भोलेनाथ की ड्राइंग

  1. Shivji Ki Aarti
  2. Shiv Ji Ki Aarti:सावन के महीने में करें ये आरती, मिलेगा भोलेनाथ का आशीर्वाद
  3. भोलेनाथ का चेला लिरिक्स
  4. भोलेनाथ शायरी
  5. शिव जी के भजन लिरिक्स
  6. आरती: श्री शिव, शंकर, भोलेनाथ
  7. ऐसे लोगों पर रहती है भोलेनाथ की विशेष कृपा, जिनके हाथ में होते हैं ये निशान


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Shivji Ki Aarti

सनातन हिन्दू धर्म में आरती का बहुत महत्व है। लगभग सभी देवी देवताओ के लिए लय बध्ध तरीके से आरती का गान किया जाता है। आरती के शब्दों में धर्म और ज्ञान दोनों का समन्वय है। आरती में अपने देवी देवता के रूप एवं कार्यो का दर्शन होता है। शिव आरती ( Shivji ki Aarti) हरेक शिवालय एवं मंदिर में गायी जाती है। आरती भगवान और भक्त के सम्बन्ध को नजदीक लाती है। भागवान भोले नाथ की आरती भी प्रातः कल एवं सायं काल में होती है। यहाँ भगवान शंकर की दो आरती प्रस्तुत है। जिसमे से जय शिव ओंकारा बहुत ही प्रचलित है। 1.1.1.1.1 भगवान शिव की आरती से लाभ Shiv Aarti – शिव आरती भगवान भोले नाथ जय शिव ओंकारा आरती ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा। भ्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्धांगी धारा। ॐ जय शिव ओंकारा। … एकानन चाहतूरानन पंचानन राजे। हंसा नन गरुड़ासन वृषवाहन साजे। ॐ जय शिव ओंकारा …. दो भुज चार चतुर्भुज दसभुज अति सोहे। त्रिगुण रूप निरखते त्रिभुवन जन मोहे। ॐ जय शिव ओंकारा… अक्षमाला वनमाला मुण्डमाला धारी। त्रिपुरारी कंसारी कर माला धारी। ॐ जय शिव ओंकारा…. श्वेताम्बर पीताम्बर वाघम्बर अंगे। सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे। ॐ जय शिव ओंकारा…. कर के मध्य कमण्डलु चक्र त्रिशूल धारी। सुखकारी दुखहारी जगपालन कारी। ॐ जय शिव ओंकारा …. भ्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका। प्रणवाक्षर में शोभी ये तीनो एका।। ॐ जय शिव ओंकारा …. लक्ष्मी व् सावित्री पार्वती संगा। पार्वती अर्द्धांगी, शिव लहेरी गंगा। ॐ जय शिव ओंकारा…. पर्वत सोहे पार्वती, शंकर कैलासा। भांग धतूर का भोजन, भस्मी में वासा। ॐ जय शिव ओंकारा….. जटा में गंग बहत है, गल मुण्डल माला। शेष नाग लिपटावत, ओढ़त मृगछाला। ॐ जय शिव ओंकारा….. काशी में विराजे विश्वनाथ, नन्दी भ्रह्म चारी। नित...

Shiv Ji Ki Aarti:सावन के महीने में करें ये आरती, मिलेगा भोलेनाथ का आशीर्वाद

Sawan Maas Shivji Aarti Lyrics: हिंदू धर्म में सावन के महीने का विशेष महत्व है। भगवान भोलेनाथ को सावन का महीना प्रिय है। इसीलिए इस महीने विधि-विधान शिव जी की पूजा करने से जीवन की तमाम समस्याएं खत्म हो जाती हैं। मान्यता है कि शिव जी अपने भक्तों पर जल्द ही प्रसन्न हो जाते हैं। कहते हैं शिव जी मात्र बेलपत्र और जल चढ़ाने से ही अपने भक्तों पर प्रसन्न हो जाते हैं। सृष्टि की रक्षा के लिए विष पान करने वाले भोलेनाथ अपने भक्तों की हर मनोकामना बहुत जल्द पूरी करते हैं। शिव जी को उनकी दया और करुणा के लिए भी जाना जाता है। इसलिए सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए उनके भक्त विधि-विधान से पूजा पाठ करते हैं और साथ ही कांवड़ यात्रा भी करते हैं। भगवान भोलेनाथ की पूजा के दौरान शिव चालीसा और शिवजी की आरती भी करनी चाहिए। ऐसा करने से भगवान भोलेनाथ प्रसन्न हो जाते हैं। यहां पढिए भगवान भोलेनाथ की आरती। Disclaimer हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी

भोलेनाथ का चेला लिरिक्स

शिव जी के भजन आ लौट के आजा भोलेनाथ लिरिक्स मेरा भोला है भंडारी करे नंदी की सवारी लिरिक्स हे भोळ्या शंकरा आवड तुला बेलाची लिरिक्स हे शम्भु बाबा मेरे भोलेनाथ लिरिक्स ये तेरा करम है भोले मेरी बात जो बनी है लिरिक्स फरियाद मेरी सुनकर भोलेनाथ चले आना लिरिक्स सजा दो घर को गुलशन सा मेरे भोलेनाथ आये है लिरिक्स नगर में जोगी आया भेद कोई समझ ना पाया लिरिक्स शिवजी तेरे द्वार हम भी आयेंगे लिरिक्स सांसो की माला पे सिमरु मै शिव का नाम लिरिक्स डम डम डमरू बजाना होगा भोले मेरी कुटिया में आना होगा लिरिक्स मेरे भोले से भोले बाबा लिरिक्स भोलेनाथ का चेला लिरिक्स भोले चेला बना लेना लिरिक्स सिर पे विराजे गंगा की धार लिरिक्स महादेवा - Mahadeva Hansraj Raghuwanshi मन मेरा मंदिर शिव मेरी पूजा लिरिक्स शिव शंकर को जिसने पूजा लिरिक्स ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने लिरिक्स शिव शंकर औघड दानी बम भोला लिरिक्स शिव कैलाशों के वासी शंकर संकट हरना लिरिक्स भोला ख़ुशी में कमाल कर बैठे वो तो गौरा से प्यार कर बैठे लिरिक्स क्यू खड़ी खड़ी तू हालै रे गौरा चाल कसुती चालै लिरिक्स शिव शंकर चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी लिरिक्स ऐसा दरबार कहा ऐस

भोलेनाथ शायरी

नमस्ते दोस्तों, आज हम भोलेनाथ के भक्तो के लिए bholenath shayari in Hindi आप से शेयर कर रहे है| जिससे भोलेनाथ के भक्तो को महादेव के प्रति विश्वास और सदभाबना को और द्रण कर सके| हिन्दू धर्म में महादेव को पूजनीय माना जाता है देवो के देव महादेव को त्रिदेवो में भी पूजनीय है| भोलेनाथ को महादेव, नीलकंठ, गंगाधर, महेश, आदि ऐसे सेकड़ो नाम से जिससे भोलेनाथ को जाना जाता है| दोस्तों भगवान शिव सवभाव में जितने विनम्र और कल्याणकारी है, ठीक इसी के विपरीत इन्हो का रूद्र रूप काफी विनाशकारी माना जाता है इसलिए इन्हो को कालो के काल महादेव और नीलकंठ के नाम से जाना जाता है| प्राचीन काल से लेकर आज तक महादेव के करोडो भक्त है इस भक्ति को कायम रखने के लिए हम महादेव के भक्तो के लिए कुछ latest bholenath ki shayari (भोलेनाथ शायरी) आप के साथ अपना शेयर करने जा रहे है| (2) महादेव तेरे दरबार में लम्बी कतार है, आराधको की भीड़ बता रही है, आज महजदेव का सोमवार है। (3) क्या करूँगा में करोड़पति बन कर, मेरा महादेव तो फकीरो का दीवाना है| (4) कुछ तो हे महादेव तेरी भक्ति में, इत्र की खुशबू की, तभी तो में थोड़ा नशे में, और थोड़ा बहका हुआ रहता हूँ। (5) महादेव तेरे भी शोक निराले है, कही गांजा कही चिलम तो कही विष के प्याले है, इस ज़िंदगी में भोले तेरे खेल निराले है। (6) दुश्मनो की बड़ी तादात से, शेर मारा नहीं करते, और #भोलेनाथ के दीवाने, किसी के बाप से डरा है करते। (7) महाकाल की जय जयकार लगा के, हम जहाँ में झा गए, हमारे दुश्मन भी छुपकर बोले, वो देख भोलेनाथ के भक्त आ गए। (8) मौत की आखो में, आँखें डाल कर, वही देख सकता है, जो महाकाल का दीवाना है। (9) कहते है समय बड़ा बलवान है, जनाब हूँ कहते है की, हर वो भक्त बलवान है, जिसका भरोसा भो...

शिव जी के भजन लिरिक्स

• आ लौट के आजा भोलेनाथ लिरिक्स • मेरा भोला है भंडारी करे नंदी की सवारी लिरिक्स • हे भोळ्या शंकरा आवड तुला बेलाची लिरिक्स • हे शम्भु बाबा मेरे भोलेनाथ लिरिक्स • ये तेरा करम है भोले मेरी बात जो बनी है लिरिक्स • फरियाद मेरी सुनकर भोलेनाथ चले आना लिरिक्स • सजा दो घर को गुलशन सा मेरे भोलेनाथ आये है लिरिक्स • नगर में जोगी आया भेद कोई समझ ना पाया लिरिक्स • शिवजी तेरे द्वार हम भी आयेंगे लिरिक्स • सांसो की माला पे सिमरु मै शिव का नाम लिरिक्स • डम डम डमरू बजाना होगा भोले मेरी कुटिया में आना होगा लिरिक्स • मेरे भोले से भोले बाबा लिरिक्स • भोलेनाथ का चेला लिरिक्स • भोले चेला बना लेना लिरिक्स • सिर पे विराजे गंगा की धार लिरिक्स • महादेवा - Mahadeva Hansraj Raghuwanshi • मन मेरा मंदिर शिव मेरी पूजा लिरिक्स • शिव शंकर को जिसने पूजा लिरिक्स • ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने लिरिक्स • शिव शंकर औघड दानी बम भोला लिरिक्स • शिव कैलाशों के वासी शंकर संकट हरना लिरिक्स • भोला ख़ुशी में कमाल कर बैठे वो तो गौरा से प्यार कर बैठे लिरिक्स • क्यू खड़ी खड़ी तू हालै रे गौरा चाल कसुती चालै लिरिक्स • शिव शंकर चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी लिरिक्स • ऐसा दरबार कहा ऐसा दातार कहा लिरिक्स • बिन पिये नशा हो जाता है जब सूरत देखू भोले की लिरिक्स • मेरा भोला बोलै बम बम बम लिरिक्स • देवो में सबसे बड़े मेरे महादेव है लिरिक्स • भोले तेरी जटा में बहती है गंग धारा लिरिक्स • लेके गौराजी को साथ भोले भाले भोलेनाथ लिरिक्स • दानी बड़ा ये भोलेनाथ पूरी करे मन की मुराद लिरिक्स • मेरा भोला है भंडारी जटाधारी अमली लिरिक्स • कर दो बेडा पार मेरे उज्जैन के महाकाल लिरिक्स • आएंगे दर पे तो बता देंगे है लिरिक्स • मैं तेरे द्वार भोलेनाथ फिर से आई हु ...

आरती: श्री शिव, शंकर, भोलेनाथ

Read in English भगवान शिव जिन्हें शंकर, भोलेनाथ, महादेव के संबोधन से भी पुकारा जाता है। इनकी स्तुति मुख्यता साप्ताहिक दिन सोमवार, मासिक त्रियोदशी तथा प्रमुख दो शिवरात्रियों को की जाती है, शिवजी की आरती इन्हीं दिन और पर्व को विशेष रूप में की जाती है। ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा। ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव ओंकारा...॥ एकानन चतुरानन पंचानन राजे । हंसासन गरूड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव ओंकारा...॥ दो भुज चार चतुर्भुज दसभुज अति सोहे । त्रिगुण रूप निरखते त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव ओंकारा...॥ अक्षमाला वनमाला, मुण्डमाला धारी । चंदन मृगमद सोहै, भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव ओंकारा...॥ श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे । सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव ओंकारा...॥ कर के मध्य कमंडल चक्र त्रिशूलधारी । सुखकारी दुखहारी जगपालन कारी ॥ ॐ जय शिव ओंकारा...॥ ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका । प्रणवाक्षर में शोभित ये तीनों एका ॥ ॐ जय शिव ओंकारा...॥ त्रिगुणस्वामी जी की आरति जो कोइ नर गावे । कहत शिवानंद स्वामी सुख संपति पावे ॥ ॐ जय शिव ओंकारा...॥ ----- Addition ---- लक्ष्मी व सावित्री पार्वती संगा । पार्वती अर्द्धांगी, शिवलहरी गंगा ॥ ॐ जय शिव ओंकारा...॥ पर्वत सोहैं पार्वती, शंकर कैलासा । भांग धतूर का भोजन, भस्मी में वासा ॥ ॐ जय शिव ओंकारा...॥ जटा में गंग बहत है, गल मुण्डन माला । शेष नाग लिपटावत, ओढ़त मृगछाला ॥ जय शिव ओंकारा...॥ काशी में विराजे विश्वनाथ, नंदी ब्रह्मचारी । नित उठ दर्शन पावत, महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव ओंकारा...॥ ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा। ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा ॥

ऐसे लोगों पर रहती है भोलेनाथ की विशेष कृपा, जिनके हाथ में होते हैं ये निशान

नई दिल्ली: हथेली की रेखाओं और विशेष चिह्नों से भविष्य का पता चलता है. हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हथेली का चंद्र पर्वत मन का कारक है. चंद्र पर्वत से व्यक्ति की मानसिक स्थिति का भी पता चलता है. इसके अलावा इसके इंसान की कल्पना शक्ति का भी पता चलता है. हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार जानते हैं हथेली का चंद्र पर्वत किस प्रकार जीवन को प्रभावित होता है. -हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक हाथ में चंद्र पर्वत मन का होता है. मन की एकाग्रता और व्यसन का पता भी चंद्र पर्वत से चलता है. अगर हथेली में चंद्र पर्वत उभरा हुआ है तो यह अच्छा परिणाम देता है. वहीं अगर ये बहुत उभरा हुआ है तो यह अशुभ परिणाम देता है. हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक सामान्य स्थिति में ही चंद्र पर्वत को शुभ परिणा देता है. वहीं दबा हुआ चंद्र पर्वत अशुभ माना जाता है. यह भी पढ़ें: महाशिवरात्रि पर इस एक काम से प्रसन्न होंगे भगवान शिव, मिलेगा मनचाहा वरदान -हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक अगर चंद्र पर्वत पुष्ट है तो मन शांत रहता है. साथ ही ऐसे लोगों का वैचारिक स्तर भी बहुत अच्छा होता है. इसके अलावा ऐसे लोग दार्शनिक भी होते हैं. साथ ही जिन लोगों का चंद्रमा बहुत अधिक अच्छा होता है, उन्हें किसी घटना का पूर्व आकलन हो जाता है. -हथेली का चंद्र पर्वत अच्छा रहने पर जातक काम में एकाग्रचित रहते हैं. साथी ही ऐसे लोगों को माता से अच्छा संबंध रहता है. इसके अलावा ऐसे लोग किसी प्रकार के व्यसनों में नहीं पड़ते हैं. चंद्रमा अत्यधिक उच्च स्थिति हो तो मन में बहुत अधिक विचार आते रहते हैं. -हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक आध्यात्मिक उन्नति के लिए भी चंद्रमा का अच्छा होना जरूरी है. जिन लोगों के हथेली में चंद्रमा अच्छा होता है वे भगवान शिव के उपासक होते हैं. साथ ही ऐस...