अम्लीय वर्षा क्या है

  1. अम्लीय वर्षा क्या होती है? मानसून की पहली बारिश खतरनाक क्यों मानी जाती है, कितनी नुकसानदेह है एसिड रेन?
  2. अम्लीय वर्षा
  3. अम्ल वर्षा क्या और कैसे होती है? कारण और प्रभाव
  4. अम्ल वर्षा क्या हैं अम्ल वर्षा के कारण, प्रभाव और रोकने के उपाय
  5. पर्यावरण रसायन किसे कहते हैं Environmental Chemistry in Hindi?
  6. अम्लीय वर्षा क्या है और कैसे होती है? प्रकार, कारण व परिणाम
  7. अम्लीय वर्षा: क्या कारण हैं और कहाँ गिरती है?
  8. अम्लीय वर्षा का सूत्र क्या है? – ElegantAnswer.com


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अम्लीय वर्षा क्या होती है? मानसून की पहली बारिश खतरनाक क्यों मानी जाती है, कितनी नुकसानदेह है एसिड रेन?

Acid Rain: जब बारिश की बूंदों के साथ एसिडिक या अम्लीय पानी धरती पर गिरता है तो इसे एसिड रेन कहते हैं. एसिड रेन पेड़ पौधों के लिए बहुत खतरनाक साबित होती है. मानसून से पहले होने वाली बारिश को अम्लीय वर्षा भी कहा जा सकता है. मौसम की पहली बारिश में वातावरण में मौजूद धूल के कण, कीटाणु, बैक्टीरिया और घुली हुई गैसें नीचे आ जाती हैं. आपने लोगों को यह कहते जरूर सुना होगा कि अब बारिश में पहले जैसी बात नहीं रही. क्या कभी सोचा है ऐसा क्यों कहा जा रहा है. ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि पर्यावरण प्रदूषण हद से ज्यादा बढ़ गया है. सल्फर डाई ऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड जैसे बहुत से नुकसानदेह केमिकल वातावरण में मिलकर एसिड रेन के तौर पर धरती पर गिरते हैं. मानसून से पहले होने वाली बारिश को अम्लीय वर्षा भी कहा जा सकता है. मौसम की पहली बारिश में वातावरण में मौजूद धूल के कण, कीटाणु, बैक्टीरिया और घुली हुई गैसें नीचे आ जाती हैं. क्या होता है एसिड रेन एसिड रेन को हिंदी में अम्लीय वर्षा कहते हैं. जब बारिश की बूंदों के साथ एसिडिक पानी धरती पर गिरता है तो एसिडिक रेन कहलाता है. गंदगी की वजह से हवा का पीएच मान घट जाता है जिसकी वजह से वह एसिड लगने लगता है, पिछले कई सालों से बारिश के पानी की गुणवत्ता खराब होती जा रही है. पीएच किसी द्रव की अम्लीयता और क्षारीयता मापने का मानक होता है. पीएच स्तर 1 से 14 होता है. सातपीएच वाले द्रव को न्यूट्रल और सात से कम पीएच को अम्लीय माना जाता है. एसिड रेन में वर्षा का जल 7 पीएच का न होकर 5.30 पीएच का हो जाता है. 1963 में पहली बार एसिड रेन की खोज हुई थी. क्यों होती है अम्लीय वर्षा अम्लीय वर्षा तब होती है जब सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड जैसे कंपाउंड हवा में छोड़े ज...

अम्लीय वर्षा

- Advertisement - अम्ल वर्षा क्या है? (What is Acid Rain) साधारण शब्दों में कहें तो बारिश के पानी के साथ अम्ल या एसिड का धरती पर गिरना ही अम्लीय वर्षा कहलाता है। अम्ल वर्षा धरती पर मौजूद सब जीव जंतुओं, पेड़ पौधों और प्राणियों के लिए बहुत खतरनाक होती है। मानसून के आने से पहले होने वाली बारिश को भी हम अम्लीय वर्षा कह सकते हैं। जब मानसून की पहली बरसात होती है तो हमारे वातावरण में उपस्थित अनेक प्रकार के कीटाणु, धूल, बैक्टीरिया और विभिन्न प्रकार की वातावरण में घुली हुई गैसें बारिश के पानी के साथ नीचे आती है। आज के समय प्रदूषण ज्यादा होने की वजह से बारिश का पानी भी साफ नहीं रह गया है। नाइट्रोजन ऑक्साइड और सल्फर डाइऑक्साइड जैसे केमिकल वातावरण में उपस्थित रहते हैं जोकि बारिश के पानी के साथ धरती पर आते हैं। अम्लीय वर्षा की खोज अम्ल वर्षा कैसे होती है? किसी भी तरल पदार्थ की क्षारीयता और अम्लीयता को मापने के लिए मानक पीएच स्तर होता है। अगर पीएच स्तर 7 से कम हो तो वह तरल अम्लीय होगा और अगर पीएच स्तर 7 से ज्यादा हो तो वह क्षारीय होगा। अगर पीएच स्तर किसी तरल का 7 होता है तो उसको हम न्यूट्रल कहेंगे। - Advertisement - वातावरण में मौजूद प्रदूषण, धूल के कणों और घुली हुई गैसों के कारण हवा का पीएच स्तर कम हो जाता है जिसके कारण बारिश होने पर बारिश के पानी का भी पीएच स्तर 7 से कम हो जाता है, इससे बारिश का पानी एसिडिक लगने लगता है। इसलिए हम इसे एसिड रेन या फिर अम्लीय वर्षा कहते हैं। अम्लीय वर्षा का पीएच स्तर 5.3 तक होता है। यह वर्षा प्राकृतिक रूप से ही होती है। हमारी पृथ्वी के वायुमंडल में उपस्थित कार्बन डाइऑक्साइड बारिश के पानी के साथ क्रिया करती है जिससे कार्बनिक एसिड बनता है। अम्लीय वर्षा मुख...

अम्ल वर्षा क्या और कैसे होती है? कारण और प्रभाव

अम्ल वर्षा (acid rain) (Acid rain) air pollution का ही विस्तार है. इसका सम्बन्ध acidification (acidification) से जोड़ा जाता है. Geo chemistry की दृष्टि से acidification में दो रासायनिक अभिक्रियाएँ (chemical reactions) एक साथ चलती रहती हैं -> एक से हाइड्रोजन आयन उत्पन्न होते हैं (acidification) और दूसरी से हाइड्रोजन आयनों (Hydrogen ions) की खपत होती है – यह neutralization है. अतः acidification हाइड्रोजन आयनों के उत्पादन तथा उनकी खपत की rate पर depend करता है. भारत में एसिड रेन होने की संभावना नहीं के बराबर है। ऐसा इसलिए क्योंकि देश की उष्णकटिबंधीय जलवायु परिस्थितियों और मुख्य रूप से क्षारीय-समृद्ध मिट्टी का प्रदूषकों पर एक तटस्थ प्रभाव पड़ता है. चूंकि देश में धूल के कण क्षारीय प्रकृति के होते हैं, अम्लीय वर्षा पैदा करने वाली गैसें जैसे SO2 और NO x उदासीन हो जाती हैं. आइए जानते हैं – What is acid rain in Hindi. अम्ल वर्षा (acid rain) की परिभाषा अम्ल वर्षा (acid rain) का वास्तविक अर्थ उस वर्षा, हिम, ओला और कुहरा से है जिसमें कार्बन डाइ ऑक्साइड (CO2) के अतिरिक्त सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) तथा नाइट्रोजन के ऑक्साइड (NO x) घुले हों, जिनसे तनु सल्फ्यूरिक अम्ल (H2SO4) तथा नाइट्रिक अम्ल (HNO3) बनते हैं. किन्तु व्यापक दृष्टि से पौधों तथा इमारतों द्वारा SO2 तथा NO x का absorption भी इसमें सम्मिलित कर लिया जाता है. इस तरह अम्ल वर्षा (acid rain) में योगदान करने वाले प्रदूषकों में SO2 तथा NO x मुख्य हैं. अब वाष्पशील कार्बनिक यौगिकों (VOC) पर भी ध्यान दिया जाने लगा है. उष्ण कटिबंध में VOC तथा NO x की पारस्परिक क्रिया से ओजोन (O3) तथा अन्य ऑक्सीकारक बनते हैं. अम्ल वर्षा (acid rain) के कुप्रभाव ...

अम्ल वर्षा क्या हैं अम्ल वर्षा के कारण, प्रभाव और रोकने के उपाय

जब अम्लीय वर्षा में सल्फर और नाइट्रोजन के कण होते हैं जो वर्षा के साथ मिल जाते हैं। अम्लीय वर्षा में दो अम्ल नाइट्रोजन ऑक्साइड और सल्फर डाइऑक्साइड मौजुद होते हैं। यह दोनों गैसें वातावरण में पानी और हवा में ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया करके सल्फ्यूरिक एसिड और नाइट्रिक एसिड बनाती हैं। अम्ल वर्षा के कारण अम्लीय का PH मान 5.6 से कम होता है। कारों और उद्योगों द्वारा छोड़े गए सल्फर और नाइट्रोजन की अत्यधिक मात्रा बारिश के साथ मिल जाती है और इसके परिणामस्वरूप अत्यधिक अम्लीय वर्षा होती हैं। यह वायुमण्डल में उपस्थित जलवाष्प से क्रिया करके सल्फ्यूरिक अम्ल तथा नाइट्रिक अम्ल बनाते हैं। मानव के कारण भी अम्लीय वर्षा होती हैं। उधोगों में डीजल और कोयले जैसे प्राकृतिक कारणों में ज्वालामुखी विस्फोट के दौरान सल्फर का निकलना या बिजली गिरने के दौरान वातावरण में नाइट्रोजन आयन का निकलना हो सकता है। नाइट्रिक ऑक्साइड बनाने के लिए बिजली की उपस्थिति में रासायनिक प्रतिक्रिया होती है। यह आगे ऑक्सीजन के साथ क्रिया करके नाइट्रोजन डाइऑक्साइड बनाता है। इसके अलावा ओजोन लेयर भी कुछ अन्य कार्बनिक अम्ल जैसे फॉर्मिक और एसिटिक एसिड 5-20% अम्लीय वर्षा में योगदान करते हैं। अम्ल वर्षा के प्रभाव अम्ल वर्षा के निम्नलिखित प्रभाव होते हैं। 1. अम्लीय वर्षा फसलों को नुकसान पहुँचाते हैं। 2. अम्ल वर्षा से मीठे पानी पर बुरा प्रभाव पड़ता हैं। 3. अम्लीय वर्षा के कारण समुद्र का PH गिर सकता है। इस घटना को ‘महासागर अम्लीकरण’ के रूप में जाना जाता हैं। हालांकि अम्लीय वर्षा का महासागरों पर बहुत अधिक प्रभाव नहीं पड़ता है, लेकिन यह तटीय जल को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करते हैं। 4. महासागरों में वातावरण से ज्यादा नाइट्रोजन के मिलने से ...

पर्यावरण रसायन किसे कहते हैं Environmental Chemistry in Hindi?

Rate this post हम जिस जगह पर रह रहे हैं उसके चारों ओर का वातावरण पर्यावरण कहलाता है। पर्यावरण हमारा एक अभिन्न अंग है। क्योंकि जीवो के साथ होने वाली सारी घटनाएं इस पर्यावरण में ही संपन्न होती हैं। परंतु हमारे पर्यावरण में बहुत से ऐसे घटक पाए जाते हैं जो इस को निरंतर नुकसान पहुंचा रहे हैं। इन्हें हम प्रदूषक कहते। हम आज के Environmental Chemistry in Hindi में पर्यावरण रसायन से संबंधित बहुत ऐसी बातों की चर्चा करेंगे जिन्हें पढ़कर आप अपनी ज्ञान में वृद्धि कर सकते हैं। विषयसूची • • • • • • • • • • • • • • पर्यावरण किसे कहते हैं? पर्यावरण रसायन का क्या तात्पर्य है? इसमें कौन-कौन से प्रदूषण होते हैं? प्रदूषण किसे कहते हैं तथा कितने प्रकार के होते हैं? ऐसे ही कई महत्वपूर्ण प्रश्नों का उत्तर आज आपको हमारे इस आर्टिकल Environmental Chemistry in Hindi में मिलने वाला है। आर्टिकल के अंत में हम आपको आज का सबसे खास प्रश्न अम्लीय वर्षा के बारे में बताएंगे। पर्यावरण रसायन किसे हैं? – What is Environmental Chemistry in Hindi? पर्यावरण रसायन , रसायन विज्ञान की वह शाखा जिसमें प्रकृति में होने वाली वातावरण में स्रोतों, प्रतिक्रियाओं, परिवहन, प्रभाव, और रसायनों की चेतावनी का अध्ययन किया जाता है। जब पर्यावरण में उपस्थित आवश्यक घटकों जैसे वायु, जल, मिट्टी आदि में कोई अवांछनीय परिवर्तन हो जाता है और यह मानव जीवन के लिए खतरा बनने लगता है तो इसे हम पर्यावरण प्रदूषण कहते हैं। पर्यावरण एक ऐसा पाठ है जो लगभग हर कक्षा की पाठ्य सामग्री में जोड़ा गया है। स्नातक और परास्नातक की कक्षाओं में भी पर्यावरण से संबंधित पाठ पढ़ाया जाता है। उपरोक्त वाक्यांशो की सहायता से आप Definition of environmental chemistry समझ ग...

अम्लीय वर्षा क्या है और कैसे होती है? प्रकार, कारण व परिणाम

अम्ल वर्षा के लिए मुख्य रूप से 2 प्रकार के वायु प्रदूषक सल्फर डाईऑक्साइड (SO₂) और नाइट्रोजन ऑक्साइड (NO₂) उत्तरदायी होते हैं। SO₂ व NO₂ कोयला, उद्योगों, वाहनों, घरों आदि से निकलने वाले धुएँ से उत्सर्जित होकर वायुमंडल में पहुंचते हैं और वर्षा जल से क्रिया कर उसका pH मान 5.5 से कम कर देते हैं और जब यह जल वर्षा के रूप में भूमि, नदी, तालाबों में गिरता हैं तो वहां के जीवों के लिए कई समस्याएँ उत्पन्न करता है। प्रवाल तथा प्रवाल भित्ति क्या हैं? अम्लीय वर्षा के प्रकार -Types Of Acid Rain in Hindi अम्ल वर्षा 2 प्रकार की होती हैं - • शुष्क अम्ल वर्षा (Dry Acid Rain) • आर्द्र अम्ल वर्षा (Wet Acid Rain) शुष्क अम्ल वर्षा (Dry Acid Rain) जब सल्फर और नाइट्रोजन के ऑक्साइड किसी सतह पर शुष्क रूप में अवक्षेपित होते हैं और सतह पर बने रहते हैं तो इसे "शुष्क अम्ल वर्षा" कहते है। आर्द्र अम्ल वर्षा (Wet Acid Rain) जब वायुमंडल में उपस्थित सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन के ऑक्साइड वर्षा जल से क्रिया करते हैं और वर्षा जल का pH मान 5.5 से कम हो जाता है तब इसे "आर्द्र अम्ल वर्षा" कहते हैं। अम्ल वर्षा के प्रभाव - Amal Varsha Ke Parinaam • अम्ल वर्षा के कारण जल और मृदा का pH मान कम हो जाता है जिससे मृदा में कई तत्वों की कमी हो जाती है और विषाक्त एलुमिनियम मुक्त होता है। • अम्ल वर्षा के कारण अनेक जीवाणु और नील हरित शैवाल मर जाते हैं जिससे पारिस्थितिकी संतुलन बिगड़ जाता है। • Amliya Varsha से जलाशयों में मछलियां मर जाती है। अमेरिका, कनाडा, नॉर्वे की कई झीलें अत्यधिक अम्लीकृत होने के कारण ही ' मछलियों का कब्रिस्तान' कही जाती है और अम्ल वर्षा को झीलों का कातिल कहा जाता है। • अम्ल वर्षा से संगमरमर, चूना पत्थर...

अम्लीय वर्षा: क्या कारण हैं और कहाँ गिरती है?

इस तरह की वायुमंडलीय घटना विभिन्न मानव निर्मित प्रदूषण द्वारा वातावरण और पानी के प्रदूषण के कारण होती है। पहली दर्ज की गई अम्लीय वर्षा 1872 में हुई थी। एसिड-प्रवण क्षेत्र पिछली शताब्दी में, विशेष रूप से अपने अंतिम दशकों में, यह घटना अब कुछ बहुत ही असामान्य नहीं थी। अम्लीय वर्षा कहाँ बनती है? इस तरह की बारिश (और इस अवधारणा में एसिड ओलों और वही बर्फ भी शामिल है) यूरोप में और रूस में और संयुक्त राज्य अमेरिका में सापेक्ष नियमितता के साथ गिरती है। पारिस्थितिकीविदों ने एक नक्शा विकसित किया है, जो इस तरह की खतरनाक घटनाओं के संपर्क में आने वाले प्रत्येक क्षेत्र को विस्तार से दिखाता है। रूसी संघ के अधिकांश घटक संस्थाओं के क्षेत्र में, अपने स्रोतों से सल्फर और नाइट्रेट नाइट्रोजन की वर्षा उनकी कुल वर्षा के 25 प्रतिशत से अधिक नहीं होती है। स्वयं के सल्फर स्रोतों का योगदान मरमंस्क (70%), सेवरडलोव्स्क (64%), चेल्याबिंस्क (50%), तुला और रियाज़ान (40%) क्षेत्रों और क्रास्नोयार्स्क क्षेत्र (43%) में इस सीमा से अधिक है। Acid rain on the world map – Areas where acid rain falls are marked in red; purple – areas with polluted air, which can lead to acid precipitation; beige – areas with potential problems, where soil sensitivity is increased. चित्र: vigivanie.com रूस के यूरोपीय क्षेत्र में, केवल 34 प्रतिशत सल्फर जमा रूसी मूल के हैं। शेष में से 39 प्रतिशत यूरोपीय देशों से और 27 प्रतिशत अन्य स्रोतों से आता है। इसी समय, पड़ोसी देश प्राकृतिक पर्यावरण के ट्रांसबाउंड्री अम्लीकरण में सबसे बड़ा योगदान देते हैं: यूक्रेन, पोलैंड, जर्मनी, बेलारूस और एस्टोनिया। Acid rain in Russia. चित्र: geographyofrussi...

अम्लीय वर्षा का सूत्र क्या है? – ElegantAnswer.com

अम्लीय वर्षा का सूत्र क्या है? इसे सुनेंरोकेंइसका रासायनिक सूत्र SO2 है। यह तीव्र गंध युक्त, एक तीक्ष्ण विषैली गैस है, जो कई तरह की औद्योगिक प्रक्रियाओं में तथा ज्वालामुखीयों द्वारा छोड़ी जाती है। अम्लीय वर्षा के हानिकारक प्रभाव क्या है? इसे सुनेंरोकेंअम्लीय वर्षा के कारण जल में उपस्थित शैवाल, आदि वनस्पतियाँ भी नष्ट होती हैं जिससे तालाब, नदी व समुद्र का पारिस्थितिक तंत्र ही बिगड़ जाता है। अम्लीय जल के कारण मिट्टी से अल्यूमोनियम अलग होकर जल के साथ बहकर आस-पास के जल स्रोत में पहुँचता है तथा पानी में घुलकर उनका पानी विषाक्त बना देता है। अम्लीय वर्षा जलीय जीवन को कैसे प्रभावित करती है? इसे सुनेंरोकेंएसिड रेन (अम्लीय वर्षा) पारिस्थितिकी तंत्र के जलीय आवास को प्रभावित करती है। झीलों, नदियों और अन्य मीठे पानी के निकायों के अधिक अम्लीय बनने के कारण इनके जल में रहने वाले पानी के पशुओं और अन्य जलीय पौधों की संख्या और कम हो जाती हैं। इससे फसल की पैदावार में भी कमी हो जाती है। अम्लीय वर्षा के क्या कारण है? इसे सुनेंरोकेंइसका प्रमुख कारण वायुमंडल में मानवीय क्रियाकलापों के कारण सल्फर ऑक्साइड व नाइट्रोजन ऑक्साइड के अत्यधिक उत्सर्जन के द्वारा बनती हैं। यही गैसें वायुमंडल में पहुँचकर जल से रसायनिक क्रिया करके सल्फेट तथा सल्फ्यूरिक अम्ल का निर्माण करती है। जब यह अम्ल, वर्षा के साथ धरातल पर पहुँचता है तो इसे अम्ल वर्षा कहते हैं। अम्लीय वर्षा का pH मान कितना होता है? इसे सुनेंरोकेंअम्‍लीय वर्षा जिसकी पीएच स्‍तर 5.5 से कम होती है। यदि जल का पीएच मान 4 से कम होता है तो यह जल जैविक समुदाय के लिए हानिकारक होता है। सबसे अधिक अम्लीय वर्षा कहाँ होती है? इसे सुनेंरोकेंयूरोप तथा उत्तरी अमेरिका में अम...