बिहार में होली कब है 2023

  1. Holi Kab Hai 2023 7th March 8th March In Bihar Know The Exact Date And Timings Of Holika Dahan
  2. Holashtak 2023 Date: जानें कब से लग रहे हैं होलाष्टक? फिर 9 दिन तक नहीं होगा कोई शुभ कार्य
  3. होली 2023: इस तारीख से लग रहे हैं होलाष्‍टक, हो जाएं सावधान, ये काम करना पड़ेगा जीवन पर भारी
  4. Holi Kab Hai 2023
  5. holi 2023 when is holi on 7th or 8th march holika dahan and holi date saturn jupiter making amazing coincidence after 30 years sry
  6. jyotish shastra on holi 2023 in bihar date and holika dahan 2023 date and time with shubh muhurat in mithila skt
  7. Holika Dahan 2023 This Year Celebrate Two Days Holika Dahan Know Reason Date Time Holi Puja Vidhi Shubh Muhurat Significance


Download: बिहार में होली कब है 2023
Size: 41.22 MB

Holi Kab Hai 2023 7th March 8th March In Bihar Know The Exact Date And Timings Of Holika Dahan

पटना: रंगों का त्योहार (Holi Kab Hai 2023) होली आने वाली है. हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि पर ये त्योहार मनाया जाता है. इसे लेकर घरों में अभी से ही तैयारियां शुरू हो गई है. बिहार समेत देश भर में होली का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है. हालांकि बाकी त्योहारों की तरह होली को लेकर भी लोगों में कंफ्यूजन है कि होली किस डेट को पड़ रही है. होली आठ मार्च को होगी हिंदू पंचांग की मानें तो इस साल सात मार्च को होलिका दहन की जाएगी. यानी कि आठ मार्च को होली का त्योहार मनाया जाएगा. बिहार में भी होली इस दिन होगी. मुहूर्त की मानें तो सात मार्च को होने वाली होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त सात मार्च की शाम छह बजकर 31 मिनट से रात आठ बजकर 58 मिनट तक है. होलिका दहन का शुभ मुहूर्त यही है और इस दौरान ये करने से फल की प्राप्ति होगी और शुभ संकेत मिलेंगे. रंगों का त्योहार होली होली रंगों का त्योहार है. इस दिन लोग सभी गिले शिकवे भूलकर एक दूसरे को गले लगाते हैं. वहीं होलाष्टक के दिन ही होली की तैयारी शुरू हो जाती है. बताया जाता है कि होली के आठ दिन पहले होलाष्टक की शुरुआत हो जाती है. कहा जाता है कि इस दौरान किसी भी शुभ कार्य को नहीं किया जाता है. उधर, पूर्णिया तिथि छह मार्च सोमवार को शाम चार बजकर 17 मिनट से सात मार्च मंगलवार को छह बजकर नौ मिनट तक है. इसके बाद अगले दिन सात मार्च को होलिका दहन किया जाएगा. साथ ही इसके अगले दिन होली का त्योहार मनाया जाएगा. इस त्योहार को लेकर बच्चे काफी उत्सुक रहते हैं. क्या होगी व्यवस्था बता दें कि होली को लेकर सड़कों की व्यवस्था और ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से बदली रहेगी. कई सड़कों पर आवागमन प्रतिबंधित भी रह सकता है. होली के दिन दंगे फसाद न हों इसके लिए प्रशासन सख्त ...

Holashtak 2023 Date: जानें कब से लग रहे हैं होलाष्टक? फिर 9 दिन तक नहीं होगा कोई शुभ कार्य

• • Faith Hindi • Holashtak 2023 Date: जानें कब से लग रहे हैं होलाष्टक? फिर 9 दिन तक नहीं होगा कोई शुभ कार्य Holashtak 2023 Date: जानें कब से लग रहे हैं होलाष्टक? फिर 9 दिन तक नहीं होगा कोई शुभ कार्य Holashtak 2023: सनातन धर्म में होली से पहले होलाष्टक शुरू होते हैं और इस दिन भूलकर भी कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता. आइए जानते हैं इस साल कब शुरू होंगे होलाष्टक? Holashtak 2023 Date: होलाष्टक शब्द होली और अष्टक दो शब्दों से मिलकर बना है और इसका अर्थ है होली के आठ दिन. ​फाल्गुन के महीने में होली से आठ दिन पहले होलाष्टक लग जाता है. इस दौरान कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य करना वर्जित माना जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन होलिका दहन होता है और इस दिन होलाष्टक समाप्त होता है. इस साल होलिका 7 मार्च 2023 को किया जाएगा और फिर इसके अगले दिन होली का त्योहार मनाया जाएगा. आइए जानते हैं इस बार होलाष्टक कब से शुरू हो रहे हैं? Also Read: • • • इस दिन शुरू होंगे होलाष्टक इस साल होलाष्टक 27 फरवरी 2023 से शुरू हो रहे हैं. वैसे तो होलाष्टक 8 दिनों के होते हैं लेकिन इस बार ये 9 दिन तक रहेंगे. यानि 27 फरवरी से 7 मार्च तक होलाष्टक रहेंगे. फिर 7 फरवरी को होलिका दहन किया जाएगा. इस दौरान 9 दिनों तक कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता. मान्यता है कि यदि होलाष्टक के दौरान कोई शुभ कार्य किया जाए तो परिवार को संकटों का सामना करना पड़ता है. होलाष्टक में क्यों नहीं किए जाते शुभ कार्य होलाष्टक में शुभ कार्य न करने की कुछ वजहें बताई जाती है. ज्योतिष शास्त्र का कहना है कि इन दिनों में वातावरण में नेगेटिव एनर्जी काफी रहती है. होलाष्टक के अष्टमी तिथि से लेकर पूर्णिमा तक अ...

होली 2023: इस तारीख से लग रहे हैं होलाष्‍टक, हो जाएं सावधान, ये काम करना पड़ेगा जीवन पर भारी

Holashtak 2023 start and end date: हिंदू धर्म में होली का त्‍योहार प्रमुख पर्वों में से एक है. नया साल शुरू होने के बाद फाल्‍गुन महीने में पड़ने वाले इस त्‍योहार का इंतजार शुरू हो जाता है. साथ ही यह पर्व दिल से बुराई को खत्‍म करके फिर से गले मिलने और खुशी मनाने का पर्व है. साल 2023 में 7 मार्च 2023 को होलिका दहन किया जाएगा, वहीं रंगों वाली होली 8 मार्च को खेली जाएगी. हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि 06 मार्च 2023 की शाम 04:17 बजे से प्रारंभ होकर 07 मार्च 2023 की शाम 06:09 बजे तक रहेगी. वहीं होलिका दहन 07 मार्च 2023 को किया जाएगा और रंगो वाली होली अगले दिन 8 मार्च 2023 को खेली जाएगी. 8 मार्च को ही अंतरर्राष्‍ट्रीय महिला दिवस भी मनाया जाता है. होलाष्‍टक में न करें ये काम होलिका दहन से पहले 8 दिन के होलाष्‍टक लगते हैं. होलाष्‍टक फाल्‍गुन माह के शुक्‍ल पक्ष की अष्‍टमी से लेकर फाल्‍गुन पूर्णिमा की रात होलिका दहन होने तक रहते हैं. ज्‍योतिष के अनुसार इन 8 दिन के होलाष्‍टक में सूर्य, चंद्रमा, शनि, शुक्र, गुरु, बुध, मंगल और राहु ग्रह उग्र रहते हैं. इन उग्र ग्रहों का नकारात्‍मक असर मांगलिक कामों पर पड़ता है इसलिए होलाष्‍टक के दौरान शुभ काम करने की मनाही होती है. आइए जानते हैं कि होलाष्ट में कौनसे काम नहीं करना चाहिए. – होलाष्टक में विवाह, मुंडन, नामकरण, सगाई समेत सभी शुभ काम नहीं करना चाहिए. – फाल्गुन शुक्ल अष्टमी से लेकर पूर्णिमा के दौरान होलाष्‍टक में ना तो नए घर में प्रवेश करना चाहिए, ना ही घर का निर्माण शुरू करना चाहिए. - होलाष्टक के दौरान नया घर, गाड़ी, जमीन आदि भी नहीं खरीदना चाहिए, ना ही बुकिंग करनी चाहिए. - होलाष्‍टक में यज्ञ, हवन जैसे धार्मिक अनुष्...

Holi Kab Hai 2023

जरुरी जानकारी • • • • • • • • होली कब है 2023 दोस्तो भारत एक ऐसा देश है जहां पर हर त्यौहार को बड़े ही भक्ति भाव से मनाया जाता है और हर त्यौहार का मनाने का अपना ही एक अलग रूप होता है। जिसे अलग-अलग नामों से विभिन्न विभिन्न प्रांतों में जाना जाता है। लेकिन उसका मनाने का मकसद एक होता है। ऐसे ही एक त्यौहार है जिसे हम होली के नाम से जानते हैं। होली क्या है? Holi Kab Hai 2023होली को मनाने का महत्व क्या है? इन सब की व्याख्या आज हम अपने आर्टिकल में करेंगे। आप हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें और होली से संबंधित जानकारी को प्राप्त करें। होली क्या है? दोस्तों होली शब्द की उत्पत्ति द्वापर युग से उत्पन्न हुई है। होली एक रंगों का त्योहार है जिसे भारत देश में प्राचीन काल से बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। होली के दिन सबको रंग लगाए जाते हैं और इस दिन बुराई को खत्म किया जाता है और हर तरफ खुशियों की लहर उठती है। होली कब है 2023 भारत के अंदर प्राचीन काल से होली मनाई जाती आ रही है। यह हर साल फाल्गुन महीने में आकर मनाई जाती है। साल 2023 में होली फाल्गुन महीने की 8 तारीख यानी 8 मार्च 2023 को मनाई जाएगी। इसके पिछले दिन होलिका दहन होगा। जिसे भारत में अंदर छोटी होली के नाम से जाना जाता है। होली रंगों का त्योहार है और इसे बुराई के ऊपर सच्चाई की जीत मानी जाती है। इसीलिए साल 2023 में होली 8 मार्च बुधवार के दिन को मनाई जा रही है। होली क्यों मनाई जाती है? दोस्तों ऐसा कहा जाता है कि हिरण कश्यप की बहन होलिका ने प्रह्लाद को मारने के लिए अपने आप को जलती हुई चिता में बैठकर और अपनी गोद में प्रह्लाद को बिठा लिया था। ताकि वह प्रह्लाद को मार सके। लेकिन हुआ इसका उलट। क्योंकि प्रह्लाद भगवान श्री विष्णु का भक...

holi 2023 when is holi on 7th or 8th march holika dahan and holi date saturn jupiter making amazing coincidence after 30 years sry

होली का त्योहार फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के अगले दिन मानाया जाता है. दरअसल फाल्गुन मास की पूर्णिमा को होलिका दहन मानाया जाता है. इसे बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना गया है. होली का त्योहार यूपी, बिहार सहित देश के कई राज्यों में धूमधाम से मनाया जाता है. उत्तर प्रदेश के मथुरा में होली का पर्व कई दिन पहले से शुरू हो जाता है. इस बार भद्राकाल के कारण होलिका दहन के शुभ समय को लेकर लोग संशय में हैं वहीं प्रतिपदा तिथि को लेकर होली की डेट में भी उलझन में हैं. पूर्णिमा तिथि 6 मार्च को शाम 6 बजकर 17 मिनट पर शुरू हो जाएगी और 7 मार्च 2023 मंगलवार 06:09 मिनट तक रहेगी. लेकिन होलिका दहन 7 मार्च को किया जाएगा. होलिका दहन के लिए शुभ समय 7 मार्च 2023 को शाम 6:24 मिनट से रात 8:51 मिनट (Holika Dahan Shubh Muhurat) तक है. इसके बाद 8 मार्च को रंगों की होली (Holi of Colours) खेली जाएगी. स्मृतिसार नामक शास्त्र के मुताबिक जिस वर्ष फाल्गुन की पूर्णिमा तिथि दो दिन के प्रदोष को स्पर्श करे, तब दूसरी पूर्णिमा यानी अगले दिन में होली जलाना चाहिए. इस बार भी पूर्णिमा तिथि 6 मार्च और 7 मार्च दोनों दिन प्रदोष काल को स्‍पर्श कर रही है, ऐसे में 7 मार्च को होलिका दहन करना शुभ होगा. पौराणिक कथा के अनुसार प्राचीन काल में हिरण्यकश्यप नाम का एक असुर राजा था. उसने घमंड में चूर होकर खुद के ईश्वर होने का दावा किया था. इतना ही नहीं, हिरण्यकश्यप ने राज्य में ईश्वर के नाम लेने पर ही पाबंदी लगा दी थी. लेकिन हिरण्यकश्यप का पुत्र प्रह्लाद ईश्वर भक्त था. वहीं, हिरण्यकश्यप की बहन होलिका को आग में भस्म न होने का वरदान मिला हुआ था. एक बार हिरण्यकश्यप ने होलिका को आदेश दिया कि प्रह्लाद को गोद में लेकर आग में बैठ जाए. ...

jyotish shastra on holi 2023 in bihar date and holika dahan 2023 date and time with shubh muhurat in mithila skt

Holi 2023: बिहार के ज्योतिषों से जानें होलिका दहन और होली का शुभ दिन, पंचांगों में दो मत के बीच मंगलकारी संयोग इस बार होली 2023 की तिथियों को लेकर लोग संशय में हैं. दरअसल इस बार पंचांग भी इसे लेकर एकमत नहीं हैं. होलिका दहन और होली का शुभ दिन कब है और किस तरह इस बार मंगलकारी संयोग बन रहा है. जानिए बिहार के ज्योतिष क्या कहते हैं. Holi 2023: इस बार होली और होलिकादहन को लेकर आपके भी मन में कई सवाल चल रहे होंगे. रंगों का त्योहार होली से पहले होलिका दहन मनाने को लेकर पंचांगों में एक मत नहीं है. बनारसी पंचांग में छह मार्च को तो मिथिला पंचांग के अनुसार सात मार्च को होलिका दहन होगा. होली शुभ योगों के मंगलकारी संयोग में आठ मार्च को खेली जायेगी. होलिका की पूजा करते समय '''' ॐ होलिकायै नमः'''' मंत्र का उच्चारण करने से अनिष्टता का नाश होता है . वहीं पंडित डॉ श्रीपति त्रिपाठी ने बताया कि होलिका दहन फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा को दहन किया जाता है. बनारसी पंचांग के अनुसार छह मार्च को भद्रापुच्छ के हिसाब से देर रात 12.23 बजे से 1.35 बजे के बीच होलिका दहन का मुहूर्त बन रहा है. आचार्य राकेश कुमार झा ने बताया कि रंगों का पर्व होली चैत्र कृष्ण प्रतिपदा आठ मार्च बुधवार को कई शुभ के बनने से मंगलकारी संयोग बन रहा है. इस दिन उत्तर फाल्गुन नक्षत्र, शुक्ल योग के साथ सिद्ध योग व सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा. पंडित डॉ श्रीपति त्रिपाठी ने बताया कि होली से आठ दिन पहले होलाष्टक लगने से शुभ कार्य बंद हो जाते हैं. इस समय पर शुभता की कमी होने के कारण ही मांगलिक आयोजनों को रोक दिया जाता है. होलिका दहन के बाद शुभ कार्य करना उत्तम रहता है.

Holika Dahan 2023 This Year Celebrate Two Days Holika Dahan Know Reason Date Time Holi Puja Vidhi Shubh Muhurat Significance

Holika Dahan 2023 Date Time: होली से पहले होलिका दहन मनाने की परपंरा है. इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है. पौराणिक कथा के अनुसार, बुराई के रूप में असुरराज हिरण्यकश्यप की बहन होलिका का दहन हुआ था और अच्छाई की जीत के रूप में विष्णु भक्त प्रह्लाद का होलिका की अग्नि से बाल भी बांका नहीं हो पाया था. हर साल होली या रंगोत्सव पर्व से एक दिन पूर्व होलिका दहन की जाती है. इस दिन चौक चौराहे पर लकड़ी और उपले के ढेर इकट्ठा कर जलाए जाते हैं. होलिका दहन फाल्गुन शुक्ल की पूर्णिमा तिथि को किया जाता है और इसके दूसरे दिन होली का पर्व मनाया जाता है. इस बार होली का पर्व 08 मार्च 2023 को मनाया जाएगा. लेकिन होलिका 06 और 07 मार्च दोनों दिन जलाई जाएगी. दो दिन होलिका दहन का क्या है कारण ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस आपके शहर में किस दिन होगी होलिका दहन ज्योतिष के अनुसार, भारत के पूर्वी राज्य और नगर में जहां, 7 मार्च को सूर्यास्त 6:10 से पहले हो जाएगा, वहां पूर्णिमा दो दिन प्रदोष व्यापिनी रहेगी. ऐसे में इन जगहों पर होलिका दहन 7 मार्च को किया जाएगा. क्योंकि 06 मार्च को यहां पूर्णिमा भद्रा से दुषित रहेगी. वहीं भारत के पूर्वी राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम आदि जैसे राज्यों में 7 मार्च को होलिका दहन होगा. यानी जिन जगहों पर सूर्यास्त 6:10 से पहले होगा, वहां 07 मार्च को होलिका दहन प्रदोषकाल में किया जाएगा. ये भी पढ़ें: