Alauddin khilji ko kisne mara tha

  1. भगवान कृष्ण की मृत्यु कैसे हुई थी
  2. हत्या और लूट से भरे खिलजी वंश का कैसे हुआ अंत, जानते हैं विस्तार से
  3. History of Alauddin khilji in hindi
  4. Alauddin Khalji
  5. भीमराव आम्बेडकर को किसने मारा था


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भगवान कृष्ण की मृत्यु कैसे हुई थी

भगवान कृष्ण की मृत्यु कैसे हुई थी : श्री कृष्ण भगवान विष्णु के पूर्ण अवतार थे । महाभारत के अनुसार श्री कृष्ण एक अति बलशाली अलौकिक योद्धा थे । इस लेख में हम भगवत पुराण और महाभारत का संज्ञान लेकर जानेंगे कि भगवान कृष्ण और बलराम जी की मृत्यु कैसे हुई थी और मृत्यु उपरांत उनके शरीर का क्या हुआ । 18 दिन चले महाभारत के युद्ध में रक्तपात के सिवाय कुछ हासिल नहीं हुआ । कौरवों के समस्त कुल का खात्मा हो गया था, पांचों पांडवों को छोड़कर पांडव कुल के भी अधिकांश लोग मारे गए । लेकिन इस युद्ध के कारण युद्ध के पश्चात एक और वंश का खात्मा हुआ और बो था श्री कृष्ण जी का यदुवंश। विषयसूची • • • • • • • भगवान कृष्ण की मृत्यु का रहस्य महाभारत युद्ध की समाप्ति के बाद जब युधिष्ठिर का राजतिलक हो रहा था, तब कौरवों की माता गांधारी ने महाभारत युद्ध के लिए श्री कृष्ण को दोषी ठहराते हुए श्राप दिया था कि जिस प्रकार कौरवों के वंश का नाश हुआ है, ठीक उसी प्रकार यदुवंश का विनाश होगा । इसी कारण से भगवान की मृत्यु हुआ और सम्पूर्ण यदुवंश का नाश हो गया था। फिर श्री कृष्ण द्वारका लौट आए और यदुवंशियों के साथ प्रयास के क्षेत्र में आए। यदुवंशी अपने साथ अन्य, फल आहार सामग्री भी लाए थे । कृष्ण ने ब्राह्मणों को भोजन दान करके यदुवंशियों को मृत्यु की प्रतीक्षा करने का आदेश दिया था। अधिक पढ़ें : भगवान श्री कृष्ण के कितने पुत्र थे साथीकी और कृतवर्मा में विवाद कुछ दिनों बाद महाभारत युद्ध की चर्चा करते हुए साथीकी और कृतवर्मा के बीच विवाद हो गया। साथीकी क्रोधित हो गया और उसने कृतवर्मा का सिर काट दिया। इस कारण उनके बीच आपसी युद्ध छिड़ गया और वे समूहों में विभाजित होकर आपस में लड़ने लगे। इस युद्ध में श्री कृष्ण के पुत्र प्रद्युम्न...

हत्या और लूट से भरे खिलजी वंश का कैसे हुआ अंत, जानते हैं विस्तार से

भारत पहले अंग्रेजों के अधीन था, ये तो हम सब जानते हैं। लेकिन अंग्रेजों के भारत आने से पहले भी भारत देश कई विदेशियों के अधीन रह चुका है। भारत ने बाहर से आए कई आक्रमणकारियों का दंश झेला है। यहां बाहर से आए कई लोगों ने एक- दूसरे से युद्ध किया और भारत की सत्ता हासिल कर वर्षों तक यहां अपना साम्राज्य स्थापित किया। उन्हीं बाहरी शासकों में से एक था Khilji Vansh. खिलजी राजवंश मुख्य रुप में तुर्किस्तान का था। खिलजी वंश मध्यकालीन भारत का राजवंश था। दिल्ली की सल्तनत में काबिज होने वाला ये दूसरा मुस्लिम राजवंश था। हत्या, लूट, निर्दयता और बर्बरता से भरे खिलजी वंश का शासन दिल्ली पर 1290 ई. से 1320 ई. तक रहा। • Khilji Vansh के प्रथम शासक जलालुद्दीन खिलजी की हत्या कर उसके दामाद और भतीजा अलाउद्दीन खिलजी ने दिल्ली की सल्तनत पर अपना कब्जा कर लिया। • अलाउद्दीन खिलजी की मौत के बाद उसके सेनापति मलिक काफूर ने अलाउद्दीन के सबसे छोटे बेटे शिहाबुद्दीन उमर खिलजी को गद्दी पर बिठा दिया। जिस वक्त शिहाबुद्दीन को सत्ता सौंपी गई , उस वक्त वो केवल 6 साल का था। ऐसे में पीछे से सत्ता की सारी बागडोर मलिक काफूर के हाथ में ही थी. • मलिक काफूर ने अलाउद्दीन खिलजी की मौत के बाद उसकी विधवा पत्नी से शादी कर ली और बाद में उसके दो पुत्रों को अंधा कर के उसकी मां मल्लिका-ए-जहां के साथ ग्वालियर के किले में कैद करवा दिया। • साथ ही मलिक काफूर ने अलाउद्दीन ने एक और बेटे कुतुबुद्दीन मुबारक खिलजी को राजधानी सीरी के किले में कैद करवा दिया। • लेकिन बड़ी ही चतुरता से मुबारक खिलजी ने कैद में रहते हुए ही मलिक काफूर की हत्या करवा दी और अपने ही छोटे भाई शिहाबुद्दीन उमर खिलजी को अंधा बना कर कैद करवा दिया। • इसके बाद मुबारक खिलजी ने 13...

History of Alauddin khilji in hindi

अलाउद्दीन खिलजी बहुत शक्तिशाली और महत्वाकांक्षी राजा खिलजी वंश का दूसरा शासक था। अलाउद्दीन ने अपने चाचा जलालुद्दीन फ़िरोज़ खिलजी की हत्या कर दी, उनके नाम पर सिंहासन ले लिया, और उन्होंने खिलजी वंश की विरासत को आगे बढ़ाया, भारत वर्ष में अपने साम्राज्य का विस्तार किया। वह खुद को दूसरा अलेक्जेंडर कहलाना पसंद करता था। उन्हें सिकंदर महान की उपाधि दी गई थी। खिलजी ने अपने राज्य में शराब की खुली बिक्री बंद कर दी थी। वह दक्षिणी भारत में अपने साम्राज्य का विस्तार करने और सफलता हासिल करने वाले पहले मुस्लिम शासक थे। यह उसकी जीत का जुनून था जिसने उसे युद्ध में सफल बनाया, जिसने दक्षिणी भारत में उसके प्रभाव को बढ़ाया, और उसके साम्राज्य का विस्तार किया। जैसे-जैसे खिलजी की शक्ति बढ़ती गई, वैसे-वैसे उसकी वफादारी भी बढ़ती गई। खिलजी साम्राज्य में उनके सबसे वफादार जनक मलिक काफ़र और ख़ुसरो ख़ान थे। दक्षिण भारत में खिलजी का बहुत आतंक था, उन्होंने वहाँ के राज्यों को लूट लिया। लूटपाट और युद्ध के साथ, खिलजी अपने दिल्ली साम्राज्य को मंगोल आक्रमणकारियों से बचाने की कोशिश भी कर रहा था। विशाल मंगोल सेना को हराने के बाद, खिलजी ने मध्य एशिया पर कब्जा कर लिया, जिसे अब अफगानिस्तान के रूप में जाना जाता है। मंगोल सेना को बार-बार पराजित करने के लिए खिलजी का नाम इतिहास के पन्नों में भी लिखा जाता है। वारंगल के काकतीय शासकों पर हमला करके, खिलजी ने दुनिया के सबसे कीमती कोहिनूर हीरे पर भी कब्जा कर लिया। वह एक महान रणनीतिकार और सैन्य कमांडर थे, जिन्होंने भारतीय उपमहाद्वीप में अपनी सेना की कमान संभाली थी। अलाउद्दीन खिलजी का परिचय (अलाउद्दीन खिलजी का इतिहास हिंदी में) 1. पूरा नाम अलाउद्दीन खिलजी 2। एक और नाम जोनाह मुह...

Alauddin Khalji

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भीमराव आम्बेडकर को किसने मारा था

भीमराव आम्बेडकर को किसने मारा– डॉ॰ भीमराव आम्बेडकर आमजन में बाबासाहब नाम से जाने जाते हैं. बाबासाहब भारत के संविधान के निर्माता हैं. इसके साथ वह एक समाज सुधारक, महान अर्थशास्त्री, कानून के ज्ञाता, राजनीतिज्ञ के गुरु थे. उन्होंने छुआछुत जैसी सामाजिक बीमारी का विरुद्ध किया. बाबासाहब ने समाज में महिलाओ, बच्चो और श्रमिको की स्थिति और अधिकारों की बात रखी. बाबासाहब आजाद भारत के सर्वप्रथम विधि और न्याय मंत्री थे. अनुक्रम • • • • • प्रारम्भिक जीवन और प्रथम विवाह भीमराव आम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को वर्तमान के मध्यप्रदेश राज्य के महू नगर में हुआ था. उनके पिताजी का नाम रामजी मालोजी और माताजी का नाम भीमाबाई था. आम्बेडकर इनकी 14 वी संतान थी. इनका परिवार हिन्दू धर्म के महार जाति से आता था. इस जाति के लोगो के साथ उस समय जातिय भेदभाव के कारन बुरा और अछूत व्यवहार किया जाता था. इनके पिताजी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के भारतीय फ़ौज में सैनिक थे. जय हिन्द का नारा किसने दिया था – पूरी कहानी भीमराव आम्बेडकर को बचपन से ही अपनी जाति के कारन समाज में प्रतिकार झेलना पड़ा था. लेकिन इसी समय इन्हें अपनी विधालय में एक ब्राह्मण शिक्षक का सहयोग मिला. और उन्होंने ने ही आम्बेडकर उपनाम भीमराव को दिया. तब से आज तक भीमराव आम्बेडकर नाम से जाने जाते हैं. 1906 में इनकी शादी मात्र पन्द्रह साल की अल्प आयु में ही नौ साल की लड़की रामाबाई से कर दी गई थी. इन दोनों का उस समय बाल-विवाह हुआ था. अकबर का वित्त मंत्री कौन था | Akbar ka vitt mantri kaun tha भीमराव आम्बेडकर का दूसरा विवाह आम्बेडकर की प्रथम पत्नी का निर्धन सन1935 में लम्बी बीमारी के बाद हो गया था. भारत की स्वंत्रता के लिए भारत को एक ऐसे संविधान निर्माता की ...