आयनिक यौगिकों का गलनांक उच्च क्यों होता है

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आयनिक यौगिकों का गलनांक उच्च क्यों होता है ?

हेलो स्टूडेंट्स आपसे पूछा गया आयनिक यौगिकों का गन्ना उचित क्यों होता है तो आप एक उदाहरण लीजिए जैसे आपके पास एनएसीएलए इसको आप आए नहीं कीजिए आपके पास क्या मिलेगा यहां से इन्हें प्लस और 3 महीने से आप आईने क्योंकि उसे क्या समझ रहे हो आए नहीं की होगी धनायन वरना नबियों के रूप में निश्चित क्रम में व्यवस्थित होते हैं यानी आए नहीं क्योंकि धनाना मीणा उद्योग के रूप में निश्चित क्रम में व्यवस्थित होते हैं धनायन वर्णन अवयव मिलकर एक पिस्टल सरचना का निर्माण करते हैं जितेन के क्या होते हैं बंद मजबूत हो जाते हैं जिससे धनायन वर्णन के मध्य बंदे मजबूत हो जाते हैं तो इन्हें तोड़ने के लिए बंद वियोजन ऊर्जा का मान उच्च होता है इसी कारण से इनकी गणना की पड़ जाते हैं तो क्या होता है धनवान और ऋण आयन मिलकर क्या बनाते हैं मजबूत बंद बनाते हैं जिससे इनकी वियोजन उर्जा का मान उच्च होता है इस कारण से इस का गलनांक का मान ली क्या होगा आपका कुछ होगा कि आपका क्या है सही आंसर है धन्यवाद

आयनिक यौगिक का गलनांक उच्च क्यों होता है

आयनिक यौगिकों का निर्माण आयनिक बंध के बनने के कारण होता है, अर्थात आयनिक यौगिकों के परमाणु आयनिक बंध के कारण जुड़े होते हैं। आयनिक बंध का वैद्युत आकर्षण बल काफी अधिक होता है, जिससे वे परमाणुओं को आपस में जोड़े रहते हैं तथा आयनिक बंध काफी मजबूत होते हैं। आयनिक बंध के काफी मजबूत होने के कारण इसके वैद्युत आकर्षण बल को तोड़ने में काफी उर्जा की आवश्यकता होती है। यही कारण है कि आयनिक यौगिकों का गलनांक उच्च होता है।