बाल किसे कहते हैं

  1. बल किसे कहते हैं? Bal Kise Kahte Hai
  2. बाल मजदूर किसे कहते हैं भारत में बाल मजदूरी के प्रकार क्या है परिभाषा उपाय child labour in hindi – 11th , 12th notes In hindi
  3. Gyanyuga: बाल विवाह क्या है कारण, दुष्परिणाम, प्रभाव। Complete Information About Child Marriage in Hindi
  4. अलंकार की परिभाषा, भेद और उदाहरण सहित पूरी जानकारी
  5. बल किसे कहते हैं
  6. बाल विवाह किसे कहते हैं समझाइए?


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बल किसे कहते हैं? Bal Kise Kahte Hai

बल की परिभाषा वैसा भौतिक कारण हैजो किसी वस्तु की अवस्था को बदल दे, बल का कहलाता है। बल, किसी वस्तु को गति में ला सकता है, बल गतिमान वस्तु को रोक सकता है तथा दिशा परिवर्तन कर सकता है। बल त्वरण उत्पन्न करता है। जब किसी वस्तु पर बल लगाया जाता है तब वस्तु में मुख्यतातीन परिवर्तन होते है वस्तु की गति में परिवर्तन, वस्तु की दिशा में परिवर्तन, वस्तु काविस्थापन होता है।

बाल मजदूर किसे कहते हैं भारत में बाल मजदूरी के प्रकार क्या है परिभाषा उपाय child labour in hindi – 11th , 12th notes In hindi

child labour in hindi बाल मजदूर किसे कहते हैं भारत में बाल मजदूरी के प्रकार क्या है परिभाषा उपाय ? बाल मजदूर ‘‘बाल मजदूर‘‘ शब्द का प्रयोग अक्सर ‘‘कामकाजी बच्चों‘‘ या ष्नौकरीशुदा बच्चों‘‘ के लिए होता है। ये सभी पारिभाषिक शब्द काम करने वाले व्यक्ति की आयु को ही ध्यान में रखकर बनाए गए हैं परंतु कामकाजी और नौकरीशुदा का अर्थ है कि काम करने वाले बच्चों से मजदूरी लेते हैं। भारत के संविधान के अनुसार वह व्यक्ति जो 14 वर्ष से कम आयु का है और पैसा कमाने के लिए काम कर रहा है, बाल मजदूर कहलाएगा। तथापि, बाल मजदूरी से बच्चों को मानसिक और शारीरिक विकास के अवसर नहीं मिलते और नतीजा यह होता है कि उनके जीवन के विभिन्न अवसर कम हो जाते हैं। घरेलू कामों में लगे बच्चों को और उन बच्चों को जो अपने माता-पिता की खेती-बाड़ी या घर-बाहर के कामों में मदद करते हैं, कोई मजदूरी नहीं मिलती, परंतु उनके काम से उनकी बचपन की गतिविधियों जैसे, शिक्षा और मनोरंजन में बाधा जरूर पड़ती है। अतः बाल मजदूर शब्द की परिभाषा करते समय, वेतन पाने वाले और न पाने वाले दोनों कामों को सम्मिलित किया जाना चाहिए। बड़ौदा के आपरेशन रिसर्च ग्रुप (व्चमतंजपवद त्मेमंतबी ळतवनच) की बाल मजदूर शब्द की परिभाषा के अनुसार वह व्यक्ति जो 5 से 15 वर्ष की आयु वर्ग का है, वेतन या बिना वेतन के काम कर रहा है और घर में या घर के बाहर दिन में कितने भी समय तक व्यस्त रहता है, बाल मजदूर कहलाएगा। बंगलौर के सी.डल्यू.सी. (ब्वदबमतदमक वित ॅवतापदह ब्ीपसकमतद) ने बाल मजदूर की निम्नलिखित परिभाषा दी है कि कोई भी व्यक्ति जो 15 वर्ष से कम आयु का है और मजदूरीध्वेतन सहित या इसके बिना पूर्णकालिक और अंशकालिक किसी भी रूप में काम कर रहा है, बाल मजदूर कहलाता है। बाल मजदूरी की किस्...

Gyanyuga: बाल विवाह क्या है कारण, दुष्परिणाम, प्रभाव। Complete Information About Child Marriage in Hindi

भारत देश के अलावा दुनिया के कई देशों में प्राचीन समय से कुछ ऐसी प्रथाएंचली आ रही है जिसका समाज पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा खासकर समाज के लड़कियों पर, कई परिस्थितियों में तो इन्हें अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ा है। वैसे तो कई ऐसी प्रथाएं थी, लेकिन आज के लेख में हम बात करेंगे बाल विवाह के बारे में, यह बाल विवाह किसे कहते हैं? बाल विवाह को रोकने के लिए कौन-कौन से कानून लाए गए हैं ? बाल विवाह होने के क्या कारण है इसका दुष्परिणाम क्या पड़ा?ऐसे कई प्रश्नों का उत्तर जानेंगे आज के इस लेख में, कृपया इस लेख को पूरा पढ़ें क्योंकि मेरा मानना है की " अधूरा ज्ञान" ज्ञान देने वाले और ज्ञान लेने वाले दोनों को नुकसान पहुंचाता है। बाल विवाहक्या है ? बाल विवाह अर्थात वह विवाह जो बचपन में कराई गई हो। दोस्तों हर काम का एक उम्र होता है उसी प्रकार शादी का भी एक उम्र होता है और वह शादी जो उम्र से पहले कराई गई हो उसे हम बाल विवाह कह सकते हैं। यह एक रूढ़िवादी प्रथा है इस प्रथा ने न जाने कितने बच्चों के मानवाधिकार खत्म किए हैं। जो उम्र उन्हें खेलने कूदने का होता है उस उम्र में उनको ऐसे बंधन में बांध दिया जाता है जिसके बारे में उन्हें बिल्कुल भी ज्ञान नहीं होता उन्हें तो यह भी नहीं पता होता कि उनके साथ क्या हो रहा है। इसके शिकार सिर्फ लड़कियां ही नहीं रही बल्कि लड़के भी रहे हैं। इस प्रथा में ना सिर्फ कम उम्र की लड़की का विवाह कम उम्र के लड़के से कराया जाता हैंवल्कि कम उम्र की लड़की का विवाह उनसे बहुत अधिक उम्र के बड़े लड़के से भी करा दिया जाता हैं। ऐसे में उनका पूरा जीवन शारीरिक एवं मानसिक उत्पीड़न से गुजरता हैं। बाल विवाह होने के मुख्य कारण क्या थे ? वैसे तो बाल विवाह कई सदियों से चली आ रही है, और इनके ...

अलंकार की परिभाषा, भेद और उदाहरण सहित पूरी जानकारी

अलंकार का शाब्दिक अर्थ होता है किआभूषण, यह दो शब्दों से मिलकर बनता है-अलम + कार। जिस प्रकार स्त्री की शोभाआभूषणों से होती है उसी प्रकार काव्य की शोभा अलंकार से होती है। इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि जो शब्द आपके वाक्यांश को अलंकृत करें वह अलंकार कहलाता है। Alankar के बारे में विस्तार से जानने के लिए पूरा ब्लॉग पढ़ें। This Blog Includes: • • • • • • • • • • • • • • • • • अलंकार किसे कहते हैं? Alankar किसी काव्यांश-वाक्यांश की सुंदरता को बढ़ाने वाले शब्द होते हैं जैसे अपने शब्दों के माध्यम से किसी की सुंदरता को चांद की उपाधि देना यह बिना अलंकार के संभव नहीं है। भाषा को शब्दार्थ से सुसज्जित और सुंदर बनाने का काम Alankar का ही है। अलंकरोति इति अलंकार भारतीय साहित्य के अंदर जिन शब्दों के द्वारा किसी वाक्य को सजाया जाता है उन्हें Alankar कहते हैं। • अनुप्रास • उपमा • रूपक • यमक • श्लेष • उत्प्रेक्षा • संदेह • अतिशयोक्ति आदि ये भी पढ़ें : क्लॉज़िज़ अलंकार के भेद Alankar को व्याकरण के अंदर उनके गुणों के आधार पर तीन हिस्सों में बांटा गया है। • शब्दालंकार • अर्थालंकार • उभयालंकार शब्दालंकार अलंकार शब्दालंकार दो शब्दों से मिलकर बना होता है – शब्द + अलंकार , जिसके दो रूप होते हैं – ध्वनी और अर्थ। जब Alankar किसी विशेष शब्द की स्थिति में ही रहे और उस शब्द की जगह पर कोई और पर्यायवाची शब्द का इस्तेमाल कर देने से उस शब्द का अस्तित्व ही न बचे तो ऐसी स्थिति को शब्दालंकार कहते हैं। अर्थात जिस Alankar में शब्दों का प्रयोग करने से कोई चमत्कार हो जाता है और उन शब्दों की जगह पर समानार्थी शब्द को रखने से वो चमत्कार कहीं गायब हो जाता है तो, ऐसी प्रक्रिया को शब्दालंकार कहा जाता है। शब्दालंकार के भेद शब्द ...

बल किसे कहते हैं

बल किसे कहते हैं || बल कितने प्रकार के होते हैं ? बल का मात्रक बल (Force) किसे कहते हैं। यदि आप कोई दरवाजा खोलना चाहते हैं तो उसे खोलने के लिए आपको उस पर बल लगाना पड़ता है। बल में वृद्धि करने पर वह तेजी से गति करता है। यदि आप दरवाजे को खुलने से रोकना चाहते हैं तब भी आपको उस पर बल आरोपित करना पड़ता है। और यदि आप दरवाजे की गति की दिशा को परिवर्तन करना चाहते हैं तब भी आप उस पर बल आरोपित करते हैं। किसी वस्तु पर आरोपित बल (Force) वह धक्का या खिंचाव है जो उस वस्तु को ऊर्जा देकर उसकी गति में परिवर्तन कर सकता है। बलों का मापन (Measurement of Forces) माना कि आप किसी दरवाजे को धकेल रहे हैं तथा दरवाजे की दूसरी तरफ खड़ा आपका मित्र भी उसे धकेल रहा है। दरवाजा किस ओर गति करेगा? इस प्रश्न का उत्तर देने के लिए आपको बल की माप ज्ञात होनी चाहिए। दरवाजा अधिक बल की दिशा में गति करेगा। परंतु यदि बल समान हो तो दरवाजा बिल्कुल गति नहीं करेगा। वैज्ञानिक बलों के ऐसे वर्णन; जैसे– 'बड़ा', 'छोटा' आदि को विश्वसनीय नहीं मानते बल्कि वे वनों का मापन अंकों तथा मात्रकों में करते हैं। बल का मीट्रिक मात्रक न्यूटन (N) है। ध्यान रखिए कि बल किसी वस्तु की गति को प्रभावित करता है। इसलिए न्यूटन बल का मापन खिंचाव अथवा धकेल द्वारा एक दिए गए द्रव्यमान की वस्तु में गति परिवर्तन के पदों में करता है। 1 न्यूटन बल वह है जो 1 किग्रा द्रव्यमान की वस्तु की चाल में 1 मीटर प्रति सेकंड का परिवर्तन करता है। इसलिए अतः बल =वस्तु का द्रव्यमान ×वस्तु की चाल में परिवर्तन माना आप 5 किग्रा k1 पिंड को इस प्रकार धकेलना चाहते हैं कि उसकी चाल 1 सेकंड में 0 से 5 मीटर/सेकंड हो जाए तो आपको 5 × 5 = 25 न्यूटन बल लगाने की आवश्यकता होगी। बल वस्तु के...

बाल विवाह किसे कहते हैं समझाइए?

सवालः बाल विवाह किसे कहते हैं समझाइए? जवाब= किसी लड़की या लड़के के साथ ही 18 साल से पहले हो जाना बाल विवाह कहलाता है। जहां पर 18 साल से कम उम्र के बच्चे शादीशुदा जोड़े की तरह रहते हैं। इनसे बाल-विवाह का बचपन खत्म कर देता है। बाल विवाह के अंदर औपचारिक और अनौपचारिक संबंध भी आते हैं। बाल विवाह कराने से बच्चों की शिक्षा स्वास्थ्य और संरक्षण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। बाल विवाह लड़कियां और लड़कों दोनों पर असर डालता है लेकिन लड़कियों पर इसका अधिक प्रभाव पड़ता है। भारत में प्रत्येक वर्ष 18 साल से कम उम्र में 15 लाख लड़कियों की शादी होती है। बाल विवाह का असर न केवल लड़कियों पर बल्कि उनके परिवार और समुदाय पर भी पड़ता है। 1 अप्रैल 1930 को बाल विवाह को समाप्त किया था जिसमें लड़के की उम्र 18 साल और लड़की की उम्र 14 साल रखी गई थी।