ब्रेन ट्यूमर का इलाज कहां होता है

  1. Brain Tumor in Hindi: जानें इसके कारण, लक्षण और उपचार [2022]
  2. ब्रेन ट्यूमर के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और परहेज
  3. ब्रेन ट्यूमर के मरीजों के लिए वरदान बनेगी ये मशीन, बिना ऑपरेशन होगा इलाज
  4. Brain Tumor Patient Can Live Long Life
  5. ब्रेन ट्यूमर : लक्षण, प्रकार और उपचार (Brain tumour symptoms & treatment)
  6. Magicine Pharama
  7. World Brain Tumor Day 2023: इन लक्षणों से करें ब्रेन ट्यूमर की पहचान... एक क्लिक में जानें इलाज! world brain tumour day 2023 symptoms treatment theme


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Brain Tumor in Hindi: जानें इसके कारण, लक्षण और उपचार [2022]

ब्रेन ट्यूमर क्या है? - Brain Tumor in Hindi Brain Tumor in Hindi:ब्रेन ट्यूमर असामान्य कोशिकाओं की वृद्धि के कारण होता है। जो अक्सर मस्तिष्क के सामान्य कार्यों को बाधित करता है। ट्यूमर के विभिन्न प्रकार होते हैं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि ट्यूमर कोशिका कहाँ स्थित है, और यह कैंसर है या नहीं: • सौम्य (सौम्य):यह गैर-कैंसरयुक्त प्रकार सबसे कम आक्रामक होता है। इसमें कैंसर कोशिकाएं नहीं होती हैं। यह मस्तिष्क के अंदर या पास की कोशिकाओं से उत्पन्न होता है। गैर-कैंसर वाले ट्यूमर तेजी से नहीं फैलते हैं और साथ ही तेजी से नहीं बढ़ते हैं। • घातक:घातक कैंसर संभावित रूप से घातक हो सकता है। घातक कैंसर आमतौर पर सौम्य ट्यूमर की तुलना में तेजी से बढ़ते हैं, जो आसपास के ऊतकों को प्रभावित करते हैं, जैसे केंद्रीय तंत्रिका तंत्र और मस्तिष्क के अन्य हिस्से। • प्राथमिक:यह एक ट्यूमर को परिभाषित करता है जो मस्तिष्क की कोशिकाओं में शुरू होता है। प्राथमिक ट्यूमर शायद ही कभी शरीर के अन्य भागों में होते हैं, लेकिन मस्तिष्क और रीढ़ के अन्य भागों में फैल सकते हैं। • मेटास्टेटिक: इसे अन्य ट्यूमर के रूप में भी जाना जाता है। ट्यूमर वास्तव में शरीर के अन्य भागों से मस्तिष्क तक फैल सकता है। ब्रेन ट्यूमर कितना आम है? ऐसी स्वास्थ्य समस्याएं किसी भी उम्र में हो सकती हैं। लक्षणों और कारणों को समझकर इसे कम किया जा सकता है। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करना बेहतर होगा। यदि आप जयपुर शहर से है इसमें आप न्यूरोसर्जन की तलाश कर रहे है तोजयपुर के सबसे अच्छे न्यूरोसर्जनों में से एक डॉ. हिमांशु गुप्ता( ब्रेन ट्यूमर के लक्षण क्या हो सकते हैं?- Symptoms of Brain Tumor in Hindi ब्रेन ट्यूमर के लक्षण क...

ब्रेन ट्यूमर के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और परहेज

जब मस्तिष्क के अंदर असामान्य कोशिकाएं बढ़ती हैं और द्रव्यमान के रूप में होती हैं तो स्थिति को नर्वस सिस्टम के समग्र कामकाज पर ब्रेन ट्यूमर का प्रभाव ट्यूमर के स्थान और विकास दर पर निर्भर करता है। ब्रेन ट्यूमर का उपचार ट्यूमर के प्रकार के साथ-साथ स्थान और आकार पर निर्भर करता है। ब्रेन ट्यूमर का व्यक्ति के समग्र मानसिक स्वास्थ्य पर कष्टदायक प्रभाव पड़ सकता है। ब्रेन ट्यूमर की स्थिति से पीड़ित रोगी को तब तक डॉक्टर के संपर्क में रहना चाहिए जब तक स्थिति का इलाज नहीं हो जाता है। यदि कोई व्यक्ति ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित है तो उसे निम्नलिखित • सुबह उठने के बाद, सोते समय सिरदर्द। • खांसने और छींकने के बाद सिरदर्द बढ़ जाना। • उल्टी • मानसिक कामकाज में बदलाव • भ्रम की स्थिति • अनाड़ीपन • याददाश्त पर प्रभाव • संतुलन की हानि • शरीर के एक तरफ सुन्नपन या झुनझुनी सनसनी। • बोलने में परेशानी • धुंधली दृष्टि • एक व्यक्ति को न्यूरोलॉजिकल रोग के किसी भी पिछले इतिहास के बिना दौरे पड़ सकते हैं। ब्रेन ट्यूमर, चाहे वह सौम्य हो या घातक, किसी भी व्यक्ति के लिए घातक स्थिति साबित हो सकती है। सिर के अंदर सीमित स्थान होता है जिसमें हमारा मस्तिष्क संलग्न होता है। इस स्थान के अधिकांश भाग पर मस्तिष्क का कब्जा है। किसी भी ट्यूमर के विकसित होने या उसके बढ़ने से सिर में गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती हैं क्योंकि इससे मस्तिष्क पर दबाव बढ़ जाता है, जिससे मस्तिष्क को नुकसान पहुंचता है। स्थिति घातक है। अधिकांश मस्तिष्क कैंसर का कारण अभी भी ज्ञात नहीं है और पूरी तरह से समझा नहीं गया है। ब्रेन ट्यूमर की उत्पत्ति मस्तिष्क में ही होती है। डीएनए में म्यूटेशन होने पर ट्यूमर बनना शुरू हो जाता है। इन उत्परिवर्तनों के कारण ही म...

ब्रेन ट्यूमर के मरीजों के लिए वरदान बनेगी ये मशीन, बिना ऑपरेशन होगा इलाज

ग्वालियर: जिले के शासकीय अस्पताल जेएएच में न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट में मरीजों के उपचार के लिए 50 लाख की ऐसी आधुनिक मशीन लगाई गई है, जो न सिर्फ ब्रेन के अंदर से ट्यूमर निकालने का काम करेगी, बल्कि ट्यूमर की बायोप्सी भी बिना सिर को खोले ही बड़ी आसानी से की जा सकेगी. इससे ब्रेन ट्यूमर का इलाज कराने वालों को शहर से बाहर नहीं जाना पड़ेगा. न्यू सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अविनाश शर्मा ने बताया कि इस मशीन का नाम स्टीरियोटेक्टिक फ्रेम मशीन है. जिसकी मदद से ब्रेन के अंदर से ट्यूमर और बायोप्सी महज 1 सेंटीमीटर का छेद करके ब्रेन ट्यूमर को आसानी से निकाला जा सकेगा. डॉ. अविनाश शर्मा ने बताया कि हमारा न्यूरोसर्जरी विभाग प्रदेश का सबसे बड़ा न्यूरो सर्जरी विभाग है, जहां सिर्फ मरीजों का इलाज ही नहीं किया जाता बल्कि मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टरों को भी तैयार किया जाता है. हर साल यहां से लगभग 8 डॉक्टर लोगों को अपनी सेवाएं देने के लिए निकलते हैं. इस तरह करती है काम डॉक्टर ने बताया कि इस मशीन में एक फ्रेम होता है, जिसे मरीज के सिर पर कस दिया जाता है. मरीज का एक सिटी स्कैन भी निकाला जाता है, जिसके माध्यम से मरीज की स्थिति का जायजा लिया जाता है. इसके बाद मशीन तीन प्रकार से पूरे ही सिर का जायजा लेती है और ढूंढती है कि ट्यूमर कहां है, कितनी गहराई में है और किस जगह पर है. पूरी जानकारी मिलने के बाद इससे यह लाभ होता है कि व्यक्ति का पूरा ब्रेन डैमेज नहीं करना होता और न ही उसे खोलना पड़ता है. 10 बेड का एक वार्ड भी तैयार कॉलेज के डीन डॉक्टर अक्षय निगम ने बताया कि हम लोग काफी समय से इस प्रयास में थे जो वर्तमान में पूरा हो चुका है. नई मशीन के साथ-साथ न्यूरो सर्जरी डिपार्टमेंट के लिए 10 बेड का एक वार्ड...

Brain Tumor Patient Can Live Long Life

नई दिल्ली: कुछ रोग ऐसे होते हैं, जिनके नाम सुनते ही मन में डर जगह बना लेता है. इन्हीं में से एक है ट्यूमर. यह शब्द सुनते ही हम सब के मन में ड़र आ जाता है. ऐसा लगने लगता है बस लाइफ में कुछ नहीं बचा और जीवन में अब कम ही समय है. ट्यूमर शरीर के किसी भी भाग में हो सकता है. लेकिन ब्रेन में होने वाला ट्यूमर अपने साथ कई सवाल लेकर आता है. अगर ब्रेन ट्यूमर की पहचान जल्द हो जाए तो तो 90 प्रतिशत कैंसर रहित ब्रेन ट्यूमर का पूरी तरह से इलाज हो जाता है, बशर्ते सही तरीके से इलाज कराया जाए. ब्रेन ट्यूमर के बारे में आम लोगों में जागरूकता कायम करने के उद्देश्य से आठ जून को दुनियाभर में विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस मनाया जाता है. न्यूरो सर्जनों ने बताया कि भारत में हर साल 40 से 50 हजार मरीजों में ब्रेन ट्यूमर का पता चलता है और इनमें से 20 प्रतिशत बच्चे होते हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, बच्चों में ल्यूकेमिया के बाद ब्रेन ट्यूमर सर्वाधिक सामान्य कैंसर है. नई दिल्ली के फोर्टिस एस्कार्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ ब्रेन एवं स्पाइन सर्जन डॉ. राहुल गुप्ता बताते हैं कि एक समय लोग सर्जरी के नाम से डरते थे, लेकिन आज मौजूदा समय में आधुनिक तकनीकों के आगमन के कारण ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी काफी सुरक्षित एवं प्रभावी हो गई है तथा सर्जरी के बाद ब्रेन ट्यूमर के मरीज आम लोगों की तरह लंबा जीवन जीते हैं. उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीकों के विकास के कारण आज ब्रेन ट्यूमर के मरीजों का इलाज कारगर एवं आसान हो गया है. पहले ब्रेन ट्यूमर के मरीज आम तौर पर तीन-चार महीने ही जीवित रह पाते थे, लेकिन आज इलाज के बाद ब्रेन टृयूमर के मरीज 10 साल, 20 साल और यहां तक कि 50 साल तक भी जीवित रहते हैं. Photo Credit: iStock डॉ. गुप्ता ने बताया ...

ब्रेन ट्यूमर : लक्षण, प्रकार और उपचार (Brain tumour symptoms & treatment)

ब्रेन ट्यूमर बच्चों में ब्रेन ट्यूमर के वो चेतावनी संकेत जो आपके लिए जानने जरूरी हैं: (signs of brain tumour in children) • सिरदर्द: • मतली और उल्टी: मतली और उल्टी फ्लू या फ्लू जैसी बीमारियों के दो सामान्य लक्षण हैं। हालांकि, दुर्लभ मामलों में, ये लक्षण ब्रेन ट्यूमर के कारण हो सकते हैं जिससे मस्तिष्क के अंदर दबाव बढ़ जाता है। यदि ये लक्षण बने रहते हैं या सिरदर्द भी साथ में रहता है, तो अपने बच्चे को किसी अच्छे बाल रोग विशेषज्ञ से मिलवाएं। • नींद न आना: एक अच्छी नींद वाला बच्चा आमतौर पर अलार्म से उठ जाता है। लेकिन, यदि ऐसा नहीं हो रहा हो तो आप अपने बच्चे पर ध्यान दें। यदि आपका बच्चा बिना किसी कारण के सुस्त, या ज्यादा सो रहा है, तो उसकी सेहत पर ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है, आप चाहें तो इस बारे में मार्गदर्शन के लिए अपने डॉक्टर से मिलें। • देखने, सुनने या भाषा में परिवर्तन: मरीज की परेशानी ट्यूमर के स्थान के आधार पर होती है। इसके कई बार देखने, सुनने और बोलने में परेशानी हो सकती हैै। बेशक, इनमें से कई बच्चों को ऐसी चुनौतियां हैं जिनका ब्रेन ट्यूमर से कोई लेना-देना नहीं होता है। फिर भी, आपके बच्चे के देखने, सुनने और बातचीत में किसी भी तरह की परेशानी या अचानक हुए बदलाव का मूल्यांकन किसी चिकित्सक द्वारा किया जाना चाहिए। • व्यक्तित्व परिवर्तन: व्यक्तित्व परिवर्तन पालन-पोषण का एक पूरी तरह से सामान्य (यदि निराशा होती है) हिस्सा हो सकता है। दुर्लभ मामलों में, वे ब्रेन ट्यूमर के कारण हो सकते हैं जो सेरेब्रल कॉर्टेक्स को प्रभावित कर रहा है। यदि आपके बच्चे का मिजाज या व्यक्तित्व में बदलाव अचानक या गंभीर लगता है, तो अपने बच्चे के बाल रोग विशेषज्ञ को दिखाएं। • संतुलन की समस्या : यदि ट्...

Magicine Pharama

विश्वभर में ब्रेन ट्यूमर के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य पोर्टल के अनुसार, दुनिया भर में रोज़ाना 500 से ज्यादा नए मामलों में ब्रेन ट्यूमर का पता चलता है। इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ कैंसर रजिस्ट्रीज़ की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हर साल ब्रेन ट्यूमर के 28 हजार से ज्यादा मामले सामने आते हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि ब्रेन ट्यूमर लंबे समय तक रेडिएशन के संपर्क में रहने से होता है। ब्रेन ट्यूमर क्या है? ट्यूमर क्या है? इसके उपचार, प्रकार इन सभी बिंदुओं पर इस आर्टिकल के जरिए आज हम बात करेंगे। चलिए सबसे पहले है कि ट्यूमर क्या है? क्या होता है ट्यूमर? (What is Brain Tumor) मनुष्य के शरीर में बहुत-सी कोशिकाएं होती हैं, यह कोशिकाएं निरंतर बनती रहती है। जब कभी-कभी ये कोशिकाएं बनना बंद हो जाती हैं, तब वह गांठ का रूप ले लेती है। इसी स्थिति को ट्यूमर कहा जाता है। ब्रेन ट्यूमर क्या है ? ( Brain Tumor: What is it) यह कहना गलत नहीं होगा कि ब्रेन ट्यूमर बहुत ही तकलीफदेय बीमारी है। इस बीमारी में मरीज को सर दर्द काफी तेज होता है। उल्टी महसूस होती है। इस तरह के लक्षण जरूरी नहीं हैं कि यह ब्रेन ट्यूमर ही हैं। माइग्रेन का दर्द भी कुछ इस प्रकार से ही होता है। जरूरी है कि सही वक्त पर डॉक्टर से मिलकर यह पता कर लें कि सर दर्द का असली कारण क्या है?.. ब्रेन ट्यूमर को मेडिकल टर्म में एक्सप्लेन करें, तो हमारे ब्रेन में बहुत सारी कोशिकाएं होती है। और जब ब्रेन में असमान्य कोशिकाओं की वृद्धि होने लगती है, तो इसे ब्रेन ट्यूमर कहते है। इस बीमारी के बारे में ज्यादा जानकारी न होने की वजह से मरीज और उसके करीबी बहुत जल्दी घबरा जाते हैं। उनका मानना होता है कि मरीज अब ज्यादा दिनों तक जीवित नहीं रह...

World Brain Tumor Day 2023: इन लक्षणों से करें ब्रेन ट्यूमर की पहचान... एक क्लिक में जानें इलाज! world brain tumour day 2023 symptoms treatment theme

नई दिल्ली: ब्रेन ट्यूमर... एक ऐसी गंभीर बीमारी है, जिसकी डीप जानकारी आम लोगोंं को नहीं होती. ये एक ऐसी सीरियस मेडिकल कंडीशन है, जिसमें ब्रेन में कोशिकाओं और टिशू में गांठ बन जाती है. अगर कोई एक बार इसकी चपेट में आ गया, तो बहुत जल्दी ही ये जानलेवा हो जाता है. हालांकि अगर समय रहते इसका उपचार कर दिया जाए, तो बचना मुमकिन है. ऐसे में इस बीमारी के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 8 जून को विश्‍व ब्रेन ट्यूमर दिवस मनाया जाता है. इस मौके पर पीड़ित व्यक्तियों को सही समय पर सही मदद प्रदान करना, साथ ही प्रारंभिक निदान और मेडिकल हेल्प से ब्रेन ट्यूमर का खात्मा सहित अन्य तरह की जानकारी मुहैया कराई जाती है. विश्‍व ब्रेन ट्यूमर दिवस की थीम गौरतलब है कि हर साल, इस दिवस को मनाने के लिए कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होता है, साथ ही हर साल एक थीम निर्धारित की जाती है, जिसके आधार पर इस दिवस को मनाया जाता है. बता दें कि इस साल यानि साल 2023 की थीम है- Protect yourself – keep away from stress, यानि खुद को सुरक्षित करें और तनाव से दूर रहें. संभव है ये थीम आजकल की भागदौड़ भरी जीवनशैली के मद्देनजर रखी गई होगी, ऐसे में आइये जानते हैं कि क्या है ब्रेन ट्यूमर के लक्षण और हम इससे कैसे बचाव कर सकते हैं... ब्रेन ट्यूमर के शुरुआती लक्षण • बार-बार उल्टी या आंतों में समस्या: लंबे समय से हो रही उल्टी या आंतों में समस्या ब्रेन ट्यूमर का लक्षण हो सकती है. बार-बार उल्टी या पेट की समस्या से ट्यूमर का खतरा बढ़ सकता है. • न्यूरोलॉजिकल संकेत: न्यूरोलॉजिकल संकेत भी ब्रेन ट्यूमर के मामलों में काफी सक्रिय भूमिका अदा करते हैं. मसलन अचानक गतिविधि कम होना, बाल हिलना, भूलकर भी बातें करना, पागलपन, गतिशीलता म...