ब्रेस्ट कैंसर की लास्ट स्टेज के लक्षण

  1. कैंसर के लास्ट स्टेज के लक्षण
  2. Warning Signs Of Breast Cancer Causes Diagnosis Age How To Avoid Breast Cancer
  3. ब्रेस्ट कैंसर क्या है ? कारण, लक्षण और उपचार
  4. Breast Cancer Symptoms Most Common Signs Of Breast Cancer Types Of Breast Cancer How To Avoid Breast Cancer
  5. Breast Cancer: Symptoms, Stages, Types, Causes, Test And Treatment, How Cancer Starts, Grows And Spreads
  6. ​ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण
  7. Know stage three of breast cancer can be curable or not


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कैंसर के लास्ट स्टेज के लक्षण

कैंसर के लास्ट स्टेज पर पहुंचते ही हो सकता है कि कुछ समय तक व्यक्ति को कोई बदलाव न महसूस हो, लेकिन जल्द ही व्यक्ति का शरीर धीरे-धीरे काम करना बंद कर देता है. कैंसर के लास्ट स्टेज के लक्षण में हमेशा थकान महसूस होना, भूख न लगना, कन्फ्यूजन की स्थिति व दर्द होना आदि शामिल है. आइए, कैंसर के लास्ट स्टेज के लक्षणों के बारे में विस्तार से जानते हैं - कैंसर के लास्ट स्टेज तक पहुंचते-पहुंचते व्यक्ति को बहुत ज्यादा (और पढ़ें - myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को सेक्स समस्याओं के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं। कई कारणों की वजह से व्यक्ति कैंसर के लास्ट डेट तक पहुंचते-पहुंचते शंका के घेरे में रहने लगता है. दरअसल, कैंसर के लास्ट स्टेज पर पहुंचने के बाद ब्रेन को पर्याप्त ब्लड फ्लो, ऑक्सीजन और न्यूट्रिशन नहीं मिलता, जिसकी वजह से वह अलर्ट नहीं महसूस करता है. यह भी संभव है कि कन्फ्यूजन दवाइयों का एक साइड इफेक्ट हो या फिर दवाइयां लेना बंद करने के बाद यह असंतुलन आ गया हो. (और पढ़ें - कैंसर के लास्ट स्टेज किसी भी व्यक्ति और उसके साथ के लोगों के लिए बहुत कष्टकारी होती है, लेकिन इस सच को स्वीकार करना ही पड़ता है. हमेशा थकान महसूस होना, भूख न लगना, कंफ्यूजन की स्थिति, निगलने में दिक्कत होना जैसे लक्षण कैंसर के लास्ट स्टेज के तौर पर माने जाते हैं. इन लक्षणों को मैनेज करने के लिए डॉक्टर की सलाह ली जानी चाहिए. (और पढ़ें -

Warning Signs Of Breast Cancer Causes Diagnosis Age How To Avoid Breast Cancer

Breast Cancer Awareness Month: अक्टूबर का महीना ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ के रूप में मनाया जाता है. इस महीने में ब्रेस्ट कैंसर को लेकर जागरुकता फैलाने की कोशिश की जाती है. भारत समेत पूरी दुनिया में स्तन कैंसर के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं. इसका बड़ा कारण जानकारी का अभाव है. कई बार महिलाओं को पता भी नहीं चलता कि उन्हें ब्रेस्ट कैंसर जैसी बीमारी भी हो सकती है. महिलाओं को 40 साल की उम्र के बाद ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. अगर शुरुआत में आपने लक्षण पहचान लिए तो इसका इलाज आसान है नहीं तो मुश्किल हो सकती है. जानते हैं ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण क्या हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है. ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण • स्तन या अंडर आर्म्स में गाठ पड़ना • स्तन में सूजन या मोटा होने जैसा लगना • ब्रेस्ट की स्किन में जलन या डिम्पलिंग होना • निप्पल पर लाल धब्बे दिखाई देना • ब्रेस्ट की त्वचा का परतदार बनना • निप्पल में खिंचाव और दर्द महसूस होना • ब्रेस्ट से खून या किसी तरह का डिस्चार्ज निकलना • ब्रेस्ट साइज में बदलाव आना • ब्रेस्ट में कहीं दर्द महसूस होना ब्रेस्ट कैंसर के खतरे से कैसे बचें 1- 40 की उम्र के बाद रहें सावधान- डॉक्टर का कहना है कि महिलाओं को 40 की उम्र के बाद अलर्ट रहने की जरूरत है. इस समय ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती हैं. ऐसे में आपको हर 1-2 साल में मैमोग्राफी टेस्ट कराना चाहिए. अगर आपकी फैमिली हिस्ट्री में किसी को ब्रेस्ट कैंसर रह चुका है तो आपको फ्रिक्वेंटली जांच करवाते रहना चाहिए. 2- फैमिली हिस्ट्री की जानकारी- ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए आपको फैमिली हिस्ट्री के बारे में जानकारी होना जरूरी है. आपकी मां, बहन, चाची, बुआ या दूसरे खास रिश्तेदार को ब्रेस्ट कैंसर तो नहीं ह...

ब्रेस्ट कैंसर क्या है ? कारण, लक्षण और उपचार

कैंसर क्या है, ये कैसे होता है, इसके लक्षण क्या-क्या हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है । यह कुछ ऐसे सवाल हैं जो ब्रेस्ट कैंसर को लेकर महिलाओं के दिमाग में रहते हैं । भारत में हर 10 में एक महिला ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित है और विशेषज्ञों का कहना है कि ब्रेस्ट कैंसरकी इस बीमारी से पीड़ित महिलाओं की संख्या में बीते कुछ सालों के अंदर तेजी से इजाफा हुआ है । मासिक धर्म में परिवर्तन : इस बात का महिलाएं विशेष ध्यान रखें कि अगर मासिक धर्म या पीरियड्स में कुछ परिवर्तन देखें तो फौरन डॉक्टर से संपर्क करें । जैसे कि अगर 12 साल की उम्र से पहले ही मासिक धर्म शुरु हो जाएं या 30 साल की आयु के भाद गर्भवती हों या 55 की उम्र के बाद मीनोपॉज हों या फिर पीरियड्स का समय 26 दिनों से कम या 29 दिनों से ज्यादा का हो जाए । परिवार का इतिहास : पारिवार का इतिहास ब्रेस्ट कैंसरमें अहम कड़ी है । ब्रेस्ट कैंसर ऐसा रोग है जो पीढ़ियों तक चलता है । यदि किसी बहुत करीबी रिश्ते जैसे सगे-संबंधी में किसी को ब्रेस्ट कैंसर हुआ है तो ऐसे में उस परिवार में किसी महिला में ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है । जांच की मदद से यह पता लगाया जा सकता है कि यदि किसी महिला को ब्रेस्ट कैंसर हुआ है, तो कहीं इसके पीछे परिवार का संबंध तो नहीं है । ब्रेस्ट कैंसर का इलाज करने के भी कईं साधन हैं, जैसे कि दूसरे कैंसर केसों में प्रयोग होते हैं, जैसे - कीमोथेरेपी, रेडिएशन, सर्जरी आदि । परंतु अगर केस हाई रिस्क वाला है तो समय-समय पर लक्षणों की जांच की जानी चाहिए और इससे कैंसर की श्रेणी का जल्द से जल्द पता लगने और बेहतर रिकवरी होने की संभावना होती है । Dr. Pramod Kumar Julka MD (Radiotherapy & Oncology), FAMS -Oncology/ Cancer Care, Practi...

Breast Cancer Symptoms Most Common Signs Of Breast Cancer Types Of Breast Cancer How To Avoid Breast Cancer

Symptoms Of Breast Cancer: महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा होता है. दुनिया में हर साल करीब 2.1 मिलियन महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर से प्रभावित होती हैं. ब्रेस्ट कैंसर उस स्थिति में होता है जब जीनों में परिवर्तन की वजह से ब्रेस्ट सेल्स विभाजित होती हैं और बढ़ने लगती हैं. इससे ब्रेस्ट में गांठ जैसी पैदा हो जाती है. आप इसे टच करने पर भी डिटेक्ट कर सकते हैं. इसके अलावा ब्रेस्ट कैंसर होने पर शरीर में कई तरह के लक्षण नज़र आते हैं आपको इन्हें नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए. आइये जानते हैं स्तन कैंसर होने पर क्या लक्षण दिखते हैं और ब्रेस्ट कैंसर से कैसे बच सकते हैं. ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण शुरुआत में ब्रेस्ट कैंसर के कोई लक्षण नहीं दिखते हैं. हालांकि सबसे आम संकेत है ब्रेस्ट में गांठ होना. इसके अलावा इन लक्षणों पर भी ध्यान दें. 1 ब्रेस्ट में गांठ महसूस होना. दबाने पर इस गांठ में दर्द नहीं होता है. 2 ब्रेस्ट के साइज में परिवर्तन होना 3 ब्रेस्ट के निप्पल से लिक्विड निकलना 4 अंडरआर्म वाली जगह पर सूजन या गांठ होना 5ब्रेस्ट निप्पल्स का लाल या ज्यादा काला होना ब्रेस्ट कैंसर के प्रकार 1 इन्वेसिव- ये तेजी से फैलने वाला कैंसर होता है. 2 नॉन-इन्वेसिव- ब्रेस्ट कैंसर के 80 प्रतिशत मामलों में यही कैंसर होता है और ये काफी धीरे धीरे फैलता है. 3 इन्फ्लेमेटरी ब्रेस्ट कैंसर- ये काफी दुर्लभ होता है. इस कैंसर के मामले सिर्फ 1 प्रतिशत ही आते हैं. लेकिन ये बहुत तेजी से फैलता है. 4पेजेट्स डिजीज- इस कैंसर में निप्पल का एरिया पूरा काला पड़ जाता है. इसके 5 प्रतिशत से भी कम मामले सामने आते हैं. ब्रेस्ट कैंसर से बचाव • बढ़ती उम्र में महिलाओं को अपना वजन कंट्रोल रखना चाहिए. • ज्यादा शराब या स्मोकिंग करने से ...

Breast Cancer: Symptoms, Stages, Types, Causes, Test And Treatment, How Cancer Starts, Grows And Spreads

Breast Cancer: ब्रेस्ट कैंसर कैसे होता है, कैंसर स्टेजेस, सेल्फ एग्जामिन, लक्षण और इलाज... Breast Cancer Stages: यह भी जान लेना जरूरी है कि कैंसर कैसे हो सकता है, कैंसर कैसे फैलता है (How cancer starts, grows and spreads) तो बता दें कि शरी में बने ये टिश्यू लगातार बढ़ते रहने से इस टिश्यू के टुकड़े खून के रास्ते शरीर के अन्य हिस्सों में पहुंचते हैं और नई जगह पर विस्तार करने लगते हैं. इसे मेटास्टेसिस (Metastasis) कहा जाता है. मेटास्टेसिस (Metastasis) भी कैंसर का एक स्तर ही है. क्या है मेटास्टेसिस कैंसर (Metastasis: Diagnosing & Treating Metastatic Cancer) चलिए जानते हैं... यह भी पढ़ें • साउथ स्टार चिरंजीवी को है कैंसर? एक्टर ने खुद बताया क्या है सच • OTT कार्यक्रमों में तंबाकू के खिलाफ चेतावनी जारी करना अनिवार्य, स्वास्थ्य मंत्रालय ने नियमों में किये संशोधन • 8 साल के बच्चे को सांस लेने में हुई दिक्कत, डॉक्टरों ने बताया कब्ज, बाद में निकला कैंसर, फेफड़ों में भरा था 8 लीटर लिक्विड Breast Cancer Stages: कैंसर स्टेजेस को और बड़ा होने से बचाने के लिए नियमित ब्रेस्ट सेल्फ एग्जामिन करें. Photo Credit: iStock क्या है स्तन कैंसर या ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण, जानें कैसे करें ब्रेस्ट कैंसर की पहचान (Breast Cancer Symptoms in Hindi) - किसी स्तन में या बाहों के नीचे गांठ - किसी स्तन के आकार, आकृति या ऊंचाई में अचानक कोई बदलाव दिखना - स्तन या निप्पल का लाल हो जाना - स्तन से साफ या खून जैसे द्रव का बहना - स्तन के टिश्यू या त्वचा का ज्यादा समय तक सख्त बने रहना - स्तन या निप्पल की त्वचा पर कुछ अलग दिखना या अनुभव होना (डिंपल दिखना, जलन होना, लकीरें दिखना या सिकुड़न अनुभव होना) - स्तन का कोई हिस...

​ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण

​क्या होते हैं बिनाइन लंप्स बिनाइन लंप्स कैंसर रहित गांठ होती हैं, जो जानलेवा नहीं होती हैं लेकिन कुछ मात्रा में परेशानी का कारण बन सकती हैं। क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, ऐसी गांठ महिलाओं में बहुत आम है। लगभग आधी महिलाएं कभी न कभी इसका अनुभव करती हैं। यह गांठे कोमल होने के साथ दर्दनाक भी हो सकती हैं। इसके कारण स्तन में दर्द, निप्पल से पीले या हरे रंग का डिस्चार्ज हो सकता है। ​स्तन में क्यों बनती है कैंसर रहित गांठ स्तन या ब्रेस्ट में बनने वाले कैंसर रहित गांठ आमतौर पर सिस्ट और फाइब्रोएडीनोमा के कारण से बनती है। ब्रेस्ट सिस्ट स्तन के अंदर तरल पदार्थ से भरे थैली होते हैं, जो आमतौर पर कैंसर रहित नहीं होते हैं। ब्रेस्ट में एक या एक से अधिक सिस्ट भी विकसित हो सकते हैं। जबकि फाइब्रोएडीनोमा ट्यूमर होते हैं जो रेशेदार और ग्रंथियों के ऊतकों की ठोस गांठों से बने होते हैं। ये 18 से 35 वर्ष की महिलाओं में सबसे अधिक होते हैं। ​कैसे पता करें गांठ कैंसर है या नहीं कैंसर रहित और कैंसर वाली गांठों के कुछ लक्षण एक जैसे ही होते हैं। जिसके वजह से खुद इसका निदान करना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर से जांच कराना फायदेमंद होता है। डॉक्टर गांठ के कारण को जानने के लिए आपके ब्रेस्ट का अल्ट्रासाउंड, मैमोग्राम या एमआरआई कर सकता है। इसके अलावा कैंसर की पुष्टि के लिए ब्रेस्ट के डिस्चार्ज की बायोप्सी भी की जा सकती है। ​ब्रेस्ट कैंसर से कैसे करें बचाव ब्रेस्ट कैंसर से बचने का कोई कारगर तरीका अभी तक पता नहीं लगाया जा सका है। लेकिन ऐसी कुछ चीजें हैं, जिसकी मदद से आप इसके जोखिम को कम कर सकते हैं। इसमें हेल्दी लाइफस्टाइल, रेगुलर मेडिकल चेकअप, शराब-सिगरेट के सेवन से परहेज शामिल है।अगर आप किसी स्वास्थ्य सम...

Know stage three of breast cancer can be curable or not

घर और ऑफिस की दोहरी जिंदगी को निभाते हुए महिलाएं अपनी सेहत को पूरी तरह अनदेखा कर देती हैं। सेहत के प्रति लापरवाही का ही नतीजा है कि मौजूदा दौर में ब्रेस्ट कैंसर के मामलों में इज़ाफ़ा हो रहा है। ब्रेस्ट कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसके लिए खराब लाइफस्टाइल और खराब डाइट जिम्मेदार है। महिलाओं की बॉडी में ब्रेस्ट का काम टिश्यू से दूध बनाना होता है। ये टिश्यू सूक्ष्म वाहिनियों के जरिए निप्पल से जुड़े होते हैं। जब ब्रेस्ट के टिश्यू में गांठ बनती है, तब कैंसर बढ़ने लगता है। ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों की अगर समय पर जांच कर ली जाए तो जान को बचाया जा सकता है। महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर एक भयावह बीमारी बन चुकी है। जिसका समय पर इलाज नहीं मिलने पर महिला की मौत भी हो सकती है। दरअसल कई बार महिलाओं को इसके शुरुआती लक्षण का पता नहीं चल पाते है और बाद में स्थिति खराब होने लगती है। कैंसर विशेषज्ञों के अनुसार ब्रेस्ट कैंसर की 5 स्टेज होती हैं। जिसमें कैंसर की स्टेज बढ़ने के साथ -साथ स्थिति अधिक भयावह होने लगती है। ब्रेस्ट कैंसर की स्टेज बढ़ने पर मरीजों के दिमाग में सबसे पहला सवाल यही आता है कि क्या इस स्टेज में भी कैंसर का इलाज हो सकता है। एक्सपर्ट के मुताबिक कैंसर की पहली और दूसरी स्टेज में इलाज आसानी से किया जा सकता है लेकिन तीसरी स्टेज में कैंसर का इलाज करने में थोड़ी दिक्कत हो सकती है। आइए जानते हैं इस बीमारी के शुरुआती लक्षण कौन-कौन से हैं और इसका किस तरह इलाज किया जाए। ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती लक्षण: (Early symptoms of breast cancer ) • स्तनों के पूरे हिस्से में सूजन आना। • स्तनों में हर समय दर्द महसूस होना। • स्तनों के साइज में ज्यादा बदलाव होना। • स्तनों कि स्किन का लाल होना या चकते बनना। • स्त...