बापू की कुटिया

  1. मील के पत्थर
  2. दादाजी की 58 साल पुरानी रेसिपीज, सालों से खाने आ रहे यहां लोग
  3. Kurukshetra गीता जन्मस्थली ज्योतिसर पर विशेष रूप से तैयार कुटिया में वास करेंगे मुरारी बापू
  4. Bhopal Latest News : भोपाल के कोलार में बापू की कुटिया रेस्टोरेंट के खाने में निकला कॉकरोच, लाइसेंस हुआ निरस्त
  5. नवींस बापू की कुटिया, लालघाटी, Bhopal, STC Palm Square
  6. कौन हैं भारती श्री जो संभाल रही हैं आसाराम का 10 हजार करोड़ का साम्राज्य
  7. बापू की कुटिया से मिली एक्सपायरी डेट की ब्रेड
  8. GSEB NCERT Class 11th बापू की कुटिया में Books in Gujarati Medium


Download: बापू की कुटिया
Size: 10.47 MB

मील के पत्थर

बापू की कुटिया में रोशनी को कमी नही । बाप, तुम चले गये । यह सदमा हमनें, सारे राष्ट ने किसी तरहें सह ही लिया । किन्तु जब यह सोचता हुँ कि बास, काठ और चटाई से बनी यह कुटिया श्राठ-दस वर्षों के बाद नहीं रहने पायगी--लाख चेष्टा करने पर भी समय का कीट इसे चाट जायगा, इस कुटिया की जगह यहा दान्यता-ही-चुन्यता रहेगी, तब हृदय श्र भी विचलित हो जाता है । सानव को पूजकर हमे सतोष नही, तो हम उसकी पत्थर की मूति बना- कर पूजते और सन्तोष कर लेते है, किन्तु उससे सम्बद्ध खर-पात से कसी ममता हो जाती है कि, हम मान लेते हे, इसकी पूर्ति तो हो नही सकती । हा, नही हो सकती । कंसा भी संगमरमर क्या, सोने का मन्दिर भी एक दिन तुम यहा बनवा लो, इस कुटिया की क्षतिपूर्ति वे कर नहीं सकेगे । इच्छा होती है, मे जोर देकर यह कह । बापू की कुटिया ! क्या कोई ऐसा उपाय नहीं कि बापू के बाद कम- से-कम तुम्हे तो सदा इसी रूप में देखने का सौभाग्य पाता रहू। तुम नहीं वोल रही--तुम्हारा यह नीरव सौन कितना श्रसह्य लग रहा है ! काश, तुम समभ पाती, श्रो बापू की कुटिया ! र( ९ र आर बापु, जब तुम्हारी इस कुटिया मे, तुम्हारे विस्तरे के पायताने बेठकर यह लिख रहा हूँ, तुम्हारी कितनी मूत्तियोँ आँखो के सामने झ्राकर मंडरा रही है ! उनमे से चार मूत्तियाँ तो मेरे जीवन से ऐसी लिंपटी है कि क्या प्राजीवन उनसे झपसेको मुक्त कर पाऊंगा ? पहली मूत्ति--जव मैं किशोर ही था । देहात से श्राया था, दाहर में पढने । शुरू से ही राष्ट्रीयता की श्रोर भुकाव । तुमने दक्षिया झफ्रीका में जो कुछ किया था, पढ़ चूका था । तुम उन दिनो क्मवीर गाघी के नाम से हिन्दी-ससार में भिहित थे । एक दिन में झपने स्कूल में पढने जा रहा था कि शहर के एक राष्ट्कर्मी से भेंट हो गई । वह मेरी प्रवृत्तियो को ...

दादाजी की 58 साल पुरानी रेसिपीज, सालों से खाने आ रहे यहां लोग

1962 में बापू की कुटिया था भारत रेस्टोरेंट रेस्टोरेंट के संचालक अनुभव बताते हैं कि बापू की कुटिया को करीब 58 वर्ष हो चुके हैं। इसकी शुरुआत दादाजी स्वर्गीय श्याम दास सुजवानी ने की थी। मेरे दादाजी 1962 में पोरबंदर से भोपाल आए। इससे पहले उन्होंने पोरबंदर में श्याम टी स्टॉल शुरू किया था, मगर किन्हीं कारणों से उन्हें भोपाल आना पड़ा, फिर यहां आकर उन्होंने रोशनपुरा में भारत रेस्टोरेंट खोला। वह रेस्टोरेंट साल भर से ज्यादा वक्त तक रहा, मगर वह नहीं चल पाया। जिसके बात उसे बंद कर दिया गया। फिर उसी रोशनपुरा इलाके में एक नई शुरुआत करते हुए दादाजी ने बापू की कुटिया की शुरुआत की। उस समय मेरे पिताजी बहुत छोटे थे। मेरे पिताजी बचपन से ही दादाजी का हाथ बंटाते थे। हालांकि हम लोग कभी लौटकर वापस पोरबंदर नहीं गए। मेरे पिताजी बताते हैं कि साल 2003 में उन्हें लगा कि बापू की कुटिया को अब हमें और बहुत आगे तक ले जाना चाहिए क्योंकि वह इसको एक रेस्टोरेंट की तरह नहीं, बल्कि वह इसको एक सेवा भाव से लेते हैं। उनका मानना है कि हमें बहुत कम से कम दामों में स्वादिष्ट भोजन परोसना है। इसके बाद ही कई शहरों तक का सफर यहीं से शुरू हुआ। बापू की कुटिया में लगे पेड़ की कहानी बापू की कुटिया रेस्टोरेंट में जो पेड़ लगा है, उसके बारे में अनुभव बताते हैं कि यह पेड़ आज का नहीं है। यह तो दादाजी के समय का है। उस समय जब बापू की कुटिया की शुरुआत हुई, तब यह पेड़ यहीं लगा हुआ था, क्योंकि दादाजी हमेशा पर्यावरण को प्राथमिकता देते थे, तो उन्होंने इस पेड़ को कटवाना उचित नहीं समझा। उन्होंने इस पेड़ के साथ ही रेस्टोरेंट शुरू किया। इसी बात को ध्यान में रखते हुए हमने भी इस पेड़ को कभी कटवाने के बारे में नहीं सोचा। पर्यावरण प्रेमी हैं, इसलिए नहीं...

Kurukshetra गीता जन्मस्थली ज्योतिसर पर विशेष रूप से तैयार कुटिया में वास करेंगे मुरारी बापू

Kurukshetra: गीता जन्मस्थली ज्योतिसर पर विशेष रूप से तैयार कुटिया में वास करेंगे मुरारी बापू Kurukshetra प्रवचन के लिए धर्मनगरी पहुंच रहे मुरारी बापू शहर से दूर गीता की जन्मस्थली ज्योतिसर में विशेष रूप से तैयार कुटिया में एकांत निवास करेंगे। खास डिजाइन से तैयार की गई कुटिया में ही मुरारी बापू आराम के साथ-साथ विशेष समय पर ध्यान लगाएंगे। कुरुक्षेत्र,विनीश गौड़:31 साल बाद प्रवचन करने के लिए धर्मनगरी पहुंच रहे मुरारी बापू शहर से दूर गीता की जन्मस्थली ज्योतिसर में विशेष रूप से तैयार कुटिया में एकांत निवास करेंगे। खास डिजाइन से तैयार की गई 42 गुणा 22 के साइज की इसी कुटिया में मुरारी बापू आराम के साथ-साथ विशेष समय पर ध्यान लगाएंगे। कुटिया में ही हवन कुंड भी बनाया गया है। कुटिया को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह वैदिक और पारंपरिक होने के साथ-साथ अत्याधुनिक भी है। यह कुटिया फोल्डेबल है, जिसे बाद में दूसरी जगह पर शिफ्ट किया जा सकता है। इसे बनाने में जहां टीन की चादरें और शीशों का प्रयोग किया गया है वहीं वैदिक काल से बनाई जाने वाली कुटिया की तर्ज पर अंदर और बाहर बांस का प्रयोग भी किया गया है। कुटिया में मुरारी बापू का आराम करने का कक्ष विशेष भक्तों से मिलने के लिए हाल भी बनाया गया है। वह इसी कुटिया में बैठकर हवन भी करेंगे। इसलिए कुटिया के अंदर ही एक हवन कुंड भी तैयार किया गया है। कुटिया में मुरारी बापू के बैठने के लिए एक झूला भी लगाया गया। बाहर आने और जाने के लिए तीन दरवाजे दिए गए हैं। कुटिया के सामने तैयार किया जा रहा फूलों का बगीचा कुटिया के ठीक सामने फूलों का बगीचा तैयार किया जा रहा है। कुटिया से देखने पर यह काफी मनमोहक दृश्य होगा। इस बगीचे को सात हजार फूलों के पौधों से तैयार ...

Bhopal Latest News : भोपाल के कोलार में बापू की कुटिया रेस्टोरेंट के खाने में निकला कॉकरोच, लाइसेंस हुआ निरस्त

राजधानी भोपाल के फेमस शुद्ध शाकाहारी बापू की कुटिया रेस्टोरेंट के खाने में कॉकरोच निकलने का मामला सामने आया है। कोलर स्थित बापू की कुटिया रेस्टोरेंट में खाने में कॉकरोच निकलने का मामला सामने आने के बाद खाद्य सुरक्षा प्रशासन ने रेस्टोरेंट का फूड लाइसेंस निरस्त कर दिया है। यह रेस्टोरेंट्स इतना फेमस था कि अगर राजधानी भोपाल में आप किसी से शुद्ध शाकाहारी खाने के लिए रेस्टोरेंट का पूछेंगे तो हो सकता है कि वह आपको बापू की कुटिया रेस्टोरेंट का नाम बताएं। इसके अलावा बापू की कुटिया की कई ब्रांच भोपाल में है। भोपाल के कोलार में बापू की कुटिया रेस्टोरेंट के खाने में निकला कॉकरोच बता दे खाद सुरक्षा प्रशासन को कोलार रोड पर सर्वधर्म कॉलोनी में स्थित बापू की कुटिया रेस्टोरेंट के खाने में कॉकरोच निकलने की शिकायत मिली थी। जिसके बाद खाद विभाग की टीम ने रेस्टोरेंट की जांच की और निरीक्षण के दौरान वहां बहुत सारी कमियां पाई गई। जिसे गंभीरता से लेते हुए खाद विभाग ने लोक स्वास्थ्य के हित में रेस्टोरेंट का फूड लाइसेंस निरस्त कर दिया। इस दौरान रेस्टोरेंट का खाद्य कारोबार का संचालन पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। खाद विभाग के अधिकारी संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि भोपाल कोलार के सर्वधर्म कॉलोनी में स्थित बापू की कुटिया रेस्टोरेंट में कीट पाए जाने की शिकायत मिली थी। जिसके बाद टीम ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। इस दौरान पाई गई कमियों एवं शिकायत की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए प्रतिष्ठान के खाद्य लाइसेंस को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। टीम ने रेस्टोरेंट्स से पनीर ग्रेवी और दाल फ़्राय के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे है। इसकी रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

नवींस बापू की कुटिया, लालघाटी, Bhopal, STC Palm Square

If you're Indian and Vegetarian cuisine lover, come here. A lot of people say that waiters offer good paneer, roti and khichdi here. This restaurant is recommended for the attentive staff. The nice service is something these restaurateurs care about. Here you will pay democratic prices. The atmosphere is calm, many guests like the style of Naveen's Bapu Ki Kutia. But most clients who use Google didn't give this place a high rating.

कौन हैं भारती श्री जो संभाल रही हैं आसाराम का 10 हजार करोड़ का साम्राज्य

आसाराम बापू.... वो नाम जिसने सन 1980 से 2013 तक अपना बहुत बड़ा साम्राज्य बना लिया था। एक कुटिया से लेकर करोड़ों के आश्रम तक का सफर सिर्फ प्रवचन देकर पूरा किया था। आसाराम को बापू नाम भी तभी मिला जब लोगों ने उसे संत की उपाधि दे दी थी। आसाराम 2013 से जोधपुर जेल में बंद हैं और दो अलग-अलग रेप केस का दोषी पाए गए हैं। सिर्फ आसाराम बापू ही नहीं बल्कि उनके बेटे नारायण साईं को भी रेप केस के आरोप में जेल हो गई है। उनके ऊपर केस अभी भी जारी है। 2013 के बाद से ही आसाराम और नारायण साईं दोनों ही जेल में हैं और तब से ही भारती श्री अपने पिता का 10 हज़ार करोड़ का साम्राज्य संभाल रही हैं। भारती श्री की उम्र 43 साल है और उनके समर्थक भी कम नहीं हैं। इसे जरूर पढ़ें- वो अपने पिता की जगह प्रवचन भी देती हैं और अहमदाबाद बेस्ड संत श्री आसारामजी ट्रस्ट को संभालने के साथ-साथ वो अपने पिता के सभी आश्रम देखती हैं। पूरे भारत में संभाल रही हैं आश्रम का काम विवादित भारती श्री भी थीं रेप केस की आरोपी जैसा कि हमने पहले बताया कि आसाराम का पूरा परिवार ही सूरत की दो बहनों के रेप केस में शामिल है, भारती पर भी काफी गंभीर आरोप लगे हैं। एक समय भारती और उनकी मां लक्ष्मी भी जेल में ही थीं, लेकिन बाद में वो दोनों बेल पर रिहा हो गई थीं। भारती श्री और उनकी मां पर आरोप था कि वो आसाराम और नारायण साईं के पास लड़कियों को भेजती थीं। एक समय में पूरा परिवार ही जेल के अंदर था, लेकिन ये केस जैसे-जैसे खिंचता गया वैसे ही भारती श्री और लक्ष्मी को रिहा कर दिया गया। हाल ही में आए फैसले में लक्ष्मी और भारती को निर्दोष भी साबित किया गया है और इसलिए फिल्हाल उन्हें इस केस से राहत मिल गई है। पिता की गिरफ्तारी से पहले ही आ गईं थीं लाइमलाइट म...

बापू की कुटिया से मिली एक्सपायरी डेट की ब्रेड

मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत विदिशा जिले में खाद्य प्रतिष्ठानों से खाद्य पदार्थों की जांच कर सैंपल लेने की कार्रवाई चल रही है। इन सैंपलों को जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। खाद्य एवं सुरक्षा अधिकारी एडलिना ई पन्ना ने बताया कि खाद्य सुरक्षा प्रशासन की टीम ने बुधवार को सांची रोड रंगई स्थित बापू की कुटिया (आर्या फूड) प्रतिष्ठान का निरीक्षण कर सैंपल लेने की कार्रवाई की है।

GSEB NCERT Class 11th बापू की कुटिया में Books in Gujarati Medium

Art GSEB 11th Class बापू की कुटिया में Textbook 2021-2022 in Gujarati Medium Gujarat secondary and higher secondary board of education (GSEB) that is the government Body of Gujarat State is responsible for the designing, preparing or developing of the GSEB NCERT Class 11th Textbooks. These textbooks are prescribed to the students with the purpose of helping them to learn and develop new skills as per their standard. GSEB NCERT Textbook std 11 in Gujarati Medium is a very handy and useful book for the students that are studying in the gujarat class 11th from the Gujarati medium. GSEB 11th Class Textbooks 2022 is prepared for the students on the basis of their prescribed syllabus. Std 11 Books contains many essential subjects and topics that are very vital for the students to gain the higher standard knowledge in the subjects. These books consist of chapters, questions, activities and many other things that can provide benefits to the students in their learning process or academic session. GSEB Std 11 Textbooks PDF Download GSEB Std 11 textbooks PDF download links are provided here on this website. The GSEB Class 11th Textbooks are prepared for different streams, because class 11 has the three major streams to choose to do the study. That is why different textbooks are pressed for different streams such as GSEB Textbook for Class 11 Science stream are for Science, Art GSEB NCERT Class 11 Books in Gujarati Medium are for the Art stream and last but not the least Commerce GSEB...