आशारामजी बापू

  1. आपने हमारे आशारामजी बापू को दोषी कैसे कहा ?
  2. संत आशारामजी
  3. आशारामजी बापू – Sant Shri Asharamji Ashram


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आपने हमारे आशारामजी बापू को दोषी कैसे कहा ?

महामंडलेश्वर आचार्य श्री सुनील शास्त्री जी महाराज हमारे हृदय में विराजमान नारायणस्वरूप आशाराम बापू जी के चरणों में कोटि-कोटि वंदन ! मैं आज संत के रूप में नहीं लेकिन भारत माता का एक पुत्र और एक नागरिक होने के नाते पूर्णतः बिके हुए कुछ लोगों से सवाल करना चाहूँगा कि जब संविधान हमें कहता है कि जब तक दोष साबित न हो जाये तब तक उसे दोषी न माना जायेगा तो आपने हमारे आशारामजी बापू को दोषी कैसे कहा ? यह भारत के संविधान की अवमानना है। 6 करोड़ अनुयायियों के दिलों में तलवार घोंपना – क्या यह भारत के संविधान की हत्या नहीं है ? इन हत्यारों की माता भई इनको पैदा करके अपनी कोख पर शर्माती होगी कि मैंने कैसे पुत्र को जन्म दिया ! और दूसरी बात, दिल्ली में एफ आई आर हुई और आयी जोधपुर में। लेकिन जोधपुर पुलिस के बहुत बड़े अधिकारी, जिन्होंने संविधान की शपथ ली है, उन्होंने प्रेसवार्ता में कहा कि “लड़की की एफ आई आर एवं उसकी मेडिकल जाँच रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि नहीं होती है। इसलिए बापू को बलात्कार की धारा से मुक्त किया जाता है।” लेकिन 6 घंटे के अंदर वह संविधान की कसम खाने वाला अधिकारी पलटता क्यों है ? जगदगुरु जयेन्द्र सरस्वती पर भी आपने आरोप लगाया, सर्वोच्च न्यायालय में वे निर्दोष साबित हुए। क्यों नहीं मीडिया ने दिखाया ? आज तक आपने माफी क्यों नहीं माँगी ? और हमारे संत समाज का बहुत बड़ा संघ है। ये ‘शांति-शांति-शांति….’ कहते हैं इसलिए इनको इतना ‘शांत’ मत समझो, ‘क्रान्ति…. क्रान्ति….!’ मैंने 2008 में भी कहा था कि बापू निष्कलंक हैं, निर्दोष हैं, बापू जी भारत माता के सच्चे सपूत और संत समाज के शिरोमणि हैं। ये ‘रेप केस, रेप केस….’ सुनते-सुनते मेरा कान पीड़ित हो गया है। मैं पूछना चाहता हूँ कि भारत के संविध...

संत आशारामजी

आश्रम की तरफ से TV-9 की टीम के समक्ष खुलासा किया गया | ये भोयरा नहीं अपितु उपासना केंद्र है | विरोधियों ने आरोप लगाया थी यहाँ आशारामजी बापू के विरोधियों को इस भोयरे में सजा दी जाती थी, पर आश्रम के साधक इस आरोपों का खंडन कर रहे है | एंकर: सूरत पुलिस ने कल आश्रम में छापा मारा था और एक भोयरे की बात की थी, कहा था की, आश्रम में एक गुप्त भोयरा है | आश्रम की तरफ से ये स्पष्ट खुलासा किया गया है कि ये भोयरा नही बल्कि ध्यान-केंद्र है | हमारे साथ आश्रम के योगेशभाई है |ये हमें सम्पूर्ण माहिती देंगे कि किस प्रकार से में ये तमाम प्रकार का संचालन होता था |योगेशभाई आप हमारे साथ में हो, क्या है यह पूरी बात, हमें बताये | योगेशभाई: जैसे कल टीवी में बताया था ऐसा कुछ नहीं है | यह एक पिरामिड है, ध्यान… 423 more words गैर क़ानूनी तरीके से आश्रम में पुलिस की 8 गाड़िया घुस गयी और गुरुद्रोही अमृत प्रजापति और महेंद्र चावला के कहने पर आश्रम में उत्पात मचाया | सुबह 6:30 बजे से लेकर रात्रि के 8:30 बजे तक आश्रमवासीयों को नजरकेद रखा | बिना क़ानूनी इजाजत के सभी आश्रमवासीयों के नाम, पते, मोबाइल नंबर, सेवा विभाग और कितने साल से आश्रम में रहते हो आदि पूछपरछ की | पवित्र मोक्ष कुटीर में बूट पहनकर घुसपैठ की | लोगों को कई घंटो तक बाथरूम तक नहीं जाने दे रहे थे | मीडिया वाला बंदा बिना अधिकार के आश्रम में विडियो उतार रहा था और चैनलों मे क्या का क्या झूठ दिखा रहे थे ! हिन्दू जनता कब तक चुप रहेगी ? क्या इनकी हिम्मत है किसी मस्जिद में या चर्च में जाकर इतनी तहकीकात करने की ? क्या आज हिंदुस्तान की माताओं ने वीर शिवाजी, वीर सावरकर, सुभास चन्द्र बोज़, शहीद भगत… 83 more words Sant Asharamji Bapu – Be United against the conspir...

आशारामजी बापू – Sant Shri Asharamji Ashram

वैसे तो देश में आसारामजी बापू का नाम किसी के लिए भी नया नहीं हैं, उन्हें ब्रह्मज्ञान के कारण “संत श्री आसाराम जी बापू” या “संत श्री आशारामजी बापू” या “बापूजी” या “बापू” या “साईं” के नाम से लोग जानने लगे | भारत और बाहर कई देशों में भ्रमण करते हुए उन्होंने अपने सत्संग के माध्यम से वेदांत, आध्यात्म, भक्ति और मुक्ति का प्रचार-प्रसार किया | संत श्री आशारामजी आश्रम संस्था पिछले 50 वर्षों से कई समाज सेवा और चेरिटी का काम कर रही है | संस्था के दुनिया भर में 450 से ज्यादा आश्रम हैं, जिसका मुख्यालय अहमदाबाद में हैं | श्री योग सेवा समिति इन आश्रमों को सम्भालती हैं | इसे 1200 से भी ज्यादा क्षेत्रीय समिति के साथ संचालित किया जाता रहा हैं | asharamji bapu आशाराम बापू जी का जीवन परिचय : – नाम – संत श्री आशारामजी बापू वास्तविक नाम – श्री आसुमल थाउमल सिरुमलानी मातृश्री का नाम – पूजनीय मह्न्गीबा पिताश्री का नाम – श्री थाउमल सिरुमलानी जाति – सिंधी मातृभाषा – सिंधी जन्मदिन – 17 अप्रैल 1941 जन्मस्थान – बेराणी गाँव, नवाब-जिल्ला, सिंध पाकिस्तान पत्नी – पूजनीय माँ लक्ष्मी देवी पुत्र – श्री नारायण साईं पुत्री – पू. भारती देवी गुरुदेव – पूजनीय ब्रह्मनिष्ठ साईं श्री लीला शाह जी महाराज आशाराम बापू का जन्म और परिवार (Asharam Bapu Birth and Family) आशाराम बापू का जन्म 17 अप्रैल 1941 को हुआ था| आशाराम बापू का वास्तविक नाम आसुमल है | सरनेम सिरुमलानी और हरपलानी दोनों हैं | आशाराम बापू थाउमल सिरुमलानी और मह्न्गीबा के पुत्र है | आशाराम बापू का झुकाव बचपन से ही आध्यात्म की तरफ था | माँ मह्न्गीबा उन्हें रामायण, भगवद गीता और अन्य पौराणिक कहानियां सुनाती थी, इससे उनका इश्वर के तरफ झुकाव द्रढ़ हुआ | आशाराम बापू क...