चौथी पंचवर्षीय योजना

  1. ग्राम्य विकास में पंचवर्षीय योजनाओं की विभिन्न उपलब्धियों को समझाइए।
  2. चौथी पंचवार्षिक योजना
  3. भारत की पंचवर्षीय योजनाएँ


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ग्राम्य विकास में पंचवर्षीय योजनाओं की विभिन्न उपलब्धियों को समझाइए।

स्वतन्त्रता के पश्चात् देश को तीव्र गति से आर्थिक विकास करने के लिए नियोजन का मार्ग अपनाया गया। भारत एक ग्राम-प्रधान देश है। यदि हम भारत का आर्थिक विकास करना चाहते हैं तो ग्राम्य विकास के बिना आर्थिक विकास की कल्पना करना निरर्थक होगा; अतः भारत के आर्थिक विकास के लिए 1950 ई० में योजना आयोग की स्थापना की गयी। देश की प्रथम पंचवर्षीय योजना 1 अप्रैल, 1951 ई० से प्रारम्भ की गयी तथा अब तक 11 पंचवर्षीय योजनाएँ अपना कार्यकाल पूरा कर चुकी हैं। विभिन्न पंचवर्षीय योजनाओं में ग्राम्य विकास की ओर सर्वाधिक ध्यान केन्द्रित किया गया है, जिसका संक्षिप्त विवरण निम्नलिखित है 1. प्रथम पंचवर्षीय योजना (1 अप्रैल, 1951 ई० से 31 मार्च, 1956 ई० तक) –प्रथम पंचवर्षीय योजना की रूपरेखा में कहा गया था कि नियोजन का केन्द्रीय उद्देश्ये जनता के जीवन-स्तर को ऊँचा उठाना है और उसके लिए एक अधिक सुख-सुविधापूर्ण जीवन प्रदान करना है। प्रथम पंचवर्षीय योजना मुख्य रूप से कृषिप्रधान योजना थी। इस योजना में सम्पूर्ण योजना की लगभग तीन-चौथाई धनराशि कृषि, सिंचाई, शक्ति तथा यातायात पर व्यय की गयी। 2. द्वितीय पंचवर्षीय योजना (1 अप्रैल, 1956 ई० से 31 मार्च, 1961 ई० तक) –द्वितीय पंचवर्षीय योजना में भी कृषि को महत्त्व प्रदान किया गया था, परन्तु औद्योगिक विकास को अधिक प्राथमिकता दी गयी थी। ग्राम्य विकास की ओर द्वितीय योजना में भी पूर्ण ध्यान दिया गया था। 3. तीसरी पंचवर्षीय योजना (1 अप्रैल, 1961 ई० से 31 मार्च, 1966 ई० तक) –तीसरी योजना में ग्राम्य विकास हेतु कृषि विकास को पर्याप्त महत्त्व दिया गया था। योजना आयोग ने कृषि को प्राथमिकता देते हुए लिखा था–“तृतीय योजना की विकास युक्तेि में कृषि को ही अनिवार्यतः सर्वाधिक प्राथमिकता मिल...

चौथी पंचवार्षिक योजना

ही चौथी प्रतिमान [ ] ॲलन एस. मान आणि अशोकरुद्र यांनी तयार केलेल्या "खुल्या सातत्य प्रतिमानावर" आधारित या चौथ्या योजनेचा आराखडा खर्च [ ] या योजनेचा प्रस्तावित खर्च १५,९०० कोटी रु.इतका होता आणि वास्तविक खर्च १५,७९९ कोटी रु. एवढा होता.या योजनेच्या प्रस्तावित खर्चापेक्षा वास्तविक खर्च कमी होता. उद्दिष्ट्ये [ ] या योजनेअंतर्गत एकूण तीन उद्दिष्ट्ये ठेवण्यात आली होती.ते म्हणजे पहिले उद्दिष्ट स्वावलंबन,दुसरे उद्दिष्ट सामाजिक न्यायासह आर्थिक वाढ आणि तिसरे उद्दिष्ट समतोल प्रादेशिक विकास हे होते. कार्यक्रम व प्रकल्प [ ] या योजनेअंतर्गत ४ कार्यक्रम व प्रकल्प सुरू करण्यात आले होते.ते म्हणजे योजनेचा घटनाक्रम [ ] या योजनेच्या काळात काही विशेष घटना घडल्या .त्यांचा घटनाक्रम खालील प्रमाणे आहे. १)१९६९ च्या जून महिन्यात ' १४ बँकांचे राष्ट्रीयीकरण ' करण्यात आले. २)१९७२ मध्ये साधारण विमा व्यवसाय हा कायदा संमत करण्यात आला. ३)१ जानेवारी १९७३ रोजी भारतीय साधारण विमा महामंडळाची स्थापना करण्यात आली. ४)१९७३ मध्ये परकीय चलन विनिमय कायदा (FERA) संमत करण्यात आला. ५)१९७३ ते १९७४ मध्ये नियोजन मंडळाने(नीती आयोग) दारिद्र्य रेषेचे मोजमाप कॅलरीच्या स्वरूपात करण्यास प्रारंभ केला. मूल्यमापन [ ] या योजनेने पहिल्या दोन वर्षात चांगली प्रगती केली मात्र नंतरच्या तीन वर्षात अपयशाचा सामना करावा लागला. या अपयशाची कारणे १९७१ चे भारत - पाकिस्तान युद्ध व बांगलादेशी निर्वासितांचा प्रश्न आणि १९७३चा तेलाचा झटका.

भारत की पंचवर्षीय योजनाएँ

इस लेख में अतिरिक्त संदर्भ अथवा स्रोतों की आवश्यकता है। कृपया विश्वसनीय स्रोत जोड़कर (दिसम्बर 2015) स्रोत खोजें: · · · · पंचवर्षीय योजना हर 5 वर्ष के लिए केंद्र सरकार द्वारा देश के लोगो के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए शुरू की जाती है । पंचवर्षीय योजनायें केंद्रीकृत और एकीकृत राष्ट्रीय आर्थिक कार्यक्रम हैं। 1947 से 2017 तक, भारतीय अर्थव्यवस्था का नियोजन की अवधारणा का यह आधार था। इसे पंचवर्षीय योजनाओं के माध्यम से किया गया था। पदेन अध्यक्ष के रूप में प्रधान मंत्री के साथ उपाध्यक्ष भी होता है , आयोग के पास एक मनोनीत उपाध्यक्ष भी होता था, जिसका पद एक कैबिनेट मंत्री के बराबर होता था। मोंटेक सिंह अहलूवालिया आयोग के अंतिम उपाध्यक्ष थे (26 मई 2014 को इस्तीफा दे दिया)। बारहवीं योजना का कार्यकाल मार्च 2017 में पूरा हो गया। अनुक्रम • 1 इतिहास • 2 पहली योजना (1951-1956) • 3 दूसरी योजना (1956-1961) • 4 तीसरी योजना (1961-1966) • 5 योजनावकाश (1966-1969) • 6 चौथी योजना (1969-1974) • 7 पांचवी योजना (1974-1978) • 8 रोलिंग प्लान (1978-1980) • 9 छठी योजना (1980-1985) • 10 सातवीं योजना (1985-1990) • 11 वार्षिक योजनाएँ (1990-1992) • 12 आठवीं योजना (1992-1997) • 13 नौवीं योजना (1997-2002) • 14 दसवीं योजना (2002-2007) • 15 ग्यारहवीं योजना (2007-2012) • 16 बारहवीं योजना (2012-2017) • 17 भविष्य • 18 बाहरीकड़ियाँ • 19 सन्दर्भ इतिहास [ ] पंचवर्षीय योजनाएं केंद्रीकृत और एकीकृत राष्ट्रीय आर्थिक कार्यक्रम हैं। पहली योजना (1951-1956) [ ] प्रथम भारतीय प्रधान मंत्री, जवाहरलाल नेहरू ने भारत की संसद को पहली पंचवर्षीय योजना प्रस्तुत की और इस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता थी। पहली पंचवर्षीय योजना 1951 में...