अनुसासन पर निबंध

  1. अनुशासन पर निबंध
  2. Essay on importance of discipline in hindi, paragraph, article: अनुशासन का महत्व पर निबंध, लेख, अनुच्छेद
  3. Anushasan Par Nibandh । अनुशासन पर निबंध
  4. अनुशासन पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में
  5. छात्र और उनुशासन पर निबंध


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अनुशासन पर निबंध

प्रस्तावना:- सभी के लिए सही तरीके का जीवन जीना या यूं कह सकते हैं एक खुशहाल जीवन जीना बहुत जरूरी है और यह तभी संभव है जब हम इसमें एक अनुशासन बनाए रख रखें अनुशासन शब्द का अर्थ है। नियम के पीछे चलना अनुशासन का अर्थ पूरी तरह की स्वतंत्रता जिसे पर तंत्रता कदापि नही कहते है समय,परिस्थिति ओर स्थान के अनुरूप चलना ही अनुशासन कहलाता है ,अनुशासन जहां व्यक्ति के जीवन का सरल और सही करता है वही उसके जीवन का आधार भी हो सकता है एक तरह से अनुशासन मानव जीवन के लिए अति महत्वपूर्ण है इसका पालन करना एक व्यक्ति के लिए जरूरी भी है और नियमित भी है। अनुशासन विपत्ति की पाठशाला मैं सिखा जाता है …महात्मा गांधी अनुशासन का अर्थ:- अनुशासन अंग्रेजी के डिसिप्लिन(Discipline) शब्द का पर्याय है जो कि “डिसाइपल” शब्द से बना है जिसका अर्थ है शिष्य ,शिष्य से आज्ञा का अनुसरण करने की अपेक्षा की जाती है संस्कृत में ये शास धातु के शब्द से बना हुआ है जिसका अर्थ नियमों का पालन करना है। अनुशासन का महत्व अनुशासन का जीवन में विशेष महत्व है समस्त प्रकृति एक अनुशासन में बनकर चलती है इसलिए उसके किसी भी क्रियाकलापों में बाधा नहीं आती है दिन – रात नियमित रूप से आते रहते हैं इससे स्पष्ट है कि अनुशासन के द्वारा ही जीवन को सार्थक बनाया जा सकता है अनुशासन से भटक जाने पर व्यक्ति चरित्रहीन ,दुराचारी तथा निंदनीय हो जाता है समाज में उसका कोई सम्मान नहीं रहता अनुशासन का मतलब ही है किसी भी कार्य को अनुशासित रहते हुए करना सफलता भी तभी प्राप्त होती है जब व्यक्ति अनुशासित रहता है। विद्यार्थी और अनुशासन विद्यार्थी का जीवन मनुष्य के भावी जीवन की आधारशिला होता है विद्यार्थी अनुशासन में रहकर स्वास्थ्य, शिक्षा , व्यवहार तथा आचार ग्रहण करता है...

Essay on importance of discipline in hindi, paragraph, article: अनुशासन का महत्व पर निबंध, लेख, अनुच्छेद

विषय-सूचि • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • अनुशासनकामहत्वपरनिबंध, essay on importance of discipline in hindi (100 शब्द) अनुशासनएकमूल्यवानगुणहै।यदिआपअनुशासितहैंतोआपअपनेस्कूलकेअसाइनमेंटकोपूराकरसकतेहैंऔरउन्हेंसमयपरजमाकरसकतेहैं।समयकेप्रतिसचेतरहनेसेआपकोअपनेलक्ष्योंकोउत्कृष्टताकेसाथहासिलकरनेमेंमददमिलतीहै। आपअपनेलक्ष्यतकआसानीसेपहुंचसकतेहैं।यदिआपबेकारऔरअप्रासंगिकगतिविधियोंपरअपनासमयबर्बादनहींकरतेहैं, तोआपअपनेलक्ष्योंकोप्राप्तकरनेकेलिएजोमहत्वपूर्णहैउसेपूराकरनेकेलिएअपनेसमयकाउपयोगकरसकतेहैं। समयकीपाबंदीकेअलावा, अपनीगतिविधियोंऔरअसाइनमेंटकोव्यवस्थितरूपसेकरनेसेआपकोअनुशासनकेसाथकामकरनेमेंमददमिलतीहै।बेतरतीबढंगसेकामकरनेसेसमयऔरऊर्जाबर्बादहोतीहै।अनुशासनविकसितकरनेकेलिएनिम्नलिखितनियमभीआवश्यकहैं। अनुशासनकामहत्वपरनिबंध, essay on importance of discipline in hindi (150 शब्द) अनुशासनआपकेकामकोआसानऔरकुशलतापूर्वकपूराकरनेमेंमददकरताहै।अनुशासनकेसाथकामकरनाआपकोगतिविधिकोघंटेकेअनुकूलबनाताहै।एकछात्रकेरूपमेंआपकोअध्ययनकरनेकीआवश्यकताहै।सुबहकेशुरुआतीघंटोंमेंअध्ययनकरनासबसेअच्छाहैजबपूरीरातकीनींदकेबादमनताजाहोताहै। यदिआपदेरसेउठतेहैंतोआपदिनकेसबसेअधिकउत्पादकसमयकोखोदेतेहैं।इसीतरह, यदिआपबेकारकीगतिविधियोंमेंलिप्तहैं, तोआपअपनेइच्छितलक्ष्योंतकनहींपहुँचपातेहै।इसलिए, एकव्यावहारिकसमय-सारणीतैयारकरनाऔरउसकेअनुसारकामकरनाबेहतरहै। एकक्रमबद्धतरीकेसेकामकरनेसेअनुशासनविकसितकरनेमेंमददमिलतीहै।यदिआपएकव्यवस्थिततरीकेसेकामकरतेहैं, तोआपअपनेकामकोअधिकआसानीसेपूराकरसकतेहैं।आपतनावग्रस्तहोनेसेभीबचसकतेहैं।आपकोनियमोंकापालनकरकेअनुशासितकियाजासकताहै।इससेआपकाकामसरलहोजाएगा। अनुशासनकामहत्वपरलेख, articleon importance of discipline in hindi (200 शब्द) अ...

Anushasan Par Nibandh । अनुशासन पर निबंध

अनुशासन पर निबंध (Anushasan Par Nibandh) : अनुशासन का विद्यार्थी जीवन में क्या महत्व है? और Student Life में हर किसी को क्यों इसका पालन करना चाहिए। इसके लिए हम आपको नीचे विद्यार्थी और अनुशासन ( Vidyarthi Aur Anushasan Par Nibandh) पर निबंध के जरिये बताने की कोशिश करेंगे। Vidyarthi Aur Anushasan Par Nibandh Anushasan Par Nibandh । अनुशासन पर निबंध • • • • • • प्रासाद की चीड़स्थिरता और उसकी दृढ़ता जिस प्रकार आधारशिला की दृढ़ता पर आधारित है, लघु पादपों का विशाल वृक्षत्व जिस प्रकार बाल्यावस्था के सिंचन और संरक्षण पर आश्रित होती है। उसी प्रकार मानव की सुख-शांतिमय, समृद्धशालीता का संसार छात्रावस्था पर आधारित होता है। यह अवस्था नवीन वृक्ष की मृदु और कोमल शाखा होती है, जिसे अपने मनचाही अवस्था में सरलता से मोड़ा जा सकता है। और एक बार जिधर आप मोड़ देंगे जीवन भर उधर ही रहेगी। अवस्था प्राप्त विशाल वृक्ष की शाखाएं चाहे टूट भले ही जाए पर मुड़ती नहीं। क्योंकि समय, अनुभव और जीवन के सुख-दुख उन्हें कठोर बना देती है। अतः मानव जीवन की इस प्रारंभिक अवस्था को सच्चरित्रता और सदाचारीता इत्यादि उपायों से सुरक्षित रखना प्रत्येक मनुष्य का परम कर्तव्य है। छात्रावस्था अबोधावस्था होती है। इनमे न बुद्धि परिष्कृत होती है, और न विचार। अतः हम कह सकते हैं कि माता-पिता तथा गुरुजनो के दबाव से पहले वह कर्तव्य का पालन सीखता है और ऐसी स्थिति में हम उन्हें जिस सांचे में ढालना चाहेंगे। वह उस तरह से ढल जाएगा। सामान्य रूप से कहे तो विद्या ग्रहण करने वाले विद्यार्थी कहलाते हैं। एक विद्यार्थी होने के नाते उसके जीवन का मूल्य उद्देश्य होता है, विद्या का उपार्जन अर्थात ज्ञानवर्धन करना। दूसरे शब्दों में कहें तो – हम यह भी...

अनुशासन पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में

आज के इस आर्टिकल में हम आपके लिए लेकर आए हैं अनुशासन पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में। हम अपने जीवन में अनुशासन के महत्व को अनदेखा नहीं कर सकते। यदि हम खुशहाल जीवन जीना चाहते हैं तो इसके लिए जरूरी है कि हमारी जिंदगी में अनुशासन हो। इसलिए छोटे बच्चों को भी स्कूलों में अनुशासन सिखाया जाता है और बहुत सी बार परीक्षा में या फिर किसी डिबेट में अनुशासन पर निबंध भी लिखवाया जाता है। अगर आप भी अनुशासन पर निबंध ढूंढ रहे हैं तो आज के हमारे इस पोस्ट को पूरा पढ़ें और जानें अनुशासन पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में। Contents • • • • अनुशासन पर निबंध 100 शब्दों में हर इंसान को अनुशासन में रहना बहुत ज्यादा आवश्यक होता है। जिस व्यक्ति में अनुशासन की कमी होती है उसे कोई भी पसंद नहीं करता। इसीलिए जीवन में सफलता पाने के लिए और एक कामयाब इंसान बनने के लिए अनुशासन का पालन करना चाहिए। किसी भी व्यक्ति के काम को करने का तरीका और ढंग बताता है कि उसमें अनुशासन है या नहीं। बच्चों को बचपन में ही अनुशासन सिखाना आवश्यक होता है क्योंकि जैसे जैसे वो बड़े होते जाते हैं वैसे वैसे उनके व्यक्तित्व का विकास होता है। इसके अलावा विद्यार्थियों को भी चाहिए कि वो अनुशासन का पालन करें क्योंकि अनुशासन का पालन करने से वो अपने हर काम को समय पर और अच्छी तरह से कर सकते हैं। अनुशासन पर निबंध 150 शब्दों में एक अच्छा जीवन जीने के लिए जरूरी है कि व्यक्ति के जीवन में अनुशासन हो। जो लोग अनुशासन का पालन करते हैं वह अपने सभी कामों को समय पर करते हैं और अच्छी तरह से करते हैं। जिन लोगों में अनुशासन होता है उनके अंदर आज्ञाकारी गुण अपने आप ही आ जाते है। इस वजह से ऐसे लोग जब किसी महत्वपूर्ण काम को करते हैं तो वो अपने बड़ों ...

छात्र और उनुशासन पर निबंध

छात्र और उनुशासन पर निबंध | Essay on Students and Discipline in Hindi! किसी भी देश या राष्ट्र का भविष्य वहाँ के छात्रों पर ही निर्भर करता है । यदि वहाँ के छात्र सच्चरित्र, विनीत, सुशील, सहिष्णु कर्तव्यनिष्ठ एवं अनुशासन-प्रिय होंगे तो राष्ट्र अवश्य सुखी, संपन्न, समुन्नत और प्रगतिशील होगा; क्योंकि आज के छात्र कल के कर्णधार होते हैं । नन्हे-मुन्ने कोमल शिशुओं की सुकुमार भावनाओं में देश का भविष्य निहित रहता है, किंतु खेद है कि आज का छात्र-समुदाय एक विपरीत दिशा की ओर जा रहा है । उसमें स्वेच्छाचारिता, उद्‌दंडता, अनुशासनहीनता तथा धृष्टता चरम सीमा तक पहुँच गई है । गुरुजनों से अशिष्टता करना, सभा-सम्मेलनों में उत्पात मचाना, राह चलती छात्राओं को छेड़ना, निराधार और अनावश्यक हड़ताल व अनशन आदि करना तथा भावावेश में आकर तोड़-फोड़ करना उनका स्वभाव सा वन गया है । एक समय था जब छात्र देश की अमूल्य निधि और अनुपम विभूति समझे जाते थे । वे अपने कार्यों से राष्ट्र तथा समाज का मस्तक सदा उन्नत रखने की चेष्टा करते थे । गुरुजनों से शिक्षा प्राप्त कर वे राष्ट्र के ऐसे आदर्श नागरिक बनते थे, जिनकी प्रशंसा शासक वर्ग मुका कंठ से करते थे । किंतु आज उसी देश के छात्र अनुशासनहीन होकर अपना ही नहीं बल्कि अपने देश का भविष्य बिगाड़ रहै हैं । छात्रावस्था में अनुशासन अति महत्त्वपूर्ण है । छात्रावस्था अबोधावस्था होती है । उसमें न तो बुद्धि परिष्कृत होती है और न विचार । ऐसी स्थिति में छात्र के माता-पिता तथा उसके गुरुजन उसकी बुद्धि का परिष्कार करके उसमें विवेक-शक्ति जाग्रत् करते हैं और उसे कर्तव्य पालन का पाठ पढ़ाते हैं । वे उससे अपनी आज्ञाओं का पालन कराते हैं और उसे अनुशासन में रहने की प्रेरणा देते हैं । अनुशासन छात्र-जीवन ...