Bar bar sardi hone ka karan

  1. पेट दर्द या मरोड़ दूर करने के 10 रामबाण घरेलु उपचार
  2. Symptoms of Cardiovascular Disease: Hriday Rog Ke Lakshan
  3. गर्मी में सर्दी होने के कारण और घरेलू उपाय
  4. बार बार सर्दी होने का क्या कारण है
  5. बार बार सर्दी होने के क्या कारण हैं? » Baar Baar Sardi Hone Ke Kya Karan Hain
  6. दस्त (लूस मोशन) रोकने के घरेलू उपाय और इलाज


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पेट दर्द या मरोड़ दूर करने के 10 रामबाण घरेलु उपचार

2 आयुर्वेदिक घरेलु उपचार :pet dard ke gharelu nuskhe पेट दर्द या मरोड़ का कारण व उपचार : Stomach Pain Treatment in Hindi कारण : पेट में दर्द व मरोड होने का कारण- • पेट में दर्द कई प्रकार के रोगों के होने के कारण भी हो सकता है जैसे- पित्ताशय में पथरी, पेट में कोई जख्म होना, गुर्दे में पथरी, नाभि का अपने स्थान से हट जाने तथा कब्ज बनने के कारण। • गुदाद्वार या आंतों में किसी प्रकार की सूजन हो जाने के कारण भी पेट में दर्द हो सकता है। • नाभि के आस-पास किसी तरह का रोग हो जाने के कारण भी पेट दर्द का रोग हो सकता है। • आंतों में गैस भर जाने से भी यह रोग हो सकता है। • पेट में किसी उत्तेजक पदार्थ के चले जाने के कारण भी यह रोग हो सकता है। • जिगर, आंतों तथा भोजन नली में किसी जहरीले पदार्थ के पहुंच जाने के कारण भी पेट में दर्द हो सकता है। • जब कभी शरीर में दूषित द्रव्य शरीर के स्नायुओं पर अनावश्यक दबाव डालते हैं तब व्यक्ति के पेट में दर्द होने लगता है। • जरूरत से ज्यादा भोजन करने के कारण भी पेट में दर्द होने लगता है। • किसी दुर्घटना के कारण पेट में चोट लग जाने के कारण भी पेट में दर्द हो सकता है। इसे भी पढ़े : आयुर्वेदिक घरेलु उपचार :pet dard ke gharelu nuskhe ★ रात को सोते समय रोगी व्यक्ति को पीतल के लोटे में पानी को भरकर रखना चाहिए और फिर सुबह के समय में उठते ही इस पानी को पी लेना चाहिए। ऐसा करने से शौच खुलकर आती है और पेट का दर्द ठीक हो जाता है। ★ अदरक के 1 छोटे टुकड़े को मुंह में रखे और इसका रस चूसे, इससे पेट का दर्द में जल्द आराम मिलेगा। 1 से 2 चम्मच नींबू रस, 1 चम्मच अदरक का रस और थोड़ी सी चीनी मिला कर सेवन करने से पेट दर्द से तुरंत छुटकारा मिलता है। ★ नाभि पर अदरक के रस से मालिश करने...

Symptoms of Cardiovascular Disease: Hriday Rog Ke Lakshan

Thodi si bhi Avyavasthita jivan sheli aur swasth ke liye laparwahi aap ke najuk dil ko khatra paida kar sakti hai. Dil se hi to hamari dhadkane chal sakti hai aur usi se ham jinda hai isliye dil ki dekhrekh bahut jaruri hai. Dil ki koi bimari ho ya hriday ka koi rog yeh hamare sharir ke samuchit karya ko prabhavit karta hai. Dil ke sahi tarah ke kaam karne se hi to ham jinda hai. Isliye iski dekhrekh bahut jaruri hai. Badalti lifestyle ne hamare dil ke liye khatra badha diya hai. Vyayam ki kami aur khanpan mai badlav jaha logo ko hriday sambhandi rogo ke karib pahucha raha hai. Wahi vevahik jivan mai manmutav aur manmutabik nokari naa milne ya kaam ka adhik pressure heart attack ka karan ban raha hai. Sirf umradaraj hi nahi balki ab to nojavan bhi dil se judi bimariyo ka shikar ho rahe hai. Hriday mai kai prakar ke rog hote hai to jaise Heart attack, rumetik heart disease, congenital defects, cardiac failure, pericardial effusion aur bhi kai. To aaiye jante hai Symptoms of Cardiovascular Disease, Hriday rog se sambhandit lakshano ke bare mai. Janiye Hriday Rog ke Kuch Samanya Sanket Asamanya Dhadkane Dil ki dhadkano mai utaar chadav chalta hai. Lekin jab kamjori ke karan, saans lene mai takleef, behosi ya fir chakkar aane lage to yeh heart attack ka lakshan ho sakta hai. Thakan Vaise to kaam karne ke bad thakan rehna behad aam baat hai lekin asamanya aur lagatar rehne wali thakan bhi Heart Attack ka lakshan ho sakti hai. Dekha jaye to khaas tour par yeh lakshan jyada hota ...

गर्मी में सर्दी होने के कारण और घरेलू उपाय

Garmi Me Sardi Hone Ka Karan Aur Gharelu Upay: बदलते मौसम के कारण लोगों को जुकाम और खांसी आदि परेशानी का सामना करना पड़ता है। ठंडी के मौसम में सर्दी खांसी होना आम बात है, लेकिन गर्मी के सीजन में भी लोगों को सर्दी जुकाम जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं। आज हम आपको गर्मी में सर्दी होने के कारण और उसके घरेलू उपाय के बारे में बताएंगें। विषय सूची • • • • • • • • गर्मी में जुकाम होने के कारण – Garmiyon me jukam ka karan किसी भी मौसम में सर्दी होने का मुख्य कारण वायरस होता है। गर्मी और सर्दी में होने वाला जुकाम अलग-अलग वायरस की वजह से होता है। सर्दी में जुकाम होने का कारण राइनोवायरस (Rhinovirus) होता है, जबकि गर्मियों में सर्दी होने का मुख्य कारण इंटरोवायरस (Enterovirus) हैं। इंटरोवायरस सर्दी के साथ साथ, आँख, नाक, गला और (और पढ़ें – गर्मी में सर्दी के लक्षण – Garmi me jukam ke lakshan समर सीजन में जुकाम होने पर निम्न लक्षण दिखाई देते हैं- • नाक बहना • छींक आना • खांसी आना • गले में खराश या गले में दर्द • जकड़न महसूस होना • थकान महसूस होना • मांसपेशियों में दर्द • बुखार • सिर में दर्द गर्मी में सर्दी के घरेलू उपाय – Garmi Me Sardi Hone ke Gharelu Upay समर सीजन में यदि आपको भी सर्दी हो गई है तो आप इसे ठीक करने के लिए निम्न घरेलू उपायों को कर सकते हैं। (और पढ़ें – गर्मियों में जुकाम का घरेलू उपाय अदरक – Garmiyo me jukam ka gharelu upay adhrak अगर आपको गर्मी के सीजन में भी सर्दी होती है तो आप इसके उपचार में गर्मी में होने वाले जुकाम का इलाज लहसुन – Garmi me hone vale jukam ka ilaaj lehsun लहसुन एक आयुर्वेदिक औषधि है जो भोजन का स्वाद बढ़ाने के साथ साथ हमारे शरीर के लिए भी अनेक प्रकार ...

बार बार सर्दी होने का क्या कारण है

सही उत्तर : एलर्जी आपकी बेहतर जानकारी के लिए बता दे की यदि कोई इन्सान किसी भी मौसम में बार-बार सर्दी (cold and cough in hindi) का शिकार होता है तो यह एलर्जी की वजह सकती है। वैसे चिकित्सकों का मानना है की घर में मौजूद धूल भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकती है। अगर यह लगातार बनी रहे तो शरीर में कई रोग घर कर लेते हैं। सर्दी-जुकाम के लक्षण : यहाँ हम आपको निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा सर्दी-जुकाम के लक्षणों (cold and cough symptoms in hindi) से अवगत करा रहे है, जिन्हें पहचानकर आप अपने आप को समय पर ही स्वस्थ रख सकते है.... • नाक से पानी बहना • नाक में खुजली होना • गले में खराश होना • नाक बंद होना • सिर में दर्द एवं भारीपन होना • आँखों में जलन होना • खाँसी होना • बुखार आना • बार-बार छींक आना सर्दी-जुकाम से बचने के घरेलू उपाय : यहाँ हम आपको निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा सर्दी-जुकाम से बचने के घरेलू उपायों (cold and cough home remedies) से अवगत करा रहे है, इन उपायों को अपनाकर आप कुछ हद तक सर्दी - जुकाम पर काबू पा सकते है, जो इस प्रकार है... • शहद की चाय का सेवन करें। • नमक-पानी के गरारे करें। • अदरक और तुलसी की चाय पियें। • हल्दी का दूध पियें। वैसे आपको बता दे की अगर आप सर्दी-जुकाम के शिकार हो चुके है तो आपको ठण्डी एवं बादी (cold and cough medicine) चीजों का सेवन नही करना चाहिए और कोल्ड्रिंक, आइसक्रीम बहुत ठण्डा पानी और बर्फ से बनी चीजों को भी नहीं खाना चाहिए। अपील : GKEXAMS की आपसे यहीं अपील है की आप कोई भी उपाय सर्दी-जुकाम के लिए लेते है तो इससे पहले एक बार किसी अनुभवी डॉक्टर की सलाह जरूर ले। क्योंकि कई-कई बार कोई भी बताया गया आम उपाय आपके लिए हानिकारक भी साबित हो सकता है।

बार बार सर्दी होने के क्या कारण हैं? » Baar Baar Sardi Hone Ke Kya Karan Hain

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। अगर आपको बार बार सर्दी होने की समस्या बनी है तो उसके लिए आपको या तो एलर्जी का एक कारण है या तो आप का प्रधान व्यक्ति हैं तो उसके लिए आप नियमित रूप से अनुलोम-विलोम का अभ्यास करें कपालभाति का अभ्यास करें और हो सके तो अपने योग गुरु के सानिध्य में आप जलनेति सीख ले और सूत्र नेती सीख ले इत्यादि आप अगर सीख लेते हैं तो यह आप नॉर्मल है आपको बार-बार शादी नहीं होगी पर बहुत ज्यादा सर्दी हो जाती है बहुत दिक्कत है आती है उसके लिए आप अब दिव्यभारती विधारा का पतंजलि के कई स्तरों से आप खरीद के इसका प्रयोग आप कर सकते हाथों में आप गौरव करके और चेस्ट पर लगाएं और दर्शन करने का प्रयास करें जिससे आपको यह समस्या से निजात पा सके agar aapko baar baar sardi hone ki samasya bani hai toh uske liye aapko ya toh allergy ka ek karan hai ya toh aap ka pradhan vyakti hain toh uske liye aap niyamit roop se anulom vilom ka abhyas kare kapalbhati ka abhyas kare aur ho sake toh apne yog guru ke sanidhya mein aap jalneti seekh le aur sutra neti seekh le ityadi aap agar seekh lete hain toh yah aap normal hai aapko baar baar shadi nahi hogi par bahut zyada sardi ho jaati hai bahut dikkat hai aati hai uske liye aap ab divyabharti vidhara ka patanjali ke kai staron se aap kharid ke iska prayog aap kar sakte hathon mein aap gaurav karke aur chest par lagaye aur darshan karne ka prayas kare jisse aapko yah samasya se nijat paa sake अगर आपको बार बार सर्दी होने की समस्या बनी है तो उसके लिए आपको या तो एलर...

दस्त (लूस मोशन) रोकने के घरेलू उपाय और इलाज

पेट से जुड़ी आम समस्याओं में दस्त भी है। यह वो चिकित्सीय स्थिति है, जब मल सामान्य से बिल्कुल पतला यानी पानी की तरह आता है। मरीज को बार-बार शौच जाना पड़ता है। दस्त को डायरिया और लूस मोशन भी कहा जाता है। इस अवस्था में शरीर में पानी और ऊर्जा की कमी होने लगती, जिससे मरीज कमजोरी महसूस करने लगता है। लूस मोशन दो प्रकार के होते हैं। पहला एक्यूट डायरिया, जो 1-2 दिन तक रहता है। वहीं, दूसरा क्रोनिक डायरिया है, जो दो से अधिक दिन तक बना रहता है ( • फ्लू, नोरोवायरस या रोटावायरस जैसे वायरस के कारण। बच्चों में एक्यूट दस्त का सबसे आम कारण रोटावायरस है। • दूषित भोजन व पानी में पाए जाने वाले पैरासाइटिस के कारण। • एंटीबायोटिक्स, कैंसर ड्रग्स और एंटासिड जैसी दवाओं का सेवन, जिनमें मैग्नीशियम होता है। • अपच का कारण बनने वाले भोजन के कारण। • ऐसी बीमारियां जो पेट या छोटी आंत को प्रभावित करती हैं। • कुछ लोगों को पेट की सर्जरी के बाद भी दस्त हो जाते हैं। आगे हम आपको दस्त के लक्षणों के बारे में बता रहे हैं। दस्त के लक्षण – Symptoms of Loose Motion in Hindi दस्त होने पर नजर आने वाले प्रमुख लक्षण इस प्रकार हैं ( • पेट में ऐंठन या दर्द का होना। • बार-बार शौचालय जाना। • आंतों के कार्य प्रणाली का कमजोर होना। • अगर वायरस या बैक्टीरिया दस्त का कारण है, तो बुखार, ठंड लगना और खूनी दस्त भी हो सकते हैं। स्क्रॉल करें दस्त रोकने के घरेलू उपाय जानने के लिए आर्टिकल के इस हिस्से को जरूर पढ़ें। दस्त (लूस मोशन) रोकने के घरेलू उपाय – Home Remedies for Loose Motion in Hindi दस्त की समस्या होने पर मन में यही सवाल आता है कि लूस मोशन कैसे रोके जा सकते हैं। इसके लिए वैसे तो लोग दस्त रोकने की गोली का उपयोग करते हैं, लेकिन कु...

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