2022: Know from Panchang till what time is somvati Amavasya till today vat savutri vrat
  7. Aaj Ka Panchang Solar Eclipse And Shani Amavasya Today Know Auspicious Time


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Mahalaya Amavasya 2022:आज है सर्व पितृ अमावस्या, जानें इसका धार्मिक महत्व और मुहूर्त

Mahalaya Amavasya 2022: पंचांग के अनुसार पितृपक्ष का समापन महालया अमावस्या पर माना जाता है। पितृपक्ष महत्वपूर्ण दिन माने जाते हैं। इन दिनों में पितरों की शांति के लिए तर्पण और श्राद्ध किया जाता है। पितृपक्ष पूरे 15 दिनों का होता है इसके आखिरी दिन पर अमावस्या पड़ती है। इसी अमावस्या को सर्व पितृ अमावस्या भी कहते हैं। अन्य शास्त्रों के अनुसार प्रत्येक वर्ष इसी दिन मां दुर्गा धरती पर आती हैं। महालया से ही पश्चिम बंगाल में 10 दिवसीय वार्षिक दुर्गा पूजा उत्सव का आरंभ हो जाता है। सर्व पितृ अमावस्या इस वर्ष आज यानी 25 सितंबर, रविवार को मनाया जा रहा है। महालया अमावस्या पर लोग पवित्र नदी में स्नान करके अपने पूर्वजों का तर्पण, पिंडदान, श्राद्ध कर उनकी विदाई के काम करते हैं पितृपक्ष और महालय अमावस्या पितरों को याद करने का दिन माना जाता है। आइए जानते हैं अमावस्या का मुहूर्त और धार्मिक महत्व। महालया अमावस्या का महत्व पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने के अलावा, यह दिन सत्य और साहस की शक्ति और बुराई पर अच्छाई की जीत को उजागर करने के लिए मनाया जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, यह माना जाता है कि देवी दुर्गा को सभी सर्वोच्च देवताओं की शक्तियों द्वारा महिषासुर नाम के एक राक्षस को मारने के लिए बनाया गया था, जिसके बारे में कहा जाता है कि उसने पृथ्वी पर विनाश किया था। महालया अमावस्या पर क्या करें • महालया अमावस्या के दिन ब्रहमाणों को भोजन कराकर उनको दान दक्षिणा दें। • मान्यता है कि ऐसा करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। • वे प्रसन्न होकर अपने वंशजों को आशीर्वाद प्रदान करते है। • महालया अमावस्या के दिन पितरों को दूध, तिल, कुशा, पुष्प मिश्रित जल से तर्पण करें। • पूर्वजों के निमित्त उनकी प...

फरवरी 2022 की अमावस्या कितनी तारीख को है? – Expert

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • फरवरी 2022 की अमावस्या कितनी तारीख को है? Bhaumvati Amavasya 1 February 2022 मंगलवार के दिन अमावस्या अमावस्या 1 फरवरी दिन मंगलवार को सुबह 11 बजकर 16 मिनट तक रहेगी। मंगलवार को अमावस्या तिथि सुबह से ही है इसलिए इस दिन अमावस्या पूरे दिन रहेगी। मार्च 2022 में अमावस्या कब है? Amavasya 2022: 31 मार्च और 1 अप्रैल को चैत्र मास की अमावस्या, जानिए किस दिन करें श्राद्ध और किस दिन स्नान-दान? हिंदू पंचांग के अनुसार हर महीने के कृष्ण पक्ष के अंतिम दिन की तिथि अमावस्या (Amawasya 2022) होती है। इसके बाद से शुक्ल पक्ष शुरू होता है। 2022 में अमावस्या सोमवारी कब है? इस साल सोमवती अमावस्या 30 मई 2022 को है। खास बात यह है कि साल की आखिरी सोमवती अमावस्या भी यही है। हिंदू पंचांग के अनुसार, साल में केवल दो ही सोमवती अमावस्या आती हैं। पहली सोमवती अमावस्या 31 जनवरी को थी और दूसरी सोमवती अमावस्या 30 मई को पड़ रही है। आज अमावस है क्या 2022? हलहारिणी अमावस्या की तिथि हिंदू पंचांग के अनुसार हलहाारिणी अमावस्या 28 और 29 जून को पड़ रही है. हलहारिणी अमावस्या 28 जून, मंगलवार को है सुबह 5:52 बजे शुरू होगी और 29 जून 2022 की सुबह 8:21 बजे तक रहेगी. 28 जून के दिन श्राद्ध और पितरों की विशेष पूजा की जाएगी. जबकि 29 जून को स्नान और दान की अमावस्या होगी. मार्च महीने में अमावस कब है? 31 मार्च, गुरुवार को श्राद्ध कर्म के लिए अमावस्या सही है और स्नान और दान के लिए शुक्रवार को अमावस्या सही रहेगी। अमावस्या तिथि प्रारंभ- 31 मार्च को दोपहर 12 बजकर 22 मिनट से शुरू होगी। अमावस्या तिथि समाप्त- 01 अप्रैल को सुबह 11 बजकर 53 मिनट तक। अप्रैल में अमावस्या कितनी तारीख को...

हलहारिणी अमावस्या 2022: 28 या 29 जून, जानिए कब है इस साल की आषाढ़ अमावस्या? पितृ शांति के लिए होती है विशेष पूजा

• • Faith Hindi • हलहारिणी अमावस्या 2022: 28 या 29 जून, जानिए कब है इस साल की आषाढ़ अमावस्या? पितृ शांति के लिए होती है विशेष पूजा हलहारिणी अमावस्या 2022: 28 या 29 जून, जानिए कब है इस साल की आषाढ़ अमावस्या? पितृ शांति के लिए होती है विशेष पूजा आषाढ़ माह में पड़ने वाली अमावस्या को हलहारिणी अमावस्या कहते हैं और इस दिन पितरों की शांति के लिए विशेष प्रकार की पूजा की जाती है. इस बार में हलहारिणी अमावस्या दो दिन पड़ रही है. Halharini Amavasya 2022: आषाढ़ महीने में आने वाली अमावस्या को हलहारिणी अमावस्या कहा जाता है और इस बार इसकी डेट को लेकर लोग काफी असमंजस में है. क्योंकि इस बार आषाढ़ माह ही अमावस्या ति​थि 28 और 29 जून दो दिन बताई जा रही है. हिंदू धर्म में इस अमावस्या का विशेष महत्व है क्योंकि इस दिन पितृ शांति के लिए विशेष प्रकार की पूजा की जाती है. साथ ही इस दिन दान का भी काफी महत्व है. आइए जानते हैं इस बार किस दिन पड़ेगी हलहारिणी अमावस्या और इसकी पूजन विधि. Also Read: • • • हलहारिणी अमावस्या की तिथि हिंदू पंचांग के अनुसार हलहाारिणी अमावस्या 28 और 29 जून को पड़ रही है. हलहारिणी अमावस्या 28 जून, मंगलवार को है सुबह 5:52 बजे शुरू होगी और 29 जून 2022 की सुबह 8:21 बजे तक रहेगी. 28 जून के दिन श्राद्ध और पितरों की विशेष पूजा की जाएगी. जबकि 29 जून को स्नान और दान की अमावस्या होगी. हलहारिणी अमावस्या का महत्व हलहारिणी अमावस्या 2022 यानि आषाढ़ माह की अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. क्योंकि यह अमावस्या पितरों की शांति के लिए होती है और इस दिन पितरों की विशेष पूजा की जाती है. इस अमावस्या के दिन पितरों के नाम से कपड़ व अन्न का दान करना महत्वपूर्ण होता हे. मान्यता है कि ऐसा करने स...

Mauni Amavasya 2022 date time sanan daan puja muhurat today do not these work

शास्त्रों में माघ माह में पड़ने वाली अमावस्या को काफी शुभ माना गया है. माघ महीने में पड़ने के कारण इसे माघी अमावस्या या मौनी अमावस्या के नाम से भी जाता है. वैसे तो अमावस्या का दिन पितरों को समर्पित होता है. लेकिन मौनी अमावस्या पर किसी पवित्र नदी में स्नान कर पितरों का तर्पण किया जाता है. इसलिए शनिदेव और भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए. इससे आपको सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है. मौनी अमावस्या पर मौन व्रत रखने की भी परंपरा है. इसलिए इसे मौनी अमावस्या कहा जाता है. स्नान दान का शुभ मुहूर्त- अमावस्या तिथि शुरू- सोमवार 31 जनवरी, दोपहर 2:18 बजे से अमावस्या तिथि समाप्त- मंगलवार 1 फरवरी, सुबह 11:15 बजे स्नान-दान का समय- मंगलवार 1 फरवरी, 11:15 तक बता दें कि सोमवार दोपहर को ही अमावस्या तिथि लग गई थी. लेकिन उदयकाल होने के कारण स्नान दान और पितरों का तर्पण आज का समय शुभ माना जा रहा है. Basant Panchami 2022: बसंत पंचमी पर विद्यार्थी जरूर करें ये उपाय, पढ़ने में लगेगा मन मौनी अमावस्या पर न करें ये- 1. आज मौन व्रत रखने की परंपरा है. लेकिन अगर आप व्रत नहीं भी रखते हैं फिर इस दिन किसी से वाद-विवाद नहीं करना चाहिए. इसलिए आज बहस में न पड़ें. 2. अमावस्या की रात काली रात होती है. इसलिए इस दिन कब्रिस्तान या श्मशान घाट के पास नहीं घूमना चाहिए. इससे नकारात्मक शक्तियां प्रभावित होती है. 3. आज के दिन पति-पत्नी को ब्रह्माचार्य का पालन करना चाहिए. 4. अमावस्या के दिन पीपल पेड़ की पूजा जरूर करें. पेड़ के पास दीपक जलाएं और इसके चारों ओर परिक्रमा करें. लेकिन ध्यान रखें पेड़ को स्पर्श न करें. 5. आज मांस-मंदिरा का सेवन भूलकर भी नहीं. हो सके तो आज तामसिक भोजन करने से भी बचें. Amavasya 2022: सोमवती और मौनी अमाव...

aaj ka panchang shanichari amavasya bhadprad amavasya 27 august 2022 saturday panchang

Aaj Ka Panchang 27 August 2022: आज भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अमावस्या और शनिवार है। अमावस्या आज दोपहर 1.46 बजे तक रहेगी। उसके बाद प्रतिपदा तिथि मान्य होगी। आज पूरा दिन पार करने के बाद देर रात 2.07 बजे तक शिव योग रहेगा। इसके साथ ही माघ नक्षत्र आज रात 8.26 बजे तक रहेगा। इसके अलावा आज स्नान, दान और श्राद्ध की अमावस्या है। आइए जानते हैं शनिवार का पंचांग, ​​राहुकाल, शुभ मुहूर्त और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय- आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang 27 August 2022) तिथि- अमावस्या – 13:48:43 तक नक्षत्र- मघा – 20:26:54 तक करण- नाग – 13:48:43 तक, किन्स्तुघ्ना – 26:21:02 तक पक्ष- कृष्ण योग- शिव – 26:06:33 तक वार- शनिवार हिन्दू मास एवं वर्ष शक सम्वत- 1944 शुभकृत विक्रम सम्वत- 2079 काली सम्वत- 5123 प्रविष्टे / गत्ते- 11 मास पूर्णिमांत- भाद्रपद मास अमांत- श्रावण दिन काल- 12:52:32 आज का अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त) दुष्टमुहूर्त- 05:56:15 से 06:47:45 तक, 06:47:45 से 07:39:15 तक कुलिक- 06:47:45 से 07:39:15 तक कंटक- 11:56:45 से 12:48:16 तक राहु काल- 09:09:23 से 10:45:56 तक कालवेला / अर्द्धयाम- 13:39:46 से 14:31:16 तक यमघण्ट- 15:22:46 से 16:14:16 तक यमगण्ड- 13:59:05 से 15:35:39 तक गुलिक काल- 05:56:15 से 07:32:49 तक आज का शुभ समय (शुभ मुहूर्त) अभिजीत- 11:56:45 से 12:48:16 तक आज का दिशा शूल- दिशा शूलपूर्व आज का विशेष उपाय: भाद्रपद अमावस्या के दिन पितरों की पूजा से पितृ प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा से घर में हमेशा सुख शांति बनी रहती है। इस दिन सुबह साढ़े ग्यारह (11:30am) बजे से श्राद्ध कर्म, पिंडदान आदि करना शुभ माना गया है। भाद्रपद अमावस्या को स्नान के बाद पितरों को काले तिल, अक्षत् और फूल से तर्पण देना चाहिए।

Somvati Amavasya 2022: Know from Panchang till what time is somvati Amavasya till today vat savutri vrat

Somvati Amavasya 2022 muhurat:आज ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या परवट सावित्री पूजा की जाएगी। आज की अमावस्या में सुहागिन पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए वट सावित्री का व्रत करती हैं। आज के लिए महिलाएं नए कपड़े पहनकरअखंड सौभाग्य की मनोकामना करेंगी। आज के दिन वट वृक्ष के नीचे बैठकर पूजा अर्चना की जाती है। वट वृक्ष की परिक्रमा के साथ उस पर सूत लपेटा जाता है। इस व्रत को कई लोगों ने 29 मई को भी मानाया है। लेकिन अधिक ज्योतिषियों के अनुसारपंचागों में 29 मई की दोपहर बाद अमावस्या का लग रही है जो 30 मई को दोपहरतीन बजे के बाद तक है। इसलिए 30 मई की सुबह से दोपहर बाद तक सुहागिन महिलाएं व्रत रखकर पूजा कर सकती हैं। अन्नपूर्णा पंचाग के अनुसार 30 मई की अपराह्न बाद 3.38 बजे तक अमावस्या है। इसी तरह महावीर पंचांग के अनुसार 3.40 बजे, निर्णय सागर के अनुसार 4.59, बद्रीकाशी, मार्तण्ड व श्यामा बाबा के अनुसार 5.00 के अमावस्या है।

Aaj Ka Panchang Solar Eclipse And Shani Amavasya Today Know Auspicious Time

Aaj Ka Panchang: सूर्य ग्रहण और शनि अमावस्या आज, जानें शुभ मुहूर्त Aaj Ka Panchang: पंचांग के मुताबिक (Today Panchang) वैशाख कृष्ण पक्ष (Vaishakh Krishna Paksha) की अमावस्या (Amavasya) तिथि है. आज सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2022) और शनि अमावस्या का खास संयोग बन रहा है. इसके अलावा शनि का कुंभ राशि में प्रवेश होगा. Aaj Ka Panchang: पंचांग के मुताबिक (Today Panchang) वैशाख कृष्ण पक्ष (Vaishakh Krishna Paksha) की अमावस्या (Amavasya) तिथि है. आज सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2022) और शनि अमावस्या का खास संयोग बन रहा है. इसके अलावा शनि का कुंभ राशि में प्रवेश होगा. आज सूर्योदय 5 बजकर 41 मिनट पर है. वहीं सूर्यास्त का समय शाम 6 बजकर 56 मिनट है. राहु काल (Rahu Kaal) सुबह 9 बजे से 10 बजकर 39 मिनट तक रहेगा. अश्विनी नक्षत्र रात 8 बजकर 13 मिनट तक है. आइए जानते हैं आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang) और शनि अमावस्या (Shani Amavasya) के बारे में. 30 अप्रैल 2022 का पंचांग, शुभ मुहूर्त (30 April Panchang Shubh Muhurat) विजय मुहूर्त- 02:31 पी एम से 03:24 पी एम गोधूलि मुहूर्त-शाम 06:42 से 07:06 बजे तक अमृत काल- 12:34 पी एम से 02:16 पी एम अशुभ समय (Ashubh Muhurat) राहु काल- सुबह 9 बजे से 10 बजकर 39 मिनट तक यमगण्ड- दोपहर 1 बजकर 58 मिनट से 3 बजकर 37 मिनट तक अडाल योग- शाम 5 बजकर 41 मिनट से शाम 08 बजकर 13 मिनट तक दुर्मुहूर्त- सुबह 05 बजकर 41 मिनट से 06 बजकर 34 मिनट तक गुलिक काल- सुबह 05 बजकर 41 मिनट से दोपहर 07 बजकर 21 मिनट तक आज का पंचांग (Aaj ka Panchang) आज का योग- सिद्ध आज का वार- शनिवार आज का पक्ष- कृष्ण पक्ष आज की तिथि- अमावस्या सूर्योदय- 5 बजकर 41 मिनट पर दिशा शूल- पूर्व चंद्र वास- पूर्व राहु वास- प...