चेन्नई से रामेश्वरम की दूरी

  1. रामेश्वरम की एक खूबसूरत दर्शनीय जगह – example3193
  2. रामेश्वरम की एक खूबसूरत शैर पर चलते हैं
  3. Chennai se Bageshwar dham ki doori/ चेन्नई से बागेश्वर धाम कैसे पहुंचे
  4. क्या है रामेश्वर ज्योतिर्लिंग का इतिहास
  5. राही चलता जा ... मंजिल मिलेगी जरूर: रामेश्वरम यात्रा (भाग 1) : ज्योतिर्लिंग दर्शन
  6. भारत में कितनी हैं Vande Bharat ट्रेनें और क्या है रूट , जानें
  7. रामेश्वरम मंदिर : चार धामों में शामिल इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग का प्राचीन इतिहास – Buy Spiritual Products
  8. रामेश्वरम यात्रा संपूर्ण गाइड
  9. भारत में कितनी हैं Vande Bharat ट्रेनें और क्या है रूट , जानें
  10. रामेश्वरम की एक खूबसूरत दर्शनीय जगह – example3193


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रामेश्वरम की एक खूबसूरत दर्शनीय जगह – example3193

यह एक ऐसी जगह है जहां हिंद महासागर और बंगाल की खाड़ी मिलती है। कहां जाता है कि यह वह जगह है जहां भगवान राम दुष्ट दानव रावण का वद्ध करके लौटे थे, लेकिन वो भगवान शिव के बहुत बड़े भक्त थे और जन्म से ब्राह्मण थे। यहाँ हर साल हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु अपनी आस्थाओं में लिपटी भगवान के प्रति प्रेम को दर्शाने आते हैं। रामेश्वरम तमिलनाडु का एक आकर्षक शहर चेन्नई से तक़रीबन 592 किलोमीटर की दूरी पर है। रामेश्वरम एक खूबसूरत दर्शनीय जगह है और बहुत प्रसिद्ध तीर्थ स्थान भी। कोदंडाराम स्वामी मंदिर कहा जाता है कि इसी स्थान पर भगवान राम से विभीषण मिले थे इसीलिए इसी जगह पर यह कोदंडाराम स्वामी मंदिर स्थापित है। यह धनुष्कोटि से तक़रीबन 8 किलोमीटर की दूरी पर होगा जो कि दर्शनीय है। कोरल रीफ कोरल रीफ कुदरत के करिश्मों में से एक है यह बेहद खूबसूरत प्राकृतिक सौंदर्य वाला स्थल है। यहाँ दूर दूर तक फैली सुनहरी रेत और उसपर नारियल के ऊँचे ऊँचे वृक्ष इसकी खूबसूरती को और भी खूबसूरत बना देते हैं। कोरल रीफ में अधिकतर पर्यटक मछली पकड़ने के चाह में भी आते हैं। धनुषकोटि धनुषकोटि समुद्रतट पर स्थित एक दर्शिये स्थल है यहाँ भगवान राम, लक्ष्मण, विभीषण और हनुमान की मूर्तियां विराजमान हैं। धनुषकोटी रामेश्वरम से लगभग 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। गंधाधन पर्वतम् गंधाधन पर्वतम् रामेश्वरम का ऊंचा स्थल तो है ही साथ ही यह रामेश्वरम मंदिर से लगभग 4 किलोमीटर दूर है। यहाँ से आप पूरे समुद्र द्वीप का अद्भुत आकर्षण नज़ारा देख सकते हैं। सीता कुण्ड कहा जाता है कीं अगर सीता कुण्ड में जो स्नान करे उसके सारे पाप धुल जाते हैं। यूँ तो रामेश्वरम में बहुत से ऐसे कुण्ड हैं जिनकी अपनी व्याख्या और अपना मत व आस्था है। उनमे से सीता कुण्ड भी...

रामेश्वरम की एक खूबसूरत शैर पर चलते हैं

यह एक ऐसी जगह है जहां हिंद महासागर और बंगाल की खाड़ी मिलती है। कहां जाता है कि यह वह जगह है जहां भगवान राम दुष्ट दानव रावण का वद्ध करके लौटे थे, लेकिन वो भगवान शिव के बहुत बड़े भक्त थे और जन्म से ब्राह्मण थे। यहाँ हर साल हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु अपनी आस्थाओं में लिपटी भगवान के प्रति प्रेम को दर्शाने आते हैं। रामेश्वरम तमिलनाडु का एक आकर्षक शहर चेन्नई से तक़रीबन 592 किलोमीटर की दूरी पर है। रामेश्वरम एक खूबसूरत दर्शनीय जगह है और बहुत प्रसिद्ध तीर्थ स्थान भी।

Chennai se Bageshwar dham ki doori/ चेन्नई से बागेश्वर धाम कैसे पहुंचे

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क्या है रामेश्वर ज्योतिर्लिंग का इतिहास

Rameshwaram Temple रामेश्वर ज्योतिर्लिंग पवित्र स्थान तमिलनाडु के सेतु तट से दूर रामेश्वरम द्वीप में स्थित है और समुद्र के ऊपर पंबन पुल के लिए तकनीक द्वारा आता है। विशाल पवित्र स्थान अपनी लंबी समर्थन प्रविष्टियों, टावरों और 36 थीर्थम के लिए जाने जाते हैं। रामेश्वर ज्योतिर्लिंग भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से सबसे दक्षिणी को संबोधित करता है और बनारस की तुलना में एक सम्मानित यात्रा फोकस रहा है। रामेश्वर ज्योतिर्लिंग रामायण के साथ खुशी से जुड़ा हुआ है और राम की श्रीलंका से प्रभावी वापसी. ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के पवित्र मंदिर हैं; ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव ने स्वयं इन स्थानों का दौरा किया था और इसलिए भक्तों के दिलों में उनका एक विशेष स्थान है। इनमें से 12 भारत में हैं। ज्योतिर्लिंग का अर्थ है ‘स्तंभ या प्रकाश का स्तंभ’। ‘ स्तंभ ‘ प्रतीक दर्शाता है कि कोई शुरुआत या अंत नहीं है। जब भगवान ब्रह्मा और भगवान विष्णु के बीच इस बात पर बहस हुई कि सर्वोच्च देवता कौन है, तो भगवान शिव प्रकाश के एक स्तंभ के रूप में प्रकट हुए और प्रत्येक को अंत खोजने के लिए कहा। भी नहीं कर सका। ऐसा माना जाता है कि जिन स्थानों पर प्रकाश के ये स्तंभ गिरे थे, वहां ज्योतिर्लिंग स्थित हैं। रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग का नाम इसलिए पड़ा क्योंकि भगवान राम ने इस स्थान पर भगवान शिव जी की पूजा की थी। Table of Contents • • • • • • • • • • Information About Rameshwaram Jyotirlinga Temple in hindi Rameshwaram Temple रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग मंदिर हिंदुओं के प्रमुख तीर्थ केंद्रों में से एक है। मंदिर पूरी तरह से भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर हिंदुओं के चार धामों में से एक है। यह तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले में स्थित है। ...

राही चलता जा ... मंजिल मिलेगी जरूर: रामेश्वरम यात्रा (भाग 1) : ज्योतिर्लिंग दर्शन

आज से एक साल पहले जब हमने भारत के उत्तर में हिमालय पर स्थित केदारनाथ ज्योतिर्लिंग के दर्शन किये थे तो ये सोचा भी नहीं था कि एक साल बाद देश के सबसेदक्षिण में स्थित भगवान शंकर के एक और ज्योतिर्लिंग केदर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त होगा। रामेश्वरम महादेव के ज्योतिर्लिंग के साथ साथ भगवान् विष्णु के चार धामों में से एक धाम भी है।रामेश्वरम शहर के पूर्वी भाग में स्थित श्री रामनाथ स्वामी मंदिर की ऊंची ऊंची दीवारें, सुन्दर कलाकारी से सजे हुए स्तम्भों की श्रृंखलाएं, बुलंद और सजे धजे गोपुरम (मंदिर का प्रवेश द्वार) के साथ साथ विशालकाय नंदी को देखना किसी सुन्दर कल्पना के सच होने जैसा लगता है।मंदिर का खूबसूरत विशालगलियारा जिसे एशिया में मौजूद हिन्दू मंदिरों में सबसे लम्बा गलियारा होने का दर्जा प्राप्त है। यहाँ दो शिवलिंग की पूजा होती है, एक वो जिन्हें हनुमान जी कैलाश से लेकर आये थे और उसे विश्वलिंगम कहा जाता है जबकि दूसरे को जिसे भगवान राम ने बनाया था जिसे रामलिंगम कहा जाता है। मन्दिर परिसर में 24 कुंड है, जिसमें से 2 कुंड सुख चुके हैं और 22 कुंडों में पानी है पर यहाँ आने वाले लोगों को 21 कुंड के पानी से ही स्नान कराया जाता है क्योंकि 22वें कुंड में सभी कुंडों का पानी है। कुछ लोगजो लोग इन सभी कुंडों में नहीं करना चाहें उनके लिएइस 22वें कुंड में स्नान करना ही पर्याप्त है। इन सभी कुंडों के नाम रामायण और महाभारत कालीन लोगों के नाम पर रखे हैं जैसे अर्जुन तीर्थ, नल तीर्थ, नील तीर्थ, गायत्री तीर्थ, सावित्री तीर्थ और सरस्वती तीर्थ,गंगा-जमुना तीर्थ, आदि आदि। मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले भक्तगण इन कुंडों में स्नान के पश्चात ही मंदिर में दर्शन के लिए जाते है, वैसे इसके लिए कोई बाध्यता नहीं है, ...

भारत में कितनी हैं Vande Bharat ट्रेनें और क्या है रूट , जानें

भारत की प्रीमियम ट्रेनों में वंदे भारत ट्रेन शामिल है, जो कि अपने तेज रफ्तार के साथ अधिक सुविधाओं के लिए भी जानी जाती है। इसके लांच होने से अब तक भारत के विभिन्न शहरों को जोड़ने के लिए अलग-अलग रूट पर वंदे भारत को चलाया गया है। इस आर्टिकल के माध्यम से हम भारत में चलने वाली कुल वंदे भारत ट्रेनों के बारे में जानेंगे। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें भारत की प्रीमियम ट्रेनों में शामिल हैं। स्वदेशी रूप से विकसित होने के कारण यह भारत की उपलब्धि को भी दर्शाती हैं। इसके साथ ही यह अधिक स्पीड वाली स्वचालित ट्रेन इकाई है। यात्रियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस ये ट्रेनें तेज, आरामदायक और उल्लेखनीय रूप से सुविधाजनक यात्रा अनुभव प्रदान करती हैं। वंदे भारत ट्रेनें वर्तमान में 18 रूटों पर चल रही हैं वंदे भारत एक्सप्रेस- 1 वाराणसी - नई दिल्ली (22435) नई दिल्ली - वाराणसी (22436) 2 नई दिल्ली - एसएमवीडी कटरा (22439) एसएमवीडी कटरा -नई दिल्ली (22440) 3 मुंबई सेंट्रल- गांधीनगर कैप (20901) गांधीनगर कैप -मुंबई सेंट्रल (20902) 4 नई दिल्ली - अंब अंदौरा (22447) अम्ब अंदौरा - नई दिल्ली (22448) 5 चेन्नई - मैसूरु (20607) मैसूर- चेन्नई (20608) 6 बिलासपुर जंक्शन - नागपुर जंक्शन (20825) (अस्थायी रूप से तेजस एक्सप्रेस के साथ बदला गई है) नागपुर - बिलासपुर जंक्शन (20826) (अस्थायी रूप से तेजस एक्सप्रेस के साथ बदला गई) 7 हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी (22301) न्यू जलपाईगुड़ी जंक्शन - हावड़ा (22302) 8 सिकंदराबाद - विशाखापत्तनम (20834) विशाखापत्तनम -सिकंदराबाद (20833) 9 मुंबई -साईनगर शिर्डी (22223) साईंनगर शिरडी-मुंबई (22224) 10 मुंबई - सोलापुर (22225) सोलापुर-मुंबई (22226) 11 भोपाल-दिल्ली (20171) दिल्ली-भोपाल (20172) 1...

रामेश्वरम मंदिर : चार धामों में शामिल इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग का प्राचीन इतिहास – Buy Spiritual Products

रामेश्वरम मंदिर ( Rameshwaram Mandir ) भारत के तमिलनाडु राज्य के रामनाथपुरम जिले में अवस्थित है। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से रामेश्वरम करीब सवा चार सौ मील दक्षिण पूर्व में स्थित है। रामेश्वरम मंदिर को रामनाथ स्वामी मंदिर (Ramanathaswamy Temple) के नाम से भी जाना जाता है। यह पवित्र स्थान भारत के प्रमुख चार धामों में से एक दक्षिण का धाम है। रामेश्वरम में स्थापित शिवलिंग की गिनती 12 ज्योतिर्लिंगों में होती है। जिस प्रकार भारत के उत्तरी भाग में काशी का महत्व है उतना ही महत्व भारत के दक्षिण में रामेश्वरम है। रामेश्वरम ( Rameshwaram ) की स्थापना के बारे में पौराणिक कहानियां कहती हैं कि भगवान राम ने यहाँ लंका तक मार्ग तैयार करने के लिए पत्थरों के सेतु का निर्माण करवाया था। परन्तु बाद में प्रभु श्री राम ने विभीषण के कहे अनुसार धनुष्कोटि स्थान पर यह सेतु तोड़ दिया था। सबसे ख़ास बात यह है कि उस समय के रामसेतु के अवशेष आज भी सागर में दिखाई देते हैं। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में शामिल इस 11वें रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग ( Rameshwaram Jyotirling ) की महिमा के बारे में शिव पुराण और स्कन्द पुराण में वर्णन मिलता है। इसके संबंध में यह उल्लेख मिलता है कि यहाँ स्थापित ज्योतिर्लिंग की स्थापना स्वयं प्रभु श्री राम ( Shri Ram ) ने की थी। रावण से युद्ध के लिए लंका की चढ़ाई करने से पूर्व भगवान राम ने इसी स्थान पर प्रभु श्री राम ने समुद्र के बालू से शिवलिंग बनाकर भगवान शिव की पूजा-अर्चना की थी। ऐसा भी कहा जाता है कि जब भगवान राम ( Bhagwan Ram ) यहाँ पर ठहरकर जल ग्रहण कर रहे थे तब आकशवाणी हुई थी। आकाशवाणी में कहा गया था कि मेरी आराधना किये बिना ही जल ग्रहण कर रहे हो? आकाशवाणी के बाद ही श्री राम ने समुद्...

रामेश्वरम यात्रा संपूर्ण गाइड

▼ • • • • • • • • • • • • • • पंचमुखी हनुमान मंदिर– • नांबू नायगी मंदिर– • साक्षी हनुमान मंदिर– • सर कलाम स्मारक– • धनुषकोडी– • • जय हिंद दोस्तों कैसे हैं आप सब? आज हम बात करेंगे तमिलनाडु राज्य की रामनाथपुरम जिले के अंतर्गत रामेश्वरम की। हमारा रामेश्वरम चार धामों में से एक धाम भी है और 12 ज्योतिर्लिंग में से 1 ज्योतिर्लिंग भी। हमको रामेश्वरम कैसे जाना है? रामेश्वरम में हमको कहां रुकना है? हमको वहां पर खाने पीने की क्या व्यवस्था है? वहां पर भोजनालय कहां मिलेगा? और रामेश्वरम जाने का सबसे अच्छा और उचित समय कौन सा है? और यह भी जानेंगे कि हमको घूमने के लिए कितने दिन का प्लान बनाना चाहिए और टोटल खर्चा कितना जाएगा? जिससे आपको रामेश्वरम जाने के लिए काफी सहूलियत मिल जाएगी। रामेश्वरम यात्रा संपूर्ण गाइड | Best Route | best Time for Travel रामेश्वरम कैसे पहुँचें? | How to reach Rameswaram? रामेश्वरम बाय ट्रेन कैसे पहुंचे? | How to reach Rameswaram by train? सबसे पहले बात करते हैं कि हमको रामेश्वरम कैसे पहुंचना है? तो रामेश्वरम पहुंचने के लिए आपके पास तीन ऑप्शन है। पहले ऑप्शन की अगर में बात तो वह है आपका बाय ट्रेन। अगर आप ट्रेन से आना चाहते हैं तो रामेश्वरम में ही हमारा रेलवे स्टेशन है। तो आप के शहर से रामेश्वरम तक की ट्रेन है तो बहुत सुंदर। अगर आपको डायरेक्ट नहीं मिल रही है रामेश्वरम के लिए तो आप आ सकते हैं मदुरई। मदुरई से रामेश्वरम की दूरी है वह 170km की है। या तो आप मदुरई से रामेश्वरम पाई बस जा सकते हैं या फिर अगर आप चाहें ट्रेन चेंज करके भी आप मदुरई से रामेश्वरम पहुँच सकते हैं। लेकिन अगर आपके शहर से मदुरई तक डारेक्ट नहीं मिलती है तो मैं आपको यह राय दूंगा कि आप चेन्नई एगमोरे (Chenn...

भारत में कितनी हैं Vande Bharat ट्रेनें और क्या है रूट , जानें

भारत की प्रीमियम ट्रेनों में वंदे भारत ट्रेन शामिल है, जो कि अपने तेज रफ्तार के साथ अधिक सुविधाओं के लिए भी जानी जाती है। इसके लांच होने से अब तक भारत के विभिन्न शहरों को जोड़ने के लिए अलग-अलग रूट पर वंदे भारत को चलाया गया है। इस आर्टिकल के माध्यम से हम भारत में चलने वाली कुल वंदे भारत ट्रेनों के बारे में जानेंगे। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें भारत की प्रीमियम ट्रेनों में शामिल हैं। स्वदेशी रूप से विकसित होने के कारण यह भारत की उपलब्धि को भी दर्शाती हैं। इसके साथ ही यह अधिक स्पीड वाली स्वचालित ट्रेन इकाई है। यात्रियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस ये ट्रेनें तेज, आरामदायक और उल्लेखनीय रूप से सुविधाजनक यात्रा अनुभव प्रदान करती हैं। वंदे भारत ट्रेनें वर्तमान में 18 रूटों पर चल रही हैं वंदे भारत एक्सप्रेस- 1 वाराणसी - नई दिल्ली (22435) नई दिल्ली - वाराणसी (22436) 2 नई दिल्ली - एसएमवीडी कटरा (22439) एसएमवीडी कटरा -नई दिल्ली (22440) 3 मुंबई सेंट्रल- गांधीनगर कैप (20901) गांधीनगर कैप -मुंबई सेंट्रल (20902) 4 नई दिल्ली - अंब अंदौरा (22447) अम्ब अंदौरा - नई दिल्ली (22448) 5 चेन्नई - मैसूरु (20607) मैसूर- चेन्नई (20608) 6 बिलासपुर जंक्शन - नागपुर जंक्शन (20825) (अस्थायी रूप से तेजस एक्सप्रेस के साथ बदला गई है) नागपुर - बिलासपुर जंक्शन (20826) (अस्थायी रूप से तेजस एक्सप्रेस के साथ बदला गई) 7 हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी (22301) न्यू जलपाईगुड़ी जंक्शन - हावड़ा (22302) 8 सिकंदराबाद - विशाखापत्तनम (20834) विशाखापत्तनम -सिकंदराबाद (20833) 9 मुंबई -साईनगर शिर्डी (22223) साईंनगर शिरडी-मुंबई (22224) 10 मुंबई - सोलापुर (22225) सोलापुर-मुंबई (22226) 11 भोपाल-दिल्ली (20171) दिल्ली-भोपाल (20172) 1...

रामेश्वरम की एक खूबसूरत दर्शनीय जगह – example3193

यह एक ऐसी जगह है जहां हिंद महासागर और बंगाल की खाड़ी मिलती है। कहां जाता है कि यह वह जगह है जहां भगवान राम दुष्ट दानव रावण का वद्ध करके लौटे थे, लेकिन वो भगवान शिव के बहुत बड़े भक्त थे और जन्म से ब्राह्मण थे। यहाँ हर साल हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु अपनी आस्थाओं में लिपटी भगवान के प्रति प्रेम को दर्शाने आते हैं। रामेश्वरम तमिलनाडु का एक आकर्षक शहर चेन्नई से तक़रीबन 592 किलोमीटर की दूरी पर है। रामेश्वरम एक खूबसूरत दर्शनीय जगह है और बहुत प्रसिद्ध तीर्थ स्थान भी। कोदंडाराम स्वामी मंदिर कहा जाता है कि इसी स्थान पर भगवान राम से विभीषण मिले थे इसीलिए इसी जगह पर यह कोदंडाराम स्वामी मंदिर स्थापित है। यह धनुष्कोटि से तक़रीबन 8 किलोमीटर की दूरी पर होगा जो कि दर्शनीय है। कोरल रीफ कोरल रीफ कुदरत के करिश्मों में से एक है यह बेहद खूबसूरत प्राकृतिक सौंदर्य वाला स्थल है। यहाँ दूर दूर तक फैली सुनहरी रेत और उसपर नारियल के ऊँचे ऊँचे वृक्ष इसकी खूबसूरती को और भी खूबसूरत बना देते हैं। कोरल रीफ में अधिकतर पर्यटक मछली पकड़ने के चाह में भी आते हैं। धनुषकोटि धनुषकोटि समुद्रतट पर स्थित एक दर्शिये स्थल है यहाँ भगवान राम, लक्ष्मण, विभीषण और हनुमान की मूर्तियां विराजमान हैं। धनुषकोटी रामेश्वरम से लगभग 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। गंधाधन पर्वतम् गंधाधन पर्वतम् रामेश्वरम का ऊंचा स्थल तो है ही साथ ही यह रामेश्वरम मंदिर से लगभग 4 किलोमीटर दूर है। यहाँ से आप पूरे समुद्र द्वीप का अद्भुत आकर्षण नज़ारा देख सकते हैं। सीता कुण्ड कहा जाता है कीं अगर सीता कुण्ड में जो स्नान करे उसके सारे पाप धुल जाते हैं। यूँ तो रामेश्वरम में बहुत से ऐसे कुण्ड हैं जिनकी अपनी व्याख्या और अपना मत व आस्था है। उनमे से सीता कुण्ड भी...