भगत सिंह के बारे में 20 लाइन

  1. भगत सिंह पर 10 लाइन
  2. भगत सिंह पर 10 लाइन हिंदी में (10 Lines on Bhagat Singh in Hindi) – HistoryDekho.com
  3. शहीद भगत सिंह के जीवन की अनसुनी बातें
  4. भगत सिंह पर निबंध


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भगत सिंह पर 10 लाइन

भगत सिंह पर 10 लाइन लिखिए (Write 10 Lines On Bhagat Singh In Hindi), इस तरह के प्रश्न अक्सर परीक्षाओं में पूछ लिए जाते हैं। यदि आप एक स्टूडेंट हैं और भगत सिंह के बारे में 10 लाइन हिंदी में जानना चाहते हैं तो आप बिलकुल सही जगह पर हैं। इस लेख में मैंने आपके लिए 8 To 10 Lines On Bhagat Singh In Hindi लिखी है जिसे पढ़ कर आप अपने एग्जाम में भी लिख सकते हैं। तो चलिए पढ़ते हैं। • शहीद भगत सिंह का जन्म पंजाब के बंगा गाँव में 28 सितम्बर 1907 को हुआ था। • भगत सिंह भारत के एक महान क्रान्तिकारी थे। • “इंकलाब जिंदाबाब” भगत सिंह का ही नारा था। • भगत सिंह को अपने पिता और चाचा से स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल होने की प्रेरणा मिली थी। • इनके पिता सरदार किशन सिंह एक क्रन्तिकारी सेनानी तथा किसान थे। • भगत सिंह को हिंदी, बांग्ला, उर्दू तथा पंजाबी भाषाए अच्छी तरह आती थी। • आजादी की लड़ाई के चलते उन्हें कई बार गिरफ्तार भी किया गया था। • भगत सिंह के 12 वर्ष की आयु में हुए जलियांवाला हत्याकांड ने इन्हें झकझोर दिया। • भगत सिंह ने नौजवान भारत सभा की स्थापना की जिसका उद्देश्य भारत की आज़ादी थी। • अमर शहीदों में सरदार भगत सिंह सबसे प्रमुख नाम है। भगत सिंह के बारे में 5 लाइन | 5 Lines On Bhagat Singh In Hindi 5 Lines About Bhagat Singh In Hindi निम्नलिखित है: • बचपन से ही क्रांति के किस्से सुनकर बड़े हुए भगत सिंह पर स्वतंत्रता आंदोलन का गहरा प्रभाव पड़ा था। • केवल 13 वर्ष की छोटी उम्र में भगत सिंह ने भारत के • भगत सिंह युवाओं के लिए मिशाल बन गए और कई युवा क्रांतिकारी उनसे जुड़ने लगे। • भगत सिंह के प्रमुख क्रन्तिकारी साथियो में सुखदेव, राजगुरु और • भगत सिंह सबसे कम उम्र के स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्हें केवल ...

भगत सिंह पर 10 लाइन हिंदी में (10 Lines on Bhagat Singh in Hindi) – HistoryDekho.com

4). उनका जन्म एक संधू जाट परिवार में हुआ था। 5). वह एक बुद्धिमान व्यक्ति थे, इसलिए अपनी छोटी सी उम्र में ही वह अपने भारत देश के आज़ादी के लिए स्वतंत्रता के संघर्ष में शामिल हो गए। 6). भगत सिंह जी का जन्म एक ऐसे परिवार में हुआ था, जहा उनके पिता सरदार किशन सिंह और चाचा सरदार अजीत सिंह दोनों स्वतंत्रता सैनिक थे। 7). अपने भारत देश को अंग्रेजों के गुलामी से मुक्त करने के लिए भगत सिंह एक स्वतंत्र सेनानी बनकर जीवनभर लड़ते रहे। 8). भगत सिंह जी ने लाहोर के नैशनल कॉलेज में यूरोपीय राष्ट्रवादी आंदोलनों का अध्ययन किया और उसी से प्रेरित होकर साल 1925 को उन्होंने अपने भारत देश के आजादी के लिए नौजवान भारत सभा की स्थापना की। 9). अंग्रेजों के गुलामी से देश को आजाद करने के लिए हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन नाम के एक प्रमुख क्रान्तिकारी पार्टी की स्थापना की गई थी, जिसमे आगे चलकर भगत सिंह जी ने भी हिस्सा ले लिया था। जहा उनको सुखदेव, राजगुरु और चंद्रशेखर आजाद जैसे महान क्रांतिकारी लोग मिले। 10). 23 मार्च 1931 वो दिन था, जिस दिन भगत सिंह अपने साथियों के साथ भारत देश के आजादी के लिए शाहिद हो गए। जहा भगत सिंह और उनके दो साथी राजगुरु और सुखदेव इन तीनों को फाँसी दी गई थी।

शहीद भगत सिंह के जीवन की अनसुनी बातें

भगत सिंह को किसी भी परिचय की कोई आवश्यकता नहीं, ये एक ऐसा वीर है जो देश के नौजवानों के अन्दर एक शोले की तरह 80 वर्ष बाद भी जल रहा और चीख कर बोल रहा है ‘इन्कलाब जिंदाबाद!’ तो आइये जानते है Bhagat Singh in Hindi के बारे में रोचक तथ्य | भगत सिंह के जीवन की अनसुनी बातें Bhagat Singh in Hindi भगत सिंह का जन्म 27 सितंबर 1960 को लायलपुर जिले के बंगा गांव में हुआ था जो इस समय पाकिस्तान में है | जिस समय पर इनका जन्म हुआ था इनके चाचा अजीत सिंह और स्वान सिंह भारत की आजादी में अपना सहयोग दे रहे थे | यह दोनों करतार सिंह सराभा द्वारा संचालित गदर पार्टी के सदस्य भी थे | भगत सिंह पर अपने दोनों चाचा का आजादी में सहयोग देने का गहरा प्रभाव पड़ा | यही कारण है कि वह बचपन से ही अंग्रेजों से घृणा करने लग गए थे | भगत सिंह से उनके चाचा अत्यधिक प्रभावित थे | 13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग हत्याकांड ने भगत सिंह के मन पर बहुत बड़ा प्रभाव डाला | भगत सिंह ने पढ़ाई को छोड़कर 1920 में गांधी जी द्वारा चलाए गए | अहिंसा आंदोलन में भाग लेने और विदेशी सामान का बहिष्कार करने पहुंच गए थे | 14 वर्ष की आयु में भगत सिंह ने सरकारी स्कूलों की पुस्तकें और कपड़े जला दिए इनके बाद इनके पोस्टर गांव में छपने लग गए थे | महात्मा गांधी द्वारा चलाए गए आंदोलन और भारतीय नेशनल कॉन्फ्रेंस के सदस्य भगत सिंह थे | 1921 में चोरा चोरी कांड होने के बाद महात्मा गांधी जी ने किसानों का समर्थन करना छोड़ दिया तो भगत सिंह पर इस चीज का बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ा इसके बाद भगत सिंह चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व में गठित हुई गदर दल के हिस्सा बन गए | 9 अगस्त 1925 को शाहजहांपुर से लखनऊ के लिए जाने वाली ट्रेन से काकोरी नामक छोटे स्टेशन पर इनके द्वारा सर...

भगत सिंह पर निबंध

विषय सूची • • • • भगत सिंह पर निबंध | Essay On Bhagat Singh In Hindi भगत सिंह पर निबंध (200 Word) आज भी भगत सिंह का नाम देश भर में लोकप्रिय है। भगत सिंह का नाम देश के लिए अमर शहीदों की सूची में सबसे ऊपर आता है। भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1960 को पंजाब के एक लायलपुर जिले में बंगा गांव में हुआ है। भगत सिंह का परिवार शुरुआत से ही देशभक्त सिख परिवार रहा था। उनके जीवन में उनके परिवार की देशभक्ति का प्रभाव काफी अधिक पड़ा। सरदार भगत सिंह के पापा का नाम किशन सिंह और माता का नाम विद्यावती था। इनका परिवार सिख समुदाय से संबंधित था। लेकिन उन्होंने आर्य समाज के विचारों को अपना लिया था भगत सिंह ने 14 वर्ष की उम्र में क्रांतिकारी कार्यों में भाग लेना शुरू कर दिया और आजादी की लड़ाई में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। जब भगत सिंह ने अपनी नौवीं की कक्षा की पढ़ाई पूरी कर ली थी, तब घर में उनकी शादी रचाने की बात की गई। ऐसे दौर पर भगत सिंह अपने गांव से कानपुर चले गए और क्रांतिकारी समारोह में अपना योगदान देना शुरू कर दिया। उसके पश्चात भगत सिंह ने ब्रिटिश शासन का बड़े ही बलपूर्वक विरोध किया और अंत में उन्हें ब्रिटिश सरकार द्वारा फांसी पर लटका दिया गया। ब्रिटिश सरकार ने भगत सिंह के अंदर देश के प्रति भावना को देखते हुए एक शर्त रखी थी कि यदि भगत सिंह ब्रिटिश सरकार से माफी मांग लेता है। तो उसे फांसी की सजा से मुक्त कर दिया जाएगा। लेकिन वीर भगत सिंह ने माफी मांगने की बजाय मौत का रास्ता चुना। भगत सिंह देश के एक वीर क्रांतिकारी थे और उन्होंने स्वतंत्रता के लिए बहुत संघर्ष किया। भगत सिंह ने अपना संपूर्ण जीवन स्वतंत्रता के लिए लगा दिया और वह अंत में भी देश की स्वतंत्रता के लिए शहीद हो गए। भगत सिंह पर निबंध (...