Bawasir kya hota hai

  1. बवासीर के लक्षण, क्यों होता है, जड़ से खत्म कैसे करें और रामबाण आयुर्वेदिक इलाज
  2. बवासीर के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और परहेज
  3. बवासीर में परहेज, क्या खाना चाहिए और क्या न खाएं
  4. Bawasir Problem in Hindi


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बवासीर के लक्षण, क्यों होता है, जड़ से खत्म कैसे करें और रामबाण आयुर्वेदिक इलाज

• • Health • बवासीर के लक्षण, क्यों होता है, जड़ से खत्म कैसे करें और रामबाण आयुर्वेदिक इलाज बवासीर के लक्षण, क्यों होता है, जड़ से खत्म कैसे करें और रामबाण आयुर्वेदिक इलाज बवासीर में अपने आप में एक भयंकर बीमारी है, जिसमें व्यक्ति को अपने नित्यकर्म में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. जानिए बवासीर के लक्षण, कारण और घरेलू उपचार बवासीर बवासीर यानी पाइल्स एक गंभीर बीमारी है, जिसमें व्यक्ति को अपने नित्यकर्म में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. किसी पुरानी कब्ज और टाइट दस्त के कारण बवासीर की समस्या ट्रिगर हो सकती है. मलाशय और मलमार्ग में फोड़ों को बवासीर के रूप में जाना जाता है. बवासीर ( Hemorrhoids) के कई कारण हो सकते हैं. लेकिन बवासीर में व्यक्ति को मलत्याग में बड़ी समस्या होती है. यह एक आम समस्या है और हर चार में से तीन को कभी न कभी बवासीर की समस्या से गुजरना पड़ता है. अच्छी बात ये है कि बवासीर का इलाज है और आधुनिक चिकित्सा में इसका ऑपरेशन भी होता है, जबकि आयुर्वेद और घरेलू उपचार के जरिए भी बवासीर की समस्या से निजात मिल सकती है. • एक्सटर्नल पाइल्स यानी बाह्य बवासीर– इस तरह का बवासीर गुदा मार्ग यानी मल मार्ग के आसपास की त्वचा के नीचे होता है. • इंटरनल बवासीर यानी अंदरूनी बवासीर– यह प्रकार का बवासीर व्यक्ति के मलाशय यानी रेक्टम में मौजूद होता है. इन्हें देखा या महसूस नहीं किया जा सकता, लेकिन मल त्याग के दौरान दर्द रहित ब्लीडिंग हो सकती है. बवासीर के लक्षण – Piles Symptoms in Hindi बवासीर में व्यक्ति को मल त्यागने में परेशानी होती है. बवासीर की समस्या ज्यादा होने पर व्यक्ति को बैठने में भी समस्या होने लगती है. इसके अलावा कई ऐसे लक्षण हैं जो बवासीर की ओर संकेत करते हैं. • एक्सट...

बवासीर के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और परहेज

बवासीर (Piles) को आमतौर पर पाइल्स के रूप में जाना जाता है। यह पुरानी कब्ज़ और टाईट दस्त के कारण होता है। जब गुदा व मलाशय के नीचे के क्षेत्र में मौजूद नसों में सूजन और जलन होती है़ तब यह बवासीर या पाइल्स का रूप ले लेता है। बवासीर होने के कई कारण हैं। सामान्यतः बवासीर के कारणों को जानना संभव नहीं होता है। पाइल्स होने का एक कारण मल त्याग करते समय अधिक जोर लगाना भी है। यही कारण है कि गर्भावस्था के दौरान गुदा की नसों पर दबाव पड़ने के कारण तनाव हो जाता है। यह महिलाओं में बवासीर का कारण बनता है। बवासीर मलाशय के अंदर या गुदा के पास की त्वचा के नीचे हो सकता है। चार में से हर तीसरा वयस्क आज इस परेशान से जूझ रहा है। आमतौर पर बवासीर किसी भी प्रकार के अन्य दुष्प्रभावों के लिए जिम्मेदार नहीं है, लेकिन सही समय पर इलाज नहीं करने पर इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। बवासीर दर्दनाक हो सकता है। हालांकि इसका डॉक्टरी इलाज संभव है। इसके अलावा घरेलू उपचार और जीवन शैली में बदलाव के जरिए इसे ठीक किया जा सकता है। ग्रेड 4 हेमोराइड बवासीर की एक गंभीर स्थिति है। यह गुदा के बाहर फैलता है और मैन्युअली इसे वापस अंदर नहीं ढकेला जा सकता है। ग्रेड 4 बवासीर के लिए तत्काल इलाज की आवश्यकता होती है। ये बवासीर प्रोलेप्सेड और स्थायी होते हैं। हालांकि नॉन-सर्जिकल इलाज के जरिए इसकी स्थिति में सुधार कर सकते हैं। आमतौर पर ग्रेड 4 हेमोराइड के लिए सर्जरी की सलाह दी जाती है। जब कोई व्यक्ति बवासीर से पीड़ित होता है तो उसे निम्नलिखित लक्षणों और संकेतों का अनुभव हो सकता है। बवासीर के लक्षण हेमोराइड के प्रकार पर निर्भर करते हैं। एक्सटर्नल बवासीर के लक्षण: • ब्लीडिंग हो सकती है। • गुदा के आसपास सूजन हो सकती है। • इससे दर्द और असु...

बवासीर में परहेज, क्या खाना चाहिए और क्या न खाएं

आज बवासीर एक सामान्य बीमारी बन चुकी है। यह बीमारी मुख्य रूप से आपके खाने-पीने के ढंग पर बहुत ज्यादा निर्भर करती है। भोजन (और पढ़ें - इस रोग से राहत पाने के लिए अधिक फाइबर वाले खाद्य पदार्थ खाएं। यह आपके पाचन शक्ति को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। इसके अलावा ताजा (और पढ़ें - • • • • • • • • • • • • • • • बेकरी वाले खाद्य पदार्थ बवासीर में बहुत ज्यादा नुकसानदायक होते हैं क्योंकि अधिकतर बेकरी वाले खाद्य पदार्थ रिफाइन्ड ऑयल से बने होते हैं, जैसे ब्रेड, केक और प्रेस्ट्री आदि। इन सब को खाने से कब्ज की समस्या होती है। इसलिए बेकरी वाले खाद्य पदार्थों को बवासीर की समस्या में किसी भी हाल में न खाएं। (और पढ़ें - बवासीर की समस्या में कम से कम 3 से 4 लीटर पानी रोजाना पीना चाहिए। अधिक पानी पीने से आपके शरीर से विषैले पदार्थ आसानी से बाहर निकल जाते हैं। इसके साथ ही साथ अधिक पानी पीने से आपके शरीर का रक्त प्रवाह भी बढ़ता है, जो बवासीर को ठीक करने में मदद करता है। इसके अलावा भरपूर पानी पीने से मल त्याग में आसानी होती है और कब्ज की समस्या नहीं होती है। (औप पढ़ें -

Bawasir Problem in Hindi

बवासीर जिसे हम पाइल्स (Piles) भी कहते हैं। यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें हमारी अग्नाशय के आसपास की नसें सूख जाती है। जिसकी वजह से यह फूल जाती है। और इसी वजह से हमें दर्द महसूस होता है। उसी जगह पर खुजली और सूजन और कहीं सारे इंफेक्शन भी पैदा होते हैं। जिसकी वजह से हमें कहीं सारे परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। बवासीर एक ऐसी समस्या है। जिसकी वजह से हमें बैठने और खड़े होने के दौरान पेशाब या फिर मल त्याग करने के समय बहुत ही बढ़ जाती है। बवासीर की समस्या का इलाज यही है कि हमें हमारी जीवनशैली में परिवर्तन करना चाहिए और हमारा आहार सुधारना चाहिए जिसकी मदद से हम बाबा से जैसी खतरनाक समस्या को दूर कर सकते हैं। और कहीं सारे गंभीर मामलों में अगर बवासीर की (Bawasir in Hindi) समस्या बढ़ जाए तो उस दौरान हमें ऑपरेशन भी करना पड़ सकता है। Bawasir Kya Hota Hai – Bawasir Kaise Hota Hai बवासीर की वजह से हमारे शरीर में कहीं सारे प्रॉब्लम हो सकते हैं। जैसे की हमारे नसीब फूल जाती है। जिसकी वजह से कहीं सारी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। बवासीर को समयांतर ठीक नहीं किया तो उसकी वजह से कई सारे अंतर सोच भी उत्पन्न हो सकते हैं। क्योंकि यह हमारे नसों की संरचना यानी की नसों के कार्य करने की क्षमता में बाधा डालती है। बवासीर की वजह से हमें कहीं सारे लक्षण शरीर में देखने को मिलते हैं। जैसे कि मल त्याग करते समय मल के साथ रक्त का भी स्त्राव होना खुजली महसूस होना और काफी दर्द होना यह सारे बवासीर के लक्षण है, तो चलिए जानते है की Bawasir Kya Hota Hai बवासीर तीन प्रकार का होता है – उत्तेजित, स्थिर और संक्रमण संबंधी। उत्तेजित बवासीर में, विस्तारित नसों की वजह से खून की आवाज पैदा होती है और रक्त स्राव होता ह...