आम आदमी पार्टी गुजरात

  1. गुजरात विधानसभा चुनाव: कांग्रेस के मुद्दों और आम आदमी पार्टी के वादों की बीच कहां है बीजेपी?
  2. आम आदमी पार्टी कम्युनिज्म की संतान है : भाजपा
  3. Gujarat elections 2022 Who is Isudan Gadhvi Aam Aadmi Party made him face of Gujarat CM
  4. गुजरात चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार में भी छिपी है 'बड़ी जीत', ये आंकड़े दे रहे गवाही
  5. आम आदमी पार्टी की गुजरात और हिमाचल प्रदेश में हुई करारी हार, लोग उठा रहे दावों पर सवाल!
  6. Gujrat Elections 2022: सरकार बनते ही आम आदमी पार्टी ‘पुरानी पेंशन योजना' करेगी बहाल
  7. 2022 गुजरात विधान सभा चुनाव
  8. गोपाल इटालिया


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गुजरात विधानसभा चुनाव: कांग्रेस के मुद्दों और आम आदमी पार्टी के वादों की बीच कहां है बीजेपी?

गुजरात विधानसभा चुनाव: कांग्रेस के मुद्दों और आम आदमी पार्टी के वादों की बीच कहां है बीजेपी? गुजरात में मुद्दों के लेकर कांग्रेस सबसे मुखर है. बिलकिस बानो रेप आरोपियों को छोड़ने का मुद्दा हो या मोरबी पुल हादसा कांग्रेस ने जमकर इसे मुद्दा बनाया है. पर कांग्रेस के कई मुद्दे बीजेपी के लिए फायदेमंद भी साबित हो रहे हैं. राजनीति का सेंसेक्स हर दिन बदल रहा है और TV9 की हर घटनाक्रम पर नजर है. गुजरात की राजनीतिक घटनाओं के आधार पर टीवी 9 भारतवर्ष ( डिजिटल) के 4 वरिष्ठ पत्रकारों ने 5 नवंबर तक चुनावी सेंसेक्स बताया था. आज हम फिर एक बार बताएंगे गुजरात में चुनावी सेंसेक्स किसको उठा रहा है किसको गिरा रहा है. 5 नवंबर के बाद 4 दिनों में घटी घटनाओं के आधार पर हमारे एक्सपर्ट कार्तिकेय शर्मा, पंकज कुमार, ब्रिजेश पांडेय और यूसुफ अंसारी मूल्यांकन करेंगे कि कौन सी पार्टी वोटर्स के बीच अपनी जगह मजबूत कर रही है. हमार मुख्य फोकस राजनीतिक बयानबाजी, दल-बदल करने वाले नेता, रैलियां और मुद्दे के आधार पर मिलने वाले या घटने वाले जनसमर्थन से है. 1-बयान : मैंने यह गुजरात बनाया है-मोदी दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल ने यह दावा करके कि BJP ने गुजरात चुनाव न लड़ने के लिए ऑफर किया था अपने समर्थकों के बीच विक्टिम कार्ड खेला है. उन्होंने बताया कि BJP ने मुझसे कहा कि गुजरात चुनाव मत लड़िए, सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया को हम छोड़ देंगे. CM ने CBI पर आरोप लगाया है कि एजेंसी ने भी सिसोदिया को बार-बार बोला है कि केजरीवाल को छोड़ दो तो दिल्ली का मुख्यमंत्री बना देंगे. दरअसल इस चुनाव में इसके पहले भी केजरीवाल लगातार बयानों के आधार पर अपने विरोधियों को आवाक करते रहे हैं. दूसरी तरफ बीजेपी भी कहां कम है? इसी कड़ी में प्रधानम...

आम आदमी पार्टी कम्युनिज्म की संतान है : भाजपा

नई दिल्ली: भाजपा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा सीपीआई कार्यालय में जाकर डी. राजा के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में केजरीवाल द्वारा दिए गए बयान को उनका कबूलनामा करारा देते हुए यह आरोप लगाया है कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि आम आदमी पार्टी कम्युनिज्म की संतान है और चूंकि दिल्ली की जनता कम्युनिस्ट के रूप में उन्हें वोट नहीं देती, इसलिए केजरीवाल और उनके साथियों ने मिलकर आम आदमी पार्टी का गठन किया। भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आज सीपीआई कार्यालय में एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सच्ची विचारधारा और राजनीतिक रंग उजागर हो गया है। आज यह स्थापित हो गया है कि अरविंद केजरीवाल राजनीतिक मानसिक-पोषण से कम्युनिस्ट हैं और अपनी पार्टी बनाने से पहले सीपीआई से सक्रिय रूप से जुड़े रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक से उनकी अराजक कार्यशैली को देखकर भाजपा ने केजरीवाल को नक्सली अराजकतावादी कहा है जो आज सच हो गया है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यह कहना गलत नहीं होगा कि कम्युनिस्ट स्वभाव और मानसिक लालन-पालन वाले अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की राजनीतिक स्थिति का विश्लेषण किया और यह समझा कि अगर वह कम्युनिस्ट के रूप में खड़े हुए तो दिल्ली की जनता उन्हें कभी वोट नहीं देगी। इसलिए उन्होंने आम आदमी पार्टी का गठन किया। जबकि सच्चाई यह है कि संजय सिंह, गोपाल राय, मनीष सिसोदिया, आतिशी- ये सभी कम्युनिस्ट झुकाव वाले उनके सह-शुरुआती थे और यह साबित करता है कि आम आदमी पार्टी कम्युनिज्म की संतान है। डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंध...

Gujarat elections 2022 Who is Isudan Gadhvi Aam Aadmi Party made him face of Gujarat CM

Gujarat elections 2022: कौन हैं इसुदान गढ़वी, जिन्हें AAP ने बनाया CM पद का चेहरा Gujarat elections 2022: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि इसुदान गढ़वी गुजरात में आम आदमी पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे. गुजरात में आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार इसुदान गढ़वी एक पत्रकार रह चुके हैं. गढ़वी ने दूरदर्शन में भी काम किया है. नई दिल्ली: Gujarat elections 2022: गुजरात चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. इसी के साथ आज आम आदमी पार्टी ने गुजरात चुनाव के लिए अपने मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा भी कर दी है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि इसुदान गढ़वी गुजरात में आम आदमी पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे. मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार गुजरात में आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार इसुदान गढ़वी एक पत्रकार रह चुके हैं. गढ़वी ने दूरदर्शन में भी काम किया है. इसके अलावा वे एंकरिंग भी कर चुके हैं. पिछले साल ही इसुदान गढ़वी ने पत्रकारिता को छोड़कर राजनीति में कदम रखा था. बता दें कि इसुदान गढ़वी एक किसान परिवार से आते हैं. उनके पिता अभी भी किसानी करते हैं. इस वजह से आम आदमी पार्टी ने बनाया उम्मीदवार इसुदान गढ़वी OBC समुदाय से आते हैं. गुजरात में OBC समुदाय की हिस्सेदारी करीब 45 फीसदी से भी ज्यादा है. इसके अलावा इसुदान गढ़वी की छवि एक इमानदार आदमी के रूप में भी रही है. इसके अलावा उनकी साफ छवि से भी आम आदमी पार्टी खासा प्रभावित है. खबरों के अनुसार आम आदमी पार्टी इसुदान गढ़वी को खंभालिया विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतार सकती है. गुजरात में इस दिन होंगे चुनाव चुनाव आयोग ने कल यानी गुरुवार को गुजरात व...

गुजरात चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार में भी छिपी है 'बड़ी जीत', ये आंकड़े दे रहे गवाही

नई​ दिल्ली: गुजरात विधानभा चुनाव 2022 में भारतीय जनता पार्टी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. उसने न केवल पश्चिम बंगाल में सीपीआई के लगातार 7 चुनावों में जीत दर्ज करने के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली, बल्कि गुजरात के चुनावी इतिहास की सबसे बड़ी विजय भी हासिल की. वर्ष 1985 के गुजरात विधानसभा चुनाव में माधव सिंह सोलंकी के नेतृत्व में कांग्रेस ने 149 सीटें जीती थीं. भाजपा ने 156 सीटें जीतकर इस रिकॉर्ड को तोड़ दिया. वहीं, कांग्रेस ने इस बार गुजरात में अपनी सबसे शमर्नाक चुनावी हार देखी. लेकिन इन सबके बीच, आम आदमी पार्टी ने देश के इस पश्चिमी राज्य में अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज करा ली है. उसने सीटें भले ही 5 जीती हों, लेकिन 13 फीसदी के करीब वोट शेयर हासिल किया. AAP ने जो 5 सीटें जीती हैं, उनमें से 2017 में 2 सीटों पर भाजपा, 2 पर कांग्रेस और 1 सीट पर भारतीय ट्राइबल पार्टी को जीत मिली थी. गुजरात: 126 सीटों पर AAP की जमानत जब्त, 15 विधानसभा क्षेत्रों में NOTA से भी कम वोट आए; देखें पूरी लिस्ट गुजरात की 35 सीटें ऐसी रहीं, जहां आम आदमी पार्टी दूसरे नंबर पर रही. 39 सीटें ऐसी रहीं जहां कांग्रेस हारी और AAP को जीत के अंतर से अधिक वोट मिले (AAP+INC वोट विजेता के वोट से अधिक). आम आदमी पार्टी ने गुजरात में जितने वोट प्राप्त किए, उसमें 50% से अधिक वोट उसके द्वारा लड़ी गई 181 सीटों में से 38 (21%) से हैं. AAP ने इस चुनाव में कुल 181 उम्मीदवार खड़े किए थे, जिनमें से 126 ने अपनी जमानत गंवा दी. डेडियापाड़ा सीट पर AAP ने 50% से अधिक वोटशेयर हासिल किया. यहां उसके प्रत्याशी चैतर वसावा जीते. जामजोधपुर से AAP के हेमंत अहिर ने पूर्व मंत्री चीमन सापरिया को हराया. लट्ठाकांड से चर्चा में आए बोटाद से AAP उम्मीदवार उ...

आम आदमी पार्टी की गुजरात और हिमाचल प्रदेश में हुई करारी हार, लोग उठा रहे दावों पर सवाल!

गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों के परिणाम आ चुके हैं। यदि आम आदमी पार्टी की बात की जाए तो गुजरात में उन्हें लगभग 13 प्रतिशत वोट के साथ 5 सीटें मिली हैं, वहीं हिमाचल प्रदेश में पार्टी का प्रदर्शन बहुत ही चिंताजनक रहा है, वहां उन्हें मात्र 1 प्रतिशत वोट के साथ एक भी सीट जीतने का अवसर नहीं मिला है। अरविन्द केजरीवाल अपनी पार्टी के गुजरात चुनाव के प्रदर्शन को भी एक बहुत बड़ी सफलता के रूप में दर्शा रहे हैं, और आम आदमी पार्टी को एक राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलने का दावा कर रहे हैं। वहीं आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह के अनुसार अपने गठन के मात्र 10 वर्षों में राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा पाने वाली आम आदमी पार्टी देश की पहली राजनीतिक पार्टी है। उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी को गुजरात में 35 लाख वोट मिले हैं, जिसे भारतीय जनता पार्टी का गढ़ माना जाता है। राष्ट्रीय पार्टी बनने पर आम आदमी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं और सभी देशवासियों को बधाई। अरविन्द केजरीवाल बेशक आज नए दावे करें, लेकिन यह भी सच है कि उनके पुराने दावे झूठ निकले हैं। गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव अभियान के समय अरविन्द केजरीवाल ने भांति भांति के दावे किये, लेकिन अंततः सभी दावे निष्फल हुए। इस लेख में हम केजरीवाल के कुछ ऐसे ही दावों के बारे में आपको बताना चाहेंगे, जो केजरीवाल ने किये और उन्हें मुँह की खानी पड़ी। केंद्र की आईबी एजेंसी के अनुसार गुजरात में आम आदमी पार्टी की सरकार बन रही है ? Kejriwal is a Hard Core Liar इस वीडियो में आप देख सकते हैं की केजरीवाल किस प्रकार अपने समर्थकों को भ्रमित कर रहे हैं, और इतना बड़ा झूठ बोल रहे हैं। वहीं सच केजरीवाल के दावों के एकदम विपरीत है, जहां वह पूर्ण बहुमत ...

Gujrat Elections 2022: सरकार बनते ही आम आदमी पार्टी ‘पुरानी पेंशन योजना' करेगी बहाल

अहमदाबाद: आम आदमी पार्टी राज्यसभा सांसद एवं गुजरात के सह-प्रभारी राघव चड्ढा ने एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि, गुजरात में सारे सरकारी कर्मचारियों की एक बहुत बड़ी मांग रही है की ‘पुरानी पेंशन योजना’ को गुजरात में बहाल किया जाए। इस मांग को लेकर सरकारी कर्मचारियों ने एक बहुत बड़ा आंदोलन गुजरात की सड़कों पर लड़ा है। उस आंदोलन की आवाज को भाजपा सरकार के भ्रष्टाचारी नेताओं तक पहुंचाने की बहुत कोशिश की गई है। लेकिन भाजपा वालों ने इन सरकारी कर्मचारियों की एक नहीं सुनी। आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल जी ने यह वादा किया है कि जब गुजरात में 8 दिसंबर 2022 को आम आदमी पार्टी की झाड़ू वाली सरकार बनेगी, तब गुजरात में आम आदमी पार्टी तमाम सरकारी कर्मचारियों के लिए ‘पुरानी पेंशन योजना’ को फिर से गुजरात में लागू करेंगे। भाजपा की तरह यह वादा सिर्फ जुमला नहीं है, यह अरविंद केजरीवाल जी की गारंटी है। पंजाब में भी हमने चुनाव के दौरान यह वादा किया था कि हम ‘पुरानी पेंशन योजना’ लागू करेंगे और हमने पंजाब में वह करके भी दिखाया है। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बने सिर्फ 7 महीने ही हुए हैं फिर भी हमने वहां सारे सरकारी कर्मचारियों के लिए ‘पुरानी पेंशन योजना’ लागू कर दी है। यानी कि हमने जो वादा किया, वह हमने पूरा किया। और इसी वजह से हम गुजरात में आकर डंके की चोट पर यह कहते हैं कि जब गुजरात में 8 दिसंबर को आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी तो आम आदमी पार्टी गुजरात में भी तमाम कर्मचारियों के लिए ‘पुरानी पेंशन योजना’ को बहाल करेगी। ‘नई पेंशन योजना’ सरकारी कर्मचारियों के लिए घाटे का सौदा है। मैं आप सब को बताना चाहता हूं कि ‘नई पेंशन योजना’ को लागू करने वाली भाजपा ही थी। जब 2002-20...

2022 गुजरात विधान सभा चुनाव

अनुक्रम • 1 पार्श्वभूमि • 2 स्थानीय निकाय चुनाव • 3 अनुसूची • 4 राजनीतिक दल और गठबंधन • 4.1 राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन • 4.2 संयुक्तप्रगतिशील गठबंधन • 4.3 भारतिया आदिवासी पार्टी • 4.4 अन्य • 5 उम्मीदवारों • 6 मुद्दे • 6.1 ड्रग्स • 6.2 भ्रष्टाचार • 6.3 कृषि • 6.4 बेरोज़गारी • 6.5 कुपोषण • 6.6 मूल्य वृद्धि • 7 घोषणापत्र • 7.1 भारतीय जनता पार्टी [31] [32] [33] [34] • 7.2 आम आदमी पार्टी • 7.3 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस • 8 अभियानों • 8.1 आम आदमी पार्टी • 8.2 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस • 9 संदर्भ पार्श्वभूमि [ ] १४ वीं पिछले विधानसभा चुनावों के बाद से, कई उपचुनाव हुए, जिनमें से अधिकांश स्थानीय निकाय चुनाव [ ] २०२१ में, कई स्थानीय निकाय चुनाव हुए जहां पिछले चुनावों की तुलना में २०१७ में, किसान और पाटीदार आंदोलन के कारण गुजरात के गांधीनगर नगर निगम चुनावों में, भाजपा ने ४४ में से ४१ वार्ड जीतकर सुपर बहुमत हासिल किया और वोट शेयर के मामले में आप तीसरी सबसे बड़ी पार्टी थी, जिसने आप की तीसरे विकल्प के रूप में बढ़ती स्वीकृति का संकेत दिया। अनुसूची [ ] मतदान कार्यक्रम अनुसूची अधिसूचना दिनांक टीबीडी नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि टीबीडी नामांकन की जांच टीबीडी नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि टीबीडी मतदान की तिथि टीबीडी मतगणना की तिथि टीबीडी राजनीतिक दल और गठबंधन [ ] राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन [ ] दल झंडा प्रतीक नेता तस्वीर चुनाव लड़ी गई सीटें पुरुष अभ्यर्थियों महिला उम्मीदवार १. १८२ टीबीडी टीबीडी संयुक्तप्रगतिशील गठबंधन [ ] दल झंडा प्रतीक नेता तस्वीर चुनाव लड़ी गई सीटें पुरुष अभ्यर्थियों महिला उम्मीदवार १. जगदीश ठाकोरी १८२ टीबीडी टीबीडी भारतिया आदिवासी पार्टी [ ] पार्टी झंडा प्रतीक नेता...

गोपाल इटालिया

अनुक्रम • 1 प्रारंभिक जीवन • 2 सफर • 2.1 सामाजिक सक्रियता • 2.2 राजनीति • 3 संदर्भ • 4 External links प्रारंभिक जीवन [ ] गोपाल का जन्म 21 जुलाई 1989 को सफर [ ] जनवरी 2013 से, गोपाल इटालिया ने अहमदाबाद पुलिस में मधुपुरा पुलिस स्टेशन में एक कांस्टेबल के रूप में काम किया सामाजिक सक्रियता [ ] गोपाल उन्होंने नागरिकों की कानूनी समस्याओं को हल करने के लिए कई गांवों का दौरा किया और उन्हें भारतीय संविधान और कानून से अवगत कराया। 2017 में, उन्होंने गृह मंत्री प्रदीपसिंह जडेजा पर सरकारी ड्यूटी में मुश्किल समय और सरकारी नीतियों के खिलाफ एक आक्रोश के बीच जूता फेंका। 2019 में, गोपाल को राजनीति [ ] जून 2020 में, गोपाल ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत आम आदमी पार्टी, गुजरात के प्रदेश उपाध्यक्ष के रूप में की। संदर्भ [ ] • Parimal A Dabhi (July 5, 2020). • Mar 5, TNN | Updated; 2017; Ist, 08:16. The Times of India (अंग्रेज़ी में) . अभिगमन तिथि 2020-07-02. • • • ANI (9 April 2019). • • • PARIMAL DABHI (December 4, 2018). • VTV News. • • Press Trust of India (January 20, 2017). • • Mar 5, TNN | Updated; 2017; Ist, 08:16. The Times of India (अंग्रेज़ी में) . अभिगमन तिथि 2020-07-02. • • • • • • • www.gujaratsamachar.com . अभिगमन तिथि 2020-07-02. • • AAP Gujarat (26 June 2020). • • "". NDTV.com . अभिगमन तिथि 2021-01-29. • The Indian Express (अंग्रेज़ी में). 2021-01-14 . अभिगमन तिथि 2021-01-29. External links [ ] •