आम के प्रकार चित्र सहित

  1. कच्चे आम के फायदे, उपयोग और नुकसान
  2. योगासन चित्र सहित नाम ❤️ FIZIKA MIND
  3. काल की परिभाषा, प्रकार, भेद Tense
  4. हस्त रेखा देखने की विधि चित्र सहित
  5. चतुर्भुज के प्रकार, परिभाषा, गुण एवं तथ्य
  6. त्रिभुज के प्रकार चित्र सहित, परिभाषा: types of triangle in hindi, definition


Download: आम के प्रकार चित्र सहित
Size: 18.43 MB

कच्चे आम के फायदे, उपयोग और नुकसान

पके हुए आम के साथ-साथ कई लोग कच्चे आम खाना भी पसंद करते हैं। खासकर, भारतीय रसोई में कच्चे आम को कई तरह से इस्तेमाल में लाया जाता है। कई लोग आम का अचार बनाकर खाते हैं, तो कुछ लोगों को आम की खट्टी-मिट्ठी चटनी पसंद होती है। वहीं, सेहत के लिए कच्चे आम के फायदे की बात करें, तो इसका सेवन कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव और उनके लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। यही वजह है कि स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम कच्चे आम के फायदे बताने जा रहे हैं। साथ ही कच्चे आम के नुकसान भी इस लेख में बताए गए हैं। 5. आंखों के लिए कच्चा आम कच्चा आम खाने के फायदे आंखों के लिए भी देखे जा सकते हैं। दरअसल, एक रिसर्च में पाया गया है कि विटामिन-ए की कमी के कारण आंखों की समस्याएं हो सकती हैं, जिसमें रतौंधी (Night Blindness) भी शामिल हैं। वहीं, कच्चे आम का सेवन शरीर में विटामिन-ए की पूर्ति कर इसकी कमी से होने वाली आंखों की समस्याओं के जोखिम को कम कर सकता है ( 7. गर्भावस्था में कच्चा आम गर्भावस्था में कच्चे आम का सेवन कई समस्याओं को दूर करने में मददगार हो सकता है। इस विषय पर हुए एक रिसर्च में इस बात की पुष्टि हुई है कि गर्भावस्था में कच्चे आम का सेवन एंटीऑक्सीडेंट क्षमता (मुक्त कणों को दूर रखने वाला) को बढ़ाने के साथ-साथ अल्सर की समस्या में भी फायदेमंद हो सकता है। शोध में जिक्र मिलता है कि कच्चे आम में पाया जाने वाला टैनिन अल्सर और टिश्यू में सूजन की समस्या में लाभकारी हो सकता है ( पढ़ते रहें कच्चे आम के फायदे के बाद जानते हैं कच्चे आम में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के बारे में। कच्चे आम के पौष्टिक तत्व – Raw Mango Nutritional Value in Hindi सेहत के लिए कच्चे आम के फायदे उसमें मौजूद पोषक तत्वों के कारण ही मिल प...

योगासन चित्र सहित नाम ❤️ FIZIKA MIND

फिट और स्लिम बनने की जद्दोजहद में हम हर दिन कुछ नया करने की सोचते हैं और करते भी है लेकिन कुछ दिनों में ये सोचकर छोड़ देते हैं कि कोई फायदा नहीं हो रहा है। तो अब आपकी चिंता खत्म होने वाली है। इस योग को करने से आपको मिलेगी फ्लैट टमी और आपका वजन होगा सौ फी सदी कम। इस आसान योग को करते वक्त थोड़ी सावधानी बरतने की आवश्यकता है और सही तरीके से किया गया योग लाभप्रद होता है। इस योग का नाम है नौका आसन जो कि करने में आसान है और आपके पेट और जांघों की चर्बी को तेजी से कम करने में मदद करता है। नौका आसन को करने के कुछ आसान टिप्स जिनकी मदद से आप इस आसन को सही तरह से कर पाएंगे। Read More : अगर फ्लैट टमी चाहिए तो करे ये योग about अगर फ्लैट टमी चाहिए तो करे ये योग कुर्म का अर्थ होता है कछुआ। इस आसन को करते वक्त व्यक्ति की आकृति कछुए के समान बन जाती है इसीलिए इसे कुर्मासन कहते हैं। कुर्मासन की विधि : सबसे पहले आप वज्रासन में बैठ जाएं। फिर अपनी कोहनियों को नाभि के दोनों ओर लगाकर हथेलियों को मिलाकर ऊपर की ओर सीधा रखें। इसके बाद श्वास बाहर निकालते हुए सामने झुकिए और ठोड़ी को भूमि पर टिका दें। इस दौरान दृष्टि सामने रखें और हथेलियों को ठोड़ी या गालों से स्पर्श करके रखें। कुछ देर इसी स्थिति में रहने के बाद श्वास लेते हुए वापस आएं। यह आसन और भी कई तरीकों से किया जाता है, लेकिन सबसे सरल तरीका यही है। Read More : डायबि‍टीज और तोंद को कंट्रोल करे कुर्मासन योग about डायबि‍टीज और तोंद को कंट्रोल करे कुर्मासन योग जीवन की सफलता में स्मरण शक्ति की खास भूमिका होती है। यह अगर कमजोर हो जाए तो कई बार अपमान का भी सामना करना पड़ता है। आप उसे बेहतर करने के लिए यौगिक क्रियाओं को अपनाएं। बता रहे हैं योगाचार्य कौशल क...

काल की परिभाषा, प्रकार, भेद Tense

आईये जानते हैं काल क्या होते हैं , इसके प्राकर, और इसके भेद की पूरी जानकारी, What is Tense, Its types and use – Kaal in Hindi VYAKARAN काल की परिभाषा, प्रकार, भेद Tense – Kaal in Hindi VYAKARAN काल की परिभाषा क्रिया के जिस रूप में कार्य होने का समय पता चले उसे काल कहा जाता है| उदाहरण के तौर पर वाक्य “मैं खाना खा चुका हूं” को देखा जा सकता है| इस वाक्य में “मैं” कर्ता हैं, खाना क्रिया है एवं “चुका हूं” द्वारा यह दर्शाया गया है कि यह क्रिया भूतकाल में क्रियान्वित की जा चुकी है| काल क्रिया किए जाने के समय को दर्शाता है| जैसे, • मैं खाना खा चुका हूं| • मैं खाना खा रहा हूँ| • मैं खाना खाऊँगा| इन तीनों ही वाक्यों में कर्ता एवं क्रिया एक ही है लेकिन किए जाने का समय अलग अलग है| वह समय चुका, रहा एवं आऊंगा के कारण पता चल रहा है| जिस प्रकार यहां पर क्रिया को तीन कालों में किया गया है उसी प्रकार काल के तीन भेद होते हैं| • भूतकाल • वर्तमान काल • भविष्यकाल काल के प्रकार वर्तमान काल (Present tense) वर्तमान में हो रही क्रिया को वर्तमान काल में रखा जाता है| इसका अर्थ होता है कि दर्शाई गई क्रिया उसी वक़्त में ही रही है| उदाहरण के तौर पर :- • राम जा रहा है| • श्याम खा रहा है| • मीना उसे मार रही है| • वह परीक्षा के लिए जा रहा है| • गाड़ी चल रही है| • मैं ट्रेन में बैठा हूँ| • ट्रेन रफ्तार पकड़ रही है| • घड़ी चल रही है| • श्याम लिख रहा है| • बल्ब जल रहा है| वर्तमान काल के भेद • सामान्य वर्तमान काल :- यह क्रिया का सबसे सामान्य रूप है| यह सामान्य वर्तमान काल में होने वाली क्रिया को दर्शाता है| उदाहरण के तौर पर :- मैं लेख लिखता हूँ| वह खेल खेलता है| • अपूर्ण वर्तमान काल :- अपूर्ण वर्तमान काल, सामा...

हस्त रेखा देखने की विधि चित्र सहित

Hast Rekha Gyan in Hindi With Picture: अपने भविष्य के बारे में जाने की रुचि हर किसी को होती हैं और भविष्य को जानने के लिए हस्त रेखा का विज्ञान बहुत ही प्रसिद्ध है। यह ज्योतिष शास्त्र के अंतर्गत आता है। प्रत्येक व्यक्ति के हथेली की रेखाएं भिन्न-भिन्न होती है, जिससे उन रेखाओं के ज्ञान से प्रत्येक व्यक्ति के भविष्य को बताना बहुत आसान हो जाता है। कुछ लोग तो ऐसे होते हैं, जो अपना हर काम ज्योतिषी को हथेली दिखाकर ही करते हैं। हालांकि ज्योति शास्त्र रेखाओ के माध्यम से भविष्य को बयां करता है परंतु निश्चित दिन के भविष्य को नहीं बताता। वैसे क्या हस्तरेखा पढ़ना केवल ज्योतिषी को ही आता है ऐसा नहीं है। हस्त रेखा का ज्ञान कोई भी ले सकता है। हथेली पर बनने वाली विभिन्न रेखाएं, उभरते पर्वतों और विभिन्न रेखाओं के महत्व को समझ और सीख कर कोई भी हाथ की रेखाओं को देखकर भविष्य जान सकता है। Image: Hast Rekha Gyan in Hindi With Picture आप भी हस्तरेखा सीखना चाहते हैं तो बिल्कुल सही लेख पर आए हैं। क्योंकि आज के इस लेख में हम आपको हस्तरेखा देखने की विधि बताएंगे। यदि आप इस लेख को ध्यान से पढ़ेंगे और इससे प्रयास करेंगे तो आप बहुत जल्दी हस्त रेखा देखना सीख जाएंगे। हस्त रेखा देखने की विधि चित्र सहित | Hast Rekha Gyan in Hindi With Picture विषय सूची • • • • • • हस्तरेखा क्या होता है? (Hast Rekha in Hindi) हस्तरेखा ज्योतिष शास्त्र के अंतर्गत आता एक अभिन्न अंग है। हस्तरेखा हथेली की रेखाओं को पढ़कर भविष्य बताने की कला है। हस्त रेखा के ज्ञान को काइरमैन्सी भी कहा जाता है, जिसमें काइर का अर्थ हाथ होता है और मानसी का मतलब अनुमान होता है। दुनिया का सबसे बड़ा ज्योतिशास्त्री कीरों को माना जाता है, जिन्होंने ज्योतिष श...

चतुर्भुज के प्रकार, परिभाषा, गुण एवं तथ्य

चतुर्भुज एक ऐसा टॉपिक है जो लगभग क्लास 2 से लेकर Chaturbhuj के विषय में विस्तृत जानकरी रखना बहुत आवश्यक है. सामान्यतः चतुर्भुज, चार सरल रेखाओं से घिरी बन्द आकृति होती है. यूक्लिडियन समतल ज्यामिति के अनुसार, चतुर्भुज एक बहुभुज है, जिसमें चार किनारे और चार शीर्ष होते हैं. चतुर्भुज के कई प्रकार होते है जो भुजाओं एवं कोणों के अनुसार वर्गीकृत है. जिसका अध्ययन आप निचे करेंगे. किसी भी चतुर्भुज के आतंरिक कोणों का योग 360 डिग्री के बराबर होता है. इस पोस्ट में चतुर्भुज के परिभाषा के साथ प्रकार और नियम का भी अध्ययन विस्तार से करेंगे. Table of Contents • • • • • • • • • • • • • चतुर्भुज किसे कहते है? ऐसे समतल बंद आकृति जो चार रेखाखण्डों से घिरी हो, चतुर्भुज कहलाता है. एक चतुर्भुज मे 4 भुजाएँ, 4 शीर्ष, 4 कोण एवं 2 विकर्ण होते हैं. दुसरें शब्दों में, चार सरल रेखाओं से घिरी बन्द आकृति को चतुर्भुज कहते हैं. चतुर्भुज एक समतल आकृति है जिसमें चार भुजाएँ या किनारे होते हैं. चतुर्भुज आम तौर पर आयताकार, वर्गाकार, समलम्बाकार आदि हो सकते है. इसके चारों कोणों का योग 360 डिग्री होता है. अर्थात ∠A + ∠B + ∠C + ∠D = 360 विकर्ण (Diagonal): सामान्तः चतुर्भुज के दो विकर्ण होते हैं, जो विपरीत या सम्मुख शीर्षों को एक दुसरें से जोड़ते है. Note: सरल चतुर्भुज उत्तलया अवतलहोते हैं. चतुर्भुज के प्रकार आधुनिक गणित में Chaturbhuj के कई प्रकार है जो अलग-अलग समस्याओं को हल करने के लिए प्रयोग किए जाते है. क्लास 6 से लेकर प्रतियोगिता एग्जाम तक मुख्यतः 6 प्रकार की चतुर्भुज का प्रयोग किया जाता है. लेकिन आप यहाँ 7 प्रकार के चतुर्भुजों के विषय में अध्ययन करेंगे. • समानान्तर चतुर्भुज • • • विषमकोण समचतुर्भुज • समलम्ब चतुर्...

त्रिभुज के प्रकार चित्र सहित, परिभाषा: types of triangle in hindi, definition

विषय-सूचि • • • • • • • • त्रिभुजक्याहोताहै? एक त्रिभुजकेप्रकार (types of triangles in hindi) त्रिभुजके 6 प्रकार (भेद) होतेहैं : • समबाहुत्रिभुज • समद्विबाहुत्रिभुज • विषमबाहूत्रिभुज • न्यूनकोणत्रिभुज • समकोणत्रिभुज • अधिककोणत्रिभुज 1. समबाहुत्रिभुज (equilateral triangle in hindi) • समबाहुत्रिभुजएकऐसात्रिभुजहोताहैजिसकीतीनोंभुजाएंसामानमापकीहोतीहैएवंतीनोंकोणबराबर 60 डिग्रीकेहोतेहै।एकसमबाहुत्रिभुजकोएकविशेषप्रकारकासमद्विबाहुत्रिभुजभीकहाजासकताहैक्योंकिइसकीदोहीनहींतीनोंभुजाएंसामानहोतीहैं। • एकसमबाहुत्रिभुजकिसारीभुजाएंसामानहोतीहैं। • एकसमबाहुत्रिभुजकेसारेकोणभीसमानमापकेहोतेहैं। • इसत्रिभुजकेहरकोणकामाप 60 डिग्रीहोताहै।जैसाकिहमजानतेहैकीएकत्रिभुजकेतीनोंकोणोंकायोग 180 होताहैएवंसमबाहुत्रिभुजमेंतीनोंकोणसमानहोतेहैं।अतःहरएककोण 60 डिग्रीकाहोगा। 2. समद्विबाहुत्रिभुज (Isosceles triangle in hindi) • ऐसात्रिभुजजिसकीदोभुजाएंएवंदोकोणबराबरहोतेहैंवहत्रिभुजसमद्विबाहुत्रिभुजकहलाताहै।जैसाकीहमसमझसकतेहैंकीइसत्रिभुजमेंदोभुजाएंसमानहोतीहैंजिससेयेअपनेसामनेवालेकोणोंकामापभीसमानकरदेतीहैं। • एकसमद्विबाहुत्रिभुजकिसामानभुजाओंकेसामनेवालेकोणोंकामापभीसमानहोताहै। • अगरहमशीर्षसेआधारपरएकलांबबनायेंगेतोवहआधारकोदोबराबरभागोंमेंविभाजितकरदेगा। • आधारपरबनायागयालम्बशीर्षपरबनेकोणकोद्विभाजितकरदेताहै। 3. विषमबाहूत्रिभुज (scalene triangle in hindi) ऐसात्रिभुजजिसकीसारीभुजाएंअसमानहोतीहैंवहत्रिभुजविषमबाहूत्रिभुजकहलाताहै।इसत्रिभुजकेअन्दरकेतीनोंकोणअलगमापकेहोतेहैंअर्थातकोईभीकोणसमाननहींहोताहै। 4. न्यूनकोणत्रिभुज (acute triangle in hindi) ऐसात्रिभुजजिसकेप्रत्येककोणन्यूनकोणअर्थात 0 से 90 डिग्रीकेबीचमेंहोताहै।ऐसात्रिभुजन्यूनकोणत्रिभुजकहलात...