चांद के नीचे तारा

  1. Star Under The Moon: चंद्रमा के नीचे दिखाई दिया चमकता तारा, कई सालों में होती है ऐसी घटना, जानिए अब कब दिखेगा ऐसा नजारा
  2. आकाश में अजब नजाराः चांद के नीचे तारे के बाद अब सतरंगी छल्ले से घिरा दिखा सूरज, वैज्ञानिकों ने बताया कारण
  3. चांद के नीचे दिखने वाला तारा शुक्र
  4. एमपी में चांद के नीचे अटका तारा! किसी ने देवी से जोड़ा तो किसी ने रमजान से
  5. Star Under The Moon: चंद्रमा के नीचे दिखाई दिया चमकता तारा, कई सालों में होती है ऐसी घटना, जानिए अब कब दिखेगा ऐसा नजारा
  6. एमपी में चांद के नीचे अटका तारा! किसी ने देवी से जोड़ा तो किसी ने रमजान से
  7. चांद के नीचे दिखने वाला तारा शुक्र
  8. आकाश में अजब नजाराः चांद के नीचे तारे के बाद अब सतरंगी छल्ले से घिरा दिखा सूरज, वैज्ञानिकों ने बताया कारण
  9. एमपी में चांद के नीचे अटका तारा! किसी ने देवी से जोड़ा तो किसी ने रमजान से
  10. Star Under The Moon: चंद्रमा के नीचे दिखाई दिया चमकता तारा, कई सालों में होती है ऐसी घटना, जानिए अब कब दिखेगा ऐसा नजारा


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Star Under The Moon: चंद्रमा के नीचे दिखाई दिया चमकता तारा, कई सालों में होती है ऐसी घटना, जानिए अब कब दिखेगा ऐसा नजारा

star under the moon शुक्रवार रात में आसमान में चांद (moon) के साथ चमकता हुआ तारा (Star) ठीक उसके नीचे दिखाई दिया था। ऐसा लग रहा था मानों चंद्रमा ने गले में मणि वाला कोई लॉकेट पहन रखा हो। इस नजारे ने चमकते हुए चांद में भी चार चांद लगा दिए थे। इस नजारे को जिसने भी देखा वह देखता ही रह गया। आसमान में चांद का नया रूप देखकर कई लोगों ने सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें और वीडियो शेयर किए। star under the moon लोगों ने अपने-अपने हिसाब से इस चांद के मायने निकालना शुरू कर दिए। लेकिन आज हम आपको चांद के ठीक नीचे तारे के होने का वैज्ञानिक कारण बताऐंगे। ये भी पढ़े ये भी पढ़े star under the moon चेत्र नवरात्रि होने के कारण इस घटना खगोलीय घटना (astronomical event) को देवी माता से जोड़कर की जाने लगी। शुक्रवार को संयोग से नवरात्रि के तीसरे दिन देवी चंद्रघंटा की आराधना का दिन था। कुछ लोगों ने इसके चंद्रघंटा देवी का स्वरूप बताया। जबकि मुस्लीम समाज इस घटना को रमजान की पहली शाम से जोड़कर देख रहा था। उनका कहना था क रमाजन की पहली शाम को चांद का ऐसा नजारा खुशी का पैगाम लेकर आया है। star under the moon इसके अलावा कई अन्य लोगों ने अपने-अपने हिसाब से चंद्रमा और तारे के इस अनोखे रूप से देखा। ग्रहण के कारण दिखाई दिया अद्भूत नजारा चंद्रमा के नीचे तारा दिखाई देने की खगोलीय घटना के संबंध में वैज्ञानिकों का कहना है कि यह नजारा कभी-कभी दिखाई देता है। यह शुक्र ग्रह पर ग्रहण की एक खगोलीय घटना है। star under the moon शुक्रवार को शाम 6.30 से रात 9 बजे के बाद तक यह नजारा आसमान में दिखाई दिया था। खगोल वैज्ञानिकों ने बताया कि इस घटना को लूनर ऑक्यूलेशन और वीनस (Venus) कहते हैं। ये भी पढ़े ये भी पढ़े साल 2035 में दिखाई देगा ऐस...

आकाश में अजब नजाराः चांद के नीचे तारे के बाद अब सतरंगी छल्ले से घिरा दिखा सूरज, वैज्ञानिकों ने बताया कारण

Adipurush रिलीज के दिन खुल गया Allu Arjun का थिएटर, जानिए टिकटों की कीमत एक पखवारे के अंदर ही आकाश में दूसरा अजब नजारा देखने को मिला है। चांद के नीचे तारा दिखाई देने के बाद सोमवार को सतरंगी छल्ले से घिरा सूरज दिखाई दिया। सूरज का यह नजारा चर्चा का विषय बना रहा। बनारस समेत उत्तर भारत में आसमान पर दोपहर में सूरज के चारों तरफ इस घेरे को देखा गया। खगोलशास्त्रियों का कहना है कि ठंडे और गर्म बादलों के मिलने से सूरज के चारों ओर ऐसे छल्ले बनते हैं। इसे सोलर हेलो या सौर छल्ला कहते हैं। सोमवार को यह सौर छल्ला बनारस सहित उत्तर भारत के कई शहरों में देखा गया। आमतौर पर यह ठंडे प्रदेशों में देखा जाता है। भारत के गर्म इलाकों में इसका नजर आना अद्भुत खगोलीय घटना बताई जा रही है। बनारस के युवा खगोलविद वेदांत पांडेय ने यह तस्वीर खींचकर भेजी है। खगोलशास्त्रियों ने बताया कि प्रकाश की इस वृत्ताकार स्थिति को ‘22 डिग्री प्रभामंडल’ भी कहा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह वायुमंडलीय घटना सूर्य के 22 डिग्री पर पहुंचने पर बनती है। पृथ्वी के वायुमंडल के ऊपरी सिरे पर तापमान बेहद कम होता है। यहां छाए सिरस नामक हल्के बादलों में पानी की बूंदें जमा होती है। सूर्य की रोशनी इनसे गुजरने पर एक सतरंगी छल्ले की आकृति नजर आती है। सोमवार की दोपहर 12:35 बजे से लगभग दो घंटे के लिए बनारस के आसमान में यह सौर छल्ला देखा गया। इससे पहले 24 मार्च को आसमान में चांद के साथ उसके ठीक नीचे चमकता तारा दिखाई दिया था। तारा को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे चंद्रमा ने गले में मणि वाला कोई लॉकेट पहन रखा हो। इस नजारे ने चमकते चांद में ‘चार चांद’ लगा दिए थे। इस नजारे को जिसने देखा, देखता ही रह गया। सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें लोग डालते रहे। किस...

चांद के नीचे दिखने वाला तारा शुक्र

अर्धचंद्राकार चांद के नीचे एक तारा बीचों-बीच चमकता हुआ नजर आया है. इस तरह का अद्भुत नजारा देश के कई शहरों में दिखाई दिया है, जब लोग रमजान की शाम का चांद निहारने आसमान को ताकने लगे तो यह अद्भुत नजारा दिखा. हालांकि चांद के बिल्कुल करीब तारे जैसी जो रौशनी दिखाई दे रही है वो वीनस (शुक्र ग्रह) है. शुक्र, सूर्य से दूसरा ग्रह है और प्रत्येक 224.7 पृथ्वी दिनों मे सूर्य परिक्रमा करता है। ग्रह का नामकरण प्रेम और सौंदर्य की रोमन देवी पर हुआ है। चंद्रमा के बाद यह रात्रि आकाश में सबसे चमकीली प्राकृतिक वस्तु है। इसका आभासी परिमाण -4.6 के स्तर तक पहुँच जाता है और यह छाया डालने के लिए पर्याप्त उज्जवलता है।

एमपी में चांद के नीचे अटका तारा! किसी ने देवी से जोड़ा तो किसी ने रमजान से

Madhya Pradesh News: चांद के साथ जो सितारा है, वो सितारा हसीन लगता है…‘स्वीकार किया मैंने’ बॉलीवुड फिल्म का ये गीत लता मंगेशकर और किशोर कुमार की आवाज में खूब सुना गया.. चांद-तारों पर शायरों ने खूब लिखा, फिल्मों पर खूब गीत लिखे और गाए गए. शायरों ने चांद और तारों को प्रेमी और उसकी प्रेमिका के रूप में भी पेश किया. पर इस शायरी की दुनिया से बाहर जब हम आसमान में देखते हैं तो चांद और तारे अलग ही दिखते हैं. ऐसा ही कुछ नजारा एमपी के भोपाल (Bhopal News) और इंदौर (Indore News) में देखने को मिला. भोपाल में 24 मार्च की शाम को चांद के ठीक नीचे चमकता हुआ तारा देखा गया है. यह खूबसूरत तस्वीर चर्चा विषय बनी हुई है. बता दें कि शुक्रवार को जब रमजान की शाम का चांद देखने लिए लोगों ने आसमान की तरफ देखा तो ये अद्भुत नजारा देख हैरान रह गए. ऐसा नजारा देख लोगों ने इसके फोटो और वीडियो भी बनाने शुरू कर दिए. मैंने खींचा, तुमने खींचा इसने खींचा, उसने खींचा सबने खींचा एक फोटो जिसमें चाँद और तारा है….. 🤣 — Dr.𝐌𝐫𝐬 𝐌𝐞𝐞𝐧𝐚 𝐤 مینا ک (@MrsMeenak) देखते ही देखते सोशल मीडिया पर भी आसमान में दिखे इस नजारे की सुर्खियां बनने लगीं. किसी से इस नजारे के रमजान से जोड़ा तो किसी ने इसे नवरात्र में मां चंद्रघंटा देवी की कृपा बताई. वाह! कूदरत का क्या नज़ारा है आज चांद के नीचे तारा है। 🌙✨ — Arpit Verma IAS (@arpit_verma13) खगोलविद ने बताया घटना के बारे में… इस मामले में जब हमने उज्जैन नक्षत्र शाला के अधीक्षक राजेंद्र गुप्ता से बात की. उन्होंने बताया, “यह अकल टेकर यानी शुक्र ग्रह है, जो चंद्रमा के साथ आच्छादित हो रहा है. यह एक खगोलीय घटना है. यह घटना साल में एक बार जरूर होती है और इसे पूरे भारत में ही नहीं बल्कि एशिया के सभी ...

Star Under The Moon: चंद्रमा के नीचे दिखाई दिया चमकता तारा, कई सालों में होती है ऐसी घटना, जानिए अब कब दिखेगा ऐसा नजारा

star under the moon शुक्रवार रात में आसमान में चांद (moon) के साथ चमकता हुआ तारा (Star) ठीक उसके नीचे दिखाई दिया था। ऐसा लग रहा था मानों चंद्रमा ने गले में मणि वाला कोई लॉकेट पहन रखा हो। इस नजारे ने चमकते हुए चांद में भी चार चांद लगा दिए थे। इस नजारे को जिसने भी देखा वह देखता ही रह गया। आसमान में चांद का नया रूप देखकर कई लोगों ने सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें और वीडियो शेयर किए। star under the moon लोगों ने अपने-अपने हिसाब से इस चांद के मायने निकालना शुरू कर दिए। लेकिन आज हम आपको चांद के ठीक नीचे तारे के होने का वैज्ञानिक कारण बताऐंगे। ये भी पढ़े ये भी पढ़े star under the moon चेत्र नवरात्रि होने के कारण इस घटना खगोलीय घटना (astronomical event) को देवी माता से जोड़कर की जाने लगी। शुक्रवार को संयोग से नवरात्रि के तीसरे दिन देवी चंद्रघंटा की आराधना का दिन था। कुछ लोगों ने इसके चंद्रघंटा देवी का स्वरूप बताया। जबकि मुस्लीम समाज इस घटना को रमजान की पहली शाम से जोड़कर देख रहा था। उनका कहना था क रमाजन की पहली शाम को चांद का ऐसा नजारा खुशी का पैगाम लेकर आया है। star under the moon इसके अलावा कई अन्य लोगों ने अपने-अपने हिसाब से चंद्रमा और तारे के इस अनोखे रूप से देखा। ग्रहण के कारण दिखाई दिया अद्भूत नजारा चंद्रमा के नीचे तारा दिखाई देने की खगोलीय घटना के संबंध में वैज्ञानिकों का कहना है कि यह नजारा कभी-कभी दिखाई देता है। यह शुक्र ग्रह पर ग्रहण की एक खगोलीय घटना है। star under the moon शुक्रवार को शाम 6.30 से रात 9 बजे के बाद तक यह नजारा आसमान में दिखाई दिया था। खगोल वैज्ञानिकों ने बताया कि इस घटना को लूनर ऑक्यूलेशन और वीनस (Venus) कहते हैं। ये भी पढ़े ये भी पढ़े साल 2035 में दिखाई देगा ऐस...

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चांद के नीचे दिखने वाला तारा शुक्र

अर्धचंद्राकार चांद के नीचे एक तारा बीचों-बीच चमकता हुआ नजर आया है. इस तरह का अद्भुत नजारा देश के कई शहरों में दिखाई दिया है, जब लोग रमजान की शाम का चांद निहारने आसमान को ताकने लगे तो यह अद्भुत नजारा दिखा. हालांकि चांद के बिल्कुल करीब तारे जैसी जो रौशनी दिखाई दे रही है वो वीनस (शुक्र ग्रह) है. शुक्र, सूर्य से दूसरा ग्रह है और प्रत्येक 224.7 पृथ्वी दिनों मे सूर्य परिक्रमा करता है। ग्रह का नामकरण प्रेम और सौंदर्य की रोमन देवी पर हुआ है। चंद्रमा के बाद यह रात्रि आकाश में सबसे चमकीली प्राकृतिक वस्तु है। इसका आभासी परिमाण -4.6 के स्तर तक पहुँच जाता है और यह छाया डालने के लिए पर्याप्त उज्जवलता है।

आकाश में अजब नजाराः चांद के नीचे तारे के बाद अब सतरंगी छल्ले से घिरा दिखा सूरज, वैज्ञानिकों ने बताया कारण

MP: धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से शादी की इच्छा रखने वाली लड़की की कहानी में ट्विस्ट, क्या हो पाएगी मुलाकात? एक पखवारे के अंदर ही आकाश में दूसरा अजब नजारा देखने को मिला है। चांद के नीचे तारा दिखाई देने के बाद सोमवार को सतरंगी छल्ले से घिरा सूरज दिखाई दिया। सूरज का यह नजारा चर्चा का विषय बना रहा। बनारस समेत उत्तर भारत में आसमान पर दोपहर में सूरज के चारों तरफ इस घेरे को देखा गया। खगोलशास्त्रियों का कहना है कि ठंडे और गर्म बादलों के मिलने से सूरज के चारों ओर ऐसे छल्ले बनते हैं। इसे सोलर हेलो या सौर छल्ला कहते हैं। सोमवार को यह सौर छल्ला बनारस सहित उत्तर भारत के कई शहरों में देखा गया। आमतौर पर यह ठंडे प्रदेशों में देखा जाता है। भारत के गर्म इलाकों में इसका नजर आना अद्भुत खगोलीय घटना बताई जा रही है। बनारस के युवा खगोलविद वेदांत पांडेय ने यह तस्वीर खींचकर भेजी है। खगोलशास्त्रियों ने बताया कि प्रकाश की इस वृत्ताकार स्थिति को ‘22 डिग्री प्रभामंडल’ भी कहा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह वायुमंडलीय घटना सूर्य के 22 डिग्री पर पहुंचने पर बनती है। पृथ्वी के वायुमंडल के ऊपरी सिरे पर तापमान बेहद कम होता है। यहां छाए सिरस नामक हल्के बादलों में पानी की बूंदें जमा होती है। सूर्य की रोशनी इनसे गुजरने पर एक सतरंगी छल्ले की आकृति नजर आती है। सोमवार की दोपहर 12:35 बजे से लगभग दो घंटे के लिए बनारस के आसमान में यह सौर छल्ला देखा गया। इससे पहले 24 मार्च को आसमान में चांद के साथ उसके ठीक नीचे चमकता तारा दिखाई दिया था। तारा को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे चंद्रमा ने गले में मणि वाला कोई लॉकेट पहन रखा हो। इस नजारे ने चमकते चांद में ‘चार चांद’ लगा दिए थे। इस नजारे को जिसने देखा, देखता ही रह गया। सोशल मीडिया पर...

एमपी में चांद के नीचे अटका तारा! किसी ने देवी से जोड़ा तो किसी ने रमजान से

Madhya Pradesh News: चांद के साथ जो सितारा है, वो सितारा हसीन लगता है…‘स्वीकार किया मैंने’ बॉलीवुड फिल्म का ये गीत लता मंगेशकर और किशोर कुमार की आवाज में खूब सुना गया.. चांद-तारों पर शायरों ने खूब लिखा, फिल्मों पर खूब गीत लिखे और गाए गए. शायरों ने चांद और तारों को प्रेमी और उसकी प्रेमिका के रूप में भी पेश किया. पर इस शायरी की दुनिया से बाहर जब हम आसमान में देखते हैं तो चांद और तारे अलग ही दिखते हैं. ऐसा ही कुछ नजारा एमपी के भोपाल (Bhopal News) और इंदौर (Indore News) में देखने को मिला. भोपाल में 24 मार्च की शाम को चांद के ठीक नीचे चमकता हुआ तारा देखा गया है. यह खूबसूरत तस्वीर चर्चा विषय बनी हुई है. बता दें कि शुक्रवार को जब रमजान की शाम का चांद देखने लिए लोगों ने आसमान की तरफ देखा तो ये अद्भुत नजारा देख हैरान रह गए. ऐसा नजारा देख लोगों ने इसके फोटो और वीडियो भी बनाने शुरू कर दिए. मैंने खींचा, तुमने खींचा इसने खींचा, उसने खींचा सबने खींचा एक फोटो जिसमें चाँद और तारा है….. 🤣 — Dr.𝐌𝐫𝐬 𝐌𝐞𝐞𝐧𝐚 𝐤 مینا ک (@MrsMeenak) देखते ही देखते सोशल मीडिया पर भी आसमान में दिखे इस नजारे की सुर्खियां बनने लगीं. किसी से इस नजारे के रमजान से जोड़ा तो किसी ने इसे नवरात्र में मां चंद्रघंटा देवी की कृपा बताई. वाह! कूदरत का क्या नज़ारा है आज चांद के नीचे तारा है। 🌙✨ — Arpit Verma IAS (@arpit_verma13) खगोलविद ने बताया घटना के बारे में… इस मामले में जब हमने उज्जैन नक्षत्र शाला के अधीक्षक राजेंद्र गुप्ता से बात की. उन्होंने बताया, “यह अकल टेकर यानी शुक्र ग्रह है, जो चंद्रमा के साथ आच्छादित हो रहा है. यह एक खगोलीय घटना है. यह घटना साल में एक बार जरूर होती है और इसे पूरे भारत में ही नहीं बल्कि एशिया के सभी ...

Star Under The Moon: चंद्रमा के नीचे दिखाई दिया चमकता तारा, कई सालों में होती है ऐसी घटना, जानिए अब कब दिखेगा ऐसा नजारा

star under the moon शुक्रवार रात में आसमान में चांद (moon) के साथ चमकता हुआ तारा (Star) ठीक उसके नीचे दिखाई दिया था। ऐसा लग रहा था मानों चंद्रमा ने गले में मणि वाला कोई लॉकेट पहन रखा हो। इस नजारे ने चमकते हुए चांद में भी चार चांद लगा दिए थे। इस नजारे को जिसने भी देखा वह देखता ही रह गया। आसमान में चांद का नया रूप देखकर कई लोगों ने सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें और वीडियो शेयर किए। star under the moon लोगों ने अपने-अपने हिसाब से इस चांद के मायने निकालना शुरू कर दिए। लेकिन आज हम आपको चांद के ठीक नीचे तारे के होने का वैज्ञानिक कारण बताऐंगे। ये भी पढ़े ये भी पढ़े star under the moon चेत्र नवरात्रि होने के कारण इस घटना खगोलीय घटना (astronomical event) को देवी माता से जोड़कर की जाने लगी। शुक्रवार को संयोग से नवरात्रि के तीसरे दिन देवी चंद्रघंटा की आराधना का दिन था। कुछ लोगों ने इसके चंद्रघंटा देवी का स्वरूप बताया। जबकि मुस्लीम समाज इस घटना को रमजान की पहली शाम से जोड़कर देख रहा था। उनका कहना था क रमाजन की पहली शाम को चांद का ऐसा नजारा खुशी का पैगाम लेकर आया है। star under the moon इसके अलावा कई अन्य लोगों ने अपने-अपने हिसाब से चंद्रमा और तारे के इस अनोखे रूप से देखा। ग्रहण के कारण दिखाई दिया अद्भूत नजारा चंद्रमा के नीचे तारा दिखाई देने की खगोलीय घटना के संबंध में वैज्ञानिकों का कहना है कि यह नजारा कभी-कभी दिखाई देता है। यह शुक्र ग्रह पर ग्रहण की एक खगोलीय घटना है। star under the moon शुक्रवार को शाम 6.30 से रात 9 बजे के बाद तक यह नजारा आसमान में दिखाई दिया था। खगोल वैज्ञानिकों ने बताया कि इस घटना को लूनर ऑक्यूलेशन और वीनस (Venus) कहते हैं। ये भी पढ़े ये भी पढ़े साल 2035 में दिखाई देगा ऐस...