Bharat ka prachin sthal khand kaun sa hai

  1. भारत का इतिहास
  2. भारत का इतिहास, History of India in Hindi, प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक भारत का इतिहास
  3. भारत के प्रमुख पर्यटन या दर्शनीय स्थल
  4. भारत का मानचित्र (नक्शा)


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भारत का इतिहास

7000-3300 ee.poo 1700-1300 ee.poo 700–300 ee.poo 545–320 ee.poo 230 ee.poo-199 ee. 321–184 ee.poo 184–123 ee.poo 123 ee.poo–200 ee. 60–240 ee. poorv madhyakalin bharat- 240 ee.poo– 800 ee. 250 ee.poo- 1070 ee. 280–550 ee. 750–1174 ee. 830–963 ee. 900–1162 ee. 1206–1526 ee. 1206-1290 ee. 1290-1320 ee. 1320-1414 ee. 1414-1451 ee. 1451-1526 ee. 1526–1857 ee. 1490–1596 ee. 1358-1518 ee. 1490-1565 ee. 1040-1565 ee. 736-973 ee. 1040–1346 ee. 1083-1323 ee. 1326-1565 ee. 1674-1818 ee. sikh rajyasangh 1716-1849 ee. 1760-1947 ee. sattar hazar sal purana hone ki sanbhavana hai. is vyakti ke gunasootr afriqa ke prachin manav ke jaivik gunasootroan (jins) se poori tarah milate haian. prachin bharatiy itihas ke srot bharatiy itihas janane ke srot ko tin bhagoan mean vibhajit kiya ja sakata haian- • sahityik sakshy • videshi yatriyoan ka vivaran • puratattv sambandhi sakshy sahityik sakshy sahityik sakshy ke antargat sahityik granthoan se prapt aitihasik vastuoan ka adhyayan kiya jata hai. sahityik sakshy ko do bhagoan mean vibhajit kiya ja sakata hai- dharmik sahity aur laukik sahity. dharmik sahity dharmik sahity ke antargat brahman tatha brahmanettar sahity ki charcha ki jati hai. • brahman granthoan mean- • brahmanettar granthoan mean laukik sahity laukik sahity ke antargat aitihasik granth, jivani, kalpana-pradhan tatha galp sahity ka varnan kiya jata hai. dharm-granth prachin kal se hi brahman dharm-granth brahman dharm - granth ke antargat ved, upanishadh, mahakavy tatha smriti gr...

भारत का इतिहास, History of India in Hindi, प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक भारत का इतिहास

भारतीय इतिहास भारत के इतिहास को अगर विश्व के इतिहास के महान अध्यायों में से एक कहा जाए तो इसे अतिश्योक्ति नहीं कहा जा सकता। इसका वर्णन करते हुए भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु ने कहा था, ‘‘विरोधाभासों से भरा लेकिन मजबूत अदृश्य धागों से बंधा’’। भारतीय इतिहास की विशेषता है कि वो खुद को तलाशने की सतत् प्रक्रिया में लगा रहता है और लगातार बढ़ता रहता है, इसलिए इसे एक बार में समझने की कोशिश करने वालों को ये मायावी लगता है। इस अद्भुत उपमहाद्वीप का इतिहास लगभग 75,000 साल पुराना है और इसका प्रमाण होमो सेपियंस की मानव गतिविधि से मिलता है। यह आश्चर्य की बात है कि 5,000 साल पहले सिंधु घाटी सभ्यता के वासियों ने कृषि और व्यापार पर आधारित एक शहरी संस्कृति विकसित कर ली थी। युगों के अनुसार भारत का इतिहास इस प्रकार हैः पूर्व ऐतिहासिक काल पाषाण युगः पाषाण युग 500,000 से 200,000 साल पहले शुरू हुआ था और तमिलनाडु में हाल ही में हुई खोजो में इस क्षेत्र में सबसे पहले मानव की उपस्थिति का पता चलता है। देश के उत्तर पश्चिमी हिस्से से 200,000 साल पहले के मानव द्वारा बनाए हथियार भी खोजे गए हैं। कांस्य युगः भारतीय उपमहाद्वीप में कांस्य युग की शुरुआत लगभग 3,300 ईसा पूर्व सिंधु घाटी सभ्यता के साथ हुई थी। प्राचीन भारत का एक ऐतिहासिक हिस्सा होने के अलावा यह मेसोपोटामिया और प्राचीन मिस्त्र के साथ साथ विश्व की शुरुआती सभ्यताओं में से एक है। इस युग के लोगों ने धातु विज्ञान और हस्तशिल्प में नई तकनीक विकसित की और तांबा, पीतल, सीसा और टिन का उत्पादन किया। प्रारंभिक ऐतिहासिक काल वैदिक कालः भारत पर हमला करने वालों में पहले आर्य थे। वे लगभग 1,500 ईसा पूर्व उत्तर से आए थे और अपने साथ मजबूत सांस्कृतिक परंपरा ल...

भारत के प्रमुख पर्यटन या दर्शनीय स्थल

Bharat ke Pramukh darshaniya sthal Famous tourist places in India भारत के प्रमुख पर्यटन या दर्शनीय स्थल -Bharat ke Pramukh Paryatan sthal आज हम इस मंच के माध्यम से जानेंगे प्रमुख पर्यटन या दर्शनीय स्थल पर्यटन स्थलस्थित(नगर/शहर) निर्माणकर्ता ◾एलोरा की गुफाएं-औरंगाबाद(महाराष्ट्र)- बौद्ध द्वारा ◾अजंता की गुफाएं-औरंगाबाद महाराष्ट्र-गुप्त शासक द्वारा ◾कण्हेरी की गुफाएं-मुंबई-बौद्ध द्वारा ◾एलीफेंटा की गुफाएं-मुंबई-राष्ट्रकूट द्वारा ◾कुतुब मीनार-दिल्ली-कुतुबुद्दीन ऐबक ◾हौज खास-दिल्ली-अलाउद्दीन खिलजी ◾ किशोर सागर-कोटा(राजस्थान)-राजकुमार धीर देह ◾ बूंदी का किला-बूंदी(राजस्थान)-राजा नगर सिंह ◾सहेलियों की बाड़ी (राजस्थान)-महाराणा फतेह सिंह ◾ रानी की बाड़ी-बूंदी (राजस्थान)-रानी नाथ वती ◾जंतर मंतर-जयपुर-सवाई जयसिंह ◾हवामहल-जयपुर-महाराजा प्रताप सिंह ◾ लाल किला-दिल्ली-शाहजहां ◾ सेंट जॉर्ज किला-चेन्नई-ईस्ट इंडिया कंपनी ◾ डच महल-कोची(केरल)-पुर्तगालियों द्वारा ◾ सती बुर्ज-मथुरा(यूपी)-राजा भगवानदास ◾ चश्मा शाही-जम्मू कश्मीर-अली मरदान खान ◾ ताजमहल -आगरा(यूपी)-शाहजहां ◾ बड़ा इमामबाड़ा-लखनऊ-नवाब आसिफ उद्दौला ◾ छोटा इमामबाड़ा-लखनऊ-मोहम्मद अली शाह ◾ जंतर मंतर-दिल्ली-राजासवाई जय सिंह ◾सफदरगंज का मकबरा-दिल्ली-शुजाऊदोला ◾ कंदरिया महादेव-खजुराहो (मध्य प्रदेश)-चंदेल राजाओं ◾ मृगनैनी का महल-ग्वालियर (मध्य प्रदेश)-राजा मानसिंह तोमर ◾मदन महल-जबलपुर-राजा मदन शाह ◾धर का किला-धार (मध्य प्रदेश)-मोहम्मद तुगलक ◾गोलकुंडा का किला-हैदराबाद (तेलंगाना)-कुतुब शाही ◾कोचीन का किला-केरल-पुर्तगालियों द्वारा ◾ढाई दिन का झोपड़ा-अजमेर राजस्थान-कुतुबुद्दीन ऐबक ◾ तुगलकाबाद-दिल्ली-ज्ञासुद्दीन तुगलक ◾फिरोज शाह कोटला-दिल्ली-फिर...

भारत का मानचित्र (नक्शा)

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