चैत्र रामनवमी 2023

  1. रामनवमी 2023 : 11 बजकर 11 मिनट से शुरू होगा शुभ मुहूर्त
  2. ayodhya ram navami 2023 ram janmotsava saryu snan latest hindi update Latest News in Hindi, Newstrack Samachar, Aaj Ki Taja Khabar
  3. राम नवमी 2023 कब है?
  4. रामनवमी 2023
  5. Happy Ram Navami 2023:भए प्रगट कृपाला दीन दयाला कौशल्या हितकारी... भगवान राम सिखाते हैं कैसे निभाएं हर संबंध
  6. Ram Navami 2023: रामनवमी के खास दिन जानें प्रभु श्रीराम से जुड़े रोचक तथ्य, रामलला की ये बाते नहीं जानते होंगे आप


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रामनवमी 2023 : 11 बजकर 11 मिनट से शुरू होगा शुभ मुहूर्त

रामनवमी इस वर्ष रामनवमी 30 मार्च गुरुवार को है। राम नवमी भगवान राम का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था। हर साल इस दिन को भगवान राम के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। भगवान राम का जन्म मध्याह्न काल के दौरान हुआ था जो दिन के मध्य में है।इस वर्ष रामनवमी मध्याह्न मुहूर्त सुबह 11 बजकर 11 मिनट से शुरू होकर दोपहर 01 बजकर 40 मिनट पर समाप्त होगा यह समय राम नवमी पूजा अनुष्ठान करने के लिए सबसे शुभ समय है। मध्याह्न का मध्य बिंदु उस क्षण को चिह्नित करता है जब श्री राम का जन्म हुआ था और मंदिर इस क्षण को भगवान राम के जन्म के क्षण के रूप में दर्शाते हैं। इस समय के दौरान श्री राम का जप और उत्सव अपने चरम पर होता है। रामनवमी के दौरान आठ प्रहर उपवास का सुझाव दिया जाता है। जिसका अर्थ है कि भक्तों को सूर्योदय से सूर्योदय तक व्रत का पालन करना चाहिए। चैत्र नवरात्रि और श्रीराम नवमी पर रामचरित मानस, वाल्मीकि रामायण, सुंदरकांड आदि के अनुष्ठान की भी परंपरा रही है साथ ही मंत्रों का जाप भी किया जाता है। उन्हें या इनमे से किसी एक मंत्र का जप करने पर इच्छापूर्ति नि:संदेह पूर्ण होती हैं: ‘रां रामाय नम:’ सकाम जपा जाने वाला यह मं‍त्र राज्य, लक्ष्मी पुत्र, आरोग्य व वि‍पत्ति नाश के लिए प्रसिद्ध है। ‘ॐ रामाय धनुष्पाणये स्वाहा:’ शत्रु शमन, न्यायालय, मुकदमे आदि की समस्या से मुक्ति हेतु प्रशस्त है। साथ ही रामरक्षास्तोत्र, सुंदरकांड, हनुमान चालीसा, बजरंग बाण इत्यादि का जप कर अनुष्ठान रूप में लाभ प्राप्त किया जा सकता है। श्री हनुमानजी व भगवान राम का चि‍त्र सामने लाल रंग के वस्त्र पर रखकर पंचोपचार पूजन कर जप किया जाना चाहिए। यही सरल व लौकिक विधि है।नि:संदेह पूजा पाठ या मंत्रों के जप का फल तभी ...

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Ayodhya Ram Navami 2023-चैत्र रामनवमी पर प्रभु श्रीराम का जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। महापर्व को मनाने के लिए एक दिन पहले से ही श्रद्धालुओं ने डेरा डाल रखा था। राम जन्मभूमि सहित सभी मंदिरों में भक्त जन्मोत्सव की प्रतीक्षा में पलक पावड़े बिछाये रहे। दोपहर के 12 बजे कनक भवन में जैसे ही रामलला का जन्म हुआ, रामलला के अस्थाई मंदिर सहित मठ-मंदिरों में घंटा-घड़ियाल और शंख की ध्वनि गूंजने लगी। 'भए प्रगट कृपाला, दीनदयाला कौशाल्या हितकारी..' की ध्वनि से पूरी अयोध्या गुंजायमान हो उठी। जगह-जगह सोहर व बधाई गीत बजने शुरू हो गए। श्रद्धालु भी ढोल-नगाड़ों की थाप पर झूमते नजर आए। दोपहर बारह बजे जन्मोत्सव के बाद रामलला की खास आरती उतारी गई। प्रभु के बाल स्वरूप को आज जो भोग लगाया गया, उसी को श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद के तौर पर वितरित किया गया। जन्मोत्सव पर रामलला का अस्थाई मंदिर अलग-अलग तरह के फूलों की महक से सुगंधित हो उठा। इस दौरान मंदिर को फूलों और रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया था। खासकर, रामनवमी को लेकर खासी तैयारियां की गई थीं। पूरे 9 दिन तक भगवान रामलला को नए वस्त्र धारण कराए गए। जन्मोत्सव पर भगवान के दर्शन के लिए राम मंदिर में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा। जन्मोत्सव की शोभा देख रामनगरी आये श्रद्धालु निहाल हो गये। 25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किया स्नान गुरुवार सुबह तड़के से ही श्रद्दालु सरयू नदी में आस्था की डुबकी लगाने लगे। प्रशासन का दावा है कि श्रीराम जन्मोत्सव पर पतित पावनी नदी में 25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने स्नान किया है। प्रशासन की ओर दोपहर 12 बजे तक 25 लाख श्रद्धालुओं के अयोध्या में मौजूद होने के दावे किए गए। कोरोना महामारी के चलते दो साल बाद रामनगरी में रामजन्मो...

राम नवमी 2023 कब है?

राम नवमी 2023 कब है? रामनवमी 2023 की तिथि, समय तथा शुभ मुहूर्त, रामनवमी का इतिहास, महत्त्व, निबंध (Ram Navami History in Hindi, ram navami kyu manate hai in hindi) Ram Navami 2023 Date in Hindi: भारतवर्ष में हर साल रामनवमी का त्यौहार मनाया जाता है। लेकिन क्या आपको पता हैं कि रामनवमी क्यों मनाया जाता है? Advertisements भारत भूमि पर पर्व एवं त्यौहारों की भूमि है। यहां आए दिन कोई न कोई त्यौहार मनाया जाता रहता है। इन्हीं महत्वपूर्ण पर्व एवं त्योहारों की श्रृंखला में रामनवमी का त्यौहार भी शामिल है। रामनवमी का त्यौहार भी प्रभु श्रीराम से जुड़ा हुआ है। भगवान श्री राम जी हिंदुओं के सबसे प्रमुख देवताओं में से एक है जिन्हें एक आदर्श पुरुष माना जाता है तथा मर्यादा पुरुषोत्तम कहकर संबोधित किया जाता है। • • • • • • राम नवमी 2023 कब है? जैसा कि हम सब जानते हैं चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी के दिन रामनवमी का त्यौहार मनाया जाता है। यह दिन चैत्र नवरात्रि का आखरी दिन भी होता है। इसलिए इसका महत्व ज्यादा बढ़ जाता है। इस साल 30 मार्च 2023 के दिन चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पड़ रही है। इसीलिए 30 मार्च 2023 का दिन रामनवमी के उपलक्ष में मनाया जाएगा। रामनवमी 2023 की तिथि, समय तथा शुभ मुहूर्त (Ram Navami 2023 Date And Time in Hindi) इस साल रामनवमी की तिथि का शुभारंभ 29 मार्च 2023 की रात 09 बजकर 07 मिनट पर होगा तथा अगले दिन 30 मार्च 2023 की रात 11 बजकर 30 मिनट तक रहेगी। राम नवमी क्यों मनाया जाता है? भारत में हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को रामनवमी के तौर पर मनाया जाता है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार त्रेता युग के दौरान पृथ्वि पर लंका के राजा रावण का अत्याचार बहुत बढ़ गया था। राक्षस रावण ...

रामनवमी 2023

सनातन परंपरा में भगवान राम का नाम सुख-समृद्धि और सौभाग्य का कारक माना गया है. जिस तारक मंत्र राम नाम को जपते ही लोगों के दु:ख और परेशानियां पलक झपकते दूर हो जाती हैं, उनका जनम दिवस हर साल चैत्र मास के शुक्लपक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है. हिंदू धर्म में इस पर्व को नवरात्रि के नौवें दिन रामनवमी के रूप में मनाया जाता है. पंचांग के अनुसार इस साल मर्यादा पुरुषोत्तम राम का जन्म दिवस 30 मार्च 2023 को मनाया जाएगा. आइए रामनवमी पर भगवान श्री राम की पूजा की विधि और उसके शुभ मुहूर्त के बारे में विस्तार से जानते हैं. राम नवमी पूजन का मुहूर्त राम नवमी, जिसे भगवान राम के जन्म के रूप में भी जाना जाता है, इस वर्ष गुरुवार, 30 मार्च को मनाई जाएगी। रामनवमी का शुभ पर्व चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन मान्य जाता है। चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से शुरू हुई और 30 मार्च तक मनाई जाएगी। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान राम का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था। इसलिए इस दिन को प्रत्येक वर्ष भगवान राम के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि भगवान राम का जन्म मध्याह्न काल के दौरान हुआ था। दृक पंचांग के अनुसार, छह घटियों तक चलने वाला मध्याह्न रामनवमी पूजा अनुष्ठान करने का सबसे शुभ समय है। रामनवमी की तिथि चैत्र मास 2023 की नवमी तिथि आरंभ: 29 मार्च 2023, रात्रि 09:07 मिनट से। चैत्र मास 2023 की नवमी तिथि समाप्त: 30 मार्च 2023, रात्रि 11:30 पर। रामनवमी का शुभ मुहूर्त इस वर्ष राम नवमी का पर्व गुरुवार, 30 मार्च, 2023 को मनाया जाएगा। रामनवमी मध्याह्न मुहूर्त: प्रातः 11:11 बजे से शुरू होकर दोपहर 01: 40 मिनट तक। राम नवमी की पूजा विधि भगवान राम को समर्पित इस विशेष दिन पर भक्तों ...

Happy Ram Navami 2023:भए प्रगट कृपाला दीन दयाला कौशल्या हितकारी... भगवान राम सिखाते हैं कैसे निभाएं हर संबंध

Happy Ram Navami 2023: आज गुरुवार, 30 मार्च 2023 को देश भर में रामनवमी का त्योहार मनाया जा रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस तिथि पर भगवान राम ने भगवान विष्णु के सातवें अवतार के रूप में पृथ्वी पर जन्म लिया था। चैत्र नवमी की तिथि नवरात्रि की आखिरी तिथि होती है। चैत्र नवरात्रि पर जहां लगातार नौ दिनों तक देवी दुर्गा की पूजा-उपासना की जाती है वहीं नवरात्रि के आखिरी दिन यानी नवमी तिथि पर भगवान राम का जन्मोत्सव मनाया जाता है। नवरात्रि में जहां लगातार शक्ति की उपासना की जाती है वहीं आखिरी दिन मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम के जीवन से सीख लेते हुए उनका जन्मोत्सव मनाया जाता है। नवरात्रि और रामनवमी का त्योहार हमें कई तरह की सीख देते हैं। क्योंकि शक्ति सपन्न के साथ जीवन में मर्यादा का पालन करना भी बहुत जरूरी होता है। अगर ऊर्जा, शक्ति और शौर्य को संयम और नियमानुसार संतुलन न बैठाया जाय तो इसका परिणाम घातक हो सकता है। भगवान राम का समूचा जीवन मर्यादा में रहते हुए हर तरह के असंभव से असंभव कार्य को बड़ी ही आसानी के साथ किया जा सकता है। पुत्र के रूप में भगवान राम का जीवन और संदेश भगवान राम ने पुत्र के रूप में एक आदर्श जीवन बिताया। भगवान राम का जीवन एक आदर्श पुत्र रूप में जान जाता है। भगवान राम ने पिता की आज्ञा का पालन करते हुए फौरन ही राजपाठ को त्याग कर वनवास जाने को तैयार हो गए थे। भगवान राम में वनवास का कारण बनी अपनी मां कैकेयी को सबसे पहला स्थान दिया। भगवान राम के इस आदर्श से हमें ये सीख मिलती है कि माता-पिता की आज्ञा का पालन, उनका सम्मान और उन्हे प्रेम जरूर करना चाहिए। पति के रूप में भगवान ...

Ram Navami 2023: रामनवमी के खास दिन जानें प्रभु श्रीराम से जुड़े रोचक तथ्य, रामलला की ये बाते नहीं जानते होंगे आप

डीएनए हिंदी: चैत्र माह (Chaitra Month) में शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से नवमी तिथि तक चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2023) का पर्व मनाया जाता है. चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन नवमी तिथि पर राम नवमी (Ram Navami 2023) मनाया जाता है. आज चैत्र शुक्ल पक्ष नवमी तिथि (Ram Navami 2023) पर हिंदूओं के आराध्य देव प्रभु श्रीराम का जन्मोत्सव देशभर में मनाया जा रहा है. आज रामनवमी (Ram Navami 2023) के अवसर पर देशभर में भव्य आयोजन और जुलूस निकलेंगे. चैत्र शुक्ल पक्ष नवमी को प्रभु श्रीराम (Lord Shree Ram) का जन्म हुआ था इस दिन भगवान राम (Lord Shree Ram) की बाल अवतार के रूप में पूजा की जाती है. तो चलिए आज रामनवमी (Ram Navami 2023) के अवसर पर प्रभु श्रीराम से जुड़ी रोचक बातों के बारे में जानते हैं जिन्हें शायद ही आप जानते हों. प्रभु श्रीराम से जुड़े तथ्य (Interesting Facts About Lord Shree Ram) - प्रभु श्रीराम का जन्म वैदिक आर्य क्षत्रियों के प्रमुख राजवंश इक्ष्वाकु वंश में हुआ था. इस राजवंश की स्थापना सूर्य पुत्र इक्ष्वाकु ने की थी. यहीं वजह है कि प्रभु श्रीराम को सूर्यवंशी भी कहा जाता है. - राम जी भगवान विष्णु के अवतार थे. प्रभु श्रीराम को भगवान विष्णु 10 अवतारों में से 7वां अवतार माना गया है. - भगवान राम का नाम बहुत ही सुंदर हैं. भगवान राम का नामकरण गुरु महर्षि वशिष्ठ ने किया था. महर्षि वशिष्ठ रघुवंशियों के गुरु थे.