बिना ब्रश की सहायता से कौन सा रंग लगाया जाता है

  1. स्टेंट क्या है: इसका प्रयोग कब किया जाता है?
  2. [Solved] बिना तूलिका की सहायता से कौन से रंग प्रयोग किय
  3. [Solved] निम्नलिखित में से कौन
  4. ब्रेस्ट (स्तन) में गांठ के लक्षण, कारण और उपचार
  5. CBSE Class 7 Hindi Grammar वर्ण विचार
  6. RBSE Class 10 Science Important Questions Chapter 11 मानव नेत्र एवं रंगबिरंगा संसार
  7. NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 7 क्या निराश हुआ जाए
  8. रिंगटोन
  9. व्यंजन MCQ [Free PDF]
  10. पायरिया के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय


Download: बिना ब्रश की सहायता से कौन सा रंग लगाया जाता है
Size: 36.10 MB

स्टेंट क्या है: इसका प्रयोग कब किया जाता है?

स्टेंट मेटल से बना ट्यूब होता है। इस ट्यूब की मदद से धमनी को खुले रहने में मददगार होती है। डॉक्टर आमतौर पर इस छोटी सी ट्यूब को धमनियों के अंदर डालते हैं, जिससे ब्लॉक हुई रक्त वाहिकाओं को खुला रखने में मदद होती है। उस ट्यूब को स्टेंट कहते हैं। इसका मुख्य कार्य रक्त प्रवाह या अन्य तरल पदार्थों आगे पहुंचना है। अगर हृदय तक सही तरीके से ब्लड सर्कुलेशन नहीं हो पाता है तो दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा शुरू हो सकता है। इसलिए अगर ह्रदय संबंधी परेशानी महसूस हो तो इस परेशानी को ज्यादा देर तक इसे टाले नहीं क्योंकि ऐसा करने से स्थिति बिगड़ सकती है। स्टेंट क्या है, इसे समझने के बाद इसका कैसे उपयोग किया जाता है इसे समझने की कोशिश करते हैं। और पढ़ें : जानिए हार्ट अटैक और स्टेंट का संबंध आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत में हार्ट के पेशेंट की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। ये चिंता का विषय इसलिए भी है क्योंकि भारत में युवाओं में यानी यंग लोगों में हार्ट संबंधि बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। कुछ सालों पहले हार्ट संबंधि समस्याएं केवल अधिक उम्र यानी 50 से 60 साल के लोगों में होती थी, लेकिन अब 20 से 30 साल लोगों को भी ये बीमारी तेजी से जकड़ रही है। अगर अमेरिकी रिचर्स स्टडी पर भरोसा किया जाए तो इंडिया में साल 2015 में करीब छह करोड़ हार्ट पेशेंट थे, जिनमे से करीब ढाई करोड़ पेशेंट की एज 40 से कम थी। अब आप इस बात से अंदाजा लगा सकते होंगे कि भारत में तेजी से हार्ट डिजीज के पेशेंट बढ़ रहे हैं। हार्ट की बीमारी जिसको हो, उसे स्टेंट की जरूरत कभी भी पड़ सकती है। जब धमनी में किसी वजह से ब्लड का फ्लो प्रभावित होता है तो ब्लड क्लॉट बनने की संभावना अधिक हो जाती है। धमनी में आई रूकावट को हटाने के लिए रक्त प्रव...

[Solved] बिना तूलिका की सहायता से कौन से रंग प्रयोग किय

बिना तूलिका की सहायता से 'पेस्टल रंग' प्रयोग किये जाते हैं Key Points • पेस्टल रंगों का इस्तेमाल बिना तुलिका की सहायता की मदद के किया जाता है। • पेस्टल रंगों के लिए खुरदुरा कागज का इस्तेमाल किया जाता है। इन रंगों को चाकू की मदद से लगाया जाता है। Additional Information • बाकी तीन रंगों टेम्परा,जल रंगतथातैल रंगका इस्तेमाल तूलिका की मदद से किया जाता है। • टेम्परा, जल रंग तथा तैल रंग के चित्रण हेतु सेबल तथा ब्रिसल तूलिका का इस्तेमाल किया जाता है।

[Solved] निम्नलिखित में से कौन

सही उत्तर आयकर है। • आयकर, केंद्र सरकार द्वारा लगाया और एकत्र किया जाता है, लेकिन आय संघ और राज्यों के बीच वितरित की जाती है। • आयकर एक प्रकार का कर है जो सरकारें अपने क्षेत्राधिकार के भीतर व्यवसायों और व्यक्तियों द्वारा उत्पन्न आय पर लगाती हैं। • आयकर, सरकारों के लिए राजस्व का एक स्रोत है। उनका उपयोग सार्वजनिक सेवाओं को निधि देने, सरकारी दायित्वों का भुगतान करने और नागरिकों के लिए सामान उपलब्ध कराने के लिए किया जाता है। • आय कर के अधीन आय विभिन्न स्रोतों से आ सकती है, जिसमें मजदूरी, वेतन, लाभांश, ब्याज, रॉयल्टी, किराए, जुआ जीत और उत्पाद की बिक्री शामिल है।

ब्रेस्ट (स्तन) में गांठ के लक्षण, कारण और उपचार

स्‍तन में गांठ होने की स्थिति में ब्रेस्‍ट में असामान्‍य रूप से ऊतकों का विकास होने लगता है। इस गांठ में किसी महिला को स्‍तन में गांठ होने का पता चलने पर आपको ज्‍यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है। हालांकि, चिकित्‍सक की मदद के बिना आप इस गांठ का पता नहीं लगा सकते हैं। इसलिए अगर आपको अपने स्‍तन में गांठ महसूस हो रही है तो बिना कोई देरी किए तुरंत चिकित्‍सक से संपर्क करें। ब्रेस्‍ट में गांठ को नज़रअंदाज न करें क्‍योंकि इसके फैलने का भी खतरा रहता है और इसकी वजह से आपको असहजता भी महसूस हो सकती है। अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए तो इसके कारण गंभीर समस्‍याएं हो सकती हैं। कुछ मामलों में ब्रेस्‍ट तक निकलवानी पड़ती है इसलिए समय पर स्‍तन में गांठ का इलाज करवाना जरूरी है। • • • • • • • हालांकि, अधिकतर स्तन गांठ कैंसरमुक्त होती हैं लेकिन कुछ से कैंसर का खतरा भी होता है। तो आइये जानते हैं कौन सी गांठ कैंसरमुक्त होती हैं: • स्तन सिस्ट (Breast cysts): अल्सर आकार में बहुत छोटे होते हैं इतने कि केवल • स्तन में फोड़े (Abscesses): स्तन में फोड़े बैक्टीरिया के कारण होते हैं और आस-पास की त्वचा लाल हो जाती है। स्तनपान कराने वाली महिलाओं के स्तन में फोड़े विकसित होने की अधिक संभावना रहती है।(और पढ़ें - • एडिनोमा (Adenoma): एडिनोमा, स्तन की बाह्य त्वचा (एपिथीलियम) के ऊतकों में धीमे धीमे बढ़ने वाला ट्यूमर होता है। • इंट्राडक्टल पेपिलोमा (Intraductal papillomas): इंट्राडक्टल पेपिलोमा मस्से जैसी (wart like) वृद्धि होती है जो स्तन नलिकाओं में विकसित होती हैं। ये निपल के नीचे विकसित होती हैं और कभी-कभी इनमें से रक्त भी निकलता है। युवा महिलाओं में ये संख्या में अधिक होते हैं जबकि • लिपोमा और फैट नेक्रोसिस ...

CBSE Class 7 Hindi Grammar वर्ण विचार

CBSE Class 7 Hindi Grammar वर्ण विचार Pdf free download is part of CBSE Class 7 Hindi Grammar वर्ण विचार वर्ण – वर्ण वह ध्वनि है जिसके और खंड (टुकड़े) नहीं किए जा सकते; जैसे- अ, इ – क, चु, ख, र इत्यादि। वर्ण के भेद – वर्ण के दो भेद होते हैं- • स्वर • व्यंजन वर्णमाला – वर्गों के व्यवस्थित रूप को वर्णमाला कहते हैं। प्रत्येक भाषा की अपनी वर्णमाला होती है। हिंदी वर्णमाला में ग्यारह स्वर और 33 व्यंजन हैं। 1. स्वर – जिन वर्णो को बोलने के लिए अन्य ध्वनियों का सहारा नहीं लेना पड़ता, उन्हें स्वर कहते हैं। स्वरों के उच्चारण में हवा हमारे मुख से बिना किसी रुकावट के निकलती हैं। हिंदी में ग्यारह स्वर हैं, अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ। 2. व्यंजन – जिन वर्गों का उच्चारण स्वरों की सहायता से होता है, उन्हें व्यंजन कहते हैं। व्यंजन के उच्चारण में ‘अ’ स्वर की सहायता लेनी पड़ती है। जैसे- स्वर के भेद उच्चारण में लगने वाले समय के आधार पर स्वरों के तीन भेद होते हैं। • ह्रस्व स्वर • दीर्घ स्वर • प्लुत स्वर 1. ह्रस्व स्वर – ‘ह्रस्व’ का अर्थ है-लघु अथवा छोटा। जिन स्वरों के उच्चारण में कम समय लगता है, उन्हें हम ह्रस्व स्वर कहते हैं। ये कुल चार हैं-अ, इ, उ, ऋ।। 2. दीर्घ स्वर – दीर्घ का अर्थ है-बड़ा। जिन स्वरों के उच्चारण में ह्रस्व स्वरों की अपेक्षा अधिक समय लगता है, उन्हें दीर्घ स्वर कहते हैं। ये कुल सात हैं-आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ।। 3. प्लुत स्वर – इसके उच्चारण में सबसे अधिक समय लगता है। इसका प्रयोग केवल संस्कृत में किया जाता है; जैसे ओम–यहाँ ‘इ’ प्लुत का चिह्न है। व्यंजन के भेद व्यंजन के तीन भेद हैं- • स्पर्श व्यंजन • अंतस्थ व्यंजन • ऊष्म व्यंजन। 1. स्पर्श व्यंजन – स्पर्श यानी छूना। जिन व्यंजनों के...

RBSE Class 10 Science Important Questions Chapter 11 मानव नेत्र एवं रंगबिरंगा संसार

Rajasthan Board RBSE Class 10 Science Chapter 11 Important Questions मानव नेत्र एवं रंगबिरंगा संसार वस्तुनिष्ठ प्रश्न प्रश्न 1. 'खतरे' के संकेत (सिग्नल) के लिए किस रंग का प्रकाश प्रयुक्त होता है? (अ) बैंगनी (ब) नीला (स) लाल (द) हरा उत्तर: (स) लाल प्रश्न 2. मानव आँख विभिन्न स्थितियों में स्थित वस्तुओं का स्पष्ट प्रतिबिम्ब बनाने में सक्षम है। इसका कारण है: (अ) अबिन्दुकता (ब) समंजन क्षमता (स) जरा - दूरदर्शिता (द) इनमें से कोई नहीं उत्तर: (ब) समंजन क्षमता प्रश्न 3. रेटिना पर किसी वस्तु का प्रतिबिंब बनता है: (अ) सीधा एवं वास्तविक (ब) सीधा एवं आभासी (स) उल्टा एवं आभासी (द) उल्टा एवं वास्तविक उत्तर: (द) उल्टा एवं वास्तविक प्रश्न 4. नेत्र लैंस की फोकस दूरी निकट तथा दूर स्थित वस्तु को स्पष्ट रूप से देखने के लिये परिवर्तित होती है। यह प्रक्रिया सम्पन्न होती है: (अ) रैटिना द्वारा (ब) आयरिस द्वारा (स) दृक तंत्रिका द्वारा (द) पक्ष्माभी पेशियों द्वारा उत्तर: (द) पक्ष्माभी पेशियों द्वारा प्रश्न 5. एक साधारण माइक्रोस्कोप में प्रयोग किया जाता है: (अ) उत्तल लैंस जिसकी फोकस दूरी अधिक हो (ब) कम फोकस दूरी का उत्तल लैंस (स) अधिक फोकस दूरी का अवतल लैंस (द) कम फोकस दूरी का अवतल लैंस उत्तर: (ब) कम फोकस दूरी का उत्तल लैंस प्रश्न 6. आकाश का नीला रंग होने का कारण है: (अ) प्रकाश का परावर्तन (ब) प्रकाश का अपवर्तन (स) प्रकाश का प्रकीर्णन (द) प्रकाश का परिक्षेपण उत्तर: (स) प्रकाश का प्रकीर्णन प्रश्न 7. जब प्रकाश प्रिज्म में से होकर गुजरता है तब सबसे अधिक विचलन होता है: (अ) पीले रंग में (ब) लाल रंग में (स) बैंगनी रंग में (द) नारंगी रंग में उत्तर: (स) बैंगनी रंग में प्रश्न 8. इन्द्रधनुष के बनने का कारण है:...

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 7 क्या निराश हुआ जाए

• NCERT Solutions Menu Toggle • NCERT Solutions for Class 12 • NCERT Solutions for Class 11 • NCERT Solutions for Class 10 • NCERT Solutions for Class 9 • NCERT Solutions for Class 8 • NCERT Solutions for Class 7 • NCERT Solutions for Class 6 • NCERT Books • TS Grewal Solutions • MCQ Questions Menu Toggle • NCERT MCQ प्रश्न 1. लेखक ने स्वीकार किया है कि लोगों ने उन्हें भी धोखा दिया है, फिर भी वह निराश नहीं है। आपके विचार से इस बात का क्या कारण हो सकता है ? उत्तर: लेखक निराश इसलिए नहीं है कि लोगों ने धोखा दिया है, फिर भी ऐसी घटनाएँ बहुत हैं जब लोगों ने अकारण सहायता की है। समय पड़ने पर ढाँढ़स भी बँधाया है। प्रश्न 2. समाचार-पत्रों, पत्रिकाओं और टेलीविजन पर आपने ऐसी अनेक घटनाएँ देखी-सुनी होंगी जिनमें लोगों ने बिना किसी लालच के दूसरों की सहायता की हो या ईमानदारी से काम किया हो। ऐसे समाचार तथा लेख एकत्रित करें और कम-से-कम दो घटनाओं पर अपनी टिप्पणी लिखें। उत्तर: (i) पास के गाँव में जाने वाला मेहमान एक किसान के पास बैठकर पानी पीने लगा। इसके बाद बहुत देर तक बतियाता रहा। चलते समय उसका एक थैला वहीं घट थैला रुपयों से भरा हुआ था। किसान थैला लेकर उसी गाँव की ओर दौड़ा। गाँव के पास वह मेहमान मिल गया। किसान ने उसका रुपयों से भरा थैला लौटा दिया। (ii) ट्रेन रात में बैरकपुर पहुँचती थी। मुसाफिर इस शहर के लिए अनजान था। उसकी बर्थ के पास दूसरे मुसाफिर ने उसकी परेशानी जानकर अपने मित्र का पता दे दिया। पहला मुसाफिर जब वहाँ पहुँचा तो उसका मित्र कहीं बाहर गया हुआ था। परिवार वालों ने उसको अपने पास ठहरा लिया और अगले दिन सुबह उसे उसके नए दफ्तर में लेकर गए। प्रश्न 3. लेखक ने अपने जीवन की दो घटनाओं में रेल...

रिंगटोन

अनुक्रम • 1 पृष्ठभूमि • 2 इतिहास • 3 रिंगटोन निर्माता • 4 रिंगटोन व्यापार • 4.1 बिलिंग विवाद • 4.1.1 मुकदमे • 4.1.1.1 जेम्स्टर • 4.1.1.2 सेटरफील्ड बनाम साइमन एवं स्कस्टर • 4.1.2 पब्लिक यूटिलिटीज़ आयोग की शिकायत • 5 रिंगटोन के प्रकार • 6 रिंगटोन संकेतन प्रारूप • 7 इन्हें भी देखें • 8 सन्दर्भ • 9 बाहरी कड़ियाँ पृष्ठभूमि [ ] अपने नेटवर्क द्वारा आने वाली कॉल को इंगित किये जाने पर फ़ोन आवाज "रिंग" करता है तथा अपने प्रयोगकर्ता को इसकी सूचना देता है। टेलीफोन "रिंग" किसी आने वाली टेलीफोन कॉल को दर्शाने के लिए की जाने वाली ध्वनि होती है। इस शब्द की उत्पत्ति इस तथ्य से मानी जाती है जब शुरूआती टेलीफोनों में घंटियां तथा हालांकि उत्पन्न ध्वनि को अभी भी "रिंग" ही कहा जाता है, आधुनिक टेलीफोन इलेक्ट्रौनिक प्रयोग से द्रुत उतार-चढ़ाव के साथ संगीत, चहचहाने की अथवा अन्य ध्वनियां उत्पन्न करते हैं। रिंग संकेतों की विविधता का प्रयोग आने वाली कॉल की विशेषताओं के लिए किया जा सकता है (उदाहरण के लिए कम समय अंतराल के साथ की रिंग किसी विशेष नंबर से आने वाली कॉल को दर्शाने हेतु प्रयोग की जा सकती है). कोई रिंगिंग संकेत एक विद्युत टेलीफोन सम्बन्धी संकेत होता है जो टेलीफोन द्वारा प्रयोगकर्ता को आने वाली कॉल की सूचना देता है। पीओटीएस टेलीफोन प्रणाली में ऐसा करने के लिए रिंगिंग करेंट भेजा जाता है, जो लगभग 100 वोल्ट का कम्पायमान डीसी करेंट [संयुक्त राज्य अमेरिका में 90 वोल्ट एसी तथा 20 हर्ट्ज़] होता है। कम्पायमान डीसी में क्रमिक पोलैरिटी नहीं होती है; यह शून्य से अधिकतम वोल्टेज तथा वापस शून्य तक कम्पायमान होता है। आजकल इस संकेत को अपनी यात्रा के अधिकांश भाग में डिजिटल रूप में भेजा जा सकता है, सिर्फ अंत में उ...

व्यंजन MCQ [Free PDF]

सही उत्तर ‘ऊष्म व्यंजन’ है। अन्य विकल्प असंगत हैं। Key Points • जिन वर्णों के उच्चारण में मुख से विशेष प्रकार की गर्म वायु निकलती है। उन्हें ऊष्म व्यंजन कहते है। • ऊष्म व्यंजन चार है- श, ष, स, ह। • व्यंजन उन वर्णों को कहते हैं जिनका उच्चारण स्वर की सहायता से होता है। Additional Information स्पर्श व्यंजन स्पर्श का अर्थ छूना होता है। ऐसे व्यंजन जिनका उच्चारण करते समय जीभ कण्ठ, तालु, मूर्धा, दाँत, अथवा होठ का स्पर्श करती है, उन्हें स्पर्श व्यंजन कहते है। क वर्ग, च वर्ग, त वर्ग, ट वर्ग और प वर्ग। कुल = 25 वर्ण संयुक्त व्यंजन दो अलग-अलग व्यंजनों के योग से बने व्यंजनों को संयुक्त व्यंजन कहते हैं। हिंदी वर्णमाला में कुल चार संयुक्त व्यंजन है। क् + ष = क्ष, त् + र = त्र, ज् + ञ = ज्ञ, श् + र = श्र। कुल = 4 वर्ण अंतस्थ व्यंजन अन्तःस्थ व्यंजन उन व्यंजनों को कहा जाता है जो जीभ, तालु, दन्त, ओष्ठ के स्पर्श से होता है किन्तु ये अंग कहीं भी एक-दूसरे का पूर्ण स्पर्श नहीं करते। ये संख्या में चार हैं- य, र, ल, व। कुल = 4 वर्ण सही उत्तर है ज। क च ट तीनो ही अघोष वर्ण है। Key Points • घोष: जिन वर्णों के उच्चारण में स्वरतंत्रियों में कंपन होता है उन्हें घोष या सघोष कहते हैं। • घोष का उदाहरण - • सभी स्वर, (अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ।) • प्रत्येक वर्ग का तृतीय, चतुर्थ और पंचम तथा • अंतःस्थ और ह। • अघोष:- जिन वर्णों के उच्चारण में स्वरतंत्रियों में कंपन नहीं होता है उन्हें अघोष कहते हैं। • अघोष का उदाहरण - • प्रत्येक वर्ग का प्रथम और द्वितीय • श, ष और स Additional Informationवर्णो का उच्चारण स्थान: वर्ग वर्ण उच्चारण कवर्ग क , ख , ग , घ , ङ कंठ चवर्ग च , छ , ज , झ , ञ तालु टवर्ग ट , ठ , ड , ढ ...

पायरिया के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय

जिन लोगों के मुंह से दुर्गंध आती है, उन्हें दूसरों के सामने शर्मिंदगी झेलनी पड़ती है। इस दुर्गंध के पीछे कई कारण हो सकते हैं। उनमें में से पायरिया है, जो एक गंभीर स्वास्थ्य संबंधी समस्या है। यह मुंह से जुड़ा रोग है, जिसका प्रभाव मसूड़ों और दांतों पर नकारात्मक रूप से पड़ सकता है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम पायरिया के कारण, पायरिया के घरेलू उपचार और पायरिया से बचाव के तरीके के बारे में बताएंगे। यहां बताए जा रहे घरेलू उपचार न सिर्फ पायरिया को होने से रोक सकते हैं, बल्कि पायरिया होने की अवस्था में उसके लक्षणों को कुछ कम भी कर सकते हैं। वहीं, अगर किसी की समस्या गंभीर है, तो उसे मेडिकल ट्रीटमेंट जरूर करवाना चाहिए। विषय सूची • • • • • • • • पायरिया क्या है? – What is Periodontitis in Hindi कई लोगों के मन में यही सवाल उठता है कि पायरिया क्या है? दरअसल, यह मुंह के स्वास्थ्य से जुड़ी ऐसी बीमारी है, जो मसूड़ों को और दांतों को नुकसान पहुंचा सकती है। पायरिया को मसूड़ों की बीमारी के नाम से भी जाना जाता है। यह रोग दांतों को सहारा देने वाले टिश्यू को प्रभावित करता है। अगर इसका इलाज न किया जाए, तो पायरिया रोग बहुत गंभीर हो सकता है, जिससे मसूड़ों की पकड़ दांत से कमजोर हो सकती है और यह टूटकर गिर भी सकते हैं आइए, अब जानते हैं कि पायरिया कितने प्रकार के हो सकते हैं। पायरिया के प्रकार – Types of Periodontitis (Gum Disease) in Hindi पायरिया निम्नलिखित प्रकार के हो सकते हैं • मसूड़े की सूजन (Gingivitis) – यह पायरिया का सबसे सामान्य रूप है। इस स्थिति में मसूड़ों में सूजन हो सकती है और लाल रंग के नजर आ सकते हैं। प्रतिदिन दांतों की सफाई के दौरान इनमें से खून भी निकल सकता है। सामान्य पायरिया (Mild periodo...