बल्ब का आविष्कार किसने किया

  1. बल्ब का आविष्कार किसने किया व कब हुआ था? Bulb Inventor in Hindi
  2. बल्ब का आविष्कार किसने किया था?
  3. बल्ब का आविष्कार किसने किया?
  4. बल्ब का आविष्कार किसने किया
  5. बल्ब का अविष्कार किसने किया? जानिए हिन्दी में पूरी जानकारी
  6. बल्ब का आविष्कार किसने और कब किया ?
  7. बल्ब का आविष्कार किसने किया और कब किया?
  8. बल्ब का आविष्कार किसने और कब किया था


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बल्ब का आविष्कार किसने किया व कब हुआ था? Bulb Inventor in Hindi

5/5 - (1 vote) प्राचीन काल में जब बल्ब या बिजली का नामोनिशान नहीं होता था, तब लोग रात के अंधेरे को दूर करने के लिए मशालें जलाते थे, लेकिन जब से दुनिया को बल्ब के रूप में एक नई पहचान मिली है, तभी से लोगों को एक महत्वपूर्ण पहचान मिली है। उनके दैनिक जीवन में लब्ब एक हिस्सा बन गया। आज इस पोस्ट के माध्यम से मैं बल्ब के आविष्कार के बारे में विस्तार से चर्चा करने जा रहा हैं, आशा है कि आप इस महत्वपूर्ण आविष्कार के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करेंगे। 8 Conclusion बल्ब क्या है? बल्बों को इनकैंडोसेंट लैंप या तापदीप्त लैप भी कहा जाता हैं, जिन्हें बोलचाल की भाषा में बल्ब और शीशबत्ती कहा जाता है। तापदीप्त लैंप के माध्यम से इसमें प्रकाश उत्पन्न होता है। अगर आप तापदीप्त का अर्थ नहीं जानते हैं, तो आपको बता दें कि गर्मी से उत्पन्न होने वाले उत्सर्जन को तापदीप्त कहा जाता है। इसके अंदर एक बहुत पतला फिलामेंट उपलब्ध होता है, जब यह इसमें से गुजरता है तो फिलामेंट गर्म होकर प्रकाश देने लगता है। बिजली के बल्ब में एक तार लगा होता है, जो टंगस्टन नाम के धातू से बना हुआ होता हैं उसे ही फिलामेंट कहते हैं। बल्ब का आविष्कार किसने किया था? बल्ब का आविष्कार Bulb Ka Avishkar Kisne Kiya Thomas Alva Edison Bulb का आविष्कार कब हुआ? 1878 आविष्कार के बाद जब बल्ब जलाया गया तो वह 13 घंटे तक जलता रहा। एडिसन को दुनिया के पहले लाइट बल्ब पेटेंट के आविष्कार का श्रेय दिया जाता है, उन्होंने न केवल बल्ब का आविष्कार किया बल्कि 1091 प्रकार के छोटे और बड़े उपकरणों का भी आविष्कार किया। इनमेंएल्कलाइन स्टोरेज बैटरी, ग्रामोफोन, कार्बन टेलीफोन ट्रांसमीटर और आदि उपकरण शामिल थे। एडिसन ने बल्ब के आविष्कार के दौरान काफी रिसर्च किया,...

बल्ब का आविष्कार किसने किया था?

अमेरिकी आविष्कारक थॉमस एडिसन को अक्सर सभी श्रेय मिलता है, लेकिन क्या वह वास्तव में इसका आविष्कार करने वाले पहले व्यक्ति थे, या क्या वह सिर्फ ‘उज्ज्वल’ विचार के साथ आए थे? प्रकाश बनाने के लिए बिजली का उपयोग करने के मूल विचार की जांच 200 साल पहले अंग्रेजी रसायनज्ञ हम्फ्री डेवी ने की थी। उन्होंने दिखाया कि जब विद्युत धारा तारों के माध्यम से बहती थी, तो उनके प्रतिरोध ने उन्हें उस बिंदु तक गर्म कर दिया, जहां उन्होंने रोशनी दी थी। लेकिन उन्होंने पहली व्यावहारिक es गरमागरम रोशनी ’बनाने के लिए महत्वपूर्ण समस्या की भी पहचान की एक ऐसी सस्ती सामग्री की खोज करना, जिसे दोनों ने उज्ज्वल रूप से जलाया, और कई घंटों तक चले। • • अमेरिकी आविष्कारक थॉमस एडिसन को अक्सर 1879 में समाधान बनाने का श्रेय दिया जाता है: कार्बन फिलामेंट लाइट बल्ब। फिर भी ब्रिटिश रसायनज्ञ वॉरेन डी ला रू ने लगभग 40 साल पहले वैज्ञानिक चुनौतियों को हल किया था। उन्होंने चमक को प्राप्त करने के लिए पतले – और इस प्रकार उच्च प्रतिरोध – फिलामेंट्स का उपयोग किया, और उन्हें एक शून्य में सील किए गए उच्च पिघलने-बिंदु धातु से बनाकर बर्नआउट में देरी की। फिलामेंट के लिए प्राइसी प्लैटिनम की उनकी पसंद और एक अच्छे वैक्यूम को प्राप्त करने की कठिनाइयों ने परिणाम को असंबद्ध बना दिया। • • 1878 में, एक अन्य ब्रिटिश रसायनज्ञ, जोसेफ स्वान ने सार्वजनिक रूप से व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य कार्बन के आधार पर पहले प्रकाश का प्रदर्शन किया, लेकिन अपेक्षाकृत मोटे फिलामेंट्स के उनके उपयोग से अभी भी तेजी से जलने का कारण बना। बेहतर रिक्तिका के साथ पतली कार्बन फिलामेंट डिज़ाइन के एडिसन के संयोजन ने उन्हें पहली बार बनाया जो कि दोनों की वैज्ञानिक और व्यावसायिक...

बल्ब का आविष्कार किसने किया?

बल्ब का आविष्कार किसने किया? (Who Invented Bulb in Hindi) यह एक बहुत ही रोचक सवाल है। आज से बहुत समय पहले जब बल्ब नहीं हुआ करते थे, तो लोग घरो में रौशनी करने के लिए मोमबत्ती और दिये का उपयोग किया करते थे। लेकिन मोमबत्ती से दुर्घटना की सम्भावना भी बनी रहती है। कभी कभी हम घरो में मोमबत्ती को किसी प्लास्टिक आदि की चीज पर जलाकर रख देते है, तो ऐसे में उसमे आग लग सकती है। लेकिन जब से बल्ब की तकनिकी आयी है, तब से जीवन में रौशनी का होना बहुत सरल हो गया है। इस सब का श्रेय थॉमस ऐल्वा एडीसन को जाता है, जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत के साथ दुनिया को रौशनी के साथ जोड़ा है। आज बल्ब के अविष्कार की वजह से सभी सड़को और ऐसे सभी स्थानों पर बल्ब लगा दिये गए है, जहाँ पर बहुत समय पहले लोगो को जाने से भी डर लगता था। तो आइये इस लेख में हम सबसे पहले जानते है, की बल्ब क्या है? और इसके बाद जानेगे की बल्ब का आविष्कार किसने किया – बल्ब को तापदीप्त लैम्प या इन्कैंडिसेंट लैम्प (Incandescent Lamp) के नाम से भी जाना जाता है। तापदीप्त का मतलब होता है, किसी भी वास्तु को अधिक ताप के माध्यम से प्रकश निकालना तापदीप्ति (Incandescence) कहलाता है, इसका सबसे अच्छा उदहारण बल्ब है। बल्ब कांच से बना हुआ होता है, इसके अंदर एक बहुत ही पतला फिलामेंट लगा हुआ होता है। इस फिलामेंट में जब धारा गुजरती है, तो यह गरम होकर प्रकाश उत्पन्न करता है। बल्ब के अंदर आर्गन गैस का उपयोग किया जाता है। बल्ब आकर और वाट के अनुसार लग अलग आते है। यह 1 वाट से लेकर 400 वाट तक आते है। लेकिन बल्ब सामान्य रौशनी के लिए भी बहुत अधिक बिजली खर्च करते है। जिसके बाद Led Bulb का आविष्कार किया गया। Led Bulb तापदीप्त (बल्ब) की अपेक्षा ज्यादा रौशनी उत्पन करते है, ...

बल्ब का आविष्कार किसने किया

Bulb ka avishkar हमारे जीवन में वरदान से कम नहीं है। अठारहवीं शताब्दी तक लोग केवल दीया जलाकर रौशनी का उपयोग किया करते थे, पुराने समय मे केवल दीया जलाकर ही सारा काम किया जाता था। बाद में 19वीं सदी में लालटेन का इस्तेमाल किया जाने लगा। हालाँकि, इस युग में, Led लाइट बल्ब, जिसमें छोटे light बल्ब पूरे घर में light लाते हैं, दिखाई दिए। light बल्ब के आविष्कार ने और अधिक नई तकनीकों का निर्माण किया है। अब बात करते हैं बल्ब का आविष्कार किसनेकिया की। थॉमस अल्वा एडिसन से पहले, हम्फ्री डेवी नाम के एक वैज्ञानिक ने 1809 में इलेक्ट्रिक लाइट का आविष्कार किया था। हम्फ्री ने बैटरी बनाने के लिए बिजली का इस्तेमाल किया था । वह कार्बन को तार से जोड़ने से बैटरी के माध्यम से light चमकने लगता है, लेकिन यह थोड़े समय तक चल सकता है यह प्रयोग। उन्होंने अपने आविष्कार का नाम इलेक्ट्रिक आर्च लैंप रखा। अपने नाम से एक पेटेंट कराते हुए उन्हें 14 अक्टूबर, 1878 को इस पेटेंट “इंप्रूवमेंट ऑफ इलेक्ट्रिक लाइटिंग” की उपाधि मिली। इस डेढ़ साल के अध्ययन में कार्बन, प्लैटिनम जैसी कई धातुओं का इस्तेमाल किया गया था, लेकिन प्लेटिनम धातु के इस्तेमाल के कारण लैंप की रोशनी 12 घंटे तक सीमित थी, लेकिन प्लेटिनम लैंप का इस्तेमाल बहुत महंगा था, जबकि कई के लिए उनके प्रयोगों में वे उनके प्रयोग थे।धातु कार्बन फिलामेंट्स के उपयोग के साथ सफल रहे। 1876 में, उन्होंने मनालो में अपनी पहली गैर-चिकित्सा प्रयोगशाला की स्थापना की। वह अपने स्वयं के light बल्ब से प्रयोगशाला को रोशन करता है। 23 अप्रैल, 1896 को प्रोजेक्टर के माध्यम से फिल्म अनुसंधान किया गया। कुछ साल बाद, एडिसन जर्सी चले गए, जहां उन्होंने बड़े पैमाने पर उत्पादन की तैयारी के लिए ए...

बल्ब का अविष्कार किसने किया? जानिए हिन्दी में पूरी जानकारी

बल्ब का अविष्कार किसने किया – जब हम किसी बस स्टेण्ड, रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डा या किसी क्रिकेट स्टेडियम में रात के टाइम जाते हैं तो वहां पर हमे दिन और रात में कुछ ज्यादा फर्क नजर नहीं आता है क्योंकी इन जगहों की चकाचौंद रौशनी को देखकर मन में यही लगता है की मानो रात में ही सूरज निकल आया है। मानव आज के समय में बल्ब का प्रयोग स्कूल, कॉलेज, बस स्टेण्ड एवं हॉटल्स, मोटर साईकिल, गार्डन और घरों में आदि अन्य कई जगहों पर किया जाता है लेकिन हमने कभी ये सोचा है की आखिर कार बल्ब का अविष्कार किसने किया था एवं इसे बनाने वाले वैज्ञानिक को कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था और जब बल्ब का अविष्कार नहीं हुआ था तब उस समय का जीवन किस प्रकार रहा होगा। वैसे हम सभी ये अच्छी तरह से जानते हैं की इलेक्ट्रिक बल्ब की खोज के पहले लोग रातों में रोशनी के लिये मिशाईल तथा तेल से जलने वाली बत्तियों का इस्तमाल करते होंगे हालांकि तेल से जलने वाली बत्तियां ज्यादा समय तक उपयोगी नहीं होती थी क्योंकी अक्सर आंधी या तूफान आने पर ये बुझ जाया करती थी। 18वी शदी तक मोमवत्ती और चिराग का अविष्कार हो चुका था और बहुत सी जगहों पर तो इसका इस्तमाल होना भी शुरू हो गया था। दोस्तो आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे की आखिर बल्ब का अविष्कार किसने और कब किया था इसका पूरा इतिहास क्या है पूरी जानकारी इस लेख में मिलेगी आपको, तो आइए शुरू करते हैं आज की इस महत्वपूर्ण प्रोसेस को बल्ब का अविष्कार किसने किया :- बल्ब का अविष्कार किसने किया? मोमवत्ती और चिराग के अविष्कार के बाद करीब 19वी शदी के शुरू में गैस से बनाए गए लैम्ब्स का उपयोग किया जाने लगा पर ये उतने ज्यादा उपयोगी साबित नहीं हुए थे परन्तु बल्ब की इस खोज ने इन सभी परेशानियों को दूर कर...

बल्ब का आविष्कार किसने और कब किया ?

Bulb Ka Avishkar Kisne Kiya :- दोस्तों, आपके घर में बल्ब तो ज़रूर जलता होगा और आपने कभी उसे गौर से देखा होगा, तो आपके मन में यह सवाल ज़रूर आया, होगा कि आखिर इस बल्ब को किसने बनाया और उस का आविष्कार किसने किया ? तो हमने इस लेख में आपके इसी सवाल का जवाब दे रखा है। बल्ब क्या है ? ( What Is Bulb In Hindi ) बल्ब असल में ऐसा उपकरण यानी कि ( Gadget) है, जो की हमें रौशनी प्रदान करता है। यदि उसे विद्युत यानी कि ( Electricity ) से जोड़ दिया जाये तब आपको Current प्राप्त होगा और वहीँ पर आप इस बल्ब का उपयोग कर सकते हैं और इस से रोशनी पा सकते है। आमतौर पर देखे तो बल्ब में एक तार होता है, जिसे फिलामेंट भी कहा जाता है, जो कि Tungston नामक पदार्थ से बना होता है। और जब उसके बीच से विद्युत यानी कि ( Electric current ) प्रवाह किया जाता है ,तब वो गरम हो जाता है और वह जलने लगता है, उसके साथ ही रौशनी प्रदान करता है। बल्ब का आविष्कार किसने किया | Bulb Ka Avishkar Kisne Kiya | Light Ka Aviskar Kisne Kiya हमने ऊपर जाना कि बल्ब क्या है ? अब हम जानेंगे, कि बल्ब का आविष्कार किसने किया था ? Bulb का आविष्कार वर्ष 1878 में Thomas Alva Edition ( थॉमस अल्वा एडिसन ) नामक व्यक्ति द्वारा किया गया था। थॉमस अल्वा एडिसन एक अमेरिकन वैज्ञानिक यानी कि ( Scientist ) थे। जिन्होंने सिर्फ बल्ब उपकरण का ही आविष्कार नहीं किया था , इन्होंने अपने मेहनत और सूझ-बूझ से और भी कई सारे, तरह तरह के बेहतरीन उपकरणों की खोज की, जिसका उपयोग आज हम अपने रोज़ाना जीवन मे करते है। थॉमस अल्वा एडिसन द्वारा आविष्कार किये गए चीज़ों का नाम है :– बल्ब, कार्बन टेलीफ़ोन ट्रांसमीटर , एल्कलाइन स्टोरेज बैटरी , ग्रामोफ़ोन, मोशन पिक्चर कैमरा, इत्यादि और भी...

बल्ब का आविष्कार किसने किया और कब किया?

आवश्यकता ही आविष्कार की जननी होती है। आवश्यकताओं के अनुसार ही इंसान नई-नई चीजों की खोज करता है। इसी के कारण आज टेक्नोलॉजी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। आज तक वैज्ञानिकों ने कई सर्वश्रेष्ठ खोज की है, उनमें से बल्ब को विज्ञान का महत्वपूर्ण आविष्कार माना जाता है, जिसने दुनिया में एक नए युग की शुरुआत कर दी। प्राचीन समय में जब बल्ब नहीं हुआ करता था तब लोग मोमबत्ती या लालटेन का प्रयोग करते थे। लेकिन उससे आग लगने का खतरा ज्यादा रहता था। लेकिन बल्ब का आविष्कार ने मानो दुनिया में क्रांति ला दी। अब कई तरह के बल्ब आने लगे हैं, जो कम इलेक्ट्रिक सिटी के साथ लंबे समय तक जलने की क्षमता रखते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं बल्ब का आविष्कार किसने किया (Bulb Ka Avishkar Kisne Kiya) और किस तरह बल्ब काम करता है। तो चलिए इस लेख के माध्यम से इन तमाम प्रकार के प्रश्नों का उत्तर जानते हैं। विषय सूची • • • • • • • • • • बल्ब क्या है? बल्ब कांच के आवरण से ढका हुआ गोलियाकार तपदीप्त लैंप होता है। इसके अंदर टंगस्टन धातु से बना कुंडलीनुमा आकार का पतला सा तंतु होता है, जिसे फिलामेंट कहा जाता है। बल्ब में टंगस्टन का उपयोग करने का कारण यह है कि टंगस्टन धातु का गलनांक सबसे अधिक होता है। इसका गलनांक 3422 डिग्री सेल्सियस होता है, जिसके कारण यह अत्यधिक करंट से भी गलता नहीं है। टंगस्टन धातु को हवा से बचाने के लिए इसके चारों ओर कांच का आवरण लगाया जाता है। इसके साथ ही इसे जंग से बचाने के लिए इसके अंदर आर्गन गैस भी भरी जाती हैं। बल्ब कैसे जलता है? बात करें बल्ब कैसे कार्य करता है तो बल्ब रेजिस्टेंस यानी प्रतिरोध के कारण काम करता है। प्रतिरोध इलेक्ट्रॉन को प्रवाहित होने से रोकता है। सभी तारों का कुछ ना कुछ रेजिस्टें...

बल्ब का आविष्कार किसने और कब किया था

हेलो दोस्तों आज इस पोस्ट में बल्ब के बारे में बताने वाले हैं कि bulb ka avishkar kisne kiya बल्ब का इस्तेमाल कई वर्षों से घर को रोशन करने के लिए करते आ रहे हैं लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि जिस बल्ब का उपयोग हम अपने घर को रोशन करने के लिए उपयोग करते हैं उस बल्ब का आविष्कार किसने किया था (bulb ka avishkar kisne kiya tha)अगर आप यह जानना चाहते हैं कि बल्ब का आविष्कार किसने और कब किया था तो इस पोस्ट को पूरा अंत तक जरूर पढ़ें। पहले के समय में जब बल्ब का आविष्कार नहीं हुआ था उस समय लोग रोशनी के लिए चिमनी, दीया, मशाल, मोमबत्ती आदि का उपयोग किया करते थे लेकिन इन सभी चीजों का सही तरह से उपयोग ना करने के कारण कई सारी दुर्घटनाएं हो जाया करती थी परंतु जब से बल्ब का आविष्कार हुआ है तब से लोगों की जिंदगी एकदम बदल सी गई है। पहले के समय में रात के वक्त काम करने में कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ता था और कुछ काम ऐसे भी होते थे जिनको करना बहुत कठिन होता था परंतु बल्ब का अविष्कार होने के बाद से आज किसी भी काम को आसानी से रात के समय में भी बल्ब की रोशनी में कर सकते हैं जैसे रात के समय में ट्रैवल कर सकते हैं कोई भी गेम जैसे क्रिकेट, फुटबॉल, हॉकी खेल सकते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि बल्ब किस से बना होता है, इससे प्रकाश कैसे निकलता है इसके लिए आगे पढ़ते रहें। बल्ब की संरचना बल्ब कांच का बना होता है जो अंदर से खोखला होता है जो गोलाकार होता है यह अंदर से निर्वात की तरह काम करता है इस गोलाकार कांच के अंदर टंगस्टन धातु का तार लगा होता है और जब इस टंगस्टन तार में बिजली प्रवाहित किया जाता है तो यह कुछ ही देर में गर्म हो जाता है और जब यह अंदर से गर्म हो जाता है तो टंगस्टन वायर से प्रकाश ...