भैया दूज कब है

  1. Bhai Dooj 2023: कब है भाई दूज तथा तिलक का शुभ मुहूर्त
  2. Bhai Dooj 2022:आज या कल, भाई दूज कब है? जानिए सही तिथि और टीका करने का शुभ मुहूर्त
  3. Bhaiya Dooj Kab Hai 2023
  4. Bhai Dooj 2022 कब है, जानिए तिथि व शुभ मुहूर्त, कैसे मनाया जाता है भाई दूज का पर्व
  5. Bhaiya Dooj 2022 Significance five day diwali festival
  6. Bhai Dooj 2021 Date Shubh Muhurat Remedies According To Zodiac In Hindi
  7. भैया दूज कब है


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Bhai Dooj 2023: कब है भाई दूज तथा तिलक का शुभ मुहूर्त

भाई दूजया भैया दूज बहनों का अपने भाई के प्रति विश्वास एवं प्रेम का पर्व है जो भैया दूज, यम द्वितीया एवं भ्रातृ द्वितीया आदि नामों से जाना जाता है। इस त्यौहार को मुख्य रूप से दिवाली के दो दिन बाद मनाया जाता है। राखी के बाद भाई दूज ही साल का एक ऐसा त्यौहार है जिसमें बहनों और भाइयों के स्नेह और पवित्रता को चिन्हित करता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, भैया दूज को हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इस त्यौहार को अत्यंत उत्साह एवं प्रेम से भाई ओर बहनों द्वारा मनाया जाता है। भाई दूज की रौनक पूरे देश में अलग ही देखने को मिलती है। महाराष्ट्र में भाई दूज को भाऊ-बीज और पश्चिम बंगाल में भाई फोंटा कहा जाता है। यह पर्व भाई-बहन के रिश्तें को मजबूत करता है। भैया दूज 2023 की तिथि एवं मुहूर्त भाई दूज पर पूजा विधि हिंदू धर्म के प्रत्येक त्यौहार की तरह ही भाई दूज के साथ भी अनेक रीति-रिवाज़ सम्पन्न किये जाते हैं। इस त्यौहार पर बहन द्वारा भाई दूज का टिका विधिपूर्वक किया जाना चाहिए। • भाई दूज पर बहनें अपने भाई का तिलक और आरती करने के लिए पूजा की थाली सजाती है। • पूजा की थाली में कुमकुम, सिंदूर, चंदन,फल, फूल, मिठाई और सुपारी आदि सामग्री रखनी चाहिए। • भाई का तिलक करने से पहले चावल के मिश्रण से एक चौक का निर्माण करें। • चावल के मिश्रण से बने चौक पर भाई को बैठाएं और शुभ मुहूर्त में बहनें अपने भाई का तिलक करें। • तिलक करने के बाद अपने भाई को फूल, पान, सुपारी, काले चने और बताशे आदि दें और अंत में आरती करें। • भाई का तिलक तथा आरती के बाद भाई अपनी बहन को उपहार देते है, साथ ही उनकी रक्षा का वचन दें। भैया दूज का महत्व भाई दूज हिन्दुओं का एक प्रमुख तथा प्रसिद्ध त्यौहार है जो अध...

Bhai Dooj 2022:आज या कल, भाई दूज कब है? जानिए सही तिथि और टीका करने का शुभ मुहूर्त

Bhai Dooj 2022 Date Shubh Muhurat and Time : कार्तिक माह में शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। रक्षाबंधन की तरह ये पर्व भी भाई-बहन के लिए बेहद खास होता है। इस पर्व को भैया दूज, भाई टीका, यम द्वितीया भी कहा जाता है। भाई दूज के दिन भाई को तिलक लगाने का सबसे अधिक महत्व होता है। इस दिन बहन भाई का टीका करती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं। ये प्रथा सदियों पुरानी है। कहा जाता है कि इस दिन यदि विधि-विधान से पूजा की जाए, तो जीवन भर यम का भय नहीं सताता और भाई-बहनों की कभी अकाल मृत्यु नहीं होती। भाई दूज के दिन तिलक लगाने से भाई को लंबी उम्र के साथ सुख संपन्नता का आशीर्वाद भी मिलता है। ऐसे में आइए जानते हैं इस वर्ष कब मनाया जाएगा भाई दूज का त्योहार और इसे मनाने के नियम क्या हैं... भाई दूज की तिथि कुछ लोग 26 अक्टूबर, तो वहीं कुछ 27 अक्टूबर को इस त्योहार को मनाने की बात कर रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इस साल कार्तिक शुक्ल की द्वितीया तिथि 26 और 27 अक्टूबर दोनों दिन रहेगी। पंचांग के अनुसार, द्वितीया तिथि बुधवार, 26 अक्टूबर को दोपहर 02 बजकर 43 मिनट से शुरू होकर अगले दिन गुरुवार, 27 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगी। ऐसे में ज्योतिष जानकारों का कहना है कि भाई दूज का त्योहार दोनों तिथियों पर मनाया सकेगा। भाई दूज 26 अक्टूबर का शुभ मुहूर्त यदि आप 26 अक्टूबर को भाई दूज का त्योहार मनाने की सोच रहे हैं, तो द्वितीय तिथि प्रारंभ होने के बाद दोपहर 03 बजकर 33 मिनट तक पूजा और तिलक का शुभ मुहूर्त है। पंचांग के अनुसार 26 अक्टूबर को दोपहर 01 बजकर 57 मिनट से लेकर दोपहर 02 बजकर 42 मिनट तक विजय मुहूर्त रहेगा। इसके अलावा शाम 05 बजकर 41 मिनट से लेकर शाम 06 बजकर 07 म...

Bhaiya Dooj Kab Hai 2023

Rate this post Bhaiya Dooj Kab Hai In Hindi 2023, Kab Hai, Shubh Muhurat, Time And Date (भाई दूज कब है, शुभ मुहूर्त, महत्व, पूजा विधि, कहानी, तारीख और समय, हार्दिक शुभकामनाएं) Bhaiya Dooj Kab Hai 2023– भाई दूज हर साल कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष के दूसरे दिन मनाया जाता है और रोशनी का त्योहार दीवाली के दो दिन बाद और गोवर्धन पूजा के एक दिन बाद भाई दूज का पर्व आता है. यह पर्व भाई और बहन के बीच प्यार और पवित्र बंधन को दर्शाता है. इस भैया दूज के दिन सभी बहनें अपने भाइयों के लंबी उम्र और स्वस्थ जीवन की कामना करती हैं, उनके ललाट पर तिलक लगाकर पूजा करती है और उनके लिए स्वादिष्ट खाना बनाती हैं. भाई दूज के दिन सभी बहनें भाइयों को अपने घरों में बुलाती हैं और उनके लिए पसंदीदा फ़ूड बनाती है. जबकि भाई उनके लिए गिफ्ट लाते हैं और उनकी जीवन भर रक्षा करने का वादा करते हैं. इस त्योहार को भैया दूज, भात्रा द्वितीया, भाऊबीज, यम द्वितीया और भाई द्वितीया के नाम से भी जानते है. आज के इस लेख में हम आपको बताएँगे कि भाई दूज कब है ( Bhaiya Dooj Kab Hai 2023) शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व के बारें में. Table of Contents • • • • भाई दूज की सही तारीख (Bhaiya Dooj 2023 Date) हिन्दू पंचांग की माने तो भाई दूज का टिक्का करने का शुभ समय 15 नवम्बर बुधवार की दोपहर 1 बजकर 09 मिनट से 3 बजकर 41 मिनट के बीच रहेगा. यह शुभ मुहूर्त सिर्फ 2 घंटे 32 मिनट तक रहेगा. हालांकि कुछ लोग 26 अक्टूबर को भी भाई दूज का पर्व मना रहे हैं. सूर्य ग्रहण होने की वजह से गोवर्धन पूजा 14 नवम्बर और भाई दूज 15 नवम्बर हो रही है. • Latest Mehndi Designs 2023 (मेहंदी डिजाइन) • • • • भाई दूज का शुभ मुहूर्त (Bhaiya Dooj 2023 Shubh Muhurat) हर साल भा...

Bhai Dooj 2022 कब है, जानिए तिथि व शुभ मुहूर्त, कैसे मनाया जाता है भाई दूज का पर्व

तब यमुना ने अपने भाई यम से यही वरदान मांगा कि आज के दिन जो बहन अपने भाई को निमंत्रण दे कर अपने घर बुलाएं, उन्हें भोजन कराएं और उनके माथे पर तिलक करें तो उन्हें आपका अर्थात् यम का भय ना हो। ऐसा कहने पर यमराज ने अपनी बहन को तथास्तु कहकर यह वरदान प्रदान किया। अत: आज के दिन जो भाई अपनी बहन के यहां भोजन करता है उन भाई-बहनों को यम का भय नहीं होता।

Bhaiya Dooj 2022 Significance five day diwali festival

Bhaiya Dooj 2022 Significance: कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में द्वितीया के दिन मनाए जाने वाले भैया दूज के साथ ही पंचदिवसीय दीपावली पर्व की पूर्णता होती है. इस दिन भाई अपनी बहन के घर जाकर टीका कराने के साथ ही उन्हें भेंट देने के साथ ही उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं, बहनें भी भाई की मंगल कामना कर अपने को धन्य मानती हैं. भारत के उत्तर और मध्य क्षेत्र में तो इसे भैया दूज या भाई दौज कहा जाता है, किंतु पूर्वी भारत में इसे भाई-कोटा, पश्चिम में भाईबीज और भाऊबीज भी कहा जाता है. सूर्य देव की पत्नी का नाम छाया था. उनकी कोख से ही यमराज और यमुना का जन्म हुआ. यमराज और यमुना में जन्म के समय से बहुत प्रेम था. बड़े होने पर यमुना अपने भाई से बराबर निवेदन करती थीं कि भैया कभी अपने मित्रों के साथ मेरे घर आकर भोजन करें. कार्यों की व्यस्तता के चलते यमराज उनके आग्रह को टालते रहे. कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में यमुना ने फिर से निवेदन किया और द्वितीया के दिन आने का वचन ले लिया. बाद में यमराज ने विचार किया कि मैं तो लोगों के प्राण हरता हूं, इसलिए कोई मुझे नहीं बुलाता है, किंतु मेरी प्यारी बहन ने आग्रह किया है तो मुझे उसके घर जाना चाहिए. यम की करें उपासना प्लान के मुताबिक यमराज जब अपने बहन के घर चलने को हुए तो उन्हें नरक के सभी जीवों को मुक्त कर दिया. यमराज को देख बहन की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. उसने घर आए भाई का टीका पूजन किया और फिर पूरे सम्मान से अपने हाथों से बनाया स्वादिष्ट भोजन कराया. भाई ने प्रसन्न होकर अपनी बहन से वर मांगने को कहा तो यमुना ने कहा, हे भाई, आप प्रतिवर्ष कार्तिक शुक्ल द्वितीय को मेरे घर आया करो. मेरी तरह जो भी बहन अपने भाई का सत्कार कर टीका करे, उसे तुम्हारा भय नहीं रहना चाहिए. ...

Bhai Dooj 2021 Date Shubh Muhurat Remedies According To Zodiac In Hindi

भाईदूज का पर्व देशभर में कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन बहनें भाई के माथे पर तिलक करके उनकी लंबी आयु और सुख- समृद्धि की कामना करती हैं। रक्षा बंधन की तरह यह त्योहार भी भाई- बहन के प्रति एक दूसरे के स्नेह को अभिव्यक्त करता है। भाईदूज को भैया दूज, भाई टीका,यम द्वितीया, भ्रातृ द्वितीया आदि नामों से भी जाना जाता है। इस दिन बहनें भाई की मंगलकामना के लिए पूजा करती हैं, कथा करके व्रत रखती हैं और भाई को तिलक करती हैं। हिंदू धर्म के अनुसार, ऐसी धार्मिक आस्था है कि इस दिन बहन के घर भोजन करने से भाई की उम्र बढ़ती है और उसके जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस दिन बहन भाई की लंबी आयु के लिए यम की भी पूजा करती हैं। इस कारण इसे यम द्वितीया भी कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन जो भाई, बहन से तिलक करवाता है, उसे कभी अकाल मृत्यु का भय नहीं सताता है। आइए जानें इस साल कब मनाया जाएगा भाई दूज का त्योहार, किस मुहूर्त में भाई को टीका करना होगा शुभ और इस दिन आपको राशि के अनुसार कौन से उपाय करने होंगे। भाई दूज की तिथि एवं शुभ मुहूर्त • इस साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि 6 नवंबर को है। • इसलिए भाई दूज का त्योहार इस बार 6 नवंबर, शनिवार के दिन मनाया जाएगा। • ज्योतिषशास्त्र के अनुसार इस साल भाई को तिलक करने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1:10 से 3:21 तक है। • शुभ मुहूर्त की कुल अवधि 2 घंटे 11 मिनट तक है। शुभ मुहूर्त में टीका करना विशेष रूप से फलदायी माना जाता है। इसे जरूर पढ़ें: भाई दूज क्यों मनाया जाता है आरती दहिया जी बताती हैं कि भाई दूज के त्योहार के पीछे एक पौरणिक कथा प्रचलित है। इस कथा के अनुसार सूर्य देव की संतान यम और यमी थे, जो भाई-बहन थे। यमु...

भैया दूज कब है

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