Baccho ki khasi kaise thik kare

  1. बच्चों में कब्ज के लिये 5 घरेलू उपाय
  2. बलगम वाली खांसी के घरेलू उपचार
  3. Bachon ki Khansi ka ilaj


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बच्चों में कब्ज के लिये 5 घरेलू उपाय

Image: Shutterstock क्या आपका बच्चा अभी बहुत छोटा है? तो यकीनन, उसके डायपर आपको दिन में कई बार बदलने पड़ते होंगे। दिनभर में बार-बार डायपर बदलना शिशु के स्वस्थ होने का संकेत होता है। वहीं, अगर आपको लगे कि पिछले कुछ समय से उसका डायपर कम बदलना पड़ रहा है, तो हो सकता है कि शिशु कब्ज की समस्या से जूझ रहा हो। अगर आपके बच्चे को भी कब्ज की समस्या है, तो इस लेख में आपको कई जरूरी जानकारियां मिलेंगी। मॉमजंक्शन के इस लेख में आपको बच्चों को होने वाली कब्ज के कारण व उपचार के साथ-साथ अन्य कई जरूरी बातें भी बताएंगे। सबसे पहले जानेंगे कि बच्चों में होने वाली कब्ज आखिर क्या है और आप कैसे पता करेंगी कि उसे कब्ज हो गई है। कब्ज क्या है और मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरे बच्चे को कब्ज है? जब मल त्यागने में कठिनाई या फिर करीब दो सप्ताह तक मल त्यागने में देरी होती है, तो इस समस्या को कब्ज कहा जाता है। वयस्कों और बच्चों को होने वाली कब्ज के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। नीचे हम उन लक्षणों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें देखकर आप पता लगा सकती हैं कि आपका बच्चा कब्ज की समस्या से जूझ रहा है • शिशु का पेट फूला हुआ और कड़ा महसूस होगा। शिशुओं में सामान्य मल प्रक्रिया क्या है? नीचे हम एक तालिका दे रहे हैं, जो शिशुओं में मल त्यागने की सामान्य संख्या के बारे में बताती है उम्र मल प्रक्रिया प्रति सप्ताह मल प्रक्रिया दैनिक 0-3 महीने (स्तनपान करने वाला शिशु) 5 से 40 2.9 3-6 महीने (फॉर्मूला फीड) 5-28 2.0 6-12 महीने 5-28 1.8 1-3 साल 4-2 1.0 बच्चों में कब्ज का कारण | Kabz Problem In Baby अगर आपके बच्चे को कब्ज की समस्या है, तो इसके कारणों का पता लगाना जरूरी है। नीचे हम बताने जा रहे हैं कि आखिर किन कारणों से बच्चों को क...

बलगम वाली खांसी के घरेलू उपचार

Balgam Wali Khansi Ke Gharelu Upay कफ या बलगम वाली खांसी के घरेलू उपचार की जरूरत आप को जब पड़ती है, जब आप को कफ वाली खांसी की समस्या होने लगती है, आज हम आप को बिस्तार में बलगम वाली खांसी के घरेलू उपाय बतायेंगें जो आप को खांसी से निजात दिलाने में आप की मदद करेंगें। मौसम में बदलाव आते ही हमारे शारीर में भी कई प्रकार के बदलाब आने लगते है, जो मौसम हमे सबसे जादा प्रभावित करता है, वो है सर्दी का मौसम जिसके आते ही लोग बीमार पड़ना शुरू हो जाते हैं। इसके कई कारण होते है, जैसे कि ठण्ड लगना, खांसी, जुखाम, गले का इन्फेक्शन होना आदि। इन दिनों में इन्फेक्शन होने से और ठण्ड से खांसी लगातार बनी रहती हैं, जिसके कारण छाती में बलगम जमा हो जाता है। हालांकि इससे कोई खतरा नहीं होता है लेकिन यह सामान्य जीवन को असहज बना देता हैं। बलगम वाली खांसी का अगर समय रहते इलाज नहीं किया जाए तो यह अन्य बीमारियों का कारण बन सकती हैं। बलगम फेफड़ों के काफी अन्दर से निकलने वाला गाढ़ा पदार्थ होता है, यह मुंह या गले के अन्दर का पतला थूक नहीं होता। बलगम का संबन्ध रोगग्रस्त फेफड़े, स्वांस नली एवं ऊपरी श्वसन नाली में हवा के आवागमन से होता है। बलगम वाली खांसी अधिक होने से खासते समय आप के मुंह से खून भी आ सकता है। इन सब समस्याओं से बचने के लिए आइये हम जानते है, बलगम खांसी के लक्षण और बलगम वाली खांसी के घरेलू उपचार के बारे में । कफ क्या होता है – What is phlegm in Hindi बलगम या कफ जिसे अंग्रेज़ी में फ्लेगम कहा जाता है यह मोटा, चिपचिपा पदार्थ है जो बीमार होने पर आपके गले के पीछे जमा होता है। तब ज्यादातर लोग इसे महसूस करते हैं। लेकिन क्या आप जानते थे कि आपके पास यह श्लेष्म हर समय रहता है? श्लेष्म झिल्ली आपके श्वसन तंत्र की र...

Bachon ki Khansi ka ilaj

बहुत आम पर हालत बिगाड़ देने वाली आम बीमारियों में से एक है खांसी। खांसी अगर गम्भीर रूप में हो जाए तो हेल्दी हेल्दी व्यक्ति भी थक हार कर सुस्त पड़ जाता है। शरीर का हर हिस्सा दर्द महसूस करने लगता है क्योंकि खांसते समय इसका असर केवल गले पर ही नही बल्कि सीना पेट हाथ पैर सब पर इफ़ेक्ट पड़ता है। बड़े तो फिर भी अपनी तकलीफ बयान कर भी लेते हैं और उसका इलाज भी कर लेते हैं पर सोचने की बात है कि बच्चों को खांसी होने पर उनका क्या हाल होता होगा। क्योंकि ना वो बता पाते हैं ना खुदसे अपनी मदद कर सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि हमें पूरी जानकारी हो बच्चों को होने वाली खांसी की वजह और उसके इलाज के लिए घरेलू नुस्खों के बारे में। दरसलश्लेम यानी म्यूकसको बाहर निकालने की कोशिश में या फिर गले और वायु मार्ग में सूजन होनेकी वजह से शिशु खांसता है।खांसी की वजह बहुत सी होती हैं, मगर आमतौर पर यह सर्दी-जुकाम या फ्लू का लक्षण होता है। ऐसे में हम अक्सर दवाओं का सहारा लेते हैं पर आपको यह बात पता होनी चाहिए कि सर्दी, जुकाम, खांसी जैसी बीमारियों में दवा देने की बजाय होम रेमेडीज अपनानी चाहिए। क्योंकि इन बीमारियों का नेचुरल तरीके से इलाज करना जितना बेहतर होता है उतना ही अंग्रेजी दवाओं से इलाज करना नेगेटिव साइड इफ़ेक्ट से भरपूर। तो आइए आज हम जानेंगे शिशुओं को होने वाली खांसी कारण और इससे राहत दिलाने वाले कुछ घरेलू नुस्खे। खांसी के कारण 1. सर्दी-जुकाम अगर आपके शिशु को सर्दी-जुकाम की वजह से खांसी हो रही हो, तो उसे साथ में बंद नाक, बहती नाक, गले में खारिश, आंखों में पानी और बुखार जैसे लक्षण भी हो सकते हैं। जुकाम की वजह से बनने वाले अतिरिक्त श्लेम को निकालने के लिए आपका शिशु खांसता है। 2. फ्लू फ्लू के लक्षण सर्दी-जुकाम की तर...