अकबर का मकबरा किसने बनवाया था

  1. अकबर का मकबरा किसने बनवाया था?
  2. अकबर के मकबरे का इतिहास और उसकी वास्तुकला
  3. हुमायूँ के मकबरा का रोचक इतिहास
  4. एतमादुद्दौला का मकबरा
  5. हुमायूँ के मकबरा का रोचक इतिहास
  6. अकबर का मकबरा किसने बनवाया था?
  7. अकबर के मकबरे का इतिहास और उसकी वास्तुकला
  8. एतमादुद्दौला का मकबरा
  9. अकबर के मकबरे का इतिहास और उसकी वास्तुकला
  10. अकबर का मकबरा किसने बनवाया था?


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अकबर का मकबरा किसने बनवाया था?

Explanation : अकबर का मकबरा स्वयं अकबर ने ही बनवाया था। लेकिन इसके पूरा होने से पहले ही अकबर की मृत्‍यु हो गई, जिसे बाद में उनके पुत्र जहांगीर ने इसे पूरा करवाया। इस मकबरे का निर्माण 1613 ईसवी में हुआ था। आगरा से चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित अकबर का मकबरा हिंदू, ईसाई, इस्‍लामिक, बौद्ध और जैन कला का सर्वोत्‍तम मिश्रण है। मकबरे के चारों ओर खूबसूरत बगीचा है जिसके बीच में बरादी महल है जिसका निर्माण सिकंदर लोदी ने करवाया था। सिकंदरा से आगरा के बीच में अनेक मकबरे हैं और दो कोस मीनार भी हैं। पाँच मंजिला इस मकबरे की खूबसूरती आज भी बरकरार है। उत्तर प्रदेश में तहसील दिवस प्रत्येक माह के प्रथम व तृतीय शनिवार को होता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 13 जुलाई 2021 को एक उच्च स्तरीय बैठक में निर्देश दिया कि उप्र में तहसील दिवस अब मंगलवार के स्थान पर प्रत्येक माह के प्रथम व तृतीय शनिवार को होग • कौन-सा अभिलेख विश्व के प्रथम विज्ञापन के तौर पर जाना जाता है? Explanation : सोहगरा अभिलेख को विश्व के प्रथम विज्ञापन के तौर पर जाना जाता है। यह एक प्राचीन ताम्रलेख है, जो उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के पास सोहगोरा नामक स्थान से प्राप्त हुआ है। यह ब्राह्मी लिपि एवं प्राकृत भाषा में लिखा अभिलेख है। इसमें अकाल • उत्तर प्रदेश में नियोजन की विकेंद्रित प्रणाली कब शुरू की गई? Explanation : उत्तर प्रदेश में वर्ष 1982-83 से नियोजन की विकेंद्रित प्रणाली लागू की गई है। इस पणाली में जिला स्तर पर राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य की अध्यक्षता में 'जिला नियोजन एवं अनुश्रवण समिति' तथा जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक जिला योजना समन् • रोजगार की दृष्टि से उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा उद्योग कौन सा है? Explanation : उत्तर प्रद...

अकबर के मकबरे का इतिहास और उसकी वास्तुकला

दोस्तों भारत में मुग़ल शासकों द्वारा बनवायी गयी इमारते आज भी पर्यटकों के मन को लुभाती है। फिर चाहे बात बाबर के मकबरे की हो या फिर अकबर द्वारा बनवाये गए इमारतें। यहाँ तक की शाहजहां के काल को तो मुग़ल सल्तनत का स्वर्ण काल के नाम से भी जाना जाता है। उसके शासनकाल में तो ताजमहल जिसे विश्व का सातवां अजूबा के तौर पर जाना जाता है का निर्माण किया। इसके आलावा उसके ही शासनकाल में दिल्ली का लालकिला और जामा-मस्जिद इत्यादि ऐतिहासिक इमारतों का निर्माण हुआ। यह सभी इमारते मुग़ल बादशाहों के कला और संस्कृति के प्रति रूचि का ही परिणाम है। दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम चलने वाले है मुग़ल साम्राज्य के उस वीर राजा के मकबरे को देखने जिसने एक समय पुरे उत्तर भारत को जितने के बाद दक्षिण भारत के हिस्सों पर भी अपना अधिपत्य जमाना प्रारम्भ कर दिया था। जी हाँ हम बात कर रहे है मुग़ल बादशाह अकबर की जिसे इतिहास में अकबर महान के नाम से भी जाना जाता है। Table of Contents • • • • • • • • • • • अकबर का मकबरा कहाँ पर स्थित है ? [Akbar makbara location] मुग़ल बादशाह अकबर का मकबरा उत्तर प्रदेश के इस मकबरे का निर्माण स्वय अकबर ने करवाया था लेकिन अपने जीते जी इस मकबरे का निर्माण पूरा होते न देख पाया। बाद में उसके पुत्र जहांगीर ने थोड़े परिवर्तन के साथ इस मकबरे का निर्माण पूर्ण कराया। अकबर कौन था ? [who was Akbar] अकबर को मुगल शासकों में ही नहीं पुरे मध्य युग के भारतीय शासकों में श्रेष्ट स्थान प्राप्त है। मुग़ल साम्राज्य को वास्तव में भारत में स्थापित और उसका विस्तार के साथ उसे स्थायित्व प्रदान करने का श्रेया अकबर को दिया जाता है। इसके अतिरिक्त राजस्व और शासन में जिन नविन और उदार सिद्धांतों को उसने प्रतिपादित किया था वह वा...

हुमायूँ के मकबरा का रोचक इतिहास

हुमायूँ के मकबरे का रोचक इतिहास-Humayun Tomb In Hindi 1533 में हुमायूँ के इस मकबरे के अन्दर बहुत से छोटे-छोटे स्मारक भी बने हुए है, जैसे ही हम मकबरे के दक्षिणी द्वार में प्रवेश करते है वैसे ही हमें रास्ते में बने छोटे-छोटे स्मारक दिखाई देते है। इसे हुमायूँ के मुख्य मकबरों में से एक माना जाता था। मुग़ल कालीन प्रसिद्ध इमारतो और धरोहरों में हुमायूँ का मकबरा भी शामिल है और इसके साथ ही चारबाग गार्डन, जो एक पर्शियन गार्डन की तरह लगता है वह भी शामिल है क्योकि इस तरह का गार्डन भारत मंर कभी नही देखा गया था। इसके साथ ही उन्होंने अपने पिता और पहले यमुना का तट निजामुद्दीन दरगाह के निकट होने के कारण ही हुमायूँ के मकबरे को यमुना तट पर ही बनाया गया था और वही मकबरे के पास दिल्ली के सूफी संत निजामुद्दीन औलिया की भी कब्र है। बाद में मुगल इतिहास के अंतिम शासक फिर बाद में गुलाम वंश के काल में यह ज़मीन नसीरुद्दीन (1268-1287) के बेटे सुल्तान केकुबाद की राजधानी में “किलोखेरी किला” के नाम से जानी जाती थी। बत्ताशेवाला मकबरा भी हुमायूँ के मकबरे के वर्ल्ड हेरिटेज साईट के पास ही है, इन दोनों मकबरों को बिच में एक दीवार बनाकर अलग किया गया है जहा पे एक छोटा रास्ता भी बना हुआ है। हुमायूँ के मकबरे का इतिहास-Humayun Tomb History 20 जनवरी 1556 को हुमायूँ की मृत्यु के बाद उनके शरीर को पहले दिल्ली के पुराना किले में दफनाया गया। बाद में उन्हें खंजर बेग पंजाब के सिरहिंद ले गये क्योकि उन्हें डर था की कही हिन्दू राजा हेमू जिसने अक्टूबर 1556 में आगरा और दिल्ली में मुगल सेना को पराजित किया था कही वह पुराना किला हासिल कर के मकबरे को नुकसान न पहोचाये। 1558 में मकबरे की देखरेख उनके बेटे मुगल शासक अकबर ने की थी। अकबर मकब...

एतमादुद्दौला का मकबरा

सम्राज्ञी इतिमद-उद-दौला का मकबरा नूरजहां के पिता मिर्जा गियास बेग को समर्पित है। इतिमद-उद-दौला उनकी उपाधि थी। यमुना नदी के किनारे स्थित इस मकबरे का निर्माण 1626_28ईसवी में किया गया था। बेबी ताज के नाम से मशहूर इस मकबरे की कई चीजें ऐसी हैं जिन्‍हें बाद में ताजमहल बनाते समय अपनाया गया था। लोगों का कहना है कि कई जगह यहां की नक्‍काशी ताजमहल से भी ज्‍यादा खूबसूरत लगती है। इस मकबरे एक अन्‍य आकर्षण मध्‍य एशियाई शैली में बना इसका गुंबद है। यहां के बगीचे और रास्‍ते इसकी सुंदरता को और भी बढ़ाते हैं। यह मकबरा भारत में बना पहला मकबरा है जो पूरी तरह सफेद संगमरमर से बनाया गया था। इसकी दीवारों पर पेड़ पौधों, जानवरों और पक्षियों के चित्र उकेरे गए हैं। कहीं कहीं आदमियों के चित्रों को भी देखा जा सकता है जो एक अनोखी चीज है क्‍योंकि इस्‍लाम में मनुष्‍य का सजावट की चीज के रूप में इस्‍तेमाल करने की मनाही है। अपनी खूबसूरती के कारण यह मकबरा आभूषण बक्‍से के रूप में जाना जाता है। सन्दर्भ [ ]

हुमायूँ के मकबरा का रोचक इतिहास

हुमायूँ के मकबरे का रोचक इतिहास-Humayun Tomb In Hindi 1533 में हुमायूँ के इस मकबरे के अन्दर बहुत से छोटे-छोटे स्मारक भी बने हुए है, जैसे ही हम मकबरे के दक्षिणी द्वार में प्रवेश करते है वैसे ही हमें रास्ते में बने छोटे-छोटे स्मारक दिखाई देते है। इसे हुमायूँ के मुख्य मकबरों में से एक माना जाता था। मुग़ल कालीन प्रसिद्ध इमारतो और धरोहरों में हुमायूँ का मकबरा भी शामिल है और इसके साथ ही चारबाग गार्डन, जो एक पर्शियन गार्डन की तरह लगता है वह भी शामिल है क्योकि इस तरह का गार्डन भारत मंर कभी नही देखा गया था। इसके साथ ही उन्होंने अपने पिता और पहले यमुना का तट निजामुद्दीन दरगाह के निकट होने के कारण ही हुमायूँ के मकबरे को यमुना तट पर ही बनाया गया था और वही मकबरे के पास दिल्ली के सूफी संत निजामुद्दीन औलिया की भी कब्र है। बाद में मुगल इतिहास के अंतिम शासक फिर बाद में गुलाम वंश के काल में यह ज़मीन नसीरुद्दीन (1268-1287) के बेटे सुल्तान केकुबाद की राजधानी में “किलोखेरी किला” के नाम से जानी जाती थी। बत्ताशेवाला मकबरा भी हुमायूँ के मकबरे के वर्ल्ड हेरिटेज साईट के पास ही है, इन दोनों मकबरों को बिच में एक दीवार बनाकर अलग किया गया है जहा पे एक छोटा रास्ता भी बना हुआ है। हुमायूँ के मकबरे का इतिहास-Humayun Tomb History 20 जनवरी 1556 को हुमायूँ की मृत्यु के बाद उनके शरीर को पहले दिल्ली के पुराना किले में दफनाया गया। बाद में उन्हें खंजर बेग पंजाब के सिरहिंद ले गये क्योकि उन्हें डर था की कही हिन्दू राजा हेमू जिसने अक्टूबर 1556 में आगरा और दिल्ली में मुगल सेना को पराजित किया था कही वह पुराना किला हासिल कर के मकबरे को नुकसान न पहोचाये। 1558 में मकबरे की देखरेख उनके बेटे मुगल शासक अकबर ने की थी। अकबर मकब...

अकबर का मकबरा किसने बनवाया था?

Explanation : अकबर का मकबरा स्वयं अकबर ने ही बनवाया था। लेकिन इसके पूरा होने से पहले ही अकबर की मृत्‍यु हो गई, जिसे बाद में उनके पुत्र जहांगीर ने इसे पूरा करवाया। इस मकबरे का निर्माण 1613 ईसवी में हुआ था। आगरा से चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित अकबर का मकबरा हिंदू, ईसाई, इस्‍लामिक, बौद्ध और जैन कला का सर्वोत्‍तम मिश्रण है। मकबरे के चारों ओर खूबसूरत बगीचा है जिसके बीच में बरादी महल है जिसका निर्माण सिकंदर लोदी ने करवाया था। सिकंदरा से आगरा के बीच में अनेक मकबरे हैं और दो कोस मीनार भी हैं। पाँच मंजिला इस मकबरे की खूबसूरती आज भी बरकरार है। उत्तर प्रदेश में तहसील दिवस प्रत्येक माह के प्रथम व तृतीय शनिवार को होता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 13 जुलाई 2021 को एक उच्च स्तरीय बैठक में निर्देश दिया कि उप्र में तहसील दिवस अब मंगलवार के स्थान पर प्रत्येक माह के प्रथम व तृतीय शनिवार को होग • कौन-सा अभिलेख विश्व के प्रथम विज्ञापन के तौर पर जाना जाता है? Explanation : सोहगरा अभिलेख को विश्व के प्रथम विज्ञापन के तौर पर जाना जाता है। यह एक प्राचीन ताम्रलेख है, जो उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के पास सोहगोरा नामक स्थान से प्राप्त हुआ है। यह ब्राह्मी लिपि एवं प्राकृत भाषा में लिखा अभिलेख है। इसमें अकाल • उत्तर प्रदेश में नियोजन की विकेंद्रित प्रणाली कब शुरू की गई? Explanation : उत्तर प्रदेश में वर्ष 1982-83 से नियोजन की विकेंद्रित प्रणाली लागू की गई है। इस पणाली में जिला स्तर पर राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य की अध्यक्षता में 'जिला नियोजन एवं अनुश्रवण समिति' तथा जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक जिला योजना समन् • रोजगार की दृष्टि से उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा उद्योग कौन सा है? Explanation : उत्तर प्रद...

अकबर के मकबरे का इतिहास और उसकी वास्तुकला

दोस्तों भारत में मुग़ल शासकों द्वारा बनवायी गयी इमारते आज भी पर्यटकों के मन को लुभाती है। फिर चाहे बात बाबर के मकबरे की हो या फिर अकबर द्वारा बनवाये गए इमारतें। यहाँ तक की शाहजहां के काल को तो मुग़ल सल्तनत का स्वर्ण काल के नाम से भी जाना जाता है। उसके शासनकाल में तो ताजमहल जिसे विश्व का सातवां अजूबा के तौर पर जाना जाता है का निर्माण किया। इसके आलावा उसके ही शासनकाल में दिल्ली का लालकिला और जामा-मस्जिद इत्यादि ऐतिहासिक इमारतों का निर्माण हुआ। यह सभी इमारते मुग़ल बादशाहों के कला और संस्कृति के प्रति रूचि का ही परिणाम है। दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम चलने वाले है मुग़ल साम्राज्य के उस वीर राजा के मकबरे को देखने जिसने एक समय पुरे उत्तर भारत को जितने के बाद दक्षिण भारत के हिस्सों पर भी अपना अधिपत्य जमाना प्रारम्भ कर दिया था। जी हाँ हम बात कर रहे है मुग़ल बादशाह अकबर की जिसे इतिहास में अकबर महान के नाम से भी जाना जाता है। Table of Contents • • • • • • • • • • • अकबर का मकबरा कहाँ पर स्थित है ? [Akbar makbara location] मुग़ल बादशाह अकबर का मकबरा उत्तर प्रदेश के इस मकबरे का निर्माण स्वय अकबर ने करवाया था लेकिन अपने जीते जी इस मकबरे का निर्माण पूरा होते न देख पाया। बाद में उसके पुत्र जहांगीर ने थोड़े परिवर्तन के साथ इस मकबरे का निर्माण पूर्ण कराया। अकबर कौन था ? [who was Akbar] अकबर को मुगल शासकों में ही नहीं पुरे मध्य युग के भारतीय शासकों में श्रेष्ट स्थान प्राप्त है। मुग़ल साम्राज्य को वास्तव में भारत में स्थापित और उसका विस्तार के साथ उसे स्थायित्व प्रदान करने का श्रेया अकबर को दिया जाता है। इसके अतिरिक्त राजस्व और शासन में जिन नविन और उदार सिद्धांतों को उसने प्रतिपादित किया था वह वा...

एतमादुद्दौला का मकबरा

सम्राज्ञी इतिमद-उद-दौला का मकबरा नूरजहां के पिता मिर्जा गियास बेग को समर्पित है। इतिमद-उद-दौला उनकी उपाधि थी। यमुना नदी के किनारे स्थित इस मकबरे का निर्माण 1626_28ईसवी में किया गया था। बेबी ताज के नाम से मशहूर इस मकबरे की कई चीजें ऐसी हैं जिन्‍हें बाद में ताजमहल बनाते समय अपनाया गया था। लोगों का कहना है कि कई जगह यहां की नक्‍काशी ताजमहल से भी ज्‍यादा खूबसूरत लगती है। इस मकबरे एक अन्‍य आकर्षण मध्‍य एशियाई शैली में बना इसका गुंबद है। यहां के बगीचे और रास्‍ते इसकी सुंदरता को और भी बढ़ाते हैं। यह मकबरा भारत में बना पहला मकबरा है जो पूरी तरह सफेद संगमरमर से बनाया गया था। इसकी दीवारों पर पेड़ पौधों, जानवरों और पक्षियों के चित्र उकेरे गए हैं। कहीं कहीं आदमियों के चित्रों को भी देखा जा सकता है जो एक अनोखी चीज है क्‍योंकि इस्‍लाम में मनुष्‍य का सजावट की चीज के रूप में इस्‍तेमाल करने की मनाही है। अपनी खूबसूरती के कारण यह मकबरा आभूषण बक्‍से के रूप में जाना जाता है। सन्दर्भ [ ]

अकबर के मकबरे का इतिहास और उसकी वास्तुकला

दोस्तों भारत में मुग़ल शासकों द्वारा बनवायी गयी इमारते आज भी पर्यटकों के मन को लुभाती है। फिर चाहे बात बाबर के मकबरे की हो या फिर अकबर द्वारा बनवाये गए इमारतें। यहाँ तक की शाहजहां के काल को तो मुग़ल सल्तनत का स्वर्ण काल के नाम से भी जाना जाता है। उसके शासनकाल में तो ताजमहल जिसे विश्व का सातवां अजूबा के तौर पर जाना जाता है का निर्माण किया। इसके आलावा उसके ही शासनकाल में दिल्ली का लालकिला और जामा-मस्जिद इत्यादि ऐतिहासिक इमारतों का निर्माण हुआ। यह सभी इमारते मुग़ल बादशाहों के कला और संस्कृति के प्रति रूचि का ही परिणाम है। दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम चलने वाले है मुग़ल साम्राज्य के उस वीर राजा के मकबरे को देखने जिसने एक समय पुरे उत्तर भारत को जितने के बाद दक्षिण भारत के हिस्सों पर भी अपना अधिपत्य जमाना प्रारम्भ कर दिया था। जी हाँ हम बात कर रहे है मुग़ल बादशाह अकबर की जिसे इतिहास में अकबर महान के नाम से भी जाना जाता है। Table of Contents • • • • • • • • • • • अकबर का मकबरा कहाँ पर स्थित है ? [Akbar makbara location] मुग़ल बादशाह अकबर का मकबरा उत्तर प्रदेश के इस मकबरे का निर्माण स्वय अकबर ने करवाया था लेकिन अपने जीते जी इस मकबरे का निर्माण पूरा होते न देख पाया। बाद में उसके पुत्र जहांगीर ने थोड़े परिवर्तन के साथ इस मकबरे का निर्माण पूर्ण कराया। अकबर कौन था ? [who was Akbar] अकबर को मुगल शासकों में ही नहीं पुरे मध्य युग के भारतीय शासकों में श्रेष्ट स्थान प्राप्त है। मुग़ल साम्राज्य को वास्तव में भारत में स्थापित और उसका विस्तार के साथ उसे स्थायित्व प्रदान करने का श्रेया अकबर को दिया जाता है। इसके अतिरिक्त राजस्व और शासन में जिन नविन और उदार सिद्धांतों को उसने प्रतिपादित किया था वह वा...

अकबर का मकबरा किसने बनवाया था?

Explanation : अकबर का मकबरा स्वयं अकबर ने ही बनवाया था। लेकिन इसके पूरा होने से पहले ही अकबर की मृत्‍यु हो गई, जिसे बाद में उनके पुत्र जहांगीर ने इसे पूरा करवाया। इस मकबरे का निर्माण 1613 ईसवी में हुआ था। आगरा से चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित अकबर का मकबरा हिंदू, ईसाई, इस्‍लामिक, बौद्ध और जैन कला का सर्वोत्‍तम मिश्रण है। मकबरे के चारों ओर खूबसूरत बगीचा है जिसके बीच में बरादी महल है जिसका निर्माण सिकंदर लोदी ने करवाया था। सिकंदरा से आगरा के बीच में अनेक मकबरे हैं और दो कोस मीनार भी हैं। पाँच मंजिला इस मकबरे की खूबसूरती आज भी बरकरार है। उत्तर प्रदेश में तहसील दिवस प्रत्येक माह के प्रथम व तृतीय शनिवार को होता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 13 जुलाई 2021 को एक उच्च स्तरीय बैठक में निर्देश दिया कि उप्र में तहसील दिवस अब मंगलवार के स्थान पर प्रत्येक माह के प्रथम व तृतीय शनिवार को होग • कौन-सा अभिलेख विश्व के प्रथम विज्ञापन के तौर पर जाना जाता है? Explanation : सोहगरा अभिलेख को विश्व के प्रथम विज्ञापन के तौर पर जाना जाता है। यह एक प्राचीन ताम्रलेख है, जो उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के पास सोहगोरा नामक स्थान से प्राप्त हुआ है। यह ब्राह्मी लिपि एवं प्राकृत भाषा में लिखा अभिलेख है। इसमें अकाल • उत्तर प्रदेश में नियोजन की विकेंद्रित प्रणाली कब शुरू की गई? Explanation : उत्तर प्रदेश में वर्ष 1982-83 से नियोजन की विकेंद्रित प्रणाली लागू की गई है। इस पणाली में जिला स्तर पर राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य की अध्यक्षता में 'जिला नियोजन एवं अनुश्रवण समिति' तथा जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक जिला योजना समन् • रोजगार की दृष्टि से उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा उद्योग कौन सा है? Explanation : उत्तर प्रद...