बीएड डिग्री है या डिप्लोमा

  1. B.Ed vs. D.El.Ed: बीएड या डीएलएड, कौनसा कोर्स है बेहतर? यदि आप भी हैं कन्फ्युज, तो जानें इनसे संबन्धित पूरी जानकारी
  2. B.Ed Course क्या है
  3. UGC plans to grant degrees diploma certificate to students if required credits are earned
  4. बीएड के बाद क्या करे? : सरकारी नौकरी, उच्च शिक्षा एंव करियर विकल्प
  5. UGC New Guidline released for students getting degree diploma
  6. डिप्लोमा क्या है?
  7. B.Ed Kya Hai? बीएड क्या है? पूरी जानकारी


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B.Ed vs. D.El.Ed: बीएड या डीएलएड, कौनसा कोर्स है बेहतर? यदि आप भी हैं कन्फ्युज, तो जानें इनसे संबन्धित पूरी जानकारी

B.Ed vs. D.El.Ed Knows best Course is best for you: बैचलर ऑफ एजुकेशन (B.Ed) तथा डिप्लोमा इन एलीमेंटरी एजुकेशन (D.El.Ed) दोनों ही शिक्षण से संबन्धित कोर्स हैं। अक्सर शिक्षक बनने के इच्छुक अभयहारथी इन दोनों कौर्सेज़ को लेकर उलझन में रहते हैं, कि उनके लिए कौनसा कोर्स चुनना लाभप्रद रहेगा। यदि आप भी शिक्षण क्षेत्र में रुचि रखते हैं एवं दोनों में से किसी एक कोर्स के चुनाव को लेकर कन्फ्युज हैं, तो इस लेख को अवश्य अंत तक पढ़ें। इस लेख में हम आपको इन दोनों कोर्स से संबन्धित विस्तृत तथा लाभदायक जानकारी प्रदान करेंगे। ये भी पढ़ें- Advertisement आपको बता दें, बैचलर ऑफ एजुकेशन (B.Ed) तथा डिप्लोमा इन एलीमेंटरी एजुकेशन (D.El.Ed) दोनों ही द्विवर्षीय प्रोग्राम हैं। जहां एक ओर बीएड एक डिग्री कोर्स है, वहीं डीएलएड एक डिप्लोमा कोर्स है। आइए जानते हैं, आपकी रुचि के अनुसार आपके लिए कौनसा कोर्स चुनना बेहतर होगा। बीएड तथा डीएलएड में हैं क्या भिन्नता? यहाँ जानें – B.Ed vs. D.El.Ed अभ्यर्थियों ध्यान रखें, कि बीएड शिक्षण से संबन्धित एक द्विवर्षीय डिग्री प्रोग्राम है। इस डिग्री के माध्यम से अभ्यर्थी कक्षा 6वीं से 12वीं तक के शिक्षक पद के आवेदन कर सकते हैं। वहीं डीएलएड प्राथमिक शिक्षण से संबन्धित एक द्विवर्षीय डिप्लोमा प्रोग्राम है। डीएलएड डिप्लोमा के माध्यम से अभ्यर्थी कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षक पदों पर होने वाली नियुक्ति के लिए आवेदन कर सकते हैं। बता दें, आम तौर पर कई नियुक्तियों में बीएड के अभ्यर्थियों को भी प्राथमिक शिक्षण (कक्षा 1 से 5 तक) के लिए योग्य माना जाता है, किन्तु डीएलएड अभ्यर्थी माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक कक्षाओं के लिए पात्र नहीं माने जाते हैं। जानें किस कोर्स से कहाँ व किन पदों पर मिल ...

B.Ed Course क्या है

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • अगर आप प्राथमिक, माध्यमिक या उच्च शिक्षा स्तर के शिक्षक बनने के लिए इच्छुक है तो इसके लिए आपको बीएड करना अनिवार्य है। हालांकि, यदि आप सीनियर माध्यमिक (Secondary) कक्षाओं के स्कूल शिक्षक बनना चाहते है, तो उसके लिए आपको बी.एड करने से पहले स्नातकोत्तर (पोस्ट-ग्रेजुएशन) डिग्री की आवश्यकता होती है। शिक्षक का काम इतना आसान नहीं होता क्योंकि एक शिक्षक के ऊपर बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है, वह देश के भविष्य यानि बच्चों को शिक्षा प्रदान करते है। यही बच्चे आगे जाकर हमारे देश का नाम रोशन करते है। अगर आपकी रूचि भी शिक्षक बनकर विद्यार्थियों को पढ़ने की है तो इसके लिए पहले आपको इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लेना चाहिए। आपकी शिक्षक बनने की इसी राह को आसान बनाते हुए आज मैं आपको बीएड कोर्स से जुड़ी पूरी जानकारी जैसे- B.ed Kya Hai, B.ed Kitne Saal Ka Hota Hai, B.ed Degree Hai Ya Diploma इस लेख के माध्यम से बता रही हूँ। B.ed Kya Hai (बीएड कोर्स क्या है) बी.एड (B.Ed) या बैचलर ऑफ एजुकेशन 2 साल का एक पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स है, जिसे आप ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद कर सकते हैं। बीएड करने के बाद आप सरकारी अथवा प्राइवेट स्कूलों में शिक्षक के रूप में कार्य कर सकते हैं।नेशनल कॉउन्सिल ऑफ टीचर एजुकेशन (NCTE) के अनुसार सभी शिक्षकों के लिए बी.एड पाठ्यक्रम होना अनिवार्य है। B.Ed में एडमिशन, एंट्रेंस एग्जाम (जैसे- DU BEd, MP PRE BEd, IGNOU BED, UP BED JEE) और मेरिट लिस्ट के आधार पर होता है। बी.एड कोर्स करने के लिए छात्रों का स्नातक (Graduation) होना आवश्यक है। B.Ed Full Form in Hindi B.Ed Ka Full Form ‘’ Bachelor of Education’’ है। जिसे हिंदी में (बी एड फुल फॉर्म...

UGC plans to grant degrees diploma certificate to students if required credits are earned

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की एक समिति ने सुझाव दिया है कि किसी भी छात्र को जरूरी संख्या में क्रेडिट हासिल करने पर सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या डिग्री सहित अहर्ता प्रदान की जा सकती है, चाहे उसने संबंधित पाठ्यक्रम के लिए न्यूनतम अवधि पूरी की हो या नहीं। 'डिग्री के विशिष्टीकरण पर अधिसूचना की समीक्षा और नयी डिग्री के नामकरण पर सुझाव देने संबंधी विशेषज्ञ समिति' ने सुझाव दिया है कि उच्च शिक्षा में बहुविध प्रवेश एवं निकासी के प्रावधानों के अधीन ''स्नातक कार्यक्रमों के लिए राष्ट्रीय क्रेडिट एवं पाठ्यक्रम रूपरेखा'' के तहत स्नातक सर्टिफिकेट, स्नातक डिप्लोमा और स्नातकोत्तर डिप्लोमा स्तरीय योग्यता को मान्यता देना उपयुक्त होगा। यूजीसी की समिति ने कहा कि किसी भी छात्र को जरूरी संख्या में क्रेडिट हासिल होने पर सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या डिग्री सहित योग्यता (अहर्ता) प्रदान करने पर विचार किया जा सकता है चाहे उसने पाठ्यक्रम के लिए न्यूनतम अवधि पूरी की हो या नहीं। इसमें कहा गया है कि डिग्री नामकरण को अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुरूप परिवर्तित किया जा सकता है। अब आर्ट्स और कॉमर्स वालों को भी मिलेगी बैचलर ऑफ साइंस BS की डिग्री, UGC जल्द करेगा ऐलान समिति ने कहा है कि इस उद्देश्य के लिए गठित स्थायी समिति इस बारे में विचार करेगी और आयोग के समक्ष सिफारिश पेश करेगी। आयोग से मंजूरी मिलने पर यूजीसी नए डिग्री नामकरण को अधिसूचित करेगी।

बीएड के बाद क्या करे? : सरकारी नौकरी, उच्च शिक्षा एंव करियर विकल्प

बीएड के बाद क्या करे? : शिक्षा जगत में बीएड एक ऐसा शब्द है जिसकी समझ व अहमियत केवल शिक्षा के क्षेत्र में बहुत अहम है। अधिकतर लोग इसे सिर्फ एक टीचर बनने का रास्ता मानते हैं, लेकिन इसमें बहुत से अन्य करियर ऑप्शन भी होते हैं। बीएड करने के बाद जरूरी होता है कि आप इस डिग्री के आधार पर अपने करियर के विकल्पों को जानें और अपनी स्थिति के अनुसार अपने लक्ष्यों को निर्धारित करें। इस ब्लॉग में, हम आपको बीएड के बाद क्या करे? के बारे में विस्तार से बतायेंगे। इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको यह बताना है कि बीएड के बाद आप अपने करियर के लिए अपने रुचि के अनुसार विभिन्न करियर ऑप्शन के बारे में सोच सकते हैं। हम यहां आपको बीएड के बाद क्या करे? के बारे में संपूर्ण जानकारी देंगे ताकि आप अपने करियर को एक उच्चतम स्तर तक ले जा सकें। बीएड कोर्स क्या है? बीएड एक पोस्ट-ग्रेजुएशन कोर्स है जो शिक्षा के क्षेत्र में रुचि रखने वाले छात्रों को दिया जाता है। इसमें शिक्षा में उन्नति, शिक्षा के मूल्य और आधुनिक शिक्षा संस्थानों के बारे में जानकारी शामिल होती है। इसके अलावा, बीएड कोर्स और शिक्षा के संबंधित क्षेत्रों में करियर बनाने के लिए आवश्यक होता है। बीएड के बाद अपने करियर के लिए अगले कदमों के बारे में सोचना जरूरी होता है। इसका मतलब यह है कि आपको अपने रुचि के अनुसार अन्य करियर ऑप्शन के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए। शिक्षा संस्थानों में शिक्षक या विद्यालय के मैनेजमेंट, सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों में शिक्षा अधिकारी, स्वयंसेवी संगठनों में शिक्षा संचालक, शिक्षा सलाहकार और अन्य शिक्षा के संबंधित क्षेत्रों में कुछ दिग्गज करियर ऑप्शन का विकल्प चुन सकते है। बीएड के बाद क्या करे? बीएड डिग्री हासिल करने के बाद उम्मीदवार प...

UGC New Guidline released for students getting degree diploma

UGC New Norms For Degrees Diplomas: डिग्री के नॉमिनी कल्चर पर पुनर्विचार करने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा गठित एक समिति ने सिफारिश की है कि एक स्टूडेंट को योग्यता से सम्मानित किया जाना चाहिए, चाहे वह एक प्रमाण पत्र, डिप्लोमा या डिग्री हो, जैसे ही उन्होंने प्रोग्राम में न्यूनतम अवधि के बावजूद जरूरी क्रेडिट अर्जित किए हों. नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 के तहत, उच्च शिक्षा में कई एडमिशन और एग्जिट का प्रावधान है, और नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क (NCRF) और अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम्स (CCFUP) के लिए कोर्स और क्रेडिट फ्रेमवर्क के मुताबिक, जिन योग्यताओं को सम्मानित किया जा सकता है उनमें शामिल हैं एक ग्रेजुएट प्रमाणपत्र, ग्रेजुएट डिप्लोमा और पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा. यूजीसी ने डिग्रियों के विनिर्देश पर नोटिफिकेशन की समीक्षा करने और नई डिग्री नोमिनी कल्चर का सुझाव देने के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया था. उच्च शिक्षा निकाय द्वारा सिफारिशों का विवरण सार्वजनिक डोमेन पर रखा गया था. समिति ने यह भी सिफारिश की है कि निर्दिष्ट डिग्रियों की लिस्ट से "एमफिल" डिग्री का नाम हटा दिया जाए. दिल्ली विश्वविद्यालय ने 2022-23 शैक्षणिक साल से एमफिल की डिग्री बंद कर दी थी. गौरतलब है कि नियम कहता है कि बैचलर ऑफ साइंस की डिग्री ह्यूमैनिटीज को भी प्रदान की जाती है, अगर स्टूडेंट चार साल की ऑनर्स डिग्री की पूरी अवधि पूरी कर लेता है. "किसी भी विषय में चार साल के ग्रेजुएशन डिग्री प्रोग्राम में एक नॉमिनी कल्चर के रूप में बीएस के रूप में संक्षेप में साइंस ग्रेजुएट भी हो सकता है. यह नॉमिनी कल्चर विज्ञान, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी, कला, मानविकी, सामाजिक विज्ञान, व्यवसाय प्रशासन, प्रबंधन, वाणिज्य आदि जैस...

डिप्लोमा क्या है?

आज के इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में अधिकांश युवा कम समय में अपने आप को उचाईयो पर देखना चाहते है या जल्दी पढाई पूरी करके पैसे कामना चाहते है करियर बनाना चाहते है तो यह आपके लिए है इसे शुरू से अंत तक पढ़े ताकि इस लेख में बताई जानकारी से आप रूहबरु हो और अपने भविष्य को आसानी से किसी क्षेत्र में सेट करपाये। डिप्लोमा कोर्स हर क्षेत्र में कराया जाता है चाहे वो मेडिकल, इंजीनियरिंग, डिप्लोमा एक प्रमाणपत्र (Certificate) है जो किसी विद्यालय इंस्टिट्यूट या कॉलेज से जारी किया जाता है जो यह सिद्ध करता है की इस निश्चित कोर्स की पढाई छात्र के द्वारा पूरी कर ली गयी है यह इसका प्रमाण है इसमें छात्र से सम्बन्धी जानकारी मेंशन होती है। डिप्लोमा को आप इस प्रकार से समझे किसी विषय या कोर्स में पढाई पूरी करके सर्टिफिकेट प्राप्त करना जिससे वह प्रूफ कर सके की स्टूडेंट ने इस कोर्स को इस सत्र में इस विषय से पूरा किया है इसमें स्टूडेंट ने इतना मार्क्स प्राप्त किया है। Diploma certificate कई अलग अलग कोर्स और संसथान से प्राप्त किया जा सकता है यह कोर्स कम समय यानि (Course Duration) कम होता है कुछ डिप्लोमा कोर्स 3 वर्ष के होते है नहीं तो अधिकांश कोर्स 1 से 2 वर्ष के ही होते है। इस कोर्स में अपने मन मुताबिक विषय का चुनाव कर सकते है जिस क्षेत्र में आप डिप्लोमा कोर्स करना चाहते है उसमे सब्जेक्ट सलेक्ट करने का ऑप्शन भी मिल जाता है डिप्लोमा कोर्स के बाद अपने क्षेत्र में नौकरी भी प्राप्त कर सकते है। डिप्लोमा का मतलब क्या है? Diploma का मतलब प्रमाणपत्र होता है जो किसी विषय कोर्स की पढाई पूरी करके मिलती है इसके लिए 1 से 2 साल तक इंस्टिट्यूट या विद्यालय में पढाई करनी होती है। डिप्लोमा उसी क्षेत्र में करे जिस क्षेत्र में...

B.Ed Kya Hai? बीएड क्या है? पूरी जानकारी

B.Ed – बीएड भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों से प्राप्त की जाने वाली एक डिग्री है। BEd की डिग्री प्राप्त करने के लिए आपको किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से 2 वर्ष का कोर्स पूरा करना होता है। इस Course में Admission के लिए आपको किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक होना अनिवार्य है। भारत में बीएड के 2 वर्षीय और 4 वर्षीय कोर्स उपलब्ध हैं। B.Ed की डिग्री हासिल करने का मतलब है, कि आप भारत के विभिन्न स्कूलों में अध्यापक बनने योग्य हैं। यह माध्यमिक स्तर पर Teaching Jobs के लिए अनिवार्य डिग्री है। Best Books for Govt. Jobs बीएड की डिग्री के माध्यम से आप प्राइमरी टीचर (Primary Teacher), ट्रेंड ग्रैजुएट टीचर (TGT – Trained Graduate Teacher ) पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (PGT – Post Graduate Teacher) बन सकते हैं। Primary Teacher – कक्षा 1-5 तक Trained Graduate Teacher – कक्षा 6-8 तक Post Graduate Teacher – कक्षा 9-12 Conclusion- B.Ed Ka Full Form in Hindi B.Ed Ka Full Form (बीएड का फुल फ़ॉर्म) होता है Bachelor of Education (बैच्लर ऑफ एजुकेशन) यानि जैसे BA – Bachelor of Arts होता है उसी तरह से B.Ed – Bachelor of Education होता है। इस Course के अंतर्गत यह सिखाया जाता हैै कि स्कूल में विद्यार्थियों को कैसे पढ़ाया जाता है। अगर दूसरे अर्थों में कहें तो B.Ed का मतलब विद्यार्थियों को विभिन्न तरीकों से पढ़ाने से होता है। B.Ed (बीएड) एक डिग्री स्तर का कोर्स है। इस कोर्स या डिग्री को प्राप्त करने के बाद आप भारत में विभिन्न स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए योग्य हैं। कुछ वर्ष पहले यह कोर्स एक वर्ष का होता था लेकिन अब यह कोर्स 2 वर्ष का होता है। इस डिग्री को प्राप्त करने लिए आपको किसी डिग्री कॉल...