Angiography kaise hota hai

  1. What is Angiography in Hindi? एंजियोग्राफी टेस्ट करवाने से पहले यह ज़रूर जान लें
  2. अल्ट्रासाउंड क्या है, खर्च, कब, क्यों, कैसे होता है
  3. हार्ट अटैक (Heart Attack), कारण, लक्षण, बचाव, उपचार
  4. सोनोग्राफी और अल्ट्रासाउंड क्या होता है
  5. Radiology Course Details In Hindi: योग्यता, फीस, स्कोप, सैलरी, नौकरी
  6. Radiology Course Details In Hindi: योग्यता, फीस, स्कोप, सैलरी, नौकरी
  7. अल्ट्रासाउंड क्या है, खर्च, कब, क्यों, कैसे होता है
  8. What is Angiography in Hindi? एंजियोग्राफी टेस्ट करवाने से पहले यह ज़रूर जान लें
  9. सोनोग्राफी और अल्ट्रासाउंड क्या होता है
  10. हार्ट अटैक (Heart Attack), कारण, लक्षण, बचाव, उपचार


Download: Angiography kaise hota hai
Size: 70.25 MB

What is Angiography in Hindi? एंजियोग्राफी टेस्ट करवाने से पहले यह ज़रूर जान लें

यह टेस्ट एक तरह से एक्सरे जैसा है जिसमें artery (धमनी) और vein (शिरा) में रक्त संचार की अवस्था को एक्सरे फिल्म में दर्शाया जाता है। खून का थक्का जमने से या अन्य कारणों से खून के प्रवाह में रुकावट के कारणों का पता आसानी से चल जाता है । एंजियोग्राफी का अविष्कार किसने किया था? एंजियोग्राफी का खोज पहली बार 1927 में पुर्तगाली फिजशियन व न्यूरोलॉजिस्ट इगास मोनिज ने किया था जिसके लिए उनको नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। एंजियोग्राफी मशीन का फोटो देेखने के लिए क्लिक करें। एंजियोग्राफी क्यों किया जाता है? यह टेस्ट हृदय के धमनी व शिरा में रुकावट एवं सिकुड़न जानकारी हासिल करने किया जाता है। हृदय के अलावा मस्तिष्क और किडनी के लिए भी यह टेस्ट क्या जाता है। नीचे कुछ लक्षणों के बारे में बताया गया है जिनकी आधार पर, आपके डाक्टर आपको एंजियोग्राफी कराने की सलाह दे सकते हैं। कोरोनरी धमनी रोग के लक्षण, जैसे सीने में दर्द (एंजिना), आपकी छाती, जबड़े, गर्दन, हाथ और पैर में दर्द जिसे अन्य टेस्ट द्वार सुलझाया ना सका हो. • कंजेनिटल हार्ट डिजीज (जन्मजात हृदय रोग) • Noninvasive heart stress टेस्ट का नकारात्मक परिणाम • अन्य रक्त वाहिकाओं की समस्याएं या छाती की चोट • हृदय वाल्व समस्या जिसके लिए सर्जरी की आवश्यकता हो • हृदय की या अन्य धमनी में रुकावट एवं सिकुड़न हो Angiography कैसे होता है? एंजियोग्राफी कई प्रकार के होते हैं जैसे फेमोरल एंजियोग्राफी (जाँघ), सेरेब्रेल एंजियोग्राफी (मस्तिष्क) और फ्लोरोसीन एंजियोग्राफी (रेटिना) आदि। अलग-अलग प्रकार के एंजियोग्राफी करने का तरीका अलग होता है लेकिन कुछ बातें कोमन होती है, यह आप जान लें। लोकल एनेस्थीसिया के द्वारा बाँह या जाँघ सुन करके उसके अंदर कैथेटर या...

अल्ट्रासाउंड क्या है, खर्च, कब, क्यों, कैसे होता है

अल्ट्रासाउंड में उच्च आवृत्ति की ध्वनि तरंगों (High-frequency sound waves) का इस्तेमाल किया जाता है, इन तरंगों की मदद से शरीर के अंदर की तस्वीरें निकाली जाती हैं। अल्ट्रासाउंड या सोनोग्राफी सुरक्षित स्कैन होते हैं, क्योंकि इनमें विकिरणों (Radiation) की जगह ध्वनि तरंगों या गूँज (Echoes) का इस्तेमाल किया जाता है। अल्ट्रासाउंड की मदद से डॉक्टर शरीर में चीरा दिए बिना भी अंदरूनी अंगों, वाहिकाओं और ऊतकों आदि से संबंधित समस्याएं देख सकते हैं। अन्य इमेजिंग टेस्टों से अलग अल्ट्रासाउंड में किसी भी प्रकार की विकिरणों का इस्तेमाल नहीं किया जाता। इसी वजह से अल्ट्रासाउंड को गर्भावस्था के दौरान विकसित हो रहे भ्रूण को देखने के लिए सबसे मुख्य तरीका माना जाता है। भ्रूण के विकास का मूल्यांकन करने के लिए अल्ट्रासाउंड स्कैन का उपयोग किया जाता है। (और पढ़ें - इसकी मदद से अल्ट्रासाउंड एक सुरक्षित स्कैन होता है, जिसका व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग रोगों का परीक्षण करने या इलाज करने के लिए भी किया जाता है। अल्ट्रासाउंड के द्वारा निकाली गई तस्वीरों को 'सोनोग्राम' कहा जाता है। • • • • • • • • अल्ट्रासाउंड क्या होता है ? अल्ट्रासाउंड को 'सोनोग्राफी' भी कहा जाता है, शरीर में हो रही गतिविधियों की तस्वीरे बनाने के लिए इसमें ध्वनि तरंगों का इस्तेमाल किया जाता है। एक उपकरण जिसे ट्रांसड्यूसर (Transducer) कहा जाता है, यह उच्च आवृत्ति की ध्वनि छोड़ता है, जो कानों को नहीं सुनाई पड़ती। जैसे ही ध्वनि तरंगें नरम ऊतकों व अंगों का आकार, प्रकार और स्थिरता को निर्धारित करने के लिए उछाल या गतिविधि करती है, तो उसको गूँज की मदद से रिकॉर्ड किया जाता है। सारी जानकारी उस ही समयकंप्यूटर कोभेजीजातीहै, जोइन जान...

हार्ट अटैक (Heart Attack), कारण, लक्षण, बचाव, उपचार

• • • • हमारा हृदय यानी की दिल एक मस्कुलर अंग है, जो दिन में 1 लाख बार धड़कता है। हमारा दिल छाती के बाईं ओर होता है, जो कि 24 घंटों में पूरे शरीर में 5000 गैलन रक्त पंप करता है। हृदय का मुख्य कार्य हमारे टिश्यू को ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति करना है। अगर यह अंग अपने काम को पूरा करने में विफल रहता है, तो इसका परिणाम जीवन के लिए खतरा भी साबित हो सकता है। आइए हार्ट अटैक के बारे में विस्‍तार से जानते हैं- Also Read • • • क्या है हार्ट अटैक? What is heart attack: मेडिकल की भाषा में कहें तो हार्ट अटैक को मायोकार्डियल इनफार्क्शन (Myocardial infarction) के रूप में जाना जाता है। 'मायो' शब्द का अर्थ है मांसपेशी जबकि ‘कार्डियल’हृदय को दर्शाता है। वहीं दूसरी ओर, 'इनफार्क्शन' अपर्याप्त रक्त आपूर्ति के कारण टिश्यू के नष्ट होने को संदर्भित करता है। टिश्यू के नष्ट होने से हृदय की मांसपेशियों को लंबे समय तक नुकसान पहुंच सकता है। दिल का दौरा एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आमतौर पर हृदय की मांसपेशियों को रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनी पूरी तरह से अवरुद्ध होने के कारण अचानक खून की सप्लाई बंद कर देती है। इससे हृदय की मांसपेशियों की कोशिकाएं मर जाती हैं। धमनी में ब्लॉकेज यानी की रुकावट अक्सर प्लाक के जमा होने के कारण होती है, जिसके परिणामस्वरूप कोरोनरी हार्ट डीजिज (सीएचडी) होती हैं। अगर इस स्थिति को बिना उपचार के छोड़ दिया जाए तो यह किसी भी व्यक्ति के लिए घातक साबित हो सकता है। मायोकार्डियल इंफ्रेक्शन या दिल के दौरे के कारण दिल के टिश्यू को होने वाले नुकसान की गंभीरता अटैक की अवधि (अटैक कितनी देर के लिए आया है) पर निर्भर करती है। अगर आप पहले ही इस स्थिति का निदान कर लेते हैं और उपाचर प्राप्त कर...

सोनोग्राफी और अल्ट्रासाउंड क्या होता है

सोनोग्राफी और अल्ट्रासाउंड क्या होता है What is sonography and ultrasound In Hindi ? आप सभी जानते होंगे कि आजकल अलग-अलग तरह के टेस्ट किए जाते हैं कुछ टेस्ट शरीर में बीमारियों की चेक करने के लिए किए जाते हैं या कुछ टेस्ट शरीर के विशेष भाग में अगर चोट लगी हो उसके लिए किए जाते हैं और कुछ टेस्ट जब महिला गर्भावस्था में होती हैं और उसके शरीर में शिशु बन रहा होता है उस दौरान भी किए जाते हैं और इस समय में अलग-अलग तरह के टेस्ट किए जाते हैं. इससे पहले मैंने आपको एक पोस्ट में MRI और CT टेस्ट के बारे में बताया था और वह पोस्ट आपको बहुत अच्छी भी लगी होगी तो आज मैं इसी तरह के एक और टेस्ट के बारे में जानकारी आपको दूंगा. मैं आपको इस पोस्ट में सोनोग्राफी टेस्ट के बारे में पूरी और विस्तार से जानकारी दूंगा सोनोग्राफी टेस्ट क्या होता है यह कब किया जाता है और इसका क्या फायदा होता है यह सभी जानकारी आपको इस फोटो में अच्छी तरह से बताऊंगा नीचे आप सोनोग्राफी टेस्ट के बारे में ध्यान से पढ़िए. सोनोग्राफी टेस्ट क्या होता है Sonography Kya Hoti hai ? सबसे पहले मैं आपको अब बताता हूं कि सोनोग्राफी होता क्या है सोनोग्राफी एक टेस्ट परिक्रिया है यह टेक्स्ट गर्भवती महिला को गर्भावस्था के दौरान किया जाता है जिसे अल्ट्रासाउंड टेस्ट भी कहा जाता है और यह अल्ट्रासाउंड टेस्ट एक मशीन के द्वारा किया जाता है अल्ट्रासाउंड मशीन के द्वारा उच्च आवृत्ति वाली तरंगों का उपयोग करके गर्भवती महिला के पेट और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को चित्रित किया जाता है जिससे बच्चे और नाल के चित्र (सोनोग्राम) बनते हैं लेकिन वैसे तो अल्ट्रासाउंड और सोनोग्राम शब्द तकनीकी रूप से अलग है लेकिन इन दोनों नामो का इस्तेमाल सिर्फ एक ही काम के लिए किय...

Radiology Course Details In Hindi: योग्यता, फीस, स्कोप, सैलरी, नौकरी

क्या आप Radiology Course के बारे में जानना चाहते है? यदि ऐसा है तो आज की आर्टिकल आपके लिए शानदार होने वाले है। क्योंकि आज हम रेडियोलोजी कोर्स के बारे में ही बात करेंगे। इसलिए यदि आपका सपना है रेडियोलॉजिस्ट बनने का तो इस आर्टिकल ध्यानपूर्वक आखिरी तक पढ़े तभी आपको समझ आएगा कि की रेडियोलॉजी क्या है, रेडियोलॉजिस्ट कैसे बने, कोर्स की फीस कितनी रहेगी, स्कोप कितना ही, कहां से करेंगे, सैलरी कितना मिलेगा इत्यादि। आपको बता दे, ऐसा नहीं कि मेडिकल क्षेत्र के मतलब सिर्फ डॉक्टर ही बनना है। डॉक्टर के अलावा चिकित्सा विभाग में कई सारे कोर्स है जिसके मांग डॉक्टर जैसा ही है। एक ऐसा ही कोर्स रेडियोलॉजी। इसे पढ़े: • • • • • • रेडियोलॉजी क्या है रेडियोलॉजी चिकित्सा क्षेत्र के के एक ऐसी शाखा है जहां मरीजों का अंदरूनी रोगों के बारे में पता लगाया जाता है। जब किसी डॉक्टर को पता नहीं चलता कि मरीजों के शरीर के अंदर क्या हुआ है तब एक्स-रे रेडियोग्राफी, सिटी स्कैन, अल्ट्रा सोनोग्राफी, पीईटी, एमआरआई, आदि टेस्ट करने के लिए कहा जाता है। Radiology course details in hindi आपको बता दे, यह सारे काम कोई आम इंसान नहीं करते इसके लिए रेडियोलॉजिस्ट बनना पड़ता है और इसके लिए रेडियोलॉजी के कोर्स करना जरूरी है। रेडियोलॉजी पढ़ाई पूरा होने के पश्चात इसके इसके डिग्री धारकों के लिए एक नई द्वारा खुल जाते है। कोई चाहे तो सरकारी तथा निजी संस्थानों में नौकरी कर सकते है नहीं तो खुद के डायग्नोसिस सेंटर सुरु कर सकते है। Radiology Courses Eligibilities (रेडियोलॉजी कोर्स के योग्यता) हर कोर्स की तरह रेडियोलॉजी कोर्स करने के लिए भी एक न्यूनतम योग्यता चाहिए। सबसे पहले आपको 12वी पास करना होता किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कम से कम 50 प्र...

Radiology Course Details In Hindi: योग्यता, फीस, स्कोप, सैलरी, नौकरी

क्या आप Radiology Course के बारे में जानना चाहते है? यदि ऐसा है तो आज की आर्टिकल आपके लिए शानदार होने वाले है। क्योंकि आज हम रेडियोलोजी कोर्स के बारे में ही बात करेंगे। इसलिए यदि आपका सपना है रेडियोलॉजिस्ट बनने का तो इस आर्टिकल ध्यानपूर्वक आखिरी तक पढ़े तभी आपको समझ आएगा कि की रेडियोलॉजी क्या है, रेडियोलॉजिस्ट कैसे बने, कोर्स की फीस कितनी रहेगी, स्कोप कितना ही, कहां से करेंगे, सैलरी कितना मिलेगा इत्यादि। आपको बता दे, ऐसा नहीं कि मेडिकल क्षेत्र के मतलब सिर्फ डॉक्टर ही बनना है। डॉक्टर के अलावा चिकित्सा विभाग में कई सारे कोर्स है जिसके मांग डॉक्टर जैसा ही है। एक ऐसा ही कोर्स रेडियोलॉजी। इसे पढ़े: • • • • • • रेडियोलॉजी क्या है रेडियोलॉजी चिकित्सा क्षेत्र के के एक ऐसी शाखा है जहां मरीजों का अंदरूनी रोगों के बारे में पता लगाया जाता है। जब किसी डॉक्टर को पता नहीं चलता कि मरीजों के शरीर के अंदर क्या हुआ है तब एक्स-रे रेडियोग्राफी, सिटी स्कैन, अल्ट्रा सोनोग्राफी, पीईटी, एमआरआई, आदि टेस्ट करने के लिए कहा जाता है। Radiology course details in hindi आपको बता दे, यह सारे काम कोई आम इंसान नहीं करते इसके लिए रेडियोलॉजिस्ट बनना पड़ता है और इसके लिए रेडियोलॉजी के कोर्स करना जरूरी है। रेडियोलॉजी पढ़ाई पूरा होने के पश्चात इसके इसके डिग्री धारकों के लिए एक नई द्वारा खुल जाते है। कोई चाहे तो सरकारी तथा निजी संस्थानों में नौकरी कर सकते है नहीं तो खुद के डायग्नोसिस सेंटर सुरु कर सकते है। Radiology Courses Eligibilities (रेडियोलॉजी कोर्स के योग्यता) हर कोर्स की तरह रेडियोलॉजी कोर्स करने के लिए भी एक न्यूनतम योग्यता चाहिए। सबसे पहले आपको 12वी पास करना होता किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कम से कम 50 प्र...

अल्ट्रासाउंड क्या है, खर्च, कब, क्यों, कैसे होता है

अल्ट्रासाउंड में उच्च आवृत्ति की ध्वनि तरंगों (High-frequency sound waves) का इस्तेमाल किया जाता है, इन तरंगों की मदद से शरीर के अंदर की तस्वीरें निकाली जाती हैं। अल्ट्रासाउंड या सोनोग्राफी सुरक्षित स्कैन होते हैं, क्योंकि इनमें विकिरणों (Radiation) की जगह ध्वनि तरंगों या गूँज (Echoes) का इस्तेमाल किया जाता है। अल्ट्रासाउंड की मदद से डॉक्टर शरीर में चीरा दिए बिना भी अंदरूनी अंगों, वाहिकाओं और ऊतकों आदि से संबंधित समस्याएं देख सकते हैं। अन्य इमेजिंग टेस्टों से अलग अल्ट्रासाउंड में किसी भी प्रकार की विकिरणों का इस्तेमाल नहीं किया जाता। इसी वजह से अल्ट्रासाउंड को गर्भावस्था के दौरान विकसित हो रहे भ्रूण को देखने के लिए सबसे मुख्य तरीका माना जाता है। भ्रूण के विकास का मूल्यांकन करने के लिए अल्ट्रासाउंड स्कैन का उपयोग किया जाता है। (और पढ़ें - इसकी मदद से अल्ट्रासाउंड एक सुरक्षित स्कैन होता है, जिसका व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग रोगों का परीक्षण करने या इलाज करने के लिए भी किया जाता है। अल्ट्रासाउंड के द्वारा निकाली गई तस्वीरों को 'सोनोग्राम' कहा जाता है। • • • • • • • • अल्ट्रासाउंड क्या होता है ? अल्ट्रासाउंड को 'सोनोग्राफी' भी कहा जाता है, शरीर में हो रही गतिविधियों की तस्वीरे बनाने के लिए इसमें ध्वनि तरंगों का इस्तेमाल किया जाता है। एक उपकरण जिसे ट्रांसड्यूसर (Transducer) कहा जाता है, यह उच्च आवृत्ति की ध्वनि छोड़ता है, जो कानों को नहीं सुनाई पड़ती। जैसे ही ध्वनि तरंगें नरम ऊतकों व अंगों का आकार, प्रकार और स्थिरता को निर्धारित करने के लिए उछाल या गतिविधि करती है, तो उसको गूँज की मदद से रिकॉर्ड किया जाता है। सारी जानकारी उस ही समयकंप्यूटर कोभेजीजातीहै, जोइन जान...

What is Angiography in Hindi? एंजियोग्राफी टेस्ट करवाने से पहले यह ज़रूर जान लें

यह टेस्ट एक तरह से एक्सरे जैसा है जिसमें artery (धमनी) और vein (शिरा) में रक्त संचार की अवस्था को एक्सरे फिल्म में दर्शाया जाता है। खून का थक्का जमने से या अन्य कारणों से खून के प्रवाह में रुकावट के कारणों का पता आसानी से चल जाता है । एंजियोग्राफी का अविष्कार किसने किया था? एंजियोग्राफी का खोज पहली बार 1927 में पुर्तगाली फिजशियन व न्यूरोलॉजिस्ट इगास मोनिज ने किया था जिसके लिए उनको नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। एंजियोग्राफी मशीन का फोटो देेखने के लिए क्लिक करें। एंजियोग्राफी क्यों किया जाता है? यह टेस्ट हृदय के धमनी व शिरा में रुकावट एवं सिकुड़न जानकारी हासिल करने किया जाता है। हृदय के अलावा मस्तिष्क और किडनी के लिए भी यह टेस्ट क्या जाता है। नीचे कुछ लक्षणों के बारे में बताया गया है जिनकी आधार पर, आपके डाक्टर आपको एंजियोग्राफी कराने की सलाह दे सकते हैं। कोरोनरी धमनी रोग के लक्षण, जैसे सीने में दर्द (एंजिना), आपकी छाती, जबड़े, गर्दन, हाथ और पैर में दर्द जिसे अन्य टेस्ट द्वार सुलझाया ना सका हो. • कंजेनिटल हार्ट डिजीज (जन्मजात हृदय रोग) • Noninvasive heart stress टेस्ट का नकारात्मक परिणाम • अन्य रक्त वाहिकाओं की समस्याएं या छाती की चोट • हृदय वाल्व समस्या जिसके लिए सर्जरी की आवश्यकता हो • हृदय की या अन्य धमनी में रुकावट एवं सिकुड़न हो Angiography कैसे होता है? एंजियोग्राफी कई प्रकार के होते हैं जैसे फेमोरल एंजियोग्राफी (जाँघ), सेरेब्रेल एंजियोग्राफी (मस्तिष्क) और फ्लोरोसीन एंजियोग्राफी (रेटिना) आदि। अलग-अलग प्रकार के एंजियोग्राफी करने का तरीका अलग होता है लेकिन कुछ बातें कोमन होती है, यह आप जान लें। लोकल एनेस्थीसिया के द्वारा बाँह या जाँघ सुन करके उसके अंदर कैथेटर या...

सोनोग्राफी और अल्ट्रासाउंड क्या होता है

सोनोग्राफी और अल्ट्रासाउंड क्या होता है What is sonography and ultrasound In Hindi ? आप सभी जानते होंगे कि आजकल अलग-अलग तरह के टेस्ट किए जाते हैं कुछ टेस्ट शरीर में बीमारियों की चेक करने के लिए किए जाते हैं या कुछ टेस्ट शरीर के विशेष भाग में अगर चोट लगी हो उसके लिए किए जाते हैं और कुछ टेस्ट जब महिला गर्भावस्था में होती हैं और उसके शरीर में शिशु बन रहा होता है उस दौरान भी किए जाते हैं और इस समय में अलग-अलग तरह के टेस्ट किए जाते हैं. इससे पहले मैंने आपको एक पोस्ट में MRI और CT टेस्ट के बारे में बताया था और वह पोस्ट आपको बहुत अच्छी भी लगी होगी तो आज मैं इसी तरह के एक और टेस्ट के बारे में जानकारी आपको दूंगा. मैं आपको इस पोस्ट में सोनोग्राफी टेस्ट के बारे में पूरी और विस्तार से जानकारी दूंगा सोनोग्राफी टेस्ट क्या होता है यह कब किया जाता है और इसका क्या फायदा होता है यह सभी जानकारी आपको इस फोटो में अच्छी तरह से बताऊंगा नीचे आप सोनोग्राफी टेस्ट के बारे में ध्यान से पढ़िए. सोनोग्राफी टेस्ट क्या होता है Sonography Kya Hoti hai ? सबसे पहले मैं आपको अब बताता हूं कि सोनोग्राफी होता क्या है सोनोग्राफी एक टेस्ट परिक्रिया है यह टेक्स्ट गर्भवती महिला को गर्भावस्था के दौरान किया जाता है जिसे अल्ट्रासाउंड टेस्ट भी कहा जाता है और यह अल्ट्रासाउंड टेस्ट एक मशीन के द्वारा किया जाता है अल्ट्रासाउंड मशीन के द्वारा उच्च आवृत्ति वाली तरंगों का उपयोग करके गर्भवती महिला के पेट और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को चित्रित किया जाता है जिससे बच्चे और नाल के चित्र (सोनोग्राम) बनते हैं लेकिन वैसे तो अल्ट्रासाउंड और सोनोग्राम शब्द तकनीकी रूप से अलग है लेकिन इन दोनों नामो का इस्तेमाल सिर्फ एक ही काम के लिए किय...

हार्ट अटैक (Heart Attack), कारण, लक्षण, बचाव, उपचार

• • • • हमारा हृदय यानी की दिल एक मस्कुलर अंग है, जो दिन में 1 लाख बार धड़कता है। हमारा दिल छाती के बाईं ओर होता है, जो कि 24 घंटों में पूरे शरीर में 5000 गैलन रक्त पंप करता है। हृदय का मुख्य कार्य हमारे टिश्यू को ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति करना है। अगर यह अंग अपने काम को पूरा करने में विफल रहता है, तो इसका परिणाम जीवन के लिए खतरा भी साबित हो सकता है। आइए हार्ट अटैक के बारे में विस्‍तार से जानते हैं- Also Read • • • क्या है हार्ट अटैक? What is heart attack: मेडिकल की भाषा में कहें तो हार्ट अटैक को मायोकार्डियल इनफार्क्शन (Myocardial infarction) के रूप में जाना जाता है। 'मायो' शब्द का अर्थ है मांसपेशी जबकि ‘कार्डियल’हृदय को दर्शाता है। वहीं दूसरी ओर, 'इनफार्क्शन' अपर्याप्त रक्त आपूर्ति के कारण टिश्यू के नष्ट होने को संदर्भित करता है। टिश्यू के नष्ट होने से हृदय की मांसपेशियों को लंबे समय तक नुकसान पहुंच सकता है। दिल का दौरा एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आमतौर पर हृदय की मांसपेशियों को रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनी पूरी तरह से अवरुद्ध होने के कारण अचानक खून की सप्लाई बंद कर देती है। इससे हृदय की मांसपेशियों की कोशिकाएं मर जाती हैं। धमनी में ब्लॉकेज यानी की रुकावट अक्सर प्लाक के जमा होने के कारण होती है, जिसके परिणामस्वरूप कोरोनरी हार्ट डीजिज (सीएचडी) होती हैं। अगर इस स्थिति को बिना उपचार के छोड़ दिया जाए तो यह किसी भी व्यक्ति के लिए घातक साबित हो सकता है। मायोकार्डियल इंफ्रेक्शन या दिल के दौरे के कारण दिल के टिश्यू को होने वाले नुकसान की गंभीरता अटैक की अवधि (अटैक कितनी देर के लिए आया है) पर निर्भर करती है। अगर आप पहले ही इस स्थिति का निदान कर लेते हैं और उपाचर प्राप्त कर...