भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में महात्मा गांधी के योगदान का वर्णन करें pdf

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  2. Mahatma Gandhi Books in Hindi PDF Free Download 2022
  3. Gandhi's Satyagraha
  4. Mahatma Gandhi Ki Jivani PDF Hindi – InstaPDF
  5. [Solved] भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी
  6. भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में महात्मा गाँधी का योगदान
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Main Answer Writing Practice

उत्तर : हल करने का दृष्टिकोण: • स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी की भूमिका का संक्षिप्त परिचय देते हुए अपना उत्तर प्रारंभ कीजिये। • चर्चा कीजिये कि उनकी विचारधाराओं और रणनीतियों ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम को किस प्रकार आकार दिया था। • तदनुसार निष्कर्ष दीजिये। परिचय: महात्मा गांधी ने ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के विरुद्ध भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह 1920 के दशक में भारतीय राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस में एक प्रमुख व्यक्ति के रूप में उभरे और अहिंसक सविनय अवज्ञा के अपने सिद्धांतों के लिये जाने गए। गांधी ने वर्ष 1930 में नमक मार्च सहित कई सफल अभियानों का नेतृत्व किया था, जिसमें उन्होंने और उनके अनुयायियों ने नमक उत्पादन पर ब्रिटिश एकाधिकार का विरोध करने के लिये अरब सागर तक मार्च किया था। इस अभियान के परिणामस्वरूप भारतीय नमक अधिनियम को निरस्त कर दिया गया और ब्रिटिश सरकार ने इस संदर्भ में अधिक स्वायत्तता की भारतीय मांगों को मान लिया। मुख्य भाग: भारत के स्वतंत्रता संग्राम को आकार देने वाली इनकी विचारधाराएँ और रणनीतियाँ: • अहिंसा: • गांधी का अहिंसा का दर्शन उनकी राजनीतिक और सामाजिक मान्यताओं के मूल में था। उनका मानना था कि हिंसा केवल अधिक हिंसा को जन्म देती है और अहिंसक प्रतिरोध समाज में बदलाव लाने का एक अधिक प्रभावी तरीका है। • गांधी के अहिंसक दृष्टिकोण ने विश्व भर में कई अन्य नागरिक अधिकारों और मुक्ति आंदोलनों को प्रभावित किया है। • सत्याग्रह: • सत्याग्रह (जिसका अर्थ है "सत्य पर टिके रहना") अहिंसक प्रतिरोध का एक तरीका था जिसे गांधी ने विकसित किया था जिसका भारत के स्वतंत्रता संग्राम में बड़े पैमाने पर उपयोग किया गया था। • इसमें अन्यायपूर्ण कानूनों और दम...

Mahatma Gandhi Books in Hindi PDF Free Download 2022

प्रिय पाठक आज हम एक ऐसी महान हस्ती के बारे में पढेंगे. जिन्हें भारत के साथ साथ विश्व का हर व्यक्ति भली भांति जनता है. इस महान शक्शियत के लिए हर भारतीय के दिल में अपार सम्मान है. जब भी हम भारत के इतिहास और स्वतंत्रता संग्राम की बात करते हैं, तो इनके बिना ये चर्चा अधूरी रहती है. जी हाँ अब तक आप समझ ही गए होंगे की हम किस शक्शियत की बात कर रहे हैं. आप ने बिलकुल सही समझा. हम यहाँ पर महात्मा गाँधी जी के बारे में पढ़ने जा रहें हैं. साथ ही आप यहाँ से Mahatma Gandhi Books in Hindi PDF Free Download भी कर सकते हैं. विषय- सूची • • • • • • • • Mahatma Gandhi Short Biography In Hindi पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी उपनाम महात्मा गाँधी, बापू , उपाधि राष्ट्र पिता जन्म 2 अक्टूबर 1869, पोरबंदर, गुजरात मृत्यु 30 जनवरी 1948 नागरिकता ब्रिटिश राज, भारतीय अधिराज्य पिता का नाम पुतलीबाई माता का नाम करमचंद गांधी शिक्षा बैरिस्टर, लंदन विश्वविद्यालय पत्नि कस्तूरबा गांधी भारतीय स्वतंत्रता के लिए महात्मा गाँधी द्वारा चलाये गए आन्दोलन • चंपारण और खेड़ा • असहयोग आन्दोलन • स्वराज और नमक सत्याग्रह (नमक मार्च) • दलित आंदोलन और निश्चय दिवस • द्वितीय विश्व युद्ध और भारत छोड़ो आन्दोलन • स्वतंत्रता और भारत का विभाजन Mahatma Gandhi Books in Hindi PDF Free Download From Here Sr No. Book Name Download Link 1 सत्य के प्रयोग अथवा आत्मकथा Download Free PDF 2 गांधीजीकी संक्षिप्त आत्मकथा Download Free PDF 3 सर्वोदय Download Free PDF 4 महात्मा गांधी के विचार Download Free PDF 5 दक्षिण अफ्रीका के सत्याग्रह का इतिहास Download Free PDF 6 रामनाम Download Free PDF 7 हिन्द स्वराज Download Free PDF 8 कुदरती उपचार Download Free ...

Gandhi's Satyagraha

अनुक्रम (Contents) • • • • • Gandhi’s Satyagraha | स्वतंत्रता आंदोलन में गांधी जीका योगदान Gandhi’s Satyagraha | स्वतंत्रता आंदोलन में गांधी जीका योगदान-Hello Students आज हम, Gandhi’s Satyagraha | स्वतंत्रता आंदोलन में गांधी जीका योगदान PDF लाये है जिसका Download Button नीचे दिया गया है.दक्षिण अफ्रीका से लौटने के बाद भारतवासियों को उनके अधिकार दिलाने के लिए गांधी जीनेशनल इण्डियन कांग्रेसकी स्थापना की। पहली बार सत्याग्रह के शस्त्र का प्रयोग किया और विजय भी पाई। इस प्रकार सन्‌ 1914-15 में गांधी जब दक्षिण अफ्रीका से वापिस भारत लौटे, तब तक इन विचारों और जीवन-व्यवहारों में आमूल-चूल परिवर्तन आ चुका था। स्वतंत्रता आंदोलन में गांधी जीका योगदान वो महात्मा गांधी ही थे, जिन्होंने अकेले स्वतंत्रता संग्राम एक जन आंदोलन बनाया संघी प्रोपगैंडा महात्मा गांधी पर लगातार हमला करता आया है। हालांकि आरएसएस ने खुद तो स्वतंत्रता संग्राम में योगदान नहीं दिया है, वो किसी भी गैर कांग्रेसी स्वतंत्रता सेनानी की विरासत को हथियाने के लिए उत्सुक रहते हैं – इस तरह के कम्युनिस्ट (और नास्तिक!) भगत सिंह, या समाजवादी बोस, जिन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में , कांग्रेस के अधिकारियों के लिए हिंदू महासभा, मुस्लिम लीग या आरएसएस जैसे सांप्रदायिक संगठनों के साथ दोहरी सदस्यता प्रतिबंध लगा दिया था, आज संघ के हीरो बन गए हैं. ऐसे सभी प्रोपगैंडा में, गांधी और नेहरू पर लगातार हमले किये जाते हैं, उनके योगदान को कमजोर करने का एक लगातार प्रयास रहता है। इसलिए, चलिए एक बार फिर से देखें, गांधी हमारे लिए क्या किया है? 1915: गांधी भारत में पहुंचे। उन्होंने तुरंत देखा कि कांग्रेस केवल संभ्रांत शहरी भारतीयों के एक क्लब था, जो छोट...

Mahatma Gandhi Ki Jivani PDF Hindi – InstaPDF

महात्मा गांधी की जीवनी – Mahatma Gandhi Ki Jivani PDF Hindi महात्मा गांधी की जीवनी – Mahatma Gandhi Ki Jivani Hindi PDF Download Download PDF of महात्मा गांधी की जीवनी – Mahatma Gandhi Ki Jivani in Hindi from the link available below in the article, Hindi महात्मा गांधी की जीवनी – Mahatma Gandhi Ki Jivani PDF free or read online using the direct link given at the bottom of content. Mahatma Gandhi Ki Jivani Hindi महात्मा गांधी की जीवनी – Mahatma Gandhi Ki Jivani हिन्दी PDF डाउनलोड करें इस लेख में नीचे दिए गए लिंक से। अगर आप Mahatma Gandhi Ki Jivani हिन्दी पीडीएफ़ डाउनलोड करना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह आए हैं। इस लेख में हम आपको दे रहे हैं महात्मा गांधी की जीवनी – Mahatma Gandhi Ki Jivani के बारे में सम्पूर्ण जानकारी और पीडीएफ़ का direct डाउनलोड लिंक। महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था और उनका जन्म 2 अक्टूबर 1869 को भारत के वर्तमान गुजरात के पोरबंदर स्थान पर हुआ था। उनके पिता का नाम करमचन्द गांधी और माता का नाम पुतलीबाई था और यह करमचन्द की चौथी पत्नी थी। उनकी माता भक्ति करने वाली धार्मिक और अच्छे विचारों वाली महिला थी जिसका प्रभाव महात्मा गांधी पर भी पड़ा। महात्मा गांधी जी के पिता ब्रिटिश राज़ में पोरबंदर के दीवान थे। महात्मा गांधी जी का विवाह बचपन में ही हो गया था, उनका विवाह सन 1883 में हुआ जब उनकी आयु 13 साल थी और उनकी पत्नी कस्तूरबा जिनकी आयु 14 साल थी। कस्तूरबा एक अनपढ़ लड़की थी जब उसकी शादी महात्मा गांधी जी से हुई लेकिन बाद में उन्हें गांधी जी ने पढ़ना और लिखना सिखाया। महात्मा गांधी की जीवनी – संक्षिप्त नाम मोहनदास करमचंद गांधी पिता का नाम करमचंद गांधी...

[Solved] भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी

Question Download Solution PDF भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी के योगदान के बारे में निम्नलिखित पर विचार करें। I. पहला असहयोग आंदोलन: खेड़ा II. पहला जन आधारित राजनीतिक आंदोलन: चंपारण III. पहला आंदोलन जिसमें भूख हड़ताल को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया गया था: अहमदाबाद उपरोक्त में से कौन सही मिलान नहीं है? • भारत में गांधी का पहला सविनय अवज्ञा आंदोलन 1917 में बिहार के चंपारण में हुआ था। • 1918 में, गांधी ने अहमदाबाद में एक आंदोलन में भूख हड़ताल के हथियार का इस्तेमाल किया जिसमें उद्योग के कार्यकर्ता शामिल थे। • महात्मा गांधी का पहला जन-आधारित राजनीतिक आंदोलन असहयोग आंदोलन था जो 1920 में शुरू हुआ था और 1922 में ख़त्म कर दियागया था। • उनका पहला असहयोग आंदोलन मार्च 1918 में खेड़ा में आयोजित किया गया था।

भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में महात्मा गाँधी का योगदान

प्रथम महायुद्ध के बाद भारतीय स्वतंत्रता संग्राम एवं राजनीति में अनेक गुणात्मक परिवर्तन आये। महात्मा गाँधी ये गुणात्मक परिवर्तन करने वाले राष्ट्रीय नेताओं में अग्रणी थे। 1919 के बाद स्वतंत्रता प्राप्ति तक महात्मा गाँधी भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन एवं राजनीति में सर्वप्रमुख नेता बने रहे। महात्मा गाँधी (प्रारम्भिक नाम मोहनदास करमचन्द गाँधी था) जन्म 2 अक्टूबर, 1869 ई. को पोरबन्दर (काठियावाड़, गुजरात) में पिता करमचन्द उत्तमचन्द गाँधी के घर हुआ। उनके पिता पोरबन्दर एवं राजकोट के दीवान थे। सन् 1888 ई. में 19 वर्ष की आयु में वे वैरिस्ट्री करने (कानून की शिक्षा प्राप्त करने) इंग्लैण्ड गये तथा सन् 1891 ई. में बैरिस्टर बनकर भारत लौटे। महात्मा गाँधी के व्यक्तित्व का विकास एक चैरिस्टर (वकील) के रूप में प्रारम्भ हुआ। उनके व्यक्तित्व के निर्माण में उनके सन् 1893 से सन् 1914 तक के दक्षिणी अफ्रीका के प्रवास का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में महात्मा गाँधी का योगदान (Gandhi ji's Contribution to Indian Freedom Movement) महात्मा गाँधी सन् 1893 में एक भारतीय केस के सिलसिले में पैरवी करने हेतु बैरिस्टर के रूप में पहली बार दक्षिणी अफ्रीका गये। वहाँ की श्वेत सरकार के नस्ल भेदवादी रवैये व नस्ल के आधार पर अश्वेतों पर अनेको प्रतिबन्ध एवं अत्याचारों ने गाँधीजी के मन को उद्वेलित कर दिया। गाँधीजी ने वहाँ 'सत्याग्रह' (सत्य एवं अहिंसा पर आधारित विरोध प्रदर्शन की नीति) का प्रयोग कर वहां के अश्वेतों, विभिन्न समुदाय के लोगों एवं भारतीयों को संगठित कर सरकारी नीतियों का व्यापक विरोध किया। इन्हें कुछ सफलताएँ भी हासिल हुई। उनके साथ इस प्रयोग में सभी धर्मों एवं सम्प्रदायों के लोग शामिल हुए। द...

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी का योगदान

ABSTRACT: भारतीय राजनीतिक मंच पर 1919 से 1948 तक महात्मा गांधी जी इस प्रकार छाए रहे कि इस युग को भारतीय इतिहास का गांधी युग कहा जाता है। 1914 में गांधी जी भारत लौट आए और अपनी सेवाओं की मान्यता के फलस्वरूप अब महात्मा कहलाने लगे। आने वाले कुछ समय तक भारतीय स्थिति का अध्ययन करते रहे । 1917 में उन्होंने बिहार के चंपारण जिले में नील के बगीचों के यूरोपीय मालिकों के विरुद्ध भारतीय मजदूरों को एकत्रित किया। 1919 की जलियांवाला बाग में हुई दुर्घटना और रोलट ऐक्ट के पारित होने पर गांधी जी बहुत खिन्न हुए और उन्होंने भारतीय राजनीति में सक्रिय भाग लेना आरंभ कर दिया। उन्होंने अंग्रेजों को 'शैतानी लोग 'कहा और अपनी असहयोग की नीति अपनाई। खिलाफत और असहयोग आंदोलन (1919-22) - लखनऊ समझौते के परिणाम स्वरुप हिंदू- मुस्लिम एकता को बल मिला। तुर्की साम्राज्य के प्रति ब्रिटेन के व्यवहार के कारण अली बंधुओं, मौलाना आजाद ,हकीम अजमल खां और हसरत मोहानी के नेतृत्व में खिलाफत कमेटी बनी और देशव्यापी आंदोलन शुरू किया गया। महात्मा गांधी जी ने खिलाफत आंदोलन को हिंदू- मुस्लिम एकता का अवसर समझा और इसका समर्थन किया रोल्ट ऐक्ट, जलियांवाला बाग के भीषण गोलीकांड और खिलाफत के कारण गांधी जी ने 1920 के कोलकाता अधिवेशन में सरकार से असहयोग का प्रस्ताव पारित करवाया। इसमें निर्णय लिया कि सभी सरकारी संस्थाओं का बहिष्कार किया जाएगा। 1921 और 1922 में भारतीय जनता ने एक अभूतपूर्व आंदोलन किया। विदेशी कपड़ों की होली जलाई गई, छात्रों ने कॉलेजों को छोड़ कर विरोध प्रदर्शन किया परंतु 5 फरवरी 1922 को यूपी के चोरी चोरा नामक स्थान पर क्रुद्ध भीड़ हिंसक हो गई और 22 पुलिसकर्मी मार दिए गए ।इस घटना की खबर मिलते ही गांधी जी ने आंदोलन वापस ले लिय...

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[PDF] भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में महात्मा गांधी का योगदान PDF • Download Now प्रिय पाठकों, आप सभी का जी हां, हम आपको भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में महात्मा गांधी का योगदान pdf प्रदान कर रहे हैं इसे आप आसानी से अपने मोबाइल फोन या अन्य किसी डिवाइस में डाउनलोड कर सकते हैं. इसके अलावा अपने मनपसंदीदा ढेर सारे सैकड़ों हजारों पीडीएफ भी आप यहां से डाउनलोड कर सकते हैं। सिर्फ एक क्लिक में बिल्कुल फ्री में आप अपना मन पसंदीदा pdf आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं। आइए यदि आप भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में महात्मा गांधी का योगदान PDF डाउनलोड करना चाहते हैं तो नीचे देखें. भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में महात्मा गांधी का योगदान PDF Details Book/ PDF Name - भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में महात्मा गांधी का योगदान Category - भारतीय इतिहास File type - PDF Format File size - 02 Mb इन्हें भी देखें 👇 Click- सैकडों व्रत कथा व पूजा विधि PDF डाउनलोड करें Click - सनातन धर्म, व्रत व मंत्रों से जुड़े रहस्य जानें। Click- सम्पूर्ण पूजन विधि, सामग्री, मंत्र, आरती, स्तोत्र आदि Click- ज्योतिष- कुण्डली, कालसर्प दोष, राशिफल भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में महात्मा गांधी का योगदान PDF प्रिय पाठकों, जैसे कि आप जानते हैं कि भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में महात्मा गांधी का योगदान अन्यतम रहा है। महात्मा गांधी ने भारत को आजादी दिलाने में जो योगदान दिया है। वह अन्य किसी ने नहीं, उनका योगदान सर्वोपरि है। महात्मा गांधी वास्तव में एक महान आत्मा थे। जिन्होंने भारत से अंग्रेजों को भगाने में भी बहुत बड़ी भूमिका निभाई। यह तो छोटी सी बात है कि भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में महात्मा गांधी का योगदान कितना है। देखा जाए तो भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में मुख्य...