अमावस्या कब है 2023 जनवरी

  1. January 2023 Festival: जनवरी में मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी कब ? जानें इस माह के व्रत
  2. Vrat Tyohar January 2023 When is Mauni Amavasya and Vasant Panchami Know date and importance
  3. Ashadha Amavasya 2023: कब है आषाढ़ अमावस्या? जानें तिथि, स्नान
  4. Mauni Amavasya 2023: When Is Mauni Amavasya, Know Here The Auspicious Time And Importance
  5. Vrat Tyohar January 2023: साल 2023 में कब है मौनी अमावस्या और वसंत पंचमी? जानिये तिथि और महत्व
  6. Aaj ka Panchang 5 January 2023 in hindi know Mauni amawasya date plrh
  7. 21 जनवरी, शनिवार को है मौनी अमावस्या, क्या महत्व है स्नान, दान और पूजा का?
  8. Mauni Amavasya 2023: When Is Mauni Amavasya, Know Here The Auspicious Time And Importance
  9. Aaj ka Panchang 5 January 2023 in hindi know Mauni amawasya date plrh
  10. Vrat Tyohar January 2023 When is Mauni Amavasya and Vasant Panchami Know date and importance


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January 2023 Festival: जनवरी में मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी कब ? जानें इस माह के व्रत

डीएनए हिंदीः नए साल में लोहड़ी से लेकर मकर संक्रांति और बसंत पंचमी जैसे कई व्रत त्योहार पड़ेंगे. इस माह ही खरमास भी खत्म हो जाएगा. नए साल में कौन-कौन से व्रत या छुट्टियां जनवरी माह में होंगी, चलिए जान लें. जनवरी 2023 में पवित्र पौष मास की समाप्ति होगी और माघ मास का आरंभ होगा. यह दोनों मास अत्यंत पवित्र मानें गए हैं. यही कारण है कि इस मास में पड़ने वाले व्रत एवं त्योहारों का महत्व और अधिक बढ़ जाता है. त्योहार की लिस्ट 1 जनवरी, रविवार नव वर्ष प्रारंभ 2 जनवरी, सोमवार वैकुण्ठ एकादशी 2 जनवरी, सोमवार पौष पुत्रदा एकादशी 3 जनवरी, मंगलवार कूर्म द्वादशी व्रत 4 जनवरी, बुधवार प्रदोष व्रत, रोहिणी व्रत 6 जनवरी, शुक्रवार पौष पूर्णिमा, पूर्णिमा 6 जनवरी, शुक्रवार पूर्णिमा व्रत, सत्य व्रत 6 जनवरी, शुक्रवार माघ स्नान प्रारंभ 10 जनवरी, मंगलवार संकष्टी गणेश चतुर्थी 14 जनवरी, शनिवार स्वामी विवेकांनद जयंती 14 जनवरी, शनिवार लोहड़ी ( लोहरी ) 15 जनवरी, रविवार कालाष्टमी, मकर संक्रांति 18 जनवरी, बुधवार षटतिला एकादशी 19 जनवरी, गुरुवार प्रदोष व्रत 20 जनवरी, शुक्रवार मासिक शिवरात्रि 21 जनवरी, शनिवार मौनी अमावस्या 22 जनवरी, रविवार माघ गुप्त नवरात्री, चंद्र दर्शन 23 जनवरी, सोमवार सोमवार व्रत 24 जनवरी, मंगलवार गणेश जयंती 25 जनवरी, बुधवार वरद चतुर्थी 26 जनवरी, गुरुवार सरस्वती पूजा या बसंत पंचमी, षष्ठी 26 जनवरी, गुरुवार गणतंत्र दिवस त्योहारों के कारण बैंक भी इन दिनों रहेंगे बंद 1 जनवरी 2023- रविवार -नववर्ष 5 जनवरी,2023-गुरु गोविंद सिंह जयंती 11 जनवरी 2023- मिशनरी डे 12 जनवरी 2023- स्वामी विवेकानंद जयंती 14 जनवरी 2023- मकर संक्रांति 15 जनवरी- पोंगल/माघ बिहू/रविवार मकर संक्रांति नए साल का बड़ा पर्व मकर संक्रांति हो...

Vrat Tyohar January 2023 When is Mauni Amavasya and Vasant Panchami Know date and importance

Vrat Tyohar January 2023: जनवरी 2023 में कई व्रत और त्योहार पड़ रहे हैं। 2 जनवरी से ही व्रत शुरू हो रहे हैं। जनवरी में दो तारीख को पौष पुत्रदा एकादशी का व्रत पड़ रहा है। आइए जानते हैं कि जनवरी 2023 में मौनी अमावस्या और वसंत पंचमी कब है और इनका महत्व क्या है। जनवरी 2023 में कब है मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya 2023 Date) 21 जनवरी 2023 को मौनी अमावस्या पड़ रही है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 21 जनवरी को अमावस्या तिथि सुबह 6 बजकर 17 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 22 जनवरी 2022 को प्रात: 2 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगी। जनवरी 2023 में कब पड़ी वसंत पंचमी (Vasant Panchami 2023 Dete) पंचांग के अनुसार जनवरी 2023 में 26 जनवरी 2023 को वसंत पंचमी पड़ रही है। 26 जनवरी को पंचमी तिथि सुबह 10 बजकर 28 मिनट से शुरू होगी। वसंत पंचमी 2023 महत्व (Vasant Panchami 2023 Importance) माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को वसंत पंचमी मनाई जाती है। इस दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन मां सरस्वती की विधि-विधान से पूजा करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। वसंत पंचमी का दिन नए कार्यो के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। वहीं इस दिन गृह प्रवेश करना बहुत ही शुभ माना जाता है। पढें

Ashadha Amavasya 2023: कब है आषाढ़ अमावस्या? जानें तिथि, स्नान

Ashadha Amavasya 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार, साल में 12 अमावस्या पड़ती है। हर मास में एक अमावस्या होती है जिसका अपना-अपना महत्व है। वहीं, आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को दर्श अमावस्या और आषाढ़ अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस दिन पवित्र नदी का स्नान करने के साथ अपनी योग्यता के अनुसार दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही पितरों का तर्पण और पिंडदान करना भी शुभ माना जाता है जानिए इस साल कब है आषाढ़ अमावस्या, साथ ही जानिए स्नान-दान का शुभ मुहूर्त। आषाढ़ अमावस्या 2023 कब है?(Ashadha Amavasya Kab Hai 2023) हिंदू पंचांग के अनुसार, अमावस्या तिथि का आरंभ 17 जून शनिवार को सुबह 09 बजकर 11 मिनट पर हो रहा है और अगले दिन यानी 18 जून को सुबह 10 बजकर 06 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में उदया तिथि के हिसाब से आषाढ़ अमावस्या 18 जून को होगी। आषाढ़ अमावस्या 2023 का महत्व (Ashadha Amavasya 2023 Significance) आषाढ़ अमावस्या के दिन स्नान, दान, जप-तप का विशेष महत्व है। इस दिन गंगा स्नान करने से व्यक्ति को हर तरह के पापों से मुक्ति मिल सकती है। इसके साथ ही सूर्य को तांबे के लोटे में जल भरकर अर्घ्य करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है। इसके साथ ही अपनी योग्यता के अनुसार, अनाज, वस्त्र, पैसों का दान करना चाहिए। ऐसा करने से आपके जीवन के हर कष्ट समाप्त हो जाते हैं। हिंदू शास्त्रों के अनुसार, आषाढ़ अमावस्या के दिन पितरों का तर्पण, श्राद्ध करने से पितृ दोष से निजात मिल सकता है और उनका आशीर्वाद प्राप्त हो सकता है।

Mauni Amavasya 2023: When Is Mauni Amavasya, Know Here The Auspicious Time And Importance

Mauni amavasya :मौनी अमावस्या का इंतजार लोग पूरे साल करते हैं. माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहते हैं. इस दिन पवित्र नदी में स्नान करना बहुत पुण्य माना जाता है. इस अमावस्या को माघी अमावस्या कहते हैं. इस दिन लोग पिंडदान भी करते हैं. माघी अमावस्या (maghi amavasya) के दिन पितरों का तर्पण करना अच्छा माना जाता है. तो चलिए जानते हैं मौनी अमावस्या की तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में. • आपको बता दें कि मौनी अमावस्या तिथि की शुरुआत 21 जनवरी दिन शनिवार सुबह 06 बजकर 17 मिनट पर होगी. वहीं, समापन मौनी अमावस्या का 22 जनवरी रविवार को सुबह 2 बजकर 22 मिनट तक. • मौनी अमावस्या 21 जनवरी को उदया तिथि में है. मौनी अमावस्या 2023 को बन रहा शुभ योग सुबह 6 बजकर 30 मिनट से सुबह 07 बजकर 14 मिनट पर. स्नान दान का शुभ मुहूर्त • मौनी अमावस्या के दिन स्नान और दान का विशेष महत्व होता है. इस दिन सूर्योदय से पहले गंगा स्नान जरूर करें. बहुत शुभ माना जाता है. ऐसा करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं. पंचांग के अनुसार, मौनी अमावस्या के दिन सुबह 08 बजकर 34 मिनट से 09 बजकर 53 मिनट के बीच स्नान करना काफी शुभ होगा. (Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Vrat Tyohar January 2023: साल 2023 में कब है मौनी अमावस्या और वसंत पंचमी? जानिये तिथि और महत्व

मैनपुरी में 8 साल का बच्चा नानी को बता रहा पत्नी, पूर्वजन्म का किया जा रहा दावा © Jansatta द्वारा प्रदत्त Vrat Tyohar January 2023: जनवरी 2023 में कब है मौनी अमावस्या। (फोटो: freepik) Vrat Tyohar January 2023: जनवरी 2023 में कई व्रत और त्योहार पड़ रहे हैं। 2 जनवरी से ही व्रत शुरू हो रहे हैं। जनवरी में दो तारीख को पौष पुत्रदा एकादशी का व्रत पड़ रहा है। आइए जानते हैं कि जनवरी 2023 में मौनी अमावस्या और वसंत पंचमी कब है और इनका महत्व क्या है। जनवरी 2023 में कब है मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya 2023 Date) 21 जनवरी 2023 को मौनी अमावस्या पड़ रही है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 21 जनवरी को अमावस्या तिथि सुबह 6 बजकर 17 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 22 जनवरी 2022 को प्रात: 2 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगी। मौनी अमावस्या 2023 महत्व (Mauni Amavasya 2023 Importance) जनवरी 2023 में कब पड़ी वसंत पंचमी (Vasant Panchami 2023 Dete) पंचांग के अनुसार जनवरी 2023 में 26 जनवरी 2023 को वसंत पंचमी पड़ रही है। 26 जनवरी को पंचमी तिथि सुबह 10 बजकर 28 मिनट से शुरू होगी। वसंत पंचमी 2023 महत्व (Vasant Panchami 2023 Importance) माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को वसंत पंचमी मनाई जाती है। इस दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन मां सरस्वती की विधि-विधान से पूजा करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। वसंत पंचमी का दिन नए कार्यो के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। वहीं इस दिन गृह प्रवेश करना बहुत ही शुभ माना जाता है।

Aaj ka Panchang 5 January 2023 in hindi know Mauni amawasya date plrh

Panchang: आज 5 जनवरी 2023 को दिन बृहस्पतिवार और पौष शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है. इसके अगले दिन पूर्णिमा तिथि लग जाएगी. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से अगले पक्ष में मौनी अमावस्या आएगी. वैसे तो हर माह अमावस्या आती है, लेकिन इस बार को आने वाली अमावस्या का खास महत्व है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस अमावस्या को स्नान-दान के अलावा मौन व्रत भी किया जाता है. सूर्योदय और सूर्यास्त का समय सूर्योदय: 7 बजकर 11 मिनट तक होगा. सूर्यास्त: 5 बजकर 45 मिनट तक होगा. ये भी पढ़ें- आज की तिथि: चतुर्दशी आज का वार: बृहस्पतिवार आज का पक्ष: शुक्ल आज का करण: गर आज का नक्षत्र: मृगशिरा दुष्ट मुहूर्त- 10:48 से 11:20 तक रहेगा. कुलिक- 10:49 से 11:23 तक रहेगा. कंटक- 2:51 से 3:06 तक रहेगा. यमघण्ट- 7:50 से 8:35 तक रहेगा. राहुकाल- 1:43 से 3:03 तक रहेगा. यमगंड- 7:15 से 8:32 तक रहेगा. गुलिक काल- 9:53 से 11:13 तक रहेगा. ये भी पढ़ें- क्या होता है पंचांग? हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग भी कहा जाता है. पंचांग के माध्यम से ही काल व समय की गणना की जाती है. एक माह में तीस तिथियां होती हैं. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से ये दो पक्षों में विभाजित होती हैं. ये पक्ष 15-15 दिन का होता है. एक पक्ष की अंतिम तिथि को अमावस्या कहा जाता है जबकि दूसरे पक्ष की अंतिम तिथी को पूर्णिमा कहा जाता है. इन तिथियों को प्रतिपदा, द्वितीया, तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी, चतुर्दशी और 15वें दिन यानी आखिरी दिन को पक्ष के हिसाब से अमावस्या/पूर्णिमा कहा जाता है. पंचांग इन्हीं सब के आधार पर पंचांग बनता है. पंचांग में पांच अंग वार, योग, तिथि, नक्षत्र और करण महत्वपूर्ण होते हैं. (Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां...

21 जनवरी, शनिवार को है मौनी अमावस्या, क्या महत्व है स्नान, दान और पूजा का?

Mauni Amavasya 2023: हिन्दू पंचांग के अनुसार, माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहते हैं। माघ माह की अमावस्या को महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। इस अमवस्या के दिन पितृदोष से मुक्ति का उपाय भी किया जाता है। माघ मास में हरिद्वार या प्रयाग में वार्षिक कुंभ का आयोजन भी होता है। 1. माघ माह की मौनी अमावस्या में पितरों के निमित्त तर्पण करना ज्यादा अच्‍छा होता है। यह दिन पितरों की पूजन और पितृ दोष निवारण के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन लोग पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए पितरों का ध्यान करते हुए सूर्य देव को जल अर्पित करते हैं। पितृ दोष दूर करने के लिए अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ को जल अर्पित करें और मिठाई अर्पित करें। How to Care for Indoor Plants in Hindi : घर में हरेभरे पौधा के होने से मन प्रसन्न रहता है और सकारात्मकता फैलती है। क्या आपके गमले में पौधे पनप नहीं पा रहे हैं? जल्दी से मुरझा जाते हैं या पौधों की अच्छी ग्रोथ नहीं हो पा रही है? ऐसे में जानिए हमारे द्वारा बताए गए मात्र 3 टिप्स। इन टिप्स को आजमाएंगे तो आपके पौधे भी हरेभरे होकर महकने लगेंगे। How many shravan somvar in 2023 : आषाढ़ माह से वर्षा ऋ‍तु प्रारंभ हो जाती है। इसके बाद श्रावण माह आता है जिसमें भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। वैसे तो पूरे माह की व्रत रखते हैं परंतु इस माह में सोमवार के दिन व्रत रखने का खास महत्व होता है। आओ जानते हैं कि श्रावण मास कब से हो रहा है प्रारंभ, कितने सोमवार रहेंगे इस माह में? Lal kitab karj mukti ke upay : यदि आप कर्ज के तले दबे हुए हैं और इससे छुटकारा पाने का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है तो घबरान...

Mauni Amavasya 2023: When Is Mauni Amavasya, Know Here The Auspicious Time And Importance

Mauni amavasya :मौनी अमावस्या का इंतजार लोग पूरे साल करते हैं. माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहते हैं. इस दिन पवित्र नदी में स्नान करना बहुत पुण्य माना जाता है. इस अमावस्या को माघी अमावस्या कहते हैं. इस दिन लोग पिंडदान भी करते हैं. माघी अमावस्या (maghi amavasya) के दिन पितरों का तर्पण करना अच्छा माना जाता है. तो चलिए जानते हैं मौनी अमावस्या की तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में. • आपको बता दें कि मौनी अमावस्या तिथि की शुरुआत 21 जनवरी दिन शनिवार सुबह 06 बजकर 17 मिनट पर होगी. वहीं, समापन मौनी अमावस्या का 22 जनवरी रविवार को सुबह 2 बजकर 22 मिनट तक. • मौनी अमावस्या 21 जनवरी को उदया तिथि में है. मौनी अमावस्या 2023 को बन रहा शुभ योग सुबह 6 बजकर 30 मिनट से सुबह 07 बजकर 14 मिनट पर. स्नान दान का शुभ मुहूर्त • मौनी अमावस्या के दिन स्नान और दान का विशेष महत्व होता है. इस दिन सूर्योदय से पहले गंगा स्नान जरूर करें. बहुत शुभ माना जाता है. ऐसा करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं. पंचांग के अनुसार, मौनी अमावस्या के दिन सुबह 08 बजकर 34 मिनट से 09 बजकर 53 मिनट के बीच स्नान करना काफी शुभ होगा. (Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Aaj ka Panchang 5 January 2023 in hindi know Mauni amawasya date plrh

Panchang: आज 5 जनवरी 2023 को दिन बृहस्पतिवार और पौष शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है. इसके अगले दिन पूर्णिमा तिथि लग जाएगी. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से अगले पक्ष में मौनी अमावस्या आएगी. वैसे तो हर माह अमावस्या आती है, लेकिन इस बार को आने वाली अमावस्या का खास महत्व है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस अमावस्या को स्नान-दान के अलावा मौन व्रत भी किया जाता है. सूर्योदय और सूर्यास्त का समय सूर्योदय: 7 बजकर 11 मिनट तक होगा. सूर्यास्त: 5 बजकर 45 मिनट तक होगा. ये भी पढ़ें- आज की तिथि: चतुर्दशी आज का वार: बृहस्पतिवार आज का पक्ष: शुक्ल आज का करण: गर आज का नक्षत्र: मृगशिरा दुष्ट मुहूर्त- 10:48 से 11:20 तक रहेगा. कुलिक- 10:49 से 11:23 तक रहेगा. कंटक- 2:51 से 3:06 तक रहेगा. यमघण्ट- 7:50 से 8:35 तक रहेगा. राहुकाल- 1:43 से 3:03 तक रहेगा. यमगंड- 7:15 से 8:32 तक रहेगा. गुलिक काल- 9:53 से 11:13 तक रहेगा. ये भी पढ़ें- क्या होता है पंचांग? हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग भी कहा जाता है. पंचांग के माध्यम से ही काल व समय की गणना की जाती है. एक माह में तीस तिथियां होती हैं. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से ये दो पक्षों में विभाजित होती हैं. ये पक्ष 15-15 दिन का होता है. एक पक्ष की अंतिम तिथि को अमावस्या कहा जाता है जबकि दूसरे पक्ष की अंतिम तिथी को पूर्णिमा कहा जाता है. इन तिथियों को प्रतिपदा, द्वितीया, तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी, चतुर्दशी और 15वें दिन यानी आखिरी दिन को पक्ष के हिसाब से अमावस्या/पूर्णिमा कहा जाता है. पंचांग इन्हीं सब के आधार पर पंचांग बनता है. पंचांग में पांच अंग वार, योग, तिथि, नक्षत्र और करण महत्वपूर्ण होते हैं. (Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां...

Vrat Tyohar January 2023 When is Mauni Amavasya and Vasant Panchami Know date and importance

Vrat Tyohar January 2023: जनवरी 2023 में कई व्रत और त्योहार पड़ रहे हैं। 2 जनवरी से ही व्रत शुरू हो रहे हैं। जनवरी में दो तारीख को पौष पुत्रदा एकादशी का व्रत पड़ रहा है। आइए जानते हैं कि जनवरी 2023 में मौनी अमावस्या और वसंत पंचमी कब है और इनका महत्व क्या है। जनवरी 2023 में कब है मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya 2023 Date) 21 जनवरी 2023 को मौनी अमावस्या पड़ रही है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 21 जनवरी को अमावस्या तिथि सुबह 6 बजकर 17 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 22 जनवरी 2022 को प्रात: 2 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगी। जनवरी 2023 में कब पड़ी वसंत पंचमी (Vasant Panchami 2023 Dete) पंचांग के अनुसार जनवरी 2023 में 26 जनवरी 2023 को वसंत पंचमी पड़ रही है। 26 जनवरी को पंचमी तिथि सुबह 10 बजकर 28 मिनट से शुरू होगी। वसंत पंचमी 2023 महत्व (Vasant Panchami 2023 Importance) माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को वसंत पंचमी मनाई जाती है। इस दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन मां सरस्वती की विधि-विधान से पूजा करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। वसंत पंचमी का दिन नए कार्यो के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। वहीं इस दिन गृह प्रवेश करना बहुत ही शुभ माना जाता है। पढें