अल्सर क्यों होता है

  1. अल्सर क्यों होता है / Alsar Kyu Hota Hai?
  2. अल्सर क्या होता है इसके कारण, लक्षण तथा उपचार क्या है।
  3. अल्सर के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार
  4. कॉर्नियल अल्सर के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार
  5. पेट में अल्सर होने की क्या है वजह, जानिए लक्षण, बचाव और इलाज
  6. डायबिटिक अल्सर क्या है, क्यों होती है बीमारी, लक्षण


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अल्सर क्यों होता है / Alsar Kyu Hota Hai?

अल्सर क्यों होता है? अल्सर एक प्रकार के घाव होते हैं जो पेट, आहारनाल या आँतों की अंदरूनी सतह पर होता हैं. अल्सर होने का ज्यादातर कारण पेट में एसिड बढ़ना, चाय, कॉफी, सिगरेट व शराब आदि का अधिक सेवन करना बताया जाता हैं. और दोस्तों इसके अलावा ज्यादा खट्टी, मसालेदार और गर्म पदार्थ का सेवन करने से अल्सर की समस्या हो जाती है. क्लिक करे • • • अल्सर क्यों होता है – alsar kyu hota hai अल्सर क्या होता है – alsar kya hai अल्सर कहां होता है – alsar kya hota hai अल्सर कितने दिन में ठीक होता है – ulcer kitne din me thik hota hai अल्सर का ऑपरेशन कैसे होता है – ulcer ka operation kaise hota hai अल्सर फटने पर क्या होता है – ulcer fatne par kya hota hai अल्सर में क्या क्या खाना चाहिए – ulcer me kya kya khana chahiye अल्सर के प्रकार और लक्षण – ulcer ke prakar or lakshan in hindi निष्कर्ष– दोस्तों आपको यह “अल्सर क्यों होता है – Alsar Kyu Hota Hai“ का आर्टिकल कैसा लगा? निचे हमे कमेंट करके जरुर बताये. साथ ही इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर जरुर करे. लेटेस्ट अपडेट्स पाने के लिए Techly360 को Facebook, Twitter और Instagram पर फॉलो करे. और वीडियोज देखने के लिए YouTube पर सब्सक्राइब करे.

अल्सर क्या होता है इसके कारण, लक्षण तथा उपचार क्या है।

• • • • • • • • • अल्सर क्या होता है- दोस्तो वैसे तो अल्सर कई प्रकार के होते है जैसे कि मुह मे जो छाले पड जाते है वह भी एक अल्सर ही है लेकिन आज हम पेट मे होने वाले अल्सर की बात करेंगे। दोस्तो पेट मे छाले होने को चिकित्सीय भाषा मे अल्सर या पेप्टिक अल्सर कहा जाता है। पेट मे गाढे तरल पदार्थ म्युकस की एक चिकनी परत होती है जो कि पेट की अंदरूनी परत को हाइड्रोक्लोरिक एसिड से बचाती है। यह एसिड पाचन क्रिया के लिये अहम होता है तथा शरीर के ऊतको को भी नुकसान पहुचाता है। इस एसिड और म्युकस परतों के बीच मेलजोल होता है इस संतुलन के बिगडने पर ही पेट मे छाले होते है। सामान्य तौर पर यह छाले आहार नली पेट और छोटी आंत के ऊपरी भाग पर होते है। पेट मे अल्सर को आमतौर पर गैस्ट्रिक अल्सर भी कहा जाता है। जो कि पेट की परत पर होने वाले दर्दनाक फोडे और घाव होते है। पेप्टिक अल्सर आमतौर पर वो बीमारी होती है जो कि बडी और छोटी आंत दोनो को प्रभावित करती है। पेट मे अल्सर होने के कारण- • अनियमित दिनचर्या, खानपान की गलत आदतें तथा उसकी वजह से बनने वाला एसिड अल्सर का प्रमुख कारण है। • यदि आप ज्यादा पेनकिलर्स तथा दवाओं का सेवन कर रहे है तो भी यह बीमारी होने की संभावना बढ जाती है। इसके अतिरिक्त ज्यादा तनाव की वजह से भी अल्सर हो जाता है क्योंकि इसमे एसिड ज्यादा बनता है। • यदि आप धूम्रपान कर रहे है तो यह भी अल्सर का प्रमुख कारण है। इसके अलावा हेलिकोबैक्टर पायलोरी बैक्टीरिया भी इसका एक कारण है। • गैस्ट्रिक अल्सर मे खाने के बाद पेट मे दर्द होने लगता है। वही ड्यूडिनल अल्सर मे खाली पेट रहने से दर्द होता है तथा भोजन करते ही दर्द ठीक हो जाता है। • वृद्ध लोगो मे पेट के अल्सर होने की संभावना ज्यादा होती है। बढती उम्र के साथ प...

अल्सर के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार

अल्सर क्या है? अल्सर शरीर की त्वचा की झिल्ली में होने वाला कट, छेद या दरार होती है, जिसकी वजह से उस हिस्से से जुड़ा अंदरुनी अंग ठीक तरह से काम नहीं कर पाता। (और पढ़ें - myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को सेक्स समस्याओं के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं। अल्सर के लक्षण क्या हैं? अल्सर के लक्षण उसके प्रकार पर निर्भर करते हैं: • दबावअल्सर के लक्षण: • त्वचा पर स्पंज के जैसा दाग बनना जो छूने पर गर्म व कठोर दिखाई दे • सूजन आना • • त्वचा केप्रभावित हिस्से का रंग बिगड़ जाना • प्रभावित क्षेत्र में दर्द व खुजली महसूस होना (और पढ़ें - • जननांग अल्सर के लक्षण: • आपको अपने जननांग क्षेत्रों के पास दर्द महसूस होता है और छूने पर दर्द और बढ़ जाता है। • खुजली हो सकती है। (और पढ़ें - • डायबिटिक फुट अल्सर के लक्षण: • सूजन, रंग बिगड़ना और घाव के आस-पास की त्वचा गर्म महसूस होना • अल्सर से बदबूदार द्रव निकलना • अल्सर को छूने पर दर्द होना और कठोर महसूस होना • अल्सर के आसपास की त्वचा सख्त व मोटी हो जाना ( और पढ़ें - ​ • एनल फिशर के लक्षण: • मल त्याग करने के दौरान गुदा में तीव्र दर्द होगा • • गुदा के आस पास की त्वचा में दरार दिखाई देना • दरार के आगे एक छोटी सी गांठ दिखाई देना • गुदा क्षेत्र में जलन व खुजली महसूस होना (और पढ़ें - ​ • कॉर्नियल अल्सर के लक्षण: • • • आंख से पस जैसा द्रव निकलना • • आंख लाल या गुलाबी हो जाना • रौशनी के प्रति अतिसंवेदनशीलता होना (और पढ़ें - ​ • मुंह के अल्सर और एफथॉस अल्सर के लक्षण...

कॉर्नियल अल्सर के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार

कॉर्नियल अल्सर क्या है? आंख के सामने वाले हिस्से में ऊतकों की एक परत को कॉर्निया (नेत्रपटल) कहा जाता है। कॉर्निया की मदद से ही आंख के अंदर रोशनी जा पाती है। आंख से निकलने वाले आंसू कॉर्निया को कॉर्नियल अल्सर एक (और पढ़ें - कॉर्नियल अल्सर के लक्षण क्या हैं? कॉर्नियल अल्सर का पता लगने से पहले आपको आंख में संक्रमण जैसे कुछ लक्षण महसूस हो सकते हैं। इन्फेक्शन के लक्षणों में निम्न शामिल हो सकते हैं: • • • आंख से • • आंख लाल या गुलाबी हो जाना • रोशनी के प्रति अतिसंवेदनशीलता होना (और पढ़ें - कॉर्नियल अल्सर के संकेत व लक्षण जिसमें निम्न शामिल हो सकते हैं: • • • आंख से अत्यधिक पानी आना • • कॉर्निया में सफेद दाग दिखाई देना • • • रोशनी के प्रति अतिसंवेदनशीलता होना • आंख में कुछ चले जाने जैसा महसूस होना (और पढ़ें - कॉर्नियल अल्सर से संबंधित सभी लक्षण बहुत गंभीर होते हैं, इनका इलाज तुरंत करवाना चाहिए ताकि कॉर्नियल अल्सर क्यों होता है? कॉर्नियल अल्सर के ज्यादातर मामले इन्फेक्शन के कारण ही होते हैं, जिनमें मुख्य रूप से निम्न शामिल हैं: • बैक्टीरियल इन्फेक्शन: जो लोग कॉन्टेक्ट लेंस लगाते हैं, उनको आंख में • वायरल इन्फेक्शन: आंख में • फंगल इन्फेक्शन: यह कॉर्नियल अल्सर का सामान्य कारण नहीं है, आंख में (और पढ़ें - कॉर्नियल अल्सर का इलाज कैसे किया जाता है? यदि आपको लगता है कि आपको कॉर्नियल अल्सर हो गया है, तो जितना जल्द हो सके आपको आंखों के डॉक्टर के पास चले जाना चाहिए। क्योंकि यदि कॉर्नियल अल्सर का समय पर इलाज ना किया जाए तो देखने संबंधी समस्याएं हो सकती हैं या यहां तक कि प्रभावित आंख की देखने की क्षमता पूरी तरह से खत्म हो सकती है। यदि डॉक्टरों को लगता है कि किसी प्रकार के बैक्टीरिया के कारण कॉर्...

पेट में अल्सर होने की क्या है वजह, जानिए लक्षण, बचाव और इलाज

पेट में होने वाले घावों को अल्सर कहा जाता है। यह समस्या लोगों को बहुत ज्याद परेशान कर देती है। अगर गर्मी के दिनों में किसी को पेट में घाव हो जाएं तो ऐसी स्थिति में व्यक्ति को खाना और पानी पीना भी बहुत मुश्किल हो जाता है। पेट में अल्सर हमारे शरीर में बढ़े हुए अम्ल के कारण होता है, अगर हम ऐसी चीजों का सेवन करते हैं जो पेट में एसिड बनाती हैं या ज्यादा गर्म तासीर वाली होती हैं, तो अल्सर होने का खतरा हो सकता है। आइए जानते हैं किन लक्षणों से पहचान सकते हैं अल्सर की बीमारी को, क्या है बचाव और इसका इलाज.... लक्षण • जिस व्यक्ति को अल्सर की समस्या होती है वह कुछ भी खा या पी नहीं पाता है। कुछ भी खाते समय तेज जलन और चुभन महसूस होती है। • पेट में अल्सर और अधिक एसिड बनने से खट्टी डकारे आती हैं। घावों की वजह से पेट में तेज दर्द होता है। कमजोरी आने लगती है, कुछ भी खाने पर उल्टी हो जाती है। • अल्सर से पीड़ित व्यक्ति पानी तक नहीं पी पाता है। चाहे ठोस हो या तरल कुछ भी खाते समय आहार नाल में तेज जलन और दर्द होती है। क्यों होता है अल्सर • ज्यादा गर्म तासीर वाली चीजों का लगातार अत्यधिक सेवन करने से अल्सर की समस्या हो सकती है तो वहीं ज्यादा एसिड बनाने वाली चीजों का डायट में शामिल होना भी पेट में घाव दे सकता है। कभी-कभी ज्यादा दवाईयां लेने से पेट में एसिड बनने लगता है, जिससे पेट या आंतों में घाव हो जाते हैं। कुछ बैक्टीरिया भी अल्सर होने का कारण बनते हैं। युवाओं में अल्सर होने का मुख्य कारण सिगरेट पीना, अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन करना होता है। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट अमर उजाला पर पढ़ें लाइफ़स्टाइल जगत (Lifestylesection) की अन्य खबरें जैसे हेल्थ एंड फिटनेस न्यूज़(Health and fitness new...

डायबिटिक अल्सर क्या है, क्यों होती है बीमारी, लक्षण

मौजूदा समय में डायबिटीज की बीमारी गंभीर रूप ले रही है। कई भारतीय इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। पहले तो 40 वर्ष के बाद के उम्र के लोगों को यह बीमारी होती थी, वहीं अब युवाओं में भी यह बीमारी देखने को मिल रही है। कारण खराब लाइफस्टाइल, खानपान की वजह से लोग इस बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं। सिर्फ एक डायबिटीज की बीमारी के कारण कई प्रकार की बीमारी होने की संभावना रहती है, उसमें से एक है डायबिटिक अल्सर (Diabetic ulcer) ज्यादातर यह बीमारी पैर में देखने को मिलती है। यदि डायबिटीज को कंट्रोल न किया गया तो डायबिटिक अल्सर (Diabetic ulcer) की बीमारी होती है। इसके कारण स्किन के टिशू टूटने लगते हैं। डायबिटिक अल्सर पैर की उंगलियों के साथ पैरों के नीचे ज्यादा देखने को मिलता है। यदि इसका इलाज न किया जाए तो घाव हडि्डयों को प्रभावित करते हैं। डायबिटिक अल्सर (Diabetic ulcer) शरीर के अन्य हिस्सों जैसे हाथों को मोड़ने वाली जगह के साथ पेट में जहां चर्बी मुड़ती है वहां भी हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि शरीर का अच्छे से ध्यान रखा जाए। हर व्यक्ति जो डायबिटीज की बीमारी से ग्रसित है उसको डायबिटिक अल्सर (Diabetic ulcer) और फुट पेन होने की संभावना रहती है। जरूरी है कि मरीज सही समय पर इलाज कराने के लिए आएं। वहीं गंभीर समस्या से बचाव के लिए जरूरी है कि बीमारी के लक्षण दिखने पर जल्द से जल्द डॉक्टरी सलाह लें, ताकि उसका इलाज किया जा सके। डायबिटिक अल्सर (Diabetic ulcer): ज्यादातर बुजुर्गों को होती है बीमारी डायबिटीज की बीमारी से ग्रसित बुजुर्गों को यह बीमारी होने की संभावनाएं ज्यादा रहती है। डायबिटीज का सबसे बड़ा लक्षण हाई ब्लड शुगर कहा जाता है, इसे डायबिटिक अल्सर के लक्षण (Diabetic ulcer symptoms) डायबिटिक फुट...