भाई दूज कितनी तारीख को है

  1. Bhai Dooj 2022: कब मनाया जाएगा भाई दूज, जानें सही तारीख और शुभ मुहूर्त?
  2. भाई दूज 2023 तारीख, शुभ मुहूर्त, महत्व, कहानी » Sonatuku
  3. Bhai Dooj 2022: क्यों मनाया जाता है भाई दूज? जानिए मान्यता, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
  4. भाई दूज क्यों मनाया जाता है
  5. भाई दूज क्या होता है? भाई दूज की कहानी (संपूर्ण जानकारी) – Daily While
  6. Bhaiya Dooj Kab Hai 2023
  7. Bhai Dooj 2022 Date: कब मनेगी भाई दूज, 26 या 27 अक्‍टूबर? जानें सही तारीख और मुहूर्त
  8. भाई दूज कब है 2022 holi? – Expert
  9. Bhai Dooj 2020 why hindus celebrate Bhai Dooj Shubh Muhurat
  10. 2023 में भाई दूज कब है New Delhi, India में


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Bhai Dooj 2022: कब मनाया जाएगा भाई दूज, जानें सही तारीख और शुभ मुहूर्त?

दीपों से जुड़े पंच महापर्व के आखिरी दिन यानि कार्तिक मास के शुक्लपक्ष की द्वितीया को भाई दूज मनाया जाता है, जो कि इस साल सूर्य ग्रहण लगने के कारण तीसरे दिन मनाया जाएगा. हिंदू मान्यताओं के अनुसार भाई दूज के पर्व वाले दिन ही मृत्यु के देवता भगवान यम ने अपनी बहन देवी यमुना के पास जाकर उनके हाथ से बना भोजन प्राप्त किया था. भाई दूज पर्व के दिन बहनें अपने भाईयों को टीका लगाकर उनकी आरती और ईश्वर से उनके लिए लंबी उम्र की कामना करती हैं. इस साल तिथियों के के घटाव-बढ़ाव और सूर्यग्रहण के चलते कई पर्वों की तारीख को लेकर असमंजस बना हुआ है. आइए जानते हैं कि भाई की लंबी उम्र की कामना और बहनों के प्रेम से जुड़ा भाईदूज पर्व कब और किस समय मनाया जाएगा. भाई दूज का शुभ मुहूर्त पंचांग के अनुसार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि इस बार 26 अक्टूबर 2022 की दोपहर 02: 42 से प्रारंभ होकर अगले दिन यानी 27 अक्टूबर 2022 को दोपहर 12: 42 बजे समाप्त होगी. ऐसे में जो लोग उदया तिथि के अनुसार भाईदूज का महापर्व मनाते हैं, उन्हें 27 अक्टूबर 2022 को दोपहर 12: 42 बजे से पहले अपने भाईयों का टीका कर देना चाहिए. पंचांग के अनुसार भाईदूज पर भाई को टीका लगाने के लिए शुभ मुहूर्त 11 बजकर 07 मिनट से 12 बजकर 46 मिनट तक रहेगा. भाई दूज की पूजन विधि • भाई दूज के दिन भाई और बहन दोनों को ही सूर्योदय से पहले स्नान-ध्यान कर लेना चाहिए. इसके बाद साफ या नए कपड़े पहनकर सबसे पहले सूर्य देवता को जल अर्पित करना चाहिए. • भाईदूज के पर्व पर अपने भाई को टीका करते समय, बहन को पूजा की थाली में फूल, चावल के दानें, मिठाई, कलावा और सिंदूरी रंग का टीका पहले से रख लेना चाहिए. • भाई को तिलक लगाते वक्त भाई को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर खड़ा...

भाई दूज 2023 तारीख, शुभ मुहूर्त, महत्व, कहानी » Sonatuku

हमारा देश तो त्योहारों का देश है. हमारे यहाँ कई तरह के भाई दूज भी हम सबका एक महत्वपूर्ण त्यौहार है. यह त्यौहार कहीं कहीं लोग भाई दूज के त्यौहार को भैया दूज, यम द्वितीया, भ्र्द्वितिया, भाऊ बीज, भ्रातृ द्वितीया, भाई टीका, और भाई फोटा आदि नामों से भी जाना जाता है. यह त्यौहार रक्षा बंधन के समान ही भाई बहन का एक महत्वपूर्ण त्यौहार है. भाई और बहन के आपसी प्रेम, लगाव और एक दुसरे के प्रति स्नेह आदि की तुलना नहीं की जा सकती है. यह त्यौहार इस रिश्ते को और मजबूती प्रदान करता है. भाई दूज के त्यौहार में बहने अपने भाई की लम्बी आयु, कुशलता और समृद्धि की कामना करती है. अब हम भाई दूज का त्यौहार कब मनाया जाता है? के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे. भाई दूज कब है? (Bhai Dooj | Yam Dwitiya Kab Hai? भाई दूज का त्यौहार प्रत्येक वर्ष यह दिवाली के दो दिन बाद मनाया जाता है. अगर हम होली के बाद वाले भाई दूज की बात करें तो यह चैत्र महीने के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है. भाई दूज 2023 में कब है? भाई दूज 2023 तारीख भाई दूज का त्यौहार साल 2023 में 14 नवम्बर 2023, दिन मंगलवार को है. त्यौहार तारीख और दिन भाई दूज 2023 14-11-2023 ( 14 नवम्बर 2023 ) दिन – मंगलवार भाई दूज 2023 शुभ मुहूर्त भाई दूज के दिन मुख्य रूप से बहने अपने भाई के माथे पर तिलक लगातीं हैं और अपने भाई का नौत लेती हैं. इसके लिए शुभ मुहूर्त निचे टेबल में दिया हुआ है. त्यौहार शुभ मुहूर्त समय भाई दूज 2023 14 नवम्बर 2023, मंगलवार 1:12 पी एम से 3:19 पी एम तक अब हम साल 2023 में होली के बाद वाले भाई दूज के बारे में जानकारी प्राप्त कर लेतें हैं. 2023 होली के बाद भाई दूज कब है? होली के बाद आने वाले चैत्र महीने के कृष्ण पक्ष की द्वितीय ति...

Bhai Dooj 2022: क्यों मनाया जाता है भाई दूज? जानिए मान्यता, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Bhai Dooj 2022: हिंदू पंचाग के अनुसार भाई दूज का त्योहार हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है. इसका दूसरा नाम यम द्वितीया (Yam Dwitiya) या भ्रातृ द्वितीया भी है. दीपावली के दो दिन बाद भाई दूज (Bhai Dooj 2022) का त्योहार मनाया जाता है. इस पर्व के साथ ही 5 दिन के दीपोत्सव का समापन हो जाता है. इस साल कई लोग भाई दूज की तारीख को लेकर कन्फ्यूज्ड हैं. कुछ लोग इसे 26 अक्टूबर को या तो कुछ लोग 27 अक्टूबर को मना रहे हैं. आइए जानते हैं सही डेट और जानते हैं कि भाई-बहन के इस पावन त्योहार को क्यों मनाया जाता है और इसके पीछे की मान्यता क्या है? क्यों मनाया जाता है भाई दूज? पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्यदेव और उनकी पत्नी छाया की दो संताने थीं, यमराज और यमुना. दोनों में बहुत प्रेम था. बहन यमुना हमेशा चाहती थीं कि यमराज उनके घर भोजन करने आया करें. लेकिन यमराज उनकी विनती को टाल देते थे. एक बार कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि पर दोपहर में यमराज उनके घर पहुंचे. (Why we celebrate Bhai dooj) यमुना अपने घर के दरवाजे पर भाई को देखकर बहुत खुश हुईं. इसके बाद यमुना ने मन से भाई यमराज को भोजन करवाया. बहन का स्नेह देखकर यमदेव ने उनसे वरदान मांगने को कहा. इसपर उन्होंने यमराज से वचन मांगा कि वो हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर भोजन करने आएं. साथ ही मेरी तरह जो बहन इस दिन अपने भाई का आदर-सत्कार के साथ टीका करें, उनमें यमराज का भय न हो. तब यमराज ने बहन को यह वरदान देते हुआ कहा कि आगे से ऐसा ही होगा. तब से यही परंपरा चली आ रही है. इसलिए भैयादूज वाले दिन यमराज और यमुना का पूजन किया जाता है. भाई दूज मनाने का शुभ मुहूर्त भाई दूज के साथ दिवाली के पर...

भाई दूज क्यों मनाया जाता है

सच में भाई-बहन के बीच के भावनाओं और प्यार को समझ पाना काफी मुश्किल है। वैसे तो बहुत से ऐसे विशेष दिन या अवसर हैं जो भाई और बहन के बीच प्यार को मजबूत करने के लिए समर्पित हैं। लेकिन इसमें भैया दूज सबसे अनोखा पर्व है। इस अद्भुत त्योहार पर जहां बहनें अपने प्यारे भाई की लंबी उम्र, कल्याण और समृद्धि के लिए भगवान से प्रार्थना करती हैं, वहीँ भाई भी अपनी बहन की खुशहाली की प्रार्थना भगवान से जरुर करता है। क्या आपको पता है भाई दूज क्यों मनाया जाता है ? भाई दूज मनाने के पीछे पौराणिक मान्यता और कथा है। शायद आप में हर कोई ये तो जानता ही होगा की भाई दूज भाई और बहन के बीच प्रेम बनाये रखने का त्यौहार है।यदि कोई न भी जानता हो भाई दूज के विषय में तब भी चिंता करने की कोई जरुरत नहीं क्यूंकि आज के इस article में हम भाई दूज क्यों मनाते है, इसे कैसे मनाते है इत्यादि के विषय में विस्तार में जानेंगे। तो फिर चलिए शुरू करते हैं। यदि आप भी भाई दूज के दिन किस देवता की पूजा की जाती है? भाई दूज क्या है – What is Bhai Dooj in Hindi भाई दूज हिन्दू धर्म के लोगों के द्वारा मनाया जाने वाला रक्षाबंधन की तरह एक खास पर्व है। बाकी भारतीय त्यौहारों की तरह भाई दूज भी एक प्रमुख त्यौहार है जो कि मुख्य रूप से हिन्दू धर्म के लोगों के द्वारा मनाया जाता है। यह पर्व हर वर्ष दीपावली के तीसरे दिन मनाया जाता है। भाई दूज कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को मनाया जाता है। यह पर्व भाई बहनों का है। इस दिन बहन के द्वारा अपने घर में भाई का तिलक सम्मान कर भोजन कराने की परंपरा है। इस दिन बहन अपने भाई की दीर्घायु और सर्व मनोकामना पूर्ति की कामना करती है। यह पर्व भाई के प्रति बहन के स्नेह को व्यक्त करता है। माना जाता है इस दिन भा...

भाई दूज क्या होता है? भाई दूज की कहानी (संपूर्ण जानकारी) – Daily While

“यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः” जिसका अर्थ है कि जहां नारियों की पूजा की जाती है देवता वहीं निवास करते हैं. दोस्तों यह लाइन हमारे शास्त्रों में वर्णित है. शास्त्रों में यह भी कहा जाता है कि जिस घर में नारियों की पूजा नहीं होती वहां उन्नति के सारे मार्ग बंद हो जाते हैं. इसलिए हमें हमेशा नारियों का सम्मान करना चाहिए. दोस्तों नारी के कई स्वरूप हैं जिनमें से एक है हमारी बहन का. भाई दूज क्या होता है हिन्दू धर्म में भाई और बहन के रिश्ते को मनाने के लिए खास दो त्योहार है. रक्षा बंधन और भाई दूज.आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको भाई दूज के बारे में सभी जानकारियां देने वाले है. तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें. Table of Contents • • • • • • • • • • • • भाई दूज क्या होता है? | Bhai Dooj Kya Hota Hai भाई दूज हिंदू धर्म का एक त्यौहार है जो कि भाई और बहन के बीच अटूट रिश्ते को दिखाता है. इसे भाई बहन के रिश्ते को और मजबूत करने के लिए मनाते हैं. भाई दूज क्यों मनाया जाता है? हम सब जानते हैं कि भाई दूज, भाई बहन के रिश्ते को दर्शाता है. भाई दूज को मनाने से भाई बहन में स्नेह बढ़ता है. शास्त्रों में भाई दूज मनाए जाने के पीछे एक छोटी सी कहानी बताई गई है. जो है की एक बार यमुना जी ने यमराज को अपने घर बुलाकर पूरे स्नेह के साथ भोजन करवाया था. और तभी से यह त्यौहार मनाया जाने लगा. भाई दूज की कहानी शास्त्रों में भाई दूज की जो कहानी वर्णित है वह है यमुना और यमराज की. यमुना और यमराज बहन भाई थे. और वो दोनों एक दूसरे से बहुत स्नेह करते थे. पर जब भी यमुना, यमराज को अपने घर बुलाती तो वो अपने काम की व्यस्तता के कारण उनके घर नहीं जा पाते थे . पर एक बार यमुना जी ने यमराज को अपने घर आने के लिए व...

Bhaiya Dooj Kab Hai 2023

Rate this post Bhaiya Dooj Kab Hai In Hindi 2023, Kab Hai, Shubh Muhurat, Time And Date (भाई दूज कब है, शुभ मुहूर्त, महत्व, पूजा विधि, कहानी, तारीख और समय, हार्दिक शुभकामनाएं) Bhaiya Dooj Kab Hai 2023– भाई दूज हर साल कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष के दूसरे दिन मनाया जाता है और रोशनी का त्योहार दीवाली के दो दिन बाद और गोवर्धन पूजा के एक दिन बाद भाई दूज का पर्व आता है. यह पर्व भाई और बहन के बीच प्यार और पवित्र बंधन को दर्शाता है. इस भैया दूज के दिन सभी बहनें अपने भाइयों के लंबी उम्र और स्वस्थ जीवन की कामना करती हैं, उनके ललाट पर तिलक लगाकर पूजा करती है और उनके लिए स्वादिष्ट खाना बनाती हैं. भाई दूज के दिन सभी बहनें भाइयों को अपने घरों में बुलाती हैं और उनके लिए पसंदीदा फ़ूड बनाती है. जबकि भाई उनके लिए गिफ्ट लाते हैं और उनकी जीवन भर रक्षा करने का वादा करते हैं. इस त्योहार को भैया दूज, भात्रा द्वितीया, भाऊबीज, यम द्वितीया और भाई द्वितीया के नाम से भी जानते है. आज के इस लेख में हम आपको बताएँगे कि भाई दूज कब है ( Bhaiya Dooj Kab Hai 2023) शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व के बारें में. Table of Contents • • • • भाई दूज की सही तारीख (Bhaiya Dooj 2023 Date) हिन्दू पंचांग की माने तो भाई दूज का टिक्का करने का शुभ समय 15 नवम्बर बुधवार की दोपहर 1 बजकर 09 मिनट से 3 बजकर 41 मिनट के बीच रहेगा. यह शुभ मुहूर्त सिर्फ 2 घंटे 32 मिनट तक रहेगा. हालांकि कुछ लोग 26 अक्टूबर को भी भाई दूज का पर्व मना रहे हैं. सूर्य ग्रहण होने की वजह से गोवर्धन पूजा 14 नवम्बर और भाई दूज 15 नवम्बर हो रही है. • Latest Mehndi Designs 2023 (मेहंदी डिजाइन) • • • • भाई दूज का शुभ मुहूर्त (Bhaiya Dooj 2023 Shubh Muhurat) हर साल भा...

Bhai Dooj 2022 Date: कब मनेगी भाई दूज, 26 या 27 अक्‍टूबर? जानें सही तारीख और मुहूर्त

Bhai Booj 2022 Date in India Calendar: भाई दूज का त्योहार कार्तिक मास के शुक्‍ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है. इस साल 5 दिन के दीपोत्‍सव पर्व की तिथियों को लेकर खासी उलझन की स्थिति बनी हुई है, जिससे लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि इस साल भाई दूज किस दिन मनाएंगे. भाई दूज 26 अक्‍टूबर को मनाई जाएगी या 27 अक्टूबर को भाई दूज मनाना सही रहेगा. शास्त्रों के अनुसार यम द्वितीया यानी भाई दूज के दिन यमराज अपनी बहन यमुना के घर दोपहर के समय आए थे और बहन की पूजा स्वीकार करके उनके घर भोजन किया था. तब वरदान में यमराज ने यमुना से कहा था कि यम द्वितीया यानी भाई दूज के दिन जो भाई अपनी बहनों के घर आकर भाई दूज मनाएंगे और उनके हाथों से बना भोजन करेंगे, उनको अकाल मृत्यु का भय नहीं रहेगा. इसलिए भाई दूज दोपहर के समय मनाना अच्‍छा होता है. भाई दूज के दिन यमराज, यमदूत और चित्रगुप्त की पूजा की जाती है. भाई दूज की सही तारीख पंचांग के अनुसार इस साल 2 दिन यानी की 26 और 27 अक्टूबर को कार्तिक शुक्‍ल द्वितीया तिथि लग रही है. द्वितीया तिथि 26 अक्टूबर को दिन में 2 बजकर 43 मिनट से लेकर 27 अक्टूबर की दोपहर 12 बजकर 42 मिनट तक रहेगी. ऐसे में दोपहर को भाई दूज मनाने के चलन के अनुसार 26 अक्टूबर को ही भाई दूज का पर्व मनाना शास्त्र के अनुकूल रहेगा. वहीं जो लोग उदया तिथि के अनुसार भाई दूज मना रहे हैं, उन्‍हें दोपहर 12 बजकर 42 मिनट से पहले भाई दूज मना लेना चाहिए. 26 अक्‍टूबर को भाई दूज मनाने के लिए शुभ मुहूर्त : दोपहर 01 बजकर 18 मिनट तक दोपहर 03 बजकर 33 मिनट तक 27 अक्टूबर को भाई दूज मनाने का शुभ मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 07 मिनट से दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक.

भाई दूज कब है 2022 holi? – Expert

Table of Contents • • • • • • • • • • • • भाई दूज कब है 2022 holi? 20 मार्च 2022, रविवार को है होली भाई दूज का पर्व। दूज कितनी तारीख की है2022? इस वर्ष भाई दूज 26 अक्टूबर, बुधवार को मनाया जा रहा है। इस बार भैया दूज कब है? हिंदु पंचांग के अनुसार भाई दूज का त्योहार इस साल 06 नवंबर के दिन यानी शनिवार को मनाया जाएगा। इस दिन बहनें अपने भाईयों को तिलक कर उनकी लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करेंगी। भैया दूज का मुहूर्त कितने बजे का है? भाई दूज 2021 शुभ मुहूर्त (Bhai Dooj 2021 Shubh Muhurat) भाई दूज की द्वितिया तिथि 5 नवंबर को रात्रि 11 बजकर 14 मिनट से लगी है. ये तिथि 6 नवंबर को शाम 7 बजकर 44 मिनट तक बनी रहेगी. इस दिन भाइयों को तिलक लगाने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 10 बजे से लेकर 3 बजकर 21 बजे तक रहेगा. READ: बाथरूम साफ करने के लिए क्या यूज करें? दूज 2022 कब है April? फुलेरा दूज 2022 शुभ मुहूर्त- फुलेरा दूज को उदया तिथि को ध्यान में रखते हुए 04 मार्च को मनाया जाएगा। दूज 2022 कब है June? हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को फूलेरा दूज का त्योहार मनाया जाता है। आपको बता दें कि इस साल 2022 में फूलेरा दूज 04 मार्च यानी कि दिन शुक्रवार को पड़ रही है। दोज कब की है 2022 June? July माह में कृष्ण पक्ष की दूज 15 जुलाई 2022 को है. दूज कब है 2022 February? Phulera Dooj 2022: इस वर्ष फूलेरा दूज 04 मार्च, शुक्रवार को है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर फूलेरा दूज का त्योहार मनाया जाता है। आज दूज है क्या 2022? Holi Bhai Dooj 2022 Date, कब है होली भाई दूज 2022 हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र मास की द्वितीया तिथि को होली भाई दू...

Bhai Dooj 2020 why hindus celebrate Bhai Dooj Shubh Muhurat

हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार भगवान सूर्य देव की पत्नी का नाम छाया है. भगवान सूर्य व माता छाया के पुत्र प्राणों को हरने वाले यमराज और पुत्री यमुना माता हैं. यमुना माता अपने भाई यमराज से बहुत प्रेम करती हैं. यमुना माता अपने भाई यमराज से बार-बार आग्रह करतीं कि वो अपने प्रिय मित्रों के साथ उनके घर आकर भोजन करें. लेकिन यमराज अपने कार्य में व्यस्त होने के कारण यमुना माता की बात टालते रहते. फिर एक बार कार्तिक मास आया और यमुना माता ने एक बार फिर से अपने भाई यमराज को भोजन के लिए निमंत्रण दिया. इस बार यमुना माता ने यमराज से अपने घर आने का वचन ले लिया. इसके बाद यमराज ने सोचा कि मैं तो सभी के प्राणों को हरने वाला हूं इसीलिए कोई भी मुझे अपने घर नहीं बुलाता है. फिर भी अगर मेरी बहन प्रेमवश मुझे बुला रही है तो मुझे जाना ही होगा और अपने वचन का पालन करना होगा. कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को यमराज अपनी बहन यमुना के घर जाने के लिए चल दिए और यमलोक से निकलते समय वहां यातना झेल रहे जीवों को मुक्त कर दिया. भाई यमराज को अपने घर में देखकर यमुना माता की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. फिर उन्होंने स्नान ध्यान करके यमराज का टीका किया. फिर स्वादिष्ट व्यंजन बनाए और खूब प्रेम से उनको खिलाए. इससे प्रसन्न होकर यमराज ने यमुना माता से वरदान मांगने के लिए कहा. यमुना माता ने कहा कि भाई आप हर साल इसी दिन मेरे घर आना. मेरी ही तरह जो भी बहन कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को अपने भाई का आदर सत्कार करके टीका करे, उसे तुम्हारा भय नहीं रहे. इसके बाद यमराज तथास्तु कहकर और यमुना माता को धन-धान्य देकर यमलोक चले गए. फिर इसी दिन से भाई दूज त्योहार मनाया जाने लगा. ऐसी मान्यता है कि जो भाई अपनी बहन...

2023 में भाई दूज कब है New Delhi, India में

आइए जानते हैं कि 2023 में भाई दूज कब है व भाई दूज 2023 की तारीख व मुहूर्त। भाई दूज पर्व, भाई-बहन के पवित्र रिश्ते और स्नेह का प्रतीक है। भाई दूज या भैया दूज पर्व को भाई टीका, यम द्वितीया, भ्रातृ द्वितीया आदि नामों से मनाया जाता है। भाई दूज कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को मनाया जाने वाला पर्व है। यह तिथि दीपावली के दूसरे दिन आती है। इस मौके पर बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाकर उनकी लंबी आयु और सुख समृद्धि की कामना करती है। वहीं भाई शगुन के रूप में बहन को उपहार भेंट करता है। भाई दूज के दिन मृत्यु के देवता यमराज का पूजन भी होता है। मान्यता है कि इसी दिन यम देव अपनी बहन यमुना के बुलावे पर उनके घर भोजन करने आये थे। भाई दूज मनाने की तिथि और नियम भाई दूज (यम द्वितीया) कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया को मनाई जाती है। इसकी गणना निम्न प्रकार से की जा सकती है। 1.शास्त्रों के अनुसार कार्तिक शुक्ल पक्ष में द्वितीया तिथि जब अपराह्न (दिन का चौथा भाग) के समय आये तो उस दिन भाई दूज मनाई जाती है। अगर दोनों दिन अपराह्न के समय द्वितीया तिथि लग जाती है तो भाई दूज अगले दिन मनाने का विधान है। इसके अलावा यदि दोनों दिन अपराह्न के समय द्वितीया तिथि नहीं आती है तो भी भाई दूज अगले दिन मनाई जानी चाहिए। ये तीनों मत अधिक प्रचलित और मान्य है। 2.एक अन्य मत के अनुसार अगर कार्तिक शुक्ल पक्ष में जब मध्याह्न (दिन का तीसरा भाग) के समय प्रतिपदा तिथि शुरू हो तो भाई दूज मनाना चाहिए। हालांकि यह मत तर्क संगत नहीं बताया जाता है। 3.भाई दूज के दिन दोपहर के बाद ही भाई को तिलक व भोजन कराना चाहिए। इसके अलावा यम पूजन भी दोपहर के बाद किया जाना चाहिए। भाई दूज पर होने वाले रीति रिवाज़ और विधि हिंदू धर्म में त्यौहार बिना...