भैया दूज के तारीख की है

  1. भैया दूज की स्टेटस
  2. Bhai Dooj 2020 Date Time Significance Shubh Muhurat Puja Vidhi Of Bhaiya Dooj
  3. Bhai Dooj 2019: 29 अक्‍टूबर को है भैया दूज, जानें भाई को टीका लगाने का शुभ मुहूर्त
  4. भैया दूज: यमराज और यमुना की पौराणिक कथा
  5. Bhaiya Dooj Kab Hai 2023
  6. भैया दूज का शुभ मुहूर्त कितने बजे से कितने बजे तक है?
  7. bhai dooj 2022 things not to do bhaiyadooj shubh muhurat aaj ke din bhai behan na kare ye kaam tilak time pcup
  8. भैया दूज की कहानी , अर्थ और महत्व


Download: भैया दूज के तारीख की है
Size: 11.44 MB

भैया दूज की स्टेटस

Happy 3:- भाई दूज के शुभ अवसर पर आप के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं आपके जीवन में सुख शांति और समृद्धि हमेशा बनी रहे 4:- बहन लगाती तिलक फिर मिठाई खिलाती है, भाई देता तोहफा और बहन मुस्कुराती है, भाई बहन का ये रिश्ता न पड़े कभी लूज, मेरी तरफ से मुबारक हो आपको भाई दूज Happy 5:- थाल सजा कर बैठी हूँ अँगना तू आजा अब इंतजार नहीं करना मत डर अब तू इस दुनियाँ से लड़ने खड़ी हैं तेरी बहन सबसे Happy Bhai Dooj 6:- न सोना न चांदी न कोई हाथी की पालकी चाहिए मेरे भाई बस मुझसे मिलने आओ मेरे भाई मेरे हाथों से बना पकवान खाओ मेरे भाई 7:- प्यारे भैया घर मेरे आना, मुस्करा कर गले मुझे लगाना, मिठाई और खाना खा कर जाना, दुआएं लेकर मेरी जाना. Happy Bhaiya Dooj 8:- प्रेम से सज़ा है ये दिन कैसे कटे भाई तेरे बिन अब ये मुस्कान बोझ सी लगती है तू आजा अब ये सज़ा नहीं कटती है भाई दूज की बधाई 9:- राजा भैया जल्दी से आजा, मिलकर अपनी बहन से, कर ले पुरानी यादें ताजा, लगवा कर तिलक माथे पर, भाई दूज का फर्ज निभाजा। 10:- दिल की यह कामना है कि तुम्हारी जिंदगी में खुशियां भरी हों, तुम्हारे कदम चूमे कामयाबी, घर में कभी ना कोई कमी हो, अटूट रहे हमारा भाई-बहन का बंधन, कभी ना प्यार में कमी हो. हैप्पी भाई दूज… 11:- भाई तेरे मेरे प्यार का बंधन, प्रेम और विश्वास का बंधन, तेरे माथे पर लगाऊ चंदन, मांगु दुआएं तेरे लिए हर पल, हैप्पी भाई दूज 12:- हे ईश्वर बहुत प्यारा हैं मेरा भाई मेरी माँ का दुलारा हैं मेरा भाई न देना उसे कोई कष्ट भगवन जहाँ भी हो ख़ुशी से बीते उसका जीवन, Happy भाईदूज 13:- उपहार नहीं प्यार चाहिए, भाई तेरी बहना को तेरा साथ चाहिए, Happy Bhaiya Dooj 14:- खुशनसीब होती है वो बहन जिसके सिर पर भाई का हाथ होता है हर परेशानी में उसक...

Bhai Dooj 2020 Date Time Significance Shubh Muhurat Puja Vidhi Of Bhaiya Dooj

Bhai Dooj 2020: भाई दूज (Bhai Dooj) या भैया दूज (Bhaiya Dooj) का त्‍योहार भाई-बहन के अपार प्रेम और समर्पण का प्रतीक है. इस दिन विवाहित महिलाएं अपने भाइयों को घर पर आमंत्रित कर उन्‍हें तिलक लगाकर भोजन कराती हैं. वहीं, एक ही घर में रहने वाले भाई-बहन इस दिन साथ बैठकर खाना खाते हैं. मान्‍यता है कि भाई दूज के दिन अगर भाई-बहन यमुना किनारे बैठकर साथ में भोजन करें तो यह अत्‍यंत मंगलकारी और कल्‍याणकारी होता है. दीवाली (Diwali) के दो दिन बाद आने वाले इस त्‍योहार को यम द्वितीया (Yam Dwitiya) भी कहा जाता है. इस दिन मृत्‍यु के देवता यम की पूजा (Yam Puja) का भी विधान है. यह भी पढ़ें • Happy Bhai Dooj 2023: होली भाई दूज पर मिनटों में बनाएं स्पेशल रवा लड्डू- Recipe Video Inside • Holi Bhai Dooj 2023: होली भाई दूज किस दिन हैं, तिथि, शुभ मुहूर्त, इस दिन भाई के लिए बनाएं विशेष पकवान, यहां देखें Recipe • Bhai Dooj 2022: पहनना चाहती हैं भाई दूज पर कुछ इंडो-वेस्टर्न, तो इन सेलेब्स के लेटेस्ट लुक्स से ले सकती हैं इंस्पिरेशन भैया दूज की तिथि और शुभ मुहूर्त भैयादूज / यम द्वितीया की तिथि:16 नवंबर 2020 द्वितीया तिथि प्रारंभ:16 नवंबर 2020 को सुबह 07 बजकर 06 मिनट से द्व‍ितीया तिथि समाप्‍त:17 नवंबर 2020 को सुबह 03 बजकर 56 मिनट तक भाई दूज अपराह्न समय:दोपहर 01 बजकर 10 मिनट से दोपहर 03 बजकर 18 मिनट तक कुल अवधि:02 घंटे 08 मिनट भैया दूज का महत्‍व हिन्‍दू धर्म में भैया दूज का विशेष महत्‍व है. इस पर्व को 'यम द्वितीया' और 'भ्रातृ द्वितीया' भी कहा जाता है. रक्षाबंधन के बाद भैया दूज दूसरा ऐसा त्‍योहार है जिसे भाई-बहन बेहद उत्‍साह के साथ मनाते हैं. जहां, रक्षाबंधन में भाई अपनी बहन को सदैव उसकी रक्षा करने का वचन द...

Bhai Dooj 2019: 29 अक्‍टूबर को है भैया दूज, जानें भाई को टीका लगाने का शुभ मुहूर्त

भाई दूज (Bhai Dooj) या भैया दूज का त्‍योहार भाई-बहन के प्रेम और समर्पण का प्रतीक है. इस दिन बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाकर भोजन कराती हैं. मान्‍यता है कि भाई दूज के दिन अगर भाई-बहन यमुना किनारे बैठकर साथ में भोजन करें तो यह अत्‍यंत मंगलकारी और कल्‍याणकारी होता है. दिवाली के दो दिन बाद आने वाले इस त्‍योहार को यम द्वितीया (Yam Dwitiya) भी कहा जाता है. इस दिन मृत्‍यु के देवता यम की पूजा का भी विधान है. हिन्‍दू पंचांग के अनुसार कार्तिक शुक्‍ल पक्ष की द्वितीया को भैया दूज का त्‍योहार मनाया जाता है. दीपावली के दो दिन बाद भैया दूज आता है. इस बार भाई दूज या यम द्व‍ितीया 29 अक्‍टूबर को है. इसे भी पढ़ेंः भैया दूज की तिथि और शुभ मुहूर्त भैयादूज / यम द्वितीया की तिथि: 29 अक्‍टूबर 2019 द्वितीया तिथि प्रारंभ: 29 अक्‍टूबर 2019 को सुबह 06 बजकर 13 मिनट से द्व‍ितीया तिथि समाप्‍त: 30 अक्‍टूबर 2019 को सुबह 03 बजकर 48 मिनट तक भाई दूज अपराह्न समय: दोपहर 01 बजकर 11 मिनट से दोपहर 03 बजकर 23 मिनट तक कुल अवधि: 02 घंटे 12 मिनट इसे भी पढ़ेंः भैया दूज का महत्‍व हिन्‍दू धर्म में भैया दूज का विशेष महत्‍व है. इस पर्व को 'यम द्वितीया' और 'भ्रातृ द्वितीया' भी कहा जाता है. रक्षाबंधन के बाद भैया दूज दूसरा ऐसा त्‍योहार है जिसे भाई-बहन बेहद उत्‍साह के साथ मनाते हैं. जहां, रक्षाबंधन में भाई अपनी बहन को सदैव उसकी रक्षा करने का वचन देते हैं वहीं भाई दूज के मौके पर बहन अपने भाई की लंबी आयु के लिए प्रार्थना करती हैं. कई जगहों पर इस दिन बहनें अपने भाइयों को तेल लगाकर उन्‍हें स्‍नान भी कराती हैं. यमुना नदी में स्‍नान कराना अत्‍यंत शुभ माना जाता है. अगर यमुना में स्‍नान संभव न हो तो भैया दूज के दिन भाई को अपनी बहन के...

भैया दूज: यमराज और यमुना की पौराणिक कथा

एक बुढ़िया माई थीं, उसके सात बेटे और एक बेटी थी। बेटी कि शादी हो चुकी थी। जब भी उसके बेटे कि शादी होती, फेरों के समय एक नाग आता और उसके बेटे को डस लेता था। बेटे कि वही म्रत्यु हो जाती और बहू विधवा, इस तरह उसके छह बेटे मर गये। सातवे कि शादी होनी बाकी थी। इस तरह अपने बेटों के मर जाने के दुःख से बूढ़ीमाई रो-रो के अंधी हो गयी थी। भाई दूज आने को हुई तो भाई ने कहा कि मैं बहिन से तिलक कराने जाऊँगा। माँ ने कहा ठीक है। उधर जब बहिन को पता चला कि, उसका भाई आ रहा है तो वह खुशी से पागल होकर पड़ोसन के गयी और पूछने लगी कि जब बहुत प्यारा भाई घर आए तो क्या बनाना चलिए? पड़ोसन उसकी खुशी को देख कर जलभुन गयी और कह दिया कि,” दूध से रसोई लेप, घी में चावल पका। ” बहिन ने एसा ही किया। उधर भाई जब बहिन के घर जा रहा था तो उसे रास्ते में साँप मिला। साँप उसे डसने को हुआ। भाई बोला: तुम मुझे क्यू डस रहे हो? साँप बोला: मैं तुम्हारा काल हूँ। और मुझे तुमको डसना है। भाई बोला: मेरी बहिन मेरा इंतजार कर रही है। मैं जब तिलक करा के वापस लौटूँगा, तब तुम मुझे डस लेना। साँप ने कहा: भला आज तक कोई अपनी मौत के लिए लौट के आया है, जो तुम आऔगे। भाई ने कहा: अगर तुझे यकीन नही है तो तू मेरे झोले में बैठ जा| जब मैं अपनी बहिन के तिलक कर लू तब तू मुझे डस लेना। साँप ने एसा ही किया। भाई बहिन के घर पहुँच गया। दोनो बड़े खुश हुए। भाई बोला: बहिन, जल्दी से खाना दे, बड़ी भूख लगी है। बहिन क्या करे। न तो दूध कि रसोई सूखे, न ही घी में चावल पके। भाई ने पूछा: बहिन इतनी देर क्यूँ लग रही है? तू क्या पका रही है? तब बहिन ने बताया कि ऐसे-ऐसे किया है। भाई बोला: पगली! कहीं घी में भी चावल पके हैं, या दूध से कोई रसोई लीपे है। गोबर से रसोई लीप, दूध मे...

Bhaiya Dooj Kab Hai 2023

Rate this post Bhaiya Dooj Kab Hai In Hindi 2023, Kab Hai, Shubh Muhurat, Time And Date (भाई दूज कब है, शुभ मुहूर्त, महत्व, पूजा विधि, कहानी, तारीख और समय, हार्दिक शुभकामनाएं) Bhaiya Dooj Kab Hai 2023– भाई दूज हर साल कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष के दूसरे दिन मनाया जाता है और रोशनी का त्योहार दीवाली के दो दिन बाद और गोवर्धन पूजा के एक दिन बाद भाई दूज का पर्व आता है. यह पर्व भाई और बहन के बीच प्यार और पवित्र बंधन को दर्शाता है. इस भैया दूज के दिन सभी बहनें अपने भाइयों के लंबी उम्र और स्वस्थ जीवन की कामना करती हैं, उनके ललाट पर तिलक लगाकर पूजा करती है और उनके लिए स्वादिष्ट खाना बनाती हैं. भाई दूज के दिन सभी बहनें भाइयों को अपने घरों में बुलाती हैं और उनके लिए पसंदीदा फ़ूड बनाती है. जबकि भाई उनके लिए गिफ्ट लाते हैं और उनकी जीवन भर रक्षा करने का वादा करते हैं. इस त्योहार को भैया दूज, भात्रा द्वितीया, भाऊबीज, यम द्वितीया और भाई द्वितीया के नाम से भी जानते है. आज के इस लेख में हम आपको बताएँगे कि भाई दूज कब है ( Bhaiya Dooj Kab Hai 2023) शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व के बारें में. Table of Contents • • • • भाई दूज की सही तारीख (Bhaiya Dooj 2023 Date) हिन्दू पंचांग की माने तो भाई दूज का टिक्का करने का शुभ समय 15 नवम्बर बुधवार की दोपहर 1 बजकर 09 मिनट से 3 बजकर 41 मिनट के बीच रहेगा. यह शुभ मुहूर्त सिर्फ 2 घंटे 32 मिनट तक रहेगा. हालांकि कुछ लोग 26 अक्टूबर को भी भाई दूज का पर्व मना रहे हैं. सूर्य ग्रहण होने की वजह से गोवर्धन पूजा 14 नवम्बर और भाई दूज 15 नवम्बर हो रही है. • Latest Mehndi Designs 2023 (मेहंदी डिजाइन) • • • • भाई दूज का शुभ मुहूर्त (Bhaiya Dooj 2023 Shubh Muhurat) हर साल भा...

भैया दूज का शुभ मुहूर्त कितने बजे से कितने बजे तक है?

Bhai Dooj 2022 Tilak Timings:दिवाली पर्व के आखिरी दिन भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है. भाई दूज का पर्व कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन मनाया जाता है. इस दिन बहने अपने भाई के माथे पर तिलक लगाती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं. साथ ही भाई भी बहनों को उपहार देते हैं. इस साल दिवाली के अगले दिन 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण पड़ने की वजह से गोवर्धन पूजाऔर भाई दूज के त्योहारों की डेट बदल गई हैं. ऐसे में बहुत से लोगों ने 26 अक्टबूर को गोवर्धन पूजा के दिन भी भाई दूज का त्योहार मनाया. लेकिन बहुत से लोग ऐसे हैं जो आज 27 अक्टूबर को भाई दूज का त्योहार मना रहे हैं. विषयसूची Show • • • • • • अगर आप भी आज ही भाई दूज का त्योहार मना रहे हैं तो बता दें कि कार्तिक शुक्ल द्वितीय तिथि 26 अक्टूबर को दोपहर 02 बजकर 43 मिनट से लेकर 27 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगी.12 बजकर 45 मिनट के बाद तृतीया तिथि शुरू हो जाएगी. भाई दूज के दिन कुछ खास उपाय करने से आप भाई के जीवन में आने वाले सभी कष्टों को दूर कर सकती हैं. आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में - भाई दूज के उपाय (Bhai Dooj Ke Upay) सम्बंधित ख़बरें तिलक लगाते समय इस दिशा में हो भाई का मुख- तिलक करते हुए इस बात का खास ख्याल रखें कि भाई का मुख उत्तर या उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए. इस दिन भाई बहनों के घर भी जाते हैं. माना जाता है कि इस दिन बहनों के घर पर खाना खाने से रिश्तों में मिठास आती है. कमल की पूजा- भाई दूज के दिन कमल के फूल की पूजा करना काफी शुभ माना जाता है. इस दिन कमल के फूल की विधि विधान से पूजा करनी चाहिए और इसे भाई को उपहार के रूप में देना चाहिए. इससे भाई को सफलता प्राप्त होती है. यमुना स्नान- माना जाता ...

bhai dooj 2022 things not to do bhaiyadooj shubh muhurat aaj ke din bhai behan na kare ye kaam tilak time pcup

bhai dooj 2022 things not to do bhaiyadooj shubh muhurat aaj ke din bhai behan na kare ye kaam tilak time pcup | Bhai Dooj 2022: भैया दूज के दिन बहन और भाई न करें ये गलतियां, आपसी रिश्ते में आ सकती है दरार | Hindi News, Uttar Pradesh Bhai Dooj 2022: भैया दूज के दिन बहन और भाई न करें ये गलतियां, आपसी रिश्ते में आ सकती है दरार Bhai Dooj 2022: हिंदू पंचाग के अनुसार भाई दूज का पर्व हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है. भाई दूज को यम द्वितीया (Yam Dwitiya) या भ्रातृ द्वितीया भी कहा जाता है. भाई दूज (Bhai Dooj 2022) दीपावली के दो दिन बाद और गोवर्धन पूजा के ठीक अगले दिन मनाया जाता है. इस बार सूर्य ग्रहण पड़ने के चलते गोवर्धन और भाई दूज एक ही दिन मनाया जा रहा है. Govardhan Puja 2022: गोवर्धन परिक्रमा करते समय भूलकर भी न करें ये गलतियां, बिगड़ जाएंगे बनते काम इस पर्व के साथ ही पांच दिन के दीपोत्सव का समापन हो जाता है. भैया दूज का पर्व 26 अक्तूबर को है. ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक सूर्य ग्रहण के बाद पहले दिन पड़ने वाला यह भैयादूज का संयोग 50 सालों के बाद आ रहा है. ऐसे संयोग के कारण भाई-बहन में प्रेम बढ़ेगा. इस साल भाई दूज की तारीख को लेकर कन्फ्यूजन है. कुछ लोग 26 अक्टूबर को तो कुछ लोग 27 अक्टूबर को भाई दूज मनाने की बात कह रहे हैं. Bhai Dooj 2022: 50 साल बाद सूर्य ग्रहण के बाद बन रहा भैया दूज का ये खास संयोग,नोट कर लें तिलक करने का सबसे शुभ मुहूर्त भाई दूज के दिन क्या ना करें तिलक से पहले कुछ भी न खाएं भाई दूज के दिन बहनों को भाई का तिलक करने से पहले कुछ भी खाना नहीं खाना चाहिए.भाई दूज के दिन बहनों को अपने भाई की पसंद का ही खाना बनाना चाहिए. भाई दूज के दि...

भैया दूज की कहानी , अर्थ और महत्व

आज की चर्चा का विषय Bhaiya Dooj Ki Kahani है एक भाई और एक बहन के बीच एक अनोखी समझ होती है। वे एक-दूसरे के सबसे अच्छे दोस्त हैं, एक-दूसरे के रक्षक हैं, एक-दूसरे के प्रशंसक हैं, एक-दूसरे के हिस्सेदार हैं और एक-दूसरे से बिना शर्त के प्यार करते हैं। और आज के समय में यह त्यौहार बहुत ही ज्यादा अच्छे तरिके से मनाया जाता है और यह प्यार भरा और भाई दूज क्या है (Bhaiya Dooj Ki Kahani) भाई-बहनों के बीच की भावनाओं और प्यार को समझना मुश्किल है। हालाँकि, ऐसे विशेष दिन या अवसर होते हैं जो भाई और बहन के बीच प्यार को मजबूत करने के लिए समर्पित होते हैं। भैया दूज एक ऐसा अवसर है जो विभिन्न भाई-बहनों (भाई और बहन) के बीच प्रेम को परिभाषित कर सकता है। यह अद्भुत त्योहार एक महत्वपूर्ण अवसर है जहां बहनें अपने प्यारे भाई की लंबी उम्र, कल्याण और समृद्धि के लिए भगवान से प्रार्थना करती हैं। यह अवसर दिवाली त्योहार के दो दिनों के बाद होता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, यह अवसर कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष के दूसरे दिन होता है जो अक्टूबर और नवंबर के बीच पड़ता है। भैया दूज का त्योहार वर्ष 2021 के लिए 6 नवंबर, शनिवार को पड़ता है भैया दूज की उत्पत्ति, अर्थ और महत्व(Origin, meaning and significance of Bhaiya Dooj) हिंदू धर्म में किंवदंतियों के अनुसार, भैया दूज हिंदू धर्म में बहुत महत्व और मूल्यों माना जाता है। हिंदू धर्म में लगभग सभी त्योहार और रीति-रिवाज विशेष पात्रों और आदर्शों से संबंधित हैं जो इसके उत्सव को सही ठहराते हैं और आबादी को इसके महत्व को समझने में मदद करते हैं। उत्पत्ति- भैया दूज/भाई दूज, भाऊ-बीज/भाई एक त्योहार है जो भारत, नेपाल और अन्य देशों के हिंदुओं के बीच विक्रम संवत हिंदू के कार्तिक महीने...