भारत में हिंदू आबादी कितनी है 2023

  1. 1960 में भारत की जनसंख्या कितनी थी और अब 2023 में कितना हैं ,2050 में कितना हो जायेगा?
  2. हिंदू धर्मग्रंथों की पढ़ाई और जॉब मार्केट पर भी नजर, DU के नए हिंदू स्टडीज़ के कोर्स में क्या कुछ है
  3. भारत के इस राज्य में डायबिटीज के सबसे ज्यादा मरीज! जानें किस राज्य में डायबिटीज, बीपी औपर मोटापा ज्यादा
  4. हिंदू दलितों की भी तेजी से बढ़ी जनसंख्या; आबादी बढ़ने की वजह धर्म नहीं पिछड़ापन
  5. BJP And Opposition Leaders Slams Each Other On NCBC Report On OBC Reservation
  6. हिंदू धर्मग्रंथों की पढ़ाई और जॉब मार्केट पर भी नजर, DU के नए हिंदू स्टडीज़ के कोर्स में क्या कुछ है
  7. 1960 में भारत की जनसंख्या कितनी थी और अब 2023 में कितना हैं ,2050 में कितना हो जायेगा?
  8. BJP And Opposition Leaders Slams Each Other On NCBC Report On OBC Reservation
  9. हिंदू दलितों की भी तेजी से बढ़ी जनसंख्या; आबादी बढ़ने की वजह धर्म नहीं पिछड़ापन
  10. भारत के इस राज्य में डायबिटीज के सबसे ज्यादा मरीज! जानें किस राज्य में डायबिटीज, बीपी औपर मोटापा ज्यादा


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1960 में भारत की जनसंख्या कितनी थी और अब 2023 में कितना हैं ,2050 में कितना हो जायेगा?

दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश अब चीन (China) नहीं है, बल्कि अपना देश भारत (India) है. इस साल की शुरूआत में ही ग्लोबल एक्सपर्ट्स ने अनुमान लगाया था कि 2023 में सबसे ज्यादा भारत में होगी, और अब इस पर संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) के नवीनतम आंकड़ों ने मुहर लगा दी है. संयुक्त राष्ट्र (UNFPA) के आंकड़ों से पता चलता है कि भारत अब दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश है. भारत में अब चीन की तुलना में 20 लाख से ज्यादा लोग हैं, और इस देश की आबादी बढ़ते-बढ़ते 140 करोड़ के पार पहुंच गई है. चीन में बच्चे पैदा करने की दर कम हुई है, और वो इस साल माइनस में दर्ज की गई. UNFPA की 'द स्टेट ऑफ वर्ल्ड पॉपुलेशन रिपोर्ट 2023', जिसे '8 बिलियन लाइव्स, इनफिनिट पॉसिबिलिटीजः द केस फॉर राइट्स एंड चॉइस' के टाइटल से जारी किया गया है, उसमें कहा गया है कि अब भारत की जनसंख्या 1, 428.6 मिलियन है, जबकि चीन की जनसंख्या 1,425.7 मिलियन है. यानी दोनों की जनसंख्या में 2.9 मिलियन का अंतर हो गया है. रिपोर्ट में ताजा आंकड़े 'डेमोग्राफिक इंडिकेटर्स' की कैटेगरी में दिए गए हैं. संयुक्त राष्ट्र के जनसंख्या डेटा रिकॉर्ड में यह पहली बार है कि भारत की जनसंख्या 1950 के बाद से चीन से ज्यादा दर्ज की गई है, दरअसल संयुक्त राष्ट्र की स्थापना 1945 में खत्म हुए द्वितीय विश्व युद्ध के बाद हुई थी और 1950 संयुक्त राष्ट्र ने जनसंख्या डेटा एकत्र करना और जारी करना शुरू किया था. संयुक्त राष्ट्र के जनसंख्या के 1950 से 2023 तक के चार्ट और तालिका पर नजर डालें तो भारत की आबादी कुछ इस तरह से बढ़ी अब यानी कि 2023 में भारत की जनसंख्या 1,428,627,663 है, जो 2022 से 0.81% अधिक है. 2022 में भारत की जनसंख्या 1,417,173,173 थी, जो 2021 से ...

हिंदू धर्मग्रंथों की पढ़ाई और जॉब मार्केट पर भी नजर, DU के नए हिंदू स्टडीज़ के कोर्स में क्या कुछ है

नई दिल्ली: हिंदू धर्मग्रंथ व महाभारत और रामायण जैसे महाकाव्य, भारतीय संतों की शिक्षाएं और एक धर्म व एक जीवन पद्धति के रूप में हिंदू धर्म का इतिहास. ये सब वे टॉपिक्स हैं जिन्हें दिल्ली यूनिवर्सिटी में अगले साल के पाठ्यक्रम में पोस्ट ग्रेजुएट और डॉक्टरेट के स्तरों पर पढ़ाया जाएगा. फैसला लेने वाली दिल्ली यूनिवर्सिटी की टॉप बॉडी, डीयू एक्जीक्यूटिव काउंसिल ने ‘डिपार्टमेंट ऑफ हिंदू स्टडीज़’ ने पिछले शुक्रवार को स्थापित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के बाद अब इस तरह के पाठ्यक्रम वाला डीयू दूसरा केंद्रीय विश्वविद्यालय होगा. हिंदू धर्म के इतिहास का अध्ययन करने के लिए एक अलग सेंटर पर विचार करने के लिए डीयू द्वारा 17 सदस्यीय समिति गठित करने के महीनों बाद यह निर्णय आया है. विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने कहा कि विभाग के बारे में और अन्य विवरण जैसे कितनी सीटों होंगी इत्यादि व पाठ्यक्रम की बारीकियों पर अभी भी काम किया जा रहा है. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि लेकिन केवल हिंदू धर्म और इसकी बारीकियां ही नहीं सिखाई जाएंगी बल्कि पाठ्यक्रम तैयार करते समय इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि इसे “समकालीन जॉब स्किल्स” से भी जोड़ा जाए. इसका मतलब यह है कि “व्यावसायिक और कौशल-आधारित” विषय भी छात्रों को पढ़ाए जाएंगे. हालांकि, यह “छोटे विषयों” के रूप में होगे. अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें. अभी सब्सक्राइब करें डीयू में डीन (अकादमिक गतिविधियां और परियोजनाएं) के. रत...

भारत के इस राज्य में डायबिटीज के सबसे ज्यादा मरीज! जानें किस राज्य में डायबिटीज, बीपी औपर मोटापा ज्यादा

Written by |Published : June 9, 2023 9:45 AM IST • • • • • भारत में आबादी के साथ-साथ कई बीमारियों का खतरा भी बढ़ता जा रहा है और ऐसे में अपने लाइफस्टाइल पर ध्यान देना ज्यादा जरूरी हो गया है। भारत में हुई एक स्टडी में लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारी डायबिटीज और दूसरे गैर संचारी रोगों के तेजी से बढ़ने की बात सामने आई है, जो कि तय आंकड़ों से कहीं ज्यादा है। इतना ही नहीं इस स्टडी में भारत के अलग-अलग राज्यों में इन बीमारियों की दर कितनी है, इस बात को भी रेखांकित किया गया है। आइए बताते हैं किस राज्य में डायबिटीज से सबसे ज्यादा शिकार लोग हैं। 11.4 फीसदी लोग डायबिटीज का शिकार मद्रास डायबिटीज रिसर्च फाउंडेशन और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने ये स्टडी की है, जिसमें ये पाया गया है कि देश में 11.4 फीसदी आबादी डायबिटीज का शिकार है जबकि 35.5 फीसदी लोग हाइपरटेंशनजैसी बीमारी से ग्रस्त हैं। लांसेट में छपी रिपोर्ट लांसेट डायबिटीज एंड एंड्रोक्राइनोलॉजी में प्रकाशित इस रिपोर्ट में बताया कि बात करें राज्य दर राज्य की तो उत्तर प्रदेश में 4.8 फीसदी लोग डायबिटीज का शिकार हैं तो गोवा में 26.4, सिक्कम में 31.3 फीसदी लोग प्री-डायबिटीज और मेघालय में 6.8 फीसदी जनता प्री डायबिटीज का शिकार है। Also Read • • • वहीं हाइपरटेंशन यानि हाई ब्लड प्रेशर की बात करें तो पंजाब में 51.8 फीसदी लोग इस समस्या का शिकार हैं। मेघालय में सबसे कम लोग 24.3 लोग हाइपरटेंशन का शिकार हैं। पुडुचेरी में 53.3 फीसदी लोग मोटापे का शिकार हैं जबकि झारखंड में सिर्फ 11.6 फीसदी लोग मोटापे से ग्रस्त हैं। 1 लाख से ज्यादा लोग शामिल ये नतीजे एक सर्वे पर आधारित हैं, जो कि 1,13,043 लोगों पर किया गया और इसमें 33,537 शहरी व 79,506 ग्रामीण इलाकों क...

हिंदू दलितों की भी तेजी से बढ़ी जनसंख्या; आबादी बढ़ने की वजह धर्म नहीं पिछड़ापन

यूनाइटेड नेशन्स ने एक रिपोर्ट जारी कर कहा है कि 2023 तक भारत दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा। वहीं, बढ़ती जनसंख्या पर UP के CM योगी आदित्यनाथ ने अपने अफसरों से कहा है कि जनसंख्या कंट्रोल के प्रयास सफलता पूर्वक किए जाएं, ताकि ऐसा न हो कि एक वर्ग की आबादी बढ़ने से समाज में असंतुलन की स्थिति पैदा हो जाए। ऐसे में आज भास्कर एक्सप्लेनर में जानते हैं कि देश में क्या वाकई सिर्फ किसी एक समुदाय की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है, आजादी के बाद किस धर्म से जुड़े लोगों की कितनी आबादी थी और अब कितनी है, आबादी बढ़ने के मामले में क्या धार्मिक वजह जिम्मेदार हैं... 2023 में भारत बनेगा दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश: UN 'वर्ल्ड पॉपुलेशन डे' के मौके पर पर संयुक्त राष्ट्र ने एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें कहा गया है… फिलहाल.. चीन की आबादी: 142.6 करोड़ है। भारत की आबादी: 141.2 करोड़ है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2023 तक भारत दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा। 2050 में.. भारत की संभावित आबादी: 166 करोड़ है। चीन की संभावित आबादी: 131 करोड़ है। प्यू रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि 2021 में मुस्लिमों की भारत में आबादी 21.30 करोड़ थी, जो 2030 तक 23.63 करोड़ हो जाएगी। यानी इन 8 सालों के दौरान मुस्लिमों की पॉपुलेशन ग्रोथ करीब 10% रहेगी। वहीं भारत की आबादी इस समय बढ़कर 150 करोड़ तक होने का अनुमान है। आजादी के बाद 73 सालों में कितनी बढ़ी देश की आबादी? स्टेटिस्टा के मुताबिक 1948 में देश की आबादी 35.8 करोड़ थी। 2020 में देश की आबादी बढ़कर करीब 138 करोड़ हो गई है। इस तरह देखा जाए तो 72 साल में देश की आबादी 103 करोड़ बढ़ी है। देश भर में सरकारी संस्थाओं द्वारा आबादी की गि...

BJP And Opposition Leaders Slams Each Other On NCBC Report On OBC Reservation

OBC Reservation Report Row: राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट को लेकर विवाद छिड़ गया है. आयोग की रिपोर्ट में चार राज्यों (पश्चिम बंगाल, बिहार, राजस्थान और पंजाब) में ओबीसी (OBC) के आरक्षण को लेकर सवाल उठाए गए हैं. बंगाल (West Bengal) में जहां ओबीसी आरक्षण के नाम पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया गया है, वहीं बिहार (Bihar) में 30 साल तक नॉन क्रीमीलेयर का सर्टिफिकेट बनवाने में गड़बड़ी की बात कही गई है. राजस्थान में भी सर्टिफिकेट बनवाने में गड़बड़ी की बात है जबकि पंजाब में ओबीसी को कम रिजर्वेशन की बात कही गई है. जिन चार राज्यों पर सवाल उठाए गए हैं, उन चारों ही राज्यों में फिलहाल विपक्षी पार्टियां सत्ता में हैं. यही वजह है कि इस रिपोर्ट के सहारे बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पिछड़ी जातियों का हक मारने का आरोप लगाया है. बीजेपी अध्यक्ष ने ओबीसी आरक्षण को लेकर बोला हमला जेपी नड्डा ने कहा कि ओबीसी का संवैधानिक हक आरक्षण का जो दिया गया है उसका पंजाब, बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान की सरकारें खुलेआम हनन कर रही हैं. जातिगत जनगणना की बात करने वाले दल खुलेआम ओबीसी भाइयों के हितों के खिलाफ काम कर रहे हैं. बंगाल में ओबीसी के कोटा का खुलेआम मुस्लिम तुष्टिकरण किया जा रहा है और पिछड़ा वर्ग के उनके हक से उन्हें वंचित किया जा रहा है. बंगाल सरकार को घेरा उन्होंने बंगाल सरकार पर हमला करते हुए कहा था कि बंगाल में बांग्लादेश और रोहिंग्याओं से घुसपैठियों को ओबीसी प्रमाणपत्र देने का प्रयास किया जा रहा है. अब सवाल ये है किक्या वाकई ओबीसी के हितों का झंडा बुलंद करने वाली पार्टियां उनके आरक्षण का हक मार रही हैं. सवाल ये भी है कि क्या ओबीसी आरक्षण के नाम पर तुष्टिकरण हो रहा है औ क्या 2024 के लिए ओबीसी के ...

हिंदू धर्मग्रंथों की पढ़ाई और जॉब मार्केट पर भी नजर, DU के नए हिंदू स्टडीज़ के कोर्स में क्या कुछ है

नई दिल्ली: हिंदू धर्मग्रंथ व महाभारत और रामायण जैसे महाकाव्य, भारतीय संतों की शिक्षाएं और एक धर्म व एक जीवन पद्धति के रूप में हिंदू धर्म का इतिहास. ये सब वे टॉपिक्स हैं जिन्हें दिल्ली यूनिवर्सिटी में अगले साल के पाठ्यक्रम में पोस्ट ग्रेजुएट और डॉक्टरेट के स्तरों पर पढ़ाया जाएगा. फैसला लेने वाली दिल्ली यूनिवर्सिटी की टॉप बॉडी, डीयू एक्जीक्यूटिव काउंसिल ने ‘डिपार्टमेंट ऑफ हिंदू स्टडीज़’ ने पिछले शुक्रवार को स्थापित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के बाद अब इस तरह के पाठ्यक्रम वाला डीयू दूसरा केंद्रीय विश्वविद्यालय होगा. हिंदू धर्म के इतिहास का अध्ययन करने के लिए एक अलग सेंटर पर विचार करने के लिए डीयू द्वारा 17 सदस्यीय समिति गठित करने के महीनों बाद यह निर्णय आया है. विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने कहा कि विभाग के बारे में और अन्य विवरण जैसे कितनी सीटों होंगी इत्यादि व पाठ्यक्रम की बारीकियों पर अभी भी काम किया जा रहा है. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि लेकिन केवल हिंदू धर्म और इसकी बारीकियां ही नहीं सिखाई जाएंगी बल्कि पाठ्यक्रम तैयार करते समय इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि इसे “समकालीन जॉब स्किल्स” से भी जोड़ा जाए. इसका मतलब यह है कि “व्यावसायिक और कौशल-आधारित” विषय भी छात्रों को पढ़ाए जाएंगे. हालांकि, यह “छोटे विषयों” के रूप में होगे. अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें. अभी सब्सक्राइब करें डीयू में डीन (अकादमिक गतिविधियां और परियोजनाएं) के. रत...

1960 में भारत की जनसंख्या कितनी थी और अब 2023 में कितना हैं ,2050 में कितना हो जायेगा?

दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश अब चीन (China) नहीं है, बल्कि अपना देश भारत (India) है. इस साल की शुरूआत में ही ग्लोबल एक्सपर्ट्स ने अनुमान लगाया था कि 2023 में सबसे ज्यादा भारत में होगी, और अब इस पर संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) के नवीनतम आंकड़ों ने मुहर लगा दी है. संयुक्त राष्ट्र (UNFPA) के आंकड़ों से पता चलता है कि भारत अब दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश है. भारत में अब चीन की तुलना में 20 लाख से ज्यादा लोग हैं, और इस देश की आबादी बढ़ते-बढ़ते 140 करोड़ के पार पहुंच गई है. चीन में बच्चे पैदा करने की दर कम हुई है, और वो इस साल माइनस में दर्ज की गई. UNFPA की 'द स्टेट ऑफ वर्ल्ड पॉपुलेशन रिपोर्ट 2023', जिसे '8 बिलियन लाइव्स, इनफिनिट पॉसिबिलिटीजः द केस फॉर राइट्स एंड चॉइस' के टाइटल से जारी किया गया है, उसमें कहा गया है कि अब भारत की जनसंख्या 1, 428.6 मिलियन है, जबकि चीन की जनसंख्या 1,425.7 मिलियन है. यानी दोनों की जनसंख्या में 2.9 मिलियन का अंतर हो गया है. रिपोर्ट में ताजा आंकड़े 'डेमोग्राफिक इंडिकेटर्स' की कैटेगरी में दिए गए हैं. संयुक्त राष्ट्र के जनसंख्या डेटा रिकॉर्ड में यह पहली बार है कि भारत की जनसंख्या 1950 के बाद से चीन से ज्यादा दर्ज की गई है, दरअसल संयुक्त राष्ट्र की स्थापना 1945 में खत्म हुए द्वितीय विश्व युद्ध के बाद हुई थी और 1950 संयुक्त राष्ट्र ने जनसंख्या डेटा एकत्र करना और जारी करना शुरू किया था. संयुक्त राष्ट्र के जनसंख्या के 1950 से 2023 तक के चार्ट और तालिका पर नजर डालें तो भारत की आबादी कुछ इस तरह से बढ़ी अब यानी कि 2023 में भारत की जनसंख्या 1,428,627,663 है, जो 2022 से 0.81% अधिक है. 2022 में भारत की जनसंख्या 1,417,173,173 थी, जो 2021 से ...

BJP And Opposition Leaders Slams Each Other On NCBC Report On OBC Reservation

OBC Reservation Report Row: राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट को लेकर विवाद छिड़ गया है. आयोग की रिपोर्ट में चार राज्यों (पश्चिम बंगाल, बिहार, राजस्थान और पंजाब) में ओबीसी (OBC) के आरक्षण को लेकर सवाल उठाए गए हैं. बंगाल (West Bengal) में जहां ओबीसी आरक्षण के नाम पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया गया है, वहीं बिहार (Bihar) में 30 साल तक नॉन क्रीमीलेयर का सर्टिफिकेट बनवाने में गड़बड़ी की बात कही गई है. राजस्थान में भी सर्टिफिकेट बनवाने में गड़बड़ी की बात है जबकि पंजाब में ओबीसी को कम रिजर्वेशन की बात कही गई है. जिन चार राज्यों पर सवाल उठाए गए हैं, उन चारों ही राज्यों में फिलहाल विपक्षी पार्टियां सत्ता में हैं. यही वजह है कि इस रिपोर्ट के सहारे बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पिछड़ी जातियों का हक मारने का आरोप लगाया है. बीजेपी अध्यक्ष ने ओबीसी आरक्षण को लेकर बोला हमला जेपी नड्डा ने कहा कि ओबीसी का संवैधानिक हक आरक्षण का जो दिया गया है उसका पंजाब, बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान की सरकारें खुलेआम हनन कर रही हैं. जातिगत जनगणना की बात करने वाले दल खुलेआम ओबीसी भाइयों के हितों के खिलाफ काम कर रहे हैं. बंगाल में ओबीसी के कोटा का खुलेआम मुस्लिम तुष्टिकरण किया जा रहा है और पिछड़ा वर्ग के उनके हक से उन्हें वंचित किया जा रहा है. बंगाल सरकार को घेरा उन्होंने बंगाल सरकार पर हमला करते हुए कहा था कि बंगाल में बांग्लादेश और रोहिंग्याओं से घुसपैठियों को ओबीसी प्रमाणपत्र देने का प्रयास किया जा रहा है. अब सवाल ये है किक्या वाकई ओबीसी के हितों का झंडा बुलंद करने वाली पार्टियां उनके आरक्षण का हक मार रही हैं. सवाल ये भी है कि क्या ओबीसी आरक्षण के नाम पर तुष्टिकरण हो रहा है औ क्या 2024 के लिए ओबीसी के ...

हिंदू दलितों की भी तेजी से बढ़ी जनसंख्या; आबादी बढ़ने की वजह धर्म नहीं पिछड़ापन

यूनाइटेड नेशन्स ने एक रिपोर्ट जारी कर कहा है कि 2023 तक भारत दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा। वहीं, बढ़ती जनसंख्या पर UP के CM योगी आदित्यनाथ ने अपने अफसरों से कहा है कि जनसंख्या कंट्रोल के प्रयास सफलता पूर्वक किए जाएं, ताकि ऐसा न हो कि एक वर्ग की आबादी बढ़ने से समाज में असंतुलन की स्थिति पैदा हो जाए। ऐसे में आज भास्कर एक्सप्लेनर में जानते हैं कि देश में क्या वाकई सिर्फ किसी एक समुदाय की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है, आजादी के बाद किस धर्म से जुड़े लोगों की कितनी आबादी थी और अब कितनी है, आबादी बढ़ने के मामले में क्या धार्मिक वजह जिम्मेदार हैं... 2023 में भारत बनेगा दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश: UN 'वर्ल्ड पॉपुलेशन डे' के मौके पर पर संयुक्त राष्ट्र ने एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें कहा गया है… फिलहाल.. चीन की आबादी: 142.6 करोड़ है। भारत की आबादी: 141.2 करोड़ है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2023 तक भारत दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा। 2050 में.. भारत की संभावित आबादी: 166 करोड़ है। चीन की संभावित आबादी: 131 करोड़ है। प्यू रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि 2021 में मुस्लिमों की भारत में आबादी 21.30 करोड़ थी, जो 2030 तक 23.63 करोड़ हो जाएगी। यानी इन 8 सालों के दौरान मुस्लिमों की पॉपुलेशन ग्रोथ करीब 10% रहेगी। वहीं भारत की आबादी इस समय बढ़कर 150 करोड़ तक होने का अनुमान है। आजादी के बाद 73 सालों में कितनी बढ़ी देश की आबादी? स्टेटिस्टा के मुताबिक 1948 में देश की आबादी 35.8 करोड़ थी। 2020 में देश की आबादी बढ़कर करीब 138 करोड़ हो गई है। इस तरह देखा जाए तो 72 साल में देश की आबादी 103 करोड़ बढ़ी है। देश भर में सरकारी संस्थाओं द्वारा आबादी की गि...

भारत के इस राज्य में डायबिटीज के सबसे ज्यादा मरीज! जानें किस राज्य में डायबिटीज, बीपी औपर मोटापा ज्यादा

Written by |Published : June 9, 2023 9:45 AM IST • • • • • भारत में आबादी के साथ-साथ कई बीमारियों का खतरा भी बढ़ता जा रहा है और ऐसे में अपने लाइफस्टाइल पर ध्यान देना ज्यादा जरूरी हो गया है। भारत में हुई एक स्टडी में लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारी डायबिटीज और दूसरे गैर संचारी रोगों के तेजी से बढ़ने की बात सामने आई है, जो कि तय आंकड़ों से कहीं ज्यादा है। इतना ही नहीं इस स्टडी में भारत के अलग-अलग राज्यों में इन बीमारियों की दर कितनी है, इस बात को भी रेखांकित किया गया है। आइए बताते हैं किस राज्य में डायबिटीज से सबसे ज्यादा शिकार लोग हैं। 11.4 फीसदी लोग डायबिटीज का शिकार मद्रास डायबिटीज रिसर्च फाउंडेशन और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने ये स्टडी की है, जिसमें ये पाया गया है कि देश में 11.4 फीसदी आबादी डायबिटीज का शिकार है जबकि 35.5 फीसदी लोग हाइपरटेंशनजैसी बीमारी से ग्रस्त हैं। लांसेट में छपी रिपोर्ट लांसेट डायबिटीज एंड एंड्रोक्राइनोलॉजी में प्रकाशित इस रिपोर्ट में बताया कि बात करें राज्य दर राज्य की तो उत्तर प्रदेश में 4.8 फीसदी लोग डायबिटीज का शिकार हैं तो गोवा में 26.4, सिक्कम में 31.3 फीसदी लोग प्री-डायबिटीज और मेघालय में 6.8 फीसदी जनता प्री डायबिटीज का शिकार है। Also Read • • • वहीं हाइपरटेंशन यानि हाई ब्लड प्रेशर की बात करें तो पंजाब में 51.8 फीसदी लोग इस समस्या का शिकार हैं। मेघालय में सबसे कम लोग 24.3 लोग हाइपरटेंशन का शिकार हैं। पुडुचेरी में 53.3 फीसदी लोग मोटापे का शिकार हैं जबकि झारखंड में सिर्फ 11.6 फीसदी लोग मोटापे से ग्रस्त हैं। 1 लाख से ज्यादा लोग शामिल ये नतीजे एक सर्वे पर आधारित हैं, जो कि 1,13,043 लोगों पर किया गया और इसमें 33,537 शहरी व 79,506 ग्रामीण इलाकों क...