Balyavastha kise kahate hain

  1. व्यवस्थापिका किसे कहते हैं
  2. संतुलित आहार किसे कहते हैं? स्वस्थ जीवन में संतुलित आहार के तत्व का महत्व क्या है?
  3. लिपि किसे कहते है? (परिभाषा और प्रकार)
  4. संज्ञा किसे कहते हैं, प्रकार और उदाहरण
  5. [भाषा]• Bhasha Kise Kahate Hain * [ भाषा किसे कहते हैं •]


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व्यवस्थापिका किसे कहते हैं

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • आज के आर्टिकल में हम व्यवस्थापिका किसे कहते हैं (Vyavasthapika Kise Kahate Hain), व्यवस्थापिका के नाम (Vyavasthapika ke name) व्यवस्थापिका के कार्य (Vyavasthapika ke karya) और व्यवस्थापिका का गठन (Vyavasthapika ka gathan), Vyavasthapika meaning in hindi, Vyavasthapika in Hindi– इन सभी बिन्दुओं पर चर्चा करने वाले है। 1. व्यवस्थापिका – व्यवस्थापिका कानून का निर्माण करती है। व्यवस्थापिका सरकार के तीनों अंगों में सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण अंग है क्योंकि लोकतंत्रीय सरकारों में यह जनता का प्रतिनिधित्व करता है। यह अंग विधियों का निर्माण करता है। इसे भिन्न-भिन्न देशों में भिन्न-भिन्न नामों से पुकारा जाता है। व्यवस्थापिका के प्रमुख कार्य है – (1) विधि निर्माण, (2) कार्यपालिका पर नियंत्रण, (3) वित्त पर नियंत्रण, (4) संविधान में संशोधन आदि। 2. कार्यपालिका – 3. न्यायपालिका – न्यायपालिका भी सरकार का एक आवश्यक अंग है। इसका मुख्य कार्य है– कानून को विशिष्ट मुकदमों में लागू करना तथा दण्ड निश्चित करना, कानूनों की व्याख्या करना आदि। तो आज आर्टिकल में हम सरकार के पहले अंग व्यवस्थापिका (Vyavasthapika) के बारे में चर्चा करेंगे। व्यवस्थापिका किसे कहते है – Vyavasthapika Kise Kahate Hain Vyavasthapika ka arth –व्यवस्थापिका सरकार का सबसे पहला एवं महत्त्वपूर्ण अंग है। कानूनों का निर्माण करने वाली संस्था को व्यवस्थापिका (Vyavasthapika) कहते है। व्यवस्थापिका क्या है – Vyavasthapika Kya Hai • व्यवस्थापिका को संसद भी कहा जाता है। • संसद शब्द की उत्पत्ति फ्रेंच शब्द ’पार्लर’ (Parler) से हुई है जिसका अर्थ है – बोलना या विचार-विमर्श करना। तथ...

संतुलित आहार किसे कहते हैं? स्वस्थ जीवन में संतुलित आहार के तत्व का महत्व क्या है?

स्वस्थ जीवन के लिए संतुलित आहार की उपयोगिता अत्यधिक महत्वपूर्ण है इसलिए हमें यह जानना जरूरी है कि संतुलित आहार किसे कहते हैं और संतुलित आहार के तत्वों का महत्व क्या है? जिसमें हम अपने दैनिक जीवन में भोजन को कितना और किस प्रकार से ग्रहण करना चाहिए यह जानेंगे। अलग-अलग जगहों पर हमारी संस्कृति और भोजन अलग होती है इसलिए आपने देखा होगा कि किसी खास क्षेत्र के लोग या तो स्वस्थ होते हैं या फिर अस्वस्थ। यदि हमें अपने शरीर को स्वस्थ और तंदुरुस्त रखना है तो हमें संतुलित आहार करनी चाहिए जिससे हमारे शरीर पर कोई दुष्प्रभाव न पड़े और हम हमेशा स्वस्थ रहें। विषय सूची • • • • • • • • संतुलित आहार किसे कहते हैं? ऐसा आहार जिसमें सभी प्रकार के महत्वपूर्ण पोषक तत्व जैसे कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, खनिज, प्रोटीन और वसा आदि संतुलित रूप से मौजूद हो उस आहार को संतुलित आहार कहते हैं। संतुलित आहार को संतुलित भोजन भी कहते हैं और इस प्रकार के आहार हमारे शरीर को हमेशा स्वस्थ बनाए रखने में हमारी मदद करता है। यदि हम संतुलित आहार को सरल भाषा में समझें तो हम यहां पाएंगे कि संतुलित आहार वह है जिसमें शरीर के लिए आवश्यक सभी आवश्यक पोषक तत्व शामिल होते हैं। यह भी पढ़ें: संतुलित आहार क्या है? एक संतुलित आहार वह है जिसमें सभी महत्वपूर्ण पोषक तत्व जैसे कार्बोहाइड्रेट, वसा और विटामिन, खनिज, प्रोटीन, फाइबर और प्रोटीन शामिल होते हैं। एक संतुलित आहार में अच्छे स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए पौष्टिक और पर्याप्त भोजन शामिल होता है। संतुलित आहार का अर्थ है ऐसा आहार जिसमें निश्चित मात्रा और अनुपात में विभिन्न प्रकार के भोजन शामिल हों। संतुलित आहार यह सुनिश्चित करता है कि शरीर की जरूरतों के लिए पर्याप्त पोषण हो जिससे हम स्...

लिपि किसे कहते है? (परिभाषा और प्रकार)

विषय सूची • • • • • • • • • लिपि किसे कहते है? लिपि की परिभाषा (Lipi ki Paribhasha): किसी किसी ध्वनि या आवाज़ को लिखना हो, पढ़ना हो या उसे देखने योग्य बनाना, उसे लिपि कहते हैं। आपको बताते चले ध्वनियां अस्थायी होती है परंतु जो लिपि होती है वो स्थाई होती है। हमारे वाणी से ध्वनि का संचार होता है परंतु ध्वनियों को लिपि के जरिये लिखित रुप प्रदान किया जाता है। लिपि के प्रकार लिपि मुख्यतः यह तीन प्रकार की होती हैं, जो निम्न है: • चित्र लिपि • अल्फाबेटिक लिपि • अल्फासिलेबिक लिपि चित्र लिपि चित्र लिपि के जरिये लोग अपने भावों और अपने विचारों को चित्र के माध्यम से प्रस्तुत करते हैं, चित्र लिपि के तीन प्रकार हैं। • चीनी लिपि: चीनी • प्राचीन मिस्त्री लिपी: प्राचीन मिस्त्री • कांजी लिपि: जापानी अल्फाबेटिक लिपि अल्फाबेटिक लिपि में स्वर व्यंजन के बाद और अपने पूरे रूप के साथ आता है, अल्फाबेटिक लिपियों के प्रकार निम्न हैं: • यूनानी लिपि: गणित के चिन्ह और यूनानी भाषा • अरबी लिपि: अरबी, कश्मीरी, उर्दू, फ़ारसी • इब्रानी लिपि: इब्रानी • रोमन लिपि: पश्चिम यूरोप की सारी भाषाएं और अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन • सिरिलिक लिपि: सोवियत संघ की सारी भाषाएं, रूसी अल्फासिलेबिक लिपि अल्फासिलेबिक लिपि के अनुसार इसकी प्रत्येक इकाई में अगर एक या एक से अधिक व्यंजन होता है तो उस पर स्वर की मात्रा का चिन्ह लगाया जाता है। अगर इकाई में व्यंजन नही होता है तो स्वर का पूरा चिन्ह लगा दिया जाता है अल्फासिलेबिक लिपियों के प्रकार निम्न हैं: • देवनागरी लिपि: नेपाली, संस्कृत, मराठी • ब्राह्मी लिपि: पहले के समय मे संस्कृत और पाली • गुजराती लिपि: गुजराती • बंगाली लिपि: बंगला • तमिल लिपि: तमिल • गुरुमुखी लिपि: पंजाबी ब्रेल लिपि किसे ...

संज्ञा किसे कहते हैं, प्रकार और उदाहरण

भाषा में संज्ञा बहुत महत्वपूर्ण होती है। किसी भी नाम को संज्ञा कहते है। अंग्रेजी में संज्ञा को “Noun” कहते है। संज्ञा किसे कहते हैं? संज्ञा के प्रकार क्या है (Types Of Noun)? उदाहरण सहित इन प्रश्नों का उत्तर इस पोस्ट What Is Noun In Hindi में दिया गया है। तो आइये दोस्तों, संज्ञा क्या है? जानने का प्रयास करते है। दोस्तों, संज्ञा किसी भी वाक्य का मुख्य अंग होती है। संज्ञा के बिना किसी भी वस्तु या व्यक्ति की पहचान नही होती है। संज्ञा को अंग्रेजी भाषा में “Noun” कहते है। संज्ञा को उदाहरण से समझा जा सकता है। संज्ञा का उदाहरण Example Of Noun In Hindi • रमेश (Ramesh) – किसी व्यक्ति (Person) का नाम है। • जयपुर (Jaipur) – किसी जगह (Place) का नाम है। • ईमानदार (Honest) – यह किसी व्यक्ति का गुण (Quality) है। • कुर्सी (Chair) – किसी वस्तु (Thing) का नाम। • बीमार (Illness) – व्यक्ति की दशा (Condition) का नाम। गाय, दूध, पानी, बहादुर इत्यादि भी संज्ञा ही है। अतः वाक्य में मौजूद कोई भी नाम (Name) संज्ञा (Noun) होता है। दोस्तों, अब वाक्य (Sentence) के उदाहरण से संज्ञा किसे कहते हैं? के बारे में विस्तृत जानकारी लेने का प्रयास करते है। वाक्य 1 – रमेश विद्यालय जाता है। (Ramesh Went to School) – इसमें गाय एक व्यक्तिवाचक संज्ञा (Proper Noun) है जबकि दूध द्रव्यवाचक संज्ञा (Material Noun) है। दोस्तों, आपने पढ़ा कि संज्ञा किसे कहते हैं (What Is Noun In Hindi)? अब बात करते है कि संज्ञा के प्रकार कितने है। संज्ञा के प्रकार – Types Of Noun In Hindi संज्ञा को गणनीय (Countable) और अगणनीय संज्ञा (Uncountable) दो प्रकार से बांटा जा सकता है। 1. गणनीय संज्ञा (Countable Noun) – इस प्रकार की संज्ञा को गिना जा...

[भाषा]• Bhasha Kise Kahate Hain * [ भाषा किसे कहते हैं •]

Bhasha Kise Kahate Hain | भाषा किसे कहते हैं❓ | भाषा किसे कहते हैं 🤔 भाषा की परिभाषा 2022 प्रिय पाठकों, मानव एक सामाजिक प्राणी 💃🏃 है। हर इंसान अपने विचारों को दूसरे तक पहुंचाने की चाह रखता है। भाई- बहन से, माता-पुत्र से, पति पत्नी से, गर्लफ्रेंड ❤ ब्वाइफ्रेण्ड से भाषा के माध्यम से ही अपनी दिल की फीलिंग्स को पहुँचा पाते हैं। यंहा तक कि पशु पक्षी 🐵🐊🐦 आदि भी अपनी बातों को विविध संकेतों के माध्यम से अभिव्यक्त करते हैं। प्यारे मित्रों, आज हम कुछ ऐंसे ही महत्वपूर्ण विषय की चर्चा करने जा रहे हैं। जी हां, आज हम Bhasha Kise Kahate Hain- भाषा किसे कहते हैं 🤔 (भाषा किसे कहते हैं भाषा की परिभाषा क्या है) इस विषय की विस्तारपूर्वक चर्चा करने जा रहे हैं। आज के इस विषय में- भाषा के कितने रूप होते हैं, मौखिक भाषा किसे कहते हैं, लिखित भाषा किसे कहते हैं, सांकेतिक भाषा किसे कहते हैं, मशीनी भाषा किसे कहते हैं, मातृभाषा किसे कहते हैं 🤔- इत्यादि भाषा सम्बंधित विभिन्न बिन्दुओं की रोचक चर्चा करने जा रहे हैं। तो आइए, अपने ज्ञान को बढाइये। सबसे पहले जानते हैं कि भाषा किसे कहते है- Bhasha Kise Kahate Hain भाषा क्या है - Bhasha Kya Hai भाषा एक वस्तु नहीं है, भाषा एक लडकी नहीं है, भाषा एक स्त्री नहीं है, भाषा एक हथियार नहीं है। भाषा है- बोलने का माध्यम है। जिसके द्वारा हम बोलते हैं, आप बोलते हैं, लिखते हैं, कहते हैं - वही भाषा है। यंहा आपके मन में एक सवाल जरूर होना चाहिए कि बोलते तो हम मुँह से हैं- तो क्या मुँह भाषा हुई। नहीं जी, मुँह से हम जरूर बोलते हैं लेकिन मुँह भाषा नहीं है। हमने पहले ही कहा कि जिसके द्वारा हम बोलते हैं, लिखते हैं, कहते हैं- वह भाषा है। बोलने का माध्यम मुँह तो है ही लेकिन एक दूसर...